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कमर दर्द के घरेलू उपाय –  Home Remedies for Back Pain in Hindi

कमर दर्द के घरेलू उपाय

दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, कई लोगों के कमर पर एक चौड़ी पट्टी बंधी देखी होगी या किसी को हाथ पीछे ले जाकर कमर को दबाते हुऐ और पीड़ा का भाव उसके चेहरे पर देखा होगा। पूछने पर पता चलता है कि वह कमर दर्द से परेशान है। दोस्तो, कमर दर्द से कोई इक्का दुक्का ही नहीं बल्कि दुनियां में लाखों लोग परेशान हैं जबकि यह कोई बीमारी नहीं है बल्कि दर्द का लक्षण है जो पीड़ा का भाव बनकर चेहरे पर झलकता है। पहले कभी किसी वृद्ध व्यक्ति को बढ़ती उम्र की वजह से होता था परन्तु जैसे-जैसे सुविधाऐं बढ़ती गईं लोगों की जीवन शैली बदली, खानपान बदला और लोगों के स्वास्थ की स्थिति बदलती गई। आज यह हालत है कि कमर दर्द से पीड़ित एक व्यक्ति ढूंडो, हजार मिल जायेंगे।

आखिर इस समस्या का समाधान क्या है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “कमर दर्द के घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको कमर दर्द के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इससे राहत पाने के घरेलू उपाय क्या हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि कमर दर्द क्या है और यह कितने प्रकार का होता है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

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कमर दर्द के घरेलू उपाय
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कमर दर्द क्या है? – What is Back Pain?

दोस्तो, सरल शब्दों में कहा जाये तो कमर के किसी भी हिस्से में (ऊपर, बीच में या नीचे) किसी भी कारण से होने वाले दर्द को कमर दर्द कहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार कमर दर्द कोई रोग नहीं है अपितु लक्षणों का एक समूह है जिसके आरंभिक कारण स्पष्ट नहीं हैं। इसीलिये इसका निदान (diagnosis) करना भी मुश्किल होता है। यह एक आम समस्या है जो ज्यादातर गलत मुद्राओं (Posture), गलत या विलासिता पूर्ण या आलसी जीवन शैली के कारण होती है। विश्व में लाखों लोग कमर दर्द से पीड़ित हैं। यद्यपि लगभग 98 प्रतिशत कमर दर्द के मामलों में मेडिकल के हिसाब से कोई गंभीर बात नहीं होती लेकिन 2 प्रतिशत मामलों में गंभीर संक्रमण या मेटास्टेटिक कैंसर की संभावना रहती है। आज के युग में कमर दर्द किसी को भी हो सकता है चाहे वह बच्चा हो, व्यस्क या वृद्ध महिला या पुरुष। 

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कमर दर्द कितने प्रकार का होता है? – What are the Types of Back Pain?

दोस्तो, चिकित्सा की शब्दावली में कमर दर्द को मुख्य रूप से चार हिस्सों में बांटा जा सकता है। विवरण निम्न प्रकार है – 

1.  मैकेनिकल (Mechanical)-  यह इंटरवर्टेब्रल डिस्क या नरम ऊतकों के कारण होता है। रीढ़ की हड्डी का सिकुड़ना, स्लिप डिस्क जैसी समस्याऐं अक्सर इस दर्द का कारण बनती हैं। यह 4 से 6 हफ्तों तक रह सकता है।  

2. इन्फ्लेमेटरी(Inflammatory) – सूजन इसका मुख्य कारण होती है। जोड़ों से संबंधित पुरानी बीमारी, रीढ़ की हड्डी में सूजन (Spondylitis) भी इसके कारण होते हैं।

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3. ऑन्कोलॉजी (Oncology)- नर्व का संकुचन या दबाव और मैरो कैंसर (Cancers of the Marrow) इसके कारण हो बनते हैं।

4. संक्रामक (Contagious)- रीढ़ या डिस्क से संबंधित किसी संक्रमण और स्पाइन में घाव हो जाने के कारण यह दर्द बनता है।

कमर दर्द से प्रभावित होने वाले भाग – Areas Affected by Back Pain.

