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फिटकरी के फायदे – Benefits of Alum in Hindi

फिटकरी के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, आपने देखा होगा कि हल्की-फुल्की चोट लग जाने पर, या कट जाने पर और दाढ़ी बनाने के बाद एक वस्तु थोड़ी सी रगड़ दी जाती है तो खून बहना तुरंत बंद हो जाता है। यह एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करती है और घाव को जीवाणुओं के संक्रमण से भी बचाती है। इसके अतिरिक्त इसका उपयोग पुराने समय में पानी को साफ़ करने के लिये किया जाता था। जी हां, इस वस्तु का नाम है “फिटकरी” जिसका उपयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है। इसके औषधीय गुणों के कारण इसका उपयोग आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्यति में भी दवा के रूप में, कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है। आधुनिक युग में भी इसका उपयोग आफ्टर शेव लोशन, सौंदर्य प्रसाधनों में तथा अन्य प्रायोजन के लिए किया जाता है। आखिर इस फिटकरी में ऐसा क्या है? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “फिटकरी के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको फिटकरी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा यह भी बताएगा कि फिटकरी के क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि फिटकरी क्या है और फिटकरी कहां पाई जाती है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

फिटकरी क्या है? – What is an Alum?

फिटकरी एक रंगहीन, गंधहीन और स्पष्ट रसायानिक पदार्थ है, जो क्रिस्‍टलीय पिंड या दानेदार पाउडर के रूप में पाया जाता है। यह एक रासायनिक यौगिक है – पोटेशियम और एल्यूमीनियम का डबल सल्फेट। रासायनिक सूत्र KAl(SO4)2। यह सामान्यतः डोडेकेहाइड्रेट, KAl(SO4)2·12H2O के रूप में पाया जाता है। इसका रासायनिक नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट (Potassium Aluminum Sulfate) है और इसे अंग्रेजी में पोटाश ऐलम (Potash Alum) या सिर्फ़ ऐलम (Alum) भी कहते हैं। 

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फिटकरी के क्रिस्टल, अधिक मात्रा में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले फिटकरी से बने होते हैं जो कि एक जटिल प्रक्रिया है। एक टन फिटकरी के उत्पादन के लिए 100 टन तक फिटकरी की शैल (Alum shales) की जरूरत होती है। फिटकरी का आयुर्वेदिक और यूनानी चिकत्‍सा पद्यति में अनेक बीमारियों के निवारण के लिए विस्तृत उपयोग किया जाता है।

फिटकरी कहां पाई जाती है? – Where is the Alum Found?

1. फिटकरी, मिस्र, इटली, इंग्लैंड, जर्मनी, नेपाल में पाई जाती है।

2. यह भारत के काठियावाड़, बिहार और पंजाब क्षेत्र में पाई जाती है।

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फिटकरी के प्रकार – Types of Alum 

फिटकरी के प्रकार निम्नलिखित हैं –

1. पोटेशियम एलम (Potassium Alum)- इसे पोटाश एलम और पोटेशियम एलम सल्फेट भी कहा जाता है। एक अनुमान के अनुसार इसका उपयोग लंबे समय से यानि कि 1500 ईसा पूर्व के आसपास फिटकरी के रूप में पानी की गंदगी को साफ़ करने के लिए किया जाता था।

2. अमोनियम एलम (Ammonium Alum)- यह एक सफेद क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है और इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों, आफ्टरशेव लोशन और हाथों से जुड़े उत्पाद के लिए किया जाता है।  

3. क्रोम एलम (Chrome Alum)- क्रोम एलम को क्रोमियम पोटेशियम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है। यह रसायनिक तत्व क्रोमियम का पोटशियम डबल सल्फेट है। इसका उपयोग चमड़ा बनाने के लिये किया जाता है। 

4. एल्‍यूमीनियम सल्‍फेट (Aluminum Sulfate)- इस कंपाउन्ड को पेपरमेकर की फिटकरी के रूप में जाना जाता है। हालांकिर तकनीकी दृष्टि से इसे फिटकिरी नहीं कहा जा सकता है।

