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जिम में मृत्यु होने के कारण – Died in the Gym in Hindi

जिम में मृत्यु होने के कारण

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। दोस्तो, आए दिन मीडिया के हवाले से खबरें मिलती रहती हैं कि जिम में एक्सरसाइज करते हुए आज यहां उस शख्स की मौत हो गई, वहां उसकी मौत हो गई। जिम में वर्कआउट करते हुए हुई मौतें आज कल चर्चा का विषय बनी हुई हैं। लगता है कि जैसे जिम में मौत की बयार (हवा) चल रही है। मीडिया के मुताबिक ये मौतें 24 से 50 वर्ष की आयु के बीच हुई हैं और हार्ट अटैक की वजह से हुई हैं। इन मौतों का विवरण हम आगे देंगे। जिम में एक्सरसाइज करते समय, पड़ने वाले हार्ट अटैक के लिये जिद और गलतियां जिम्मेदार होती हैं, इसलिये इनसे बचाव भी जरूरी है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “जिम में मृत्यु होने के कारण”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको जिम में मृत्यु होने के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इससे बचाव के उपाय क्या हैं। तो सबसे पहले जानते हैं जिम में हुईं मौतों के बारे में। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

जिम में हुईं मौतों का विवरण – Details of Deaths in Gym

दोस्तो, हम दे रहे हैं कुछ ऐसे व्यक्तियों का विवरण जिनकी मृत्यु जिम में वर्कआउट के दौरान निधन हो गया। विवरण निम्न प्रकार है। ये मामले तो वो हैं हाइलाइट हुए हैं। ऐसे ना जाने कितने मामले होंगे जो सामने नहीं आए। 

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1. हैदराबाद के 24 वर्षीय कॉन्सटेबल विशाल जिम में एक्सरसाइज करते हुए अचानक से गिर गए और कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई। मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है।

2. टेलीविज़न के प्रसिद्ध अभिनेता अबीर गोस्वामी आयु 37 वर्ष, को भी 2013 में जिम में वर्कआउट करते हुए हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई।

3. 41 वर्षीय डॉक्टर संजीव पाल की लखनऊ में जिम में वर्कआउट करते हुऐ तबीयत बिगड़ गई और वह वर्कआउट करते-करते नीचे गिर गए और हार्टअटैक की वजह से उनका निधन हो गया।

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4. साउथ फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत राजकुमार, आयु 46 वर्ष को भी जिम में एक्सरसाइज करते समय हार्ट अटैक आया था और 29 अक्टूबर 2021 को उनका निधन हो गया।

5. 46 वर्ष के अभिनेता सिद्धांत वीर सूर्यवंशी का भी निधन 46 वर्ष की आयु में जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक के कारण हो गया है। 

ये भी पढ़े- अचानक हुई मृत्यु के कारण

6. मशहूर अभिनेता सलमान खान के ‘बॉडी डबल’ सागर पांडे की भी 50 वर्ष की आयु में जिम में एक्सरसाइज करते समय हार्ट अटैक आने मृत्यु हो गई।

7. इंदौर के लसुड़िया क्षेत्र में गोल्डन जिम में प्रदीप रघुवंशी उम्र 58 वर्ष, को ट्रेडमिल पर कुछ देर चलने के बाद पसीना आया तो जैकेट उतारने लगे तभी उनको हार्ट अटैक आया फिर वे लड़खड़ा कर गिर पड़े। पास ही के भंडारी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। प्रदीप रघुवंशी वृंदावन होटल के मालिक थे।

8. सुप्रसिद्ध हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव 10 अगस्त 2022 को ट्रेडमिल पर वर्कआउट कर रहे थे कि उनको इसी दौरान हार्ट अटैक आया और वे बेहोश हो गए। उनको दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। वे कोमा में चले गए और 21 सितंबर 2022 को 58 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।

जिम में चोट लगना और मौत – Gym Injury and Death

दोस्तो, हम बता दें कि जिम में एक्सरसाइज करते हुए या वेट लिफ्टिंग करते हुए मांसपेशियों में चोट लगना, कटना, फटना आम समस्या है। हैमिस्ट्रिंग नामक मांसपेशी तीन मांसपेशियों का समूह होती है। इन मांसपेशियों के नाम हैं बाइसेप्स फेमोरिस, सेमीमेटामॉरफोसिस और सेमी टेंडिनस। जिम में एक्सरसाइज करते समय इन मांसपेशियों में चोट लगती रहती है। इन मांसपेशियों में चोट लगने को हैमिस्ट्रिंग चोट कहा जाता है। 