दोस्तो, कमर दर्द जिन हिस्सों को प्रभावित करता है उनको निम्नलिखित तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है :-

1. कमर के निचले हिस्से में दर्द (Lower Back Pain)- यह कमर का सबसे सामान्य प्रकार का दर्द होता है। रीढ़ और रीढ़ के आसपास का हिस्सा जैसे नितंब, ऊपरी जांघ और कमर का एरिया प्रभावित होता है। इस दर्द को लम्बर या कोक्सीडीनिया (टेलबोन या सेक्रल दर्द) कहा जाता है। 

2. कमर के बीच में दर्द (Pain in the Middle of the Waist)- यह भी कमर दर्द का सामान्य रूप है। यह लम्बर के एरिया के बीच के हिस्से के साथ-साथ सर्वाइकल को भी प्रभावित करता है। इसे थोरेसिक कहा जाता है। 

3. कमर के ऊपरी हिस्से में दर्द (Upper Back Pain)- यह कमर के ऊपर गर्दन और रीढ़ को प्रभावित करता है। इसमें गर्दन और कंधे के हिस्से में अकड़न होती है। इसी को सर्वाइकल दर्द कहा जाता है।  

कमर दर्द के कारण – Reasons of Back Ache

दोस्तो, कमर दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं जो निम्न प्रकार हैं – 

1. जहां तक महिलाओं की बात है तो मासिक धर्म, प्रजनन अंगों में संक्रमण, एनीमिया, श्वेत प्रदर, रक्त प्रदर,  रजोनिवृति, हाई हील्स और पेंसिल हील्स कमर दर्द के मुख्य कारण होते हैं। महिलाओं में कमर दर्द के बारे में विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “महिलाओं में कमर दर्द के घरेलू उपाय” पढ़ें। इनके अतिरिक्त कुछ ऐसे कारण होते हैं जो महिला, पुरूष सभी में कमर दर्द का कारण बनते हैं, इनका जिक्र आगे है। 

2. अपनी क्षमता से अधिक भारी वस्तुओं को बार-बार उठाना।

3. एकदम झटके से उठना, बैठना और खड़े होना। 

4. गलत मुद्रा, चलते, उठते, बैठते, खड़े होते, लेटते, झुकते हुऐ गलत मुद्रा (Posture) में रहना। 

5. तनाव  

6. मांसपेशियों में खिंचाव

7. चोट लगना। 

8. जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या।

9. साइटिक नर्व का क्षतिग्रस्त होना या इस पर दबाव पड़ना।

10. शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी। 

11. स्लिप डिस्क, रीढ़ की हड्डी से संबंधित रोग, रीढ़ की हड्डी का सिकुड़ना।

12. गंभीर बीमारियां

13. नरम गद्दे पर सोना

14. लगातार एक, दो घंटे से ज्यादा बैठे रहना।

15. शारीरिक गतिविधि का कम होना या नहीं के बराबर होना।

16. गैस की समस्या और वजन बढ़ना।

कमर दर्द के लक्षण – Back Pain Symptoms

कमर दर्द के निम्नलिखित लक्षण प्रकट हो सकते हैं। 

1. कमर में दर्द होना तो प्रमुख लक्षण है। कमर के ऊपर, नीचे, बीच में कहीं भी दर्द हो सकता है। कारण के आधार पर लक्षण प्रकट होते हैं।

2. रीढ़ की हड्डी में भी दर्द हो सकता है।

3. गर्दन में दर्द हो सकता है।

4. नितंबों में दर्द हो सकता है। 

5. एक या दोनों पैरों में दर्द हो सकता है जैसा कि साइटिका में होता है। 

6. दर्द के कारण, उठने, बैठने, चलने व, झुकने में दिक्कत हो सकती है। 

7. मूड में परिवर्तन आ सकता है जैसे  चिड़चिड़ापन, तनाव या डिप्रेशन।

कमर दर्द का डॉक्टरी इलाज – Back Pain Medical Treatment

कमर दर्द का डॉक्टरी इलाज व्यक्ति की उम्र, कारण और लक्षणों के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। सामान्यतः डॉक्टर निम्नलिखित विधि अपनाते हैं –

1. दवाऐं (Medicines)- दवाओं में डॉक्टर पेनकिलर देते हैं। लगाने के लिये ऑइंटमेंट दे सकते हैं। टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर विटामिन-डी के सप्लीमेंट या कैल्शियम की गोलियां खाने की सलाह देते हैं। 

2. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)- कई मामलों में जैसे कि दर्द ज्यादा हो और दवाओं से भी काबू में नहीं आ रहा हो, तो डॉक्टर फिजियोथेरेपी की सलाह देते हैं। इसमें हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, मशीनों द्वारा और Manual मालिश और हीट थेरेपी आदि शामिल होते हैं।  

3  सर्जरी (Surgery)- सर्जरी बहुत ही दुर्लभ और गंभीर मामलों में की जाती है। यह अंतिम विकल्प होता है। रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्या, साइटिक आदि मामलों में सर्जरी जरूरी हो जाती है।  

ये भी पढ़े – साइटिका का घरेलू उपाय

कमर दर्द के घरेलू उपाय – Home Remedies for Back Pain

अब बताते हैं आपको कमर दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय जो निम्न प्रकार हैं। 