5. सोडियम एलम (Sodium Alum)- सोडियम एलम एक अकार्बनिक (Inorganic) कंपाउंड है। इसको सोडा एलम के नाम से भी जाना जाता है। इसे खाने वाली फिटकरी कहा जाता है। इसका उपयोग बेकिंग पाउडर के उत्पादन और फूड एडिटिव के रूप में किया जाता है। 

6. सेलेनेट एलम (Selenate Alum)- यह ऐसी फिटकरी है जिसमें सल्फर की जगह सेलेनियम उपस्थित होता है।

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फिटकरी के गुण – Properties of Alum

1. फिटकरी की तासीर गर्म होती है।

2. फिटकरी का स्वाद मधुर कसैला होता है। 

3. फिटकरी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीबायोटिक, एंटी-एजिंग, एनाल्जेसिक, एंटीट्राइकोमोनस, एस्ट्रिंजेंट, एंटीप्लेटलेट, एंटीहेमरेजिक, एंटीडैंड्रफ आदि गुण होते हैं।  

4. फिटकरी 92°सें. पर पिघलती है और 200° सें पर इसका जल निकल जाता है।

फिटकरी का उपयोग – Uses of Alum

फिटकरी का उपयोग मुख्य रूप से निम्न प्रकार किया जाता है –

1. प्राचीन काल से आज भी पुरुष फिटकरी का उपयोग दाढ़ी बनाने के बाद करते हैं। इसे पानी में भिगोकर चेहरे पर रगड़ते हैं। इससे कोई कट भी लगा होगा तो तुरन्त खून बंद हो जाएगा। वैसे भी यह एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करती है। 

2. फिटकरी का उपयोग कागज उद्योग, चमड़ा उद्योग, रंगसाजी, छींट की छपाई, पेय जल के शोधन आदि में किया जाता है।

3. आफ्टर शेव लोशन बनाने के लिये तथा सौंदर्य प्रसाधनों में फिटकरी का उपयोग किया जाता है।

4. बेकिंग पाउडर के निर्माण में इसका उपयोग किया जाता है।

5. पानी साफ़ करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

6. धातु के बर्तन आदि को चमकाने के लिए, इनके दाग़ धब्बे हटाने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जा सकता है।

फिटकरी को कैसे सुरक्षित कैसे रखें ? – How to Keep Alum Safe?

1. एक बात का ध्यान रखें कि फिटकरी को गीली ना रखें। इसको सुखा लेना चाहिए।

2. फिटकरी को सुरक्षित रखने के लिए इसे एयरटाइट कंटेनर में रखा जाना चाहिए। 

3. फिटकरी के पाउडर को भी हमेशा एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए।

फिटकरी के फायदे – Benefits of Alum

दोस्तो, अब बताते हैं आपको फिटकरी के कुछ फायदे जो निम्नलिखित हैं –

1. रक्त को बंद करे (Stop the Blood)- दोस्तो, फिटकरी का सबसे प्रमुख फायदा यह है कि बहते रक्त को तुरंत बंद करने में मदद करती है। मामूली चोट, कटने, फटने से रक्त बहने लगता है तो थोड़ी देर तक फिटकरी को पानी में भिगोकर प्रभावित स्थान पर रगड़ें, इससे बहता हुआ रक्त तुरंत बंद हो जाएगा। यह एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करते हुए छोटे-छोटे घावों को भी भर देती है। 

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2. फटे होंठों के लिए(Chapped Lips) – सर्दियों में होंठों का फटना एक आम समस्या है। इस समस्या से भी फिटकरी राहत दिलाती है। फिटकरी को पानी में भिगोकर होंठों पर रगड़ें, थोड़ी देर तक तो चीस लगेगी परन्तु बाद में आराम आ जाएगा। यह प्रक्रिया दिन में दो, तीन बार करें और रात को सोने से पहले भी होंठों पर फिटकरी लगा लें। बहुत जल्दी होंठ ठीक हो जाएंगे। 