ये चोटें जानलेवा नहीं होतीं क्योंकि ये मृत्यु का कारण नहीं बनतीं। मृत्यु का कारण तो हार्ट अटैक होता है जिसके लिए जुनून और गलतियां जिम्मेदार होती हैं। इसका जिक्र हम आगे करेंगे। यूएस में हुई एक स्टडी यह बताती है कि लगभग 16% अचानक कार्डियक अरेस्ट इनडोर एक्सरसाइज सुविधाओं में हुआ है। कुछ वर्षों से जिम में मौतों की घटनाएं सुनने पढ़ने को मिल रही हैं। तो क्या जिम जाना छोड़ दें?। नहीं, क्योंकि जिम जाने के बहुत फायदे होते हैं। 

जिम जाने के बहुत फायदे और नुकसान का जिक्र हम आगे करेंगे। हालांकि जिम जाने के कुछ नुकसान भी होते हैं। जरूरत अनहोनी घटनाओं से बचाव करने की है। हैमिस्ट्रिंग चोट के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए हमारा पिछला आर्टिकल “हैमिस्ट्रिंग चोट क्या है?” पढ़ें।

जिम जाने के फायदे – Benefits of Going to Gym

दोस्तो, हमने अपने पिछले आर्टिकल में जिम जाने के फायदे बताए हैं, फिर भी हम एक बार फिर से बता देते हैं। ये फायदे निम्न प्रकार हैं –

1. जिम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक ही स्थान पर अनेक प्रकार के उपकरण और मशीनें उपलब्ध होती हैं जहां आप अपनी इच्छानुसार इन उपकरणों और मशीनों के जरिए एक्सरसाइज कर सकते हैं।  

2. जिम में एक्सपर्ट ट्रेनर की देखरेख में आप एक्सरसाइज करते हैं। यदि आप कुछ गलत करते हैं तो आपको सही से करने का तरीका बताया जाता है। चोट लगने की संभावना कम रहती है।

3. आपको संतुलित और विटामिन तथा खनिज युक्त आहार के बारे में जानकारी दी जाती है। 

4. आपका वजन कंट्रोल में रहता है। 

5.  रक्त प्रवाह में सुधार होता है।

6. ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है।

7. अच्छे वाले कोलेस्ट्रॉल (HDL) में वृद्धि होती है। 

8. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ सही बना रहता है। नींद अच्छी आती है। 

9. नॉरपेनेफ्रिन नामक रसायन की वृद्धि से तनाव दूर होने में मदद मिलती है।

10. आप में एनर्जी बनी रहती है। 

11. फेफड़े मजबूत बनते हैं और सही प्रकार काम करते हैं। 

12. एंडोफ्रिन हार्मोन का स्राव होता है जिससे आपको प्राकृतिक खुशी महसूस होती है।

13. एक्सरसाइज करने से सेक्स लाइफ में सुधार होता है। महिलाओं में कामोत्तजना में वृद्धि होती है और पुरुषों में नपुंसकता व शीघ्रपतन जैसी समस्याएं समाप्त होती हैं।

14. जिम में आप आपनी बॉडी अपनी मर्जी से बिल्ड-अप कर सकते हैं। 

ये भी पढ़े- जिम जाने के फायदे

जिम जाने के नुकसान – Side Effects of Going to Gym

जिम जाकर एक्सरसाइज करने के कोई नुकसान नहीं होते। अलबत्ता नुकसान तब होते हैं जब आप लापरवाही बरतते हैं, नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं करते, बहुत लंबा ब्रेक लेते हैं, गलत एक्सरसाइज करते हैं, एक्सरसाइज अपनी क्षमता से अधिक करते हैं, खाने पीने का ध्यान नहीं रखते आदि। ये नुकसान निम्नलिखित हो सकते हैं –

1. जिम जाना बंद करने से – 

  • आप धीरे-धीरे अस्वस्थ होने लगते हैं। 
  • शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है।
  • कमजोरी महसूस होने लगती है। 
  • शारीरिक क्षमता कम होने लगती है। 
  • मांसपेशियां शिथिल (Loose) होने लगती हैं। 
  • जोड़ों में दर्द रहने लगता है।
  • वजन बढ़ सकता है।
  • हृदय का स्वास्थ बिगड़ सकता है। 