1. मेथी का तेल (Fenugreek Oil)- कमर दर्द से राहत पाने के लिये मेथी के दानों को सरसों के तेल में डालकर तलें जब तक कि इनका रंग काला ना हो जाये। इसका मतलब है कि मेथी के दानों ने अपना प्रभाव सरसों के तेल में छोड़ दिया है। इस तेल से कमर की मालिश करें। इससे दर्द खत्म हो जायेगा, मांसपेशियां और हड्डियां भी मजबूत बनेंगी। 

2. खसखस(Poppy Seed)- खसखस को कमर दर्द के लिये रामबाण उपाय माना जाता है। दो चम्मच खसखस के बीजों का पाउडर और दो चम्मच पिसी हुई मिश्री को एक गिलास दूध में मिलाकर रोजाना सुबह और शाम पीयें। या विकल्प के तौर पर खसखस और काली मिर्च बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर तैयार कर लें। यह 10 ग्राम पाउडर लेकर एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर सुबह और शाम को पीयें। 

3. तिल का तेल (Sesame Oil)- तिल का तेल कमर दर्द से छुटकारा दिलाने के लिये एक अच्छा विकल्प है।  तिल के तेल को गुनगुना (सहन करने लायक) हल्का गर्म कर लें। इस तेल से कमर की मालिश करें। इस तेल की मालिश सप्ताह में तीन दिन अवश्य करें। इससे कमर दर्द में बहुत जल्दी आराम लग जायेगा।

4. अदरक (Ginger)-  कमर दर्द में अदरक एक उत्तम उपाय है। अदरक के कुछ टुकड़े लेकर कूट कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को कमर पर लगा कर थोड़ा सा नीलगिरी का तेल लगायें। कमर का सारा दर्द खिंच जायेगा। इसके अतिरिक्त एक चम्मच अदरक पाउडर या अदरक कूट कर पानी में अच्छी तरह उबालें, उबालते समय इसमें आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर और एक चम्मच लौंग का पाउडर डाल दें। उबल जाने पर इसे छानकर, हल्का ठंडा होने पर चाय की तरह पीयें। आप चाहें तो स्वाद के लिये इसमें आधा चम्मच शहद भी मिला सकते हैं। इसके अलावा आप अदरक के तेल से कमर की मालिश भी कर सकते हैं।   

ये भी पढ़े – अदरक के फायदे और नुकसान

5. लहसुन और सरसों का तेल (Garlic and Mustard Oil)- 4-5 लहसुन की कलियां, 2-3 लौंग या थोड़ी सी अजवायन को सरसों के तेल में डालकर तब तक पकायें जब तक कि लहसुन काला ना पड़ जाये। फिर इसे उतार कर छान लें। गुनगुना सा ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें। सरसों के तेल के बजाय आप नारियल तेल या तिल का तेल भी ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 लहसुन की कच्ची कलियां खायें। 

6. हल्दी (Turmeric)- हल्दी में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो सूजन के कारण होने वाली आर्थराइटिस में फायदा पहुंचाते हैं। आर्थराइटिस भी कमर में दर्द का कारण हो सकता है, इसलिये एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रात को सोने से पहले पीयें। इसे हफ्ते में तीन दिन पी सकते हैं। 

7. तुलसी (Basil)- कमर दर्द के लिये तुलसी का तेल भी लगाकर मालिश करें। मालिश दिन में दो बार करें। इसके अतिरिक्त  एक गिलास भर पानी में तुलसी की 8-10 पत्तियों को तब तक उबालें जब तक कि यह पानी आधा ना रह जाये। इसे छानकर इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर चाय की तरह पीयें। यदि शहद नहीं डालना तो हल्का सा नमक डालकर, ठंडा करके पीयें। इसे दिन में दो, तीन बार पी सकते हैं।  

8. खजूर (Date)- रोजाना 5 खजूर दूध में उबालें और इसमें 2 ग्राम मेथी पाउडर मिला कर पीयें।  कमर दर्द में आराम आ जायेगा। 

9. कमल ककड़ी (Lotus Cucumber)- कमल ककड़ी भी कमर दर्द से आराम दिलाती है। कमल ककड़ी के पाउडर को दूध में उबाल कर पीयें।

10. भुने चने और किशमिश (Roasted Chickpeas and Raisins)- कमर दर्द से छुटकारा पाने  के लिये रोजाना सुबह खाली पेट, भुने हुऐ चने और किशमिश खायें। कुछ ही दिनों में आराम आ जायेगा।  

11. दूध (Milk)- दूध विटामिन-डी और कैल्शियम का भरपूर स्रोत होता है। ये दोनों ही हड्डियों और मांसपेशियों के लिये महत्वपूर्ण और जरूरी होते हैं। शरीर में विटामिन-डी और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा, कमर दर्द को रोकने और यदि है तो उसे कम करने में मदद करती है। रोजाना सुबह और शाम को दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीयें। यह बढ़ती उम्र में तो बहुत जरूरी है। कमर दर्द की शिकायत होने पर एक गिलास दूध में एक चम्मच चीनी और एक चम्मच खसखस ग्रास पाउडर मिलाकर दिन में दो बार पीयें। 