3. सबसे अच्छा आफ्टर शेव लोशन  (Best After Shave Lotion)- दोस्तो, हमने ऊपर बताया है कि फिटकरी कटने से बहने वाले रक्त को तुरंत बंद कर देता है, यह सच है। इसीलिए पुरुष दाढ़ी बनाकर फिटकरी को पानी में भीगोकर चेहरे पर रगड़ते हैं ताकि कट से बहने वाला रक्त रुक जाये। 

इसीलिये आफ्टर शेव लोशन के रूप में फिटकरी का उपयोग सदियों से होता चला आ रहा है। आज भी बहुत लोग मंहगा आफ्टर शेव लोशन खरीदने के बजाय फिटकरी लगाना पसंद करते हैं। यदि इसे सर्वोत्तम और सबसे सस्ता आफ्टर शेव लोशन की संज्ञा दी जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। 

4. मुंह के छालों से राहत दिलाए (Relieve Mouth Ulcers)- फिटकरी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के बैक्टीरिया के विरुद्ध लड़ते हैं। गर्मियों में अक्सर मुंह में छाले हो जाया करते हैं जो बहुत तकलीफ़ देते हैं। इनकी वजह से खाना भी ठीक से नहीं खाया जाता है, पानी भी चुभने लगता है। 

ऐसी स्थिति में फिटकरी इन मुंह के छालों से मुक्ति दिलाती है। इसके लिए दिन में दो, तीन बार थोड़ी सी फिटकरी को पानी में घोलकर, इस पानी से कुल्ला करें। कोशिश करें कि मुंह की लार को ना निगलें। यह उपाय बच्चों को ना करने दें।

5. मुंह की बदबू दूर करे (Get Rid of Bad Breath)- कई लोगों के मुंह से बदबू आती रहती है, इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे दांतों में सड़न, पायरिया, खराब पाचन क्रिया, कई बीमारियां आदि। फिटकरी इस मुंह की बदबू की समस्या से राहत दिलाती है। यह एक प्राकृतिक माउथवाश है। इसमें उपस्थित एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के बैक्टीरिया के विरुद्ध लड़कर संक्रमण से बचाते हैं जिससे मुंह की बदबू से छुटकारा मिलता है।

इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक मिलाकर बहुत कम मात्रा में फिटकरी या फिटकरी पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें। इस पानी से कुल्ला करें। इसे दिन में दो बार और रात को सोने से पहले करें। ध्यान रहे यह पानी अंदर नहीं जाना चाहिये और ना ही लार को सटकें।

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6. दांतों और मसूड़ों के लिए लाभकारी (Beneficial for Teeth and Gums)- फिटकरी दांतों और मसूड़ों के स्वास्थ के लिए भी अत्यंत लाभदायक होती है। यह दांत में दर्द, मसूड़ों की सूजन आदि से छुटकारा दिलाती है। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले मुंह के बैक्टीरिया को खत्म कर दांतों के दर्द से राहत दिलाते हैं और इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं। 

इसके लिए गुनगुने पानी में फिटकरी घोलकर दिन में दो बार और रात को सोने से पहले कुल्ला करें। फिटकरी पाउडर में इससे आधी मात्रा में सेंधा नमक मिलाकर दांतों और मसूड़ों की मालिश करें। इससे दांतों और मसूड़ों से खून आना बंद हो जाएगा, मसूड़ों की सूजन कम हो जाएगी और दांतों का पीलापन भी खत्म हो जाएगा। दांत एकदम सफेद होकर चमक उठेंगे।

7. मांसपेशियों की ऐंठन दूर करे (Relieve Muscle Spasms)- फिटकरी में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण मांसपेशियों की ऐंठन को दूर कर इनमें आराम पहुंचाते हैं। इस काम में फिटकरी के दर्द निवारक (analgesic) गुण मदद करते हैं। फिटकरी और हल्दी दोनों में ही रक्त पतला करने वाले गुण मौजूद होते हैं। 