2. अपनी क्षमता से अधिक एक्सरसाइज करने से –

  • आप चुस्त-दुरुस्त होने की बजाए थके हुए दिखाई देते हैं।
  • आराम ना मिल पाने के कारण मांसपेशियों में दर्द रहने लगता है।
  • ठीक से नींद नहीं आती।
  • जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं।
  • व्यवहार में बदलाव आता है जैसे कि किसी से ठीक से बात ना करना। जल्दी-जल्दी गुस्सा आना।
  • पैरों में भारीपन महसूस होना। 

3. खाने पीने का ध्यान ना रखने से –

  • शरीर को हाइड्रेट रखने की जरूरत होती है यदि एक्सरसाइज करने से पहले और बाद में पानी पीने की जरूरत होती है। ऐसा ना करने पर शरीर में ना केवल पानी की बल्कि इलेक्ट्रोलाइट की भी कमी हो जाएगी।
  • खाली पेट एक्सरसाइज करने से मितली, उल्टी, पेट में गैस या डायरिया की समस्या हो सकती है। 

4. गलत एक्सरसाइज करने से या गलत मशीन/उपकरण के जरिए एक्सरसाइज करने से –

  • निश्चित रूप से शरीर को नुकसान होगा जैसे कि मांसपेशियों में खिंचाव, दर्द, शरीर में दर्द।
  • चोट लगने की संभावना रहती है।

हार्ट अटैक के कारण – Cause of Heart Attack

दोस्तो, ये जरूरी नहीं है कि हार्ट अटैक एक्सरसाइज करते समय ही आये। यह कभी भी सामान्य स्थिति में भी आ सकता है। हार्ट अटैक आने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं – 

1.  हृदय धमनियों (Coronary Arteries) में फैट का जम जाना, मुख्य कारण है। फैट जम जाने से रक्त प्रवाह में रुकावट आती है।

2. खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का बढ़ जाना।

3. मोटापा

4. हाई बल्ड प्रेशर

5. डाइबिटीज की समस्या 

6. हृदय के वाल्व खराब होना

7. छाती की रेडिएशन थेरेपी

8. धूम्रपान करना या तंबाकू का किसी अन्य रूप में सेवन करना।

9. शराब का अधिक सेवन, ड्रग्स या नशीली वस्तुओं का सेवन

10. सदमा लगना

11. बहुत अधिक खुशी सहन ना कर पाना।

12. तनाव, चिंता, अवसाद

13. शारीरिक गतिविधि ना करना

14. व्यायाम ना करना

15. दिल की अनियमित धड़कन

हार्ट अटैक पर विस्तार से जानकारी के लिए हमारा पिछला आर्टिकल “हार्ट अटैक से बचने के घरेलू उपाय” पढ़ें। 

जिम में हुईं मौतों का कारण – Cause of Death in Gym

दोस्तो, जिम में हुई मौतों के विवरण से यह तो स्पष्ट हो गया है कि इन मौतों का एक ही कारण है और वो है हार्ट अटैक। एक्सरसाइज करते हुए हार्ट अटैक की संभावना क्यों बनती है, इसके भी कारण वही हैं जो हमने ऊपर बताए हैं। इनके अतिरिक्त और भी कारण होते हैं जो हार्ट अटैक को ट्रिगर करते हैं। इन सबका विवरण निम्न प्रकार है –

1. जिद और गलती करना (Stubbornness and Mistake)- जिद इस बात की कि यदि आपसे अपनी क्षमता से अधिक वजन नहीं उठाया जा रहा है तो इसके बावजूद भी ओवर वेट लिफ्टिंग (over weight lifting) बार-बार करना। और गलती यह, कि ज्यादा एक्सरसाइज करना। 

ये दोनों ही बातें जीवन के लिए खतरा बन सकती हैं क्योंकि ऐसा करने से मांसपेशियां फट सकती हैं या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। 

2. होड़ और नासमझी (Spree and Mindlessness)- होड़ इस बात की कि सामने वाला व्यक्ति जब इतनी देर तक एक्सरसाइज कर सकता है तो मैं क्यों नहीं कर सकता, मैं इससे ज्यादा समय तक एक्सरसाइज करके दिखाउंगा। 