12. सेंधा नमक (Epsom Salt) – सेंधा नमक दर्द और सूजन को कम करने का काम करता है। इसमें प्राकृतिक रूप से कैल्शियम, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम जैसे 90 से ज्यादा खनिज पाये जाते हैं। पानी में घुलने पर इसके प्राकृतिक गुण सक्रिय हो जाते हैं। कमर दर्द की शिकायत होने पर गर्म पानी में सेंधा नमक मिला लें। अब एक तौलिया लेकर, इसमें डुबोकर, निचोड़कर कमर पर रख लें। थोड़ी देर में इसे दुबारा पानी में डालकर कमर पर रखें, बार-बार रह प्रक्रिया दोहरायें। इसका सेक कमर में लगता रहेगा और दर्द में आराम आ जायेगा। नहाने के लिये भी पानी में सेंधा नमक मिलाकर नहायें। 

13. बर्फ़ की सिकाई (Ice Training)- जिस प्रकार गर्म सिकाई से कमर दर्द में आराम लगता है, उसी प्रकार ठंडी सिकाई से भी कमर के दर्द से राहत मिलती है। किसी कपड़े में कुटी हुई बर्फ़ बांधकर कमर पर दर्द वाली जगह पर रखकर 15-20 मिनट के लिये छोड़ दें। या सिकाई करने वाली बोतल में बर्फ़ या चिल्ड वाटर भरकर कमर की सिकाई करें। इसे दिन में दो बार करें। कमर दर्द में आराम लग जायेगा। 

14. योगासन (Yoga Asanas)- कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिये आप  योगासन की भी मदद ले सकते हैं। इसके लिये प्रशिक्षित योग गुरु की देखरेख में भुजंगासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, मार्जरी आसन, अधोमुख श्वानासन और उष्ट्रासन कर सकते हैं।

ये भी पढ़े – Yoga से Back Pain कैसे दूर करे

कमर दर्द से बचाव – Back Pain Relief

हम कुछ निम्नलिखित टिप्स बता रहे हैं जिनको अपनाकर कमर दर्द से बचा जा सकता है –

1. धूम्रपान करते हैं तो तुरन्त छोड़ें। इससे अनेक बीमारियां बनती हैं जिनमें से कुछ का प्रभाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कमर पर पड़ता है।

2. कभी भी एकदम झटके से ना उठें, ना बैठें और ना खड़े हों। खड़े होने, चलने और बैठने का सही पॉस्चर बनाये रखें।

3. कुर्सी पर सीधे बैठें, आपकी कमर कुर्सी की बैक से लगनी चाहिये। कुर्सी पर बैठने पर आपके पैर जमीन पर टच होने चाहियें। 

4. अपने पॉस्चर का ध्यान रखें, गलत तरीके से ना झुकें। किसी भी वस्तु सही तरीके से उठायें। इसके लिये घुटनों को मोड़कर पीठ को सीधा रखें। ऐसा करने से सारा वजन कूल्हे और पैरों पर आयेगा, पीठ पर नहीं। 

5. बिस्तर पर भी बैठते हुऐ सीधे बैठें। कमर को दीवार/तकिया का सहारा दें।

6. अपनी क्षमता से अधिक वजन ना उठायें। गलत तरीके से वजन ना उठायें। वजन उतना ही उठायें जितना में आप सक्षम हों और आपको असुविधा ना हो। 

7. लगातार एक घंटे से ज्यादा ना बैठें, बीच-बीच में ब्रेक लें। 

8. कार चलाते समय भी आपकी कमर सीधी होनी चाहिये, सीट से लगी हो। कार की सीट मुलायम ना होकर सख्त होनी चाहिये।

9. Long Drive पर जाते समय ज्यादा देर तक लगातार ड्राइव ना करें। एक, डेढ़ घंटे बाद या 100 कि. मीटर गाढ़ी चलाने के बाद कम से कम आधा घंटे का ब्रेक लेना बेहतर होगा। इससे आपको और गाढ़ी दोनों को rest मिल जायेगा।

10. योग और एक्सरसाइज विशेषज्ञों की देखरेख में करें।

11. विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करें। 

12. स्वास्थ संबंधित समस्या होने पर तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको कमर दर्द के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कमर दर्द क्या है, कमर दर्द कितने प्रकार का होता है, कमर दर्द से प्रभावित होने वाले भाग, कमर दर्द के कारण, कमर दर्द के लक्षण और कमर दर्द का डॉक