मांसपेशियों की ऐंठन से आराम पाने के लिए हल्दी पाउडर और फिटकरी पाउडर को पानी के साथ मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाकर छोड़ दें। सूख जाने पर इसे धो लें। मांसपेशियों की ऐंठन, दर्द, सूजन आदि सब खत्म हो जाएंगे। 

8. मूत्र पथ के संक्रमण (Urinary Tract Infection)- मूत्र पथ के संक्रमण (Urinary Tract Infection – UTI) से मूत्र में कई समस्याएं आती हैं जैसे रुक-रुक कर मूत्र आना, मूत्र में दर्द होना, मूत्र में खून आना आदि। इन सब समस्याओं से भी फिटकरी राहत दिला सकती है। फिटकरी एक एस्ट्रिंजेंट के रूप में काम करते हुए रक्तस्राव को रोकने के लिये अपना प्रभाव छोड़ती है। 

UTI की समस्याओं से राहत पाने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में बहुत थोड़ी देर के लिए फिटकरी डालकर निकाल लें। इससे फिटकरी कम मात्रा में पानी में घुलेगी। फिटकरी के इस पानी को पीएं। आराम लग जाएगा। 

9. खांसी, सर्दी, जुकाम से राहत दिलाए(Give relief from Cough, Cold) – फिटकरी खांसी, सर्दी, जुकाम से आराम दिलाती है। खांसी की समस्या में एक चम्मच शहद में केवल आधा ग्राम फिटकरी पाउडर मिक्स करके सेवन करें। सर्दी और जुकाम दूर करने के लिए फिटकरी को तवे पर गर्म करें, इससे यह फूल जाएगी। इस फूली हुई फिटकरी को बारीक पीसकर पाउडर बना लें। रोजाना, इस पाउडर की एक चुटकी गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। 

10. महिलाओं के लिए लाभकारी (Beneficial for Women)- महिलाओं के लिए फिटकरी के विशेष फायदे होते हैं। महिलाओं को यौन संबंधी कई समस्याएं होती हैं जैसे ल्यूकोरिया की समस्या जिसमें उनके जननांग से सफेद रंग का गाढ़ा द्रव स्रवित होता रहता है या जननांग के बाहरी त्वचा पर संक्रमण के कारण खुजली लगना होना आदि। फिटकरी कसैले गुण के कारण ल्यूकोरिया से राहत दिलाती है।

इसके लिए एक चौथाई (1/4) चम्मच फिटकरी पाउडर को पानी में मिलाकर 5-10 मिनट तक गर्म करें, फिर इसे ठंडा करके जननांग को धोएं। ऐसा दिन में दो, तीन बार करें। इससे ल्यूकोरिया, संक्रमण, खुजली आदि सब खत्म हो जाएंगे तथा योनि में कसावट भी आएगी।

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11. बालों के स्वास्थ के लिए (Hair Health)- फिटकरी बालों के स्वास्थ के लिए भी लाभकारी होती है। इसमें मौजूद एंटीडैंड्रफ गुण, डैंड्रफ की समस्या से राहत दिलाते हैं। इसके इस्तेमाल से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। बालों की समस्या से राहत पाने के लिए फिटकरी पाउडर को कंडीशनर में मिलाकर उपयोग करें, बाद में बालों को धो लें। इससे बालों में चमक भी आ जाएगी।

12. त्वचा स्वास्थ के लिए लाभदायक (Beneficial for Skin Health)- फिटकरी त्वचा के लिये बेहद फायदेमंद होती है। त्वचा विकार/रोगों में इसके फायदे देखे जा सकते हैं। विवरण निम्न प्रकार है –