यही बात उसके शरीर की अपनी प्राकृतिक क्षमता को खा जाती है और नासमझी इस बात की कि वह सामने वाले की शारीरिक क्षमता को समझे बिना देर तक एक्सरसाइज करना शुरू कर देता है। और यह समझने लगता है कि ऐसा करने से उसके शरीर की क्षमता बढ़ जाएगी। यही बात उसको ले बैठती है और उसके जीवन का खतरा बन जाती है।

3. हृदय की धड़कन को हद से ज्यादा तेज करना (Palpitations)- कहा जाता है एक्सरसाइज के लिये अच्छी खुराक (डाइट) भी लेना बहुत जरूरी है। पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार के बिना एक्सरसाइज करना नुकसानदायक हो सकता है। दोस्तो, यहां प्रश्न यह उठता है बड़े-बड़े खिलाड़ी और अभिनेता आदि सिलेब्रिटीज के पास तो ना पैसे की कमी है, ना ही खाने पीने की और ना ही अच्छे ट्रेनर्स की तथा वे तो रेगुलर हैल्थ चैकअप भी कराते थे फिर उनको हार्ट अटैक क्यों आया? तो इसका बहुत ही सरल उत्तर है कि “हृदय की धड़कन को हद से ज्यादा तेज करना”।

इसका अर्थ है कि हृदय के धड़कने की एक सामान्य गति होती है, जब आप हद से ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं और बहुत देर तक बिना रुके लगातार करते हैं तो हृदय की धड़कन हद से ज्यादा तेज हो जाती है। इससे हार्ट अटैक और हार्ट फेलियोर का खतरा निश्चित हो जाता है। इसको इस तरह भी समझा जा सकता है कि हृदय को एक मोटर मानिए, जब मोटर को उसकी क्षमता से अधिक चलाया जाएगा तो वह बहुत जल्दी गर्म होकर फुंक जाएगी। 

4. ठीक से सांस ना लेना (Not Breathing Properly)- अक्सर देखा गया है कि जिम में एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग सांस रोक कर करते हैं जो कि गलत है। यह गलती जीवन पर भारी पड़ सकती है।

क्योंकि एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग करते समय जब सांस ठीक से नहीं चल रही होती है तब हृदय और फेफड़ों पर बहुत जोर पड़ता है। इसलिए एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग करते समय सांस ठीक से लेते और छोड़ते रहना चाहिए। 

5. रेस्ट ना करना (Do not Rest)- एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग बिना ब्रेक लिए लगातार करते रहना भी हार्ट फेलियोर और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। जब आप लगातार यह सब करते हैं तो मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है फिर उनको आराम की जरूरत पड़ती है।

चूंकि शरीर भी थक जाता है तो शरीर को भी रेस्ट चाहिए इसलिए एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेकर रेस्ट लेते रहें इससे मांसपेशियों और शरीर को आराम लेते रहना चाहिए। 

6. पर्याप्त नींद ना लेना (Not Getting Enough Sleep)- पर्याप्त नींद ना लेना भी स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है और जीवन के लिए खतरा बन सकता है। एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेकर रेस्ट करने से मांसपेशियों को आंशिक आराम आता है पूरा नहीं।

थकी हुई मांसपेशियों को पूरा आराम चाहिए इसके लिए जरूरी है कि रात को जल्दी सोयें ताकि 8 घंटे की पूरी नींद मिल सके। ऐसा करने से मांसपेशियों और शरीर की थकावट खत्म हो जाएगी और अगले दिन एक्सरसाइज के लिये तैयार होंगे।

7. अच्छी खुराक ना लेना (Poor Diet)- जिम में जाने वाले लोगों को लगता है कि बिना प्रोटीन पाउडर और स्टेरॉयड के उनकी बॉडी नहीं बनेगी। ये लोग और एथलीट्स संतुलित तथा पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने के बजाए प्रोटीन पाउडर और स्टेरॉयड का उपयोग बहुत अधिक करते हैं। माना कि ये बॉडी बनाने में अपना सहयोग देते हैं मगर इनका बहुत अधिक मात्रा में सेवन करना निश्चित रूप से हानिकारक होता है जोकि हार्ट अटैक की वजह बन सकते हैं। 