(i) एंटी-एजिंग के लिए – फिटकरी में एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो समय से पहले बढ़ती उम्र की गतिविधियों और लक्षणों को नियंत्रित कर इसकी गति को कम करती है। परिणाम स्वरूप आप अपनी वास्तविक उम्र से कम और जवान नज़र आते हैं। इसके लिये फिटकरी को पानी में भिगोकर चेहरे पर थोड़ी देर के लिये रगड़ें। इससे चेहरे की गंदगी भी दूर होगी और जीवाणु भी मर जाएंगे। यह एक सप्ताह में त्वचा में कसावट ला देगी और निखार भी आ जाएगा। 

(ii) ग्लोइंग त्वचा के लिए – त्वचा में दमक लाने के लिये फिटकरी पाउडर में शहद मिक्स कर लें। यह एक प्रकार से फेसपैक बन जाएगा। इसे चेहरे पर लगाएं और सूख जाने पर साफ़ पानी से धो लें। आप शहद के बजाय सादा पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, सादा पानी में फिटकरी भिगोकर चेहरे पर रगड़ें और कुछ देर बाद चेहरा धो लें। इससे चेहरे पर ग्लो आ जाएगी।

(iii) सनबर्न – गर्मियों में सनबर्न की स्थिति में दो चम्मच फिटकरी पाउडर को आधा कप पानी में मिक्स करके प्रभावित त्वचा पर इस्तेमाल करें। इससे जल्दी ही राहत मिल जाएगी।

(iv) मुंहासों के लिए – मुंहासों की समस्या से निपटने के लिए एक चम्मच फिटकरी पाउडर में एक चम्मच मुल्तानी मिटटी पाउडर और दो अंडों का सफेद भाग थोड़े से पानी में मिलाकर फेसपैक बना लें। इस फेसपैक को चेहरे पर लगाकर छोड़ दें। सूख जाने पर चेहरा ठंडे पानी से धो लें। यह प्रक्रिया सप्ताह में 3 बार दोहराएं। 

(v) ब्लैकहेड्स को दूर करने के लिए- ब्लैकहेड्स से राहत पाने के लिए फिटकरी पाउडर को ऑलिव ऑयल को मिलाकर चेहरे पर लगाएं। सूख जाने पर साफ पानी से चेहरा धो लें। जल्दी ही आराम लग जाएगा।

नोट : चेहरे पर फिटकरी का इस्तेमाल करते समय कृपया आंखों को बचाकर रखें। 

फिटकरी से नुकसान –  Side Effects of Alum

दोस्तो, फिटकरी के कुछ साइड इफेक्टस भी होते हैं जिनसे कई समस्या पैदा हो सकती हैं। इसके नुकसान निम्न प्रकार हैं –

1. फिटकरी को सूंघने पर नाक और गले में जलन पैदा हो जाएगी। इससे ऐसी खांसी होगी जो फेफड़ों को प्रभावित करेगी, सांस लेने में दिक्कत होगी और घरघराहट भी होगी।

2. चेहरे पर ज्यादा देर तक रगड़ने से त्वचा में जलन हो सकती है और रैशेज भी पड़ सकते हैं।

3. पानी में खोली गई फिटकरी के संपर्क में आने से आंखें में जलन हो सकती है और अन्य कोई समस्या पैदा हो सकती है। 

4. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को फिटकरी का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इन पर इसके साइड इफेक्टस की जांच के लिए कोई पर्याप्त अध्ययन उपलब्ध नहीं है।  

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको फिटकरी के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। फिटकरी क्या है?, फिटकरी कहां पाई जाती है?, फिटकरी के प्रकार, फिटकरी के गुण, फिटकरी का उपयोग और फिटकरी को कैसे सुरक्षित कैसे रखें, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से फिटकरी के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको फिटकरी के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। फिटकरी क्या है?, फिटकरी कहां पाई जाती है?, फिटकरी के प्रकार, फिटकरी के गुण, फिटकरी का उपयोग और फिटकरी को कैसे सुरक्षित कैसे रखें, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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