स्टेरॉयड का अधिक सेवन, हार्ट अटैक की संभावना में कई प्रतिशत तक की वृद्धि कर देता है। इसके अतिरिक्त लिवर, किडनी और अन्य अंगों पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। यह बात समझनी होगी कि जिम में चाहे कितनी भी एक्सरसाइज कर लो, संतुलित तथा पोषक तत्वों से भरपूर आहार वाली अच्छी डाइट के बिना आपकी बॉडी नहीं बनेगी। 

ये भी पढ़े- प्रोटीन पाउडर के फायदे

8. चिकित्सकीय स्थितियां जैसे कि जिम आने वाले व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज की शिकायत होना या पहले से ही हार्ट से जुड़ी कोई समस्या होना, या कभी छाती की रेडियो थेरेपी होना, खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा होना, जंक फूड खाने की आदत आदि हार्ट अटैक की बड़ी वजह हैं।

9. शरीर बहुत मोटा या बेहद पतला होना।

10. धूम्रपान, शराब, ड्रग्स या नशीले पदार्थों का आदि होना।

जिम में होने वाले हार्ट अटैक से बचाव – Gym Heart Attack Prevention

दोस्तो, अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित उपाय जिनको अपना कर हार्ट अटैक या हार्ट फेलियोर की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है – 

1. सही जिम का चुनाव (Choosing the Right Gym)- सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि जिम ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डीफिब्रिलेटर डिवाइस से लैस हो या फिर इसमें कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन में ट्रेंड कर्मचारी हों। ये कर्मचारी हमेशा हार्ट अटैक से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार होते हैं।

2. चिकित्सीय स्थिति (Medical Condition)- यदि किसी को हार्ट से संबंधित कोई रोग पहले से ही है या हाई ब्लड प्रेशर है या डाइबिटीज है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है, धूम्रपान करता है या शराब का आदि है तो जिम ज्वाइन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले। यदि ऐसा नहीं किया है तो जिम इंस्ट्रक्टर को सब कुछ साफ बता दे।

3. संतुलित आहार (Balanced Diet)- संतुलित आहार बहुत महत्वपूर्ण बिंदु है। प्रोटीन पाउडर या स्टेरॉयड लेने से ही काम नहीं चलेगा। संतुलित तथा पोषक तत्वों से भरपूर आहार वाली अच्छी डाइट लेना बेहद जरूरी है। कुछ लोग सोचते हैं कि कार्बोहाइड्रेट्स लेने से उनका वजन बढ़ जाएगा, मगर ऐसा नहीं है। प्रोटीन के साथ-साथ हैल्दी फैट, कार्बोहाइड्रेट्स लेना भी बहुत जरूरी हैं।

संतुलित आहार का मतलब है सब कुछ बराबर की मात्रा में लेना, फिर चाहे वह प्रोटीन हो, कार्बोहाइड्रेट्स हों या फैट। इससे आपके शरीर में एनर्जी बनी रहेगी। मछली, अखरोट, सोयाबीन और बादाम जैसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। आहार में आइकोसा-पेंटानोइक एसिड, ओमेगा-3 तथा अल्फा-लिनोलिक एसिड का भरपूर मात्रा में सेवन करने से हार्ट अटैक का जोखिम काफी कम रहता है।

4. खाली पेट एक्सरसाइज ना करें (Do not Exercise Empty Stomach)- खाली पेट जिम में जाकर एक्सरसाइज करने की गलती ना करें अन्यथा पेट में गैस, मितली, उल्टी, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना आदि की समस्या हो सकती है। पेट में गैस यदि छाती पर आ जाए तो हृदय के लिए जोखिम भरी हो सकती है।

5. पानी ले जाना ना भूलें (Don’t Forget to Bring Water)- कई लोगों को जिम में पानी लेकर जाना बहुत बड़ी आफ़त लगती है जबकि यह शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि हर मौसम में एक्सरसाइज करते समय प्यास लगती है। एक्सरसाइज करने से पहले पानी पीएं और एक्सरसाइज खत्म करने के बाद भी। 

बीच-बीच में एक-दो घूंट पानी पी सकते हैं। डिहाइड्रेशन की समस्या होने से शरीर में पानी की कमी के साथ-साथ पोटेशियम और सोडियम जैसे आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स की भी कमी हो जाती है। ये दोनों हृदय की सामान्य लय के लिए बेहद जरूरी हैं।

6. वार्मअप और स्ट्रेचिंग (Warm-up and Stretching)- एक्सरसाइज करने से पहले शरीर का तापमान बढ़ाना और मांसपेशियों को हल्का और लचीला रखने के लिये वार्मअप जरूर करें इससे एक्सरसाइज करने में सुविधा होगी। 

ठीक इसी प्रकार एक्सरसाइज खत्म करने के बाद 30 सेकेन्ड तक स्ट्रेचिंग करना ना भूलें। इससे शरीर में दर्द का अनुभव नहीं होगा। मोशन की रेंज तथा मोबेलिटी और शरीर को रिकवर करने में भी सहायता मिलेगी।

7. पहले कार्डियो एक्सरसाइज (First Cardio Exercise)- जिम में दो प्रकार की ट्रेनिंग होती हैं – कार्डियो ट्रेनिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग। पहले कार्डियो एक्सरसाइज करने के बाद रेगुलर एक्सरसाइज करें। वर्कआउट करने के बाद कार्डियो एक्सरसाइज ना करें। 

8. ट्रेडमिल और वेट लिफ्टिंग (Treadmill and Weight Lifting)- विशेषज्ञ और डॉक्टर ट्रेडमिल पर तेज दौड़ने की सलाह कभी नहीं देते। इनके अनुसार ट्रेडमिल पर पहले पांच मिनट बहुत कम स्पीड पर दौड़ना चाहिए फिर धीरे-धीरे स्पीड बढ़ानी चाहिए। यदि किसी ने नया-नया जिम ज्वाइन किया है तो वह हल्की वेट लिफ्टिंग करे फिर धीरे-धीरे हैवी वेट लिफ्टिंग करे। 

9. अकेले हैवी वेट ना उठाएं (Do not Lift Heavy Weights Alone)- अकेले हैवी वेट ना उठाने की गलती या भूल ना करें। इसके लिये ट्रेंड वेट लिफ्टर होते हैं जिनको बडि (Buddy) कहा जाता है। इनकी देखरेख में ही हैवी वेट उठाएं अन्यथा आपको छोटी से लेकर बड़ी और गंभीर चोट लग सकती है। 

10. सामान्य रूप से सांस लेते रहें (Keep Breathing Normally)- सांस रोक कर एक्सरसाइज और वेट लिफ्टिंग की गलती ना करें। ऐसा करने से फेफड़ों और हृदय को अपना काम करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ता है जिसका परिणाम भयंकर हो सकता है। इसलिये सामान्य रूप से सांस लेते रहें और सांस छोड़ते रहें। 

12. शारीरिक लक्षणों की ओर ध्यान दें (Pay Attention to Physical Symptoms)- दोस्तो, यह सबसे महत्वपूर्ण बिंदू है। आप लगातार एक्सरसाइज ना करें। बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें। छोटे-छोटे ब्रेक से शरीर में एनर्जी का संचार होता रहेगा। 

जब कभी आपको ये लगे कि एक्सरसाइज करने के दौरान आपकी सांस फूल रही है या कमजोरी महसूस हो रही है या बाएं कंधे में दर्द, गले में दर्द, कमर दर्द, जबड़े में दर्द, छाती में भारीपन, अधिक पसीना आना जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत एक्सरसाइज बंद कर दें और ट्रेनर को सूचित करें। ताकि आपको तुरंत प्राथमिक चिकित्सा दी जा सके और हार्ट अटैक जैसी दुर्घटना से बचा जा सके।

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको जिम में मृत्यु होने के कारण के  बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिम में हुईं मौतों का विवरण, जिम में चोट लगना और मौत, जिम जाने के फायदे, जिम जाने के नुकसान, हार्ट अटैक के कारण और जिम में हुईं मौतों का कारण, इन सब के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से जिम में होने वाले हार्ट अटैक से बचाव के उपाय भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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जिम में मृत्यु होने के कारण
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जिम में मृत्यु होने के कारण
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको जिम में मृत्यु होने के कारण के  बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिम में हुईं मौतों का विवरण, जिम में चोट लगना और मौत, जिम जाने के फायदे, जिम जाने के नुकसान, हार्ट अटैक के कारण और जिम में हुईं मौतों का कारण, इन सब के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
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One thought on “जिम में मृत्यु होने के कारण – Died in the Gym in Hindi

  1. It’s an unique, outgoing, informative and preventive Article. Dear DHC proud upon you. Keep it up👏👏👏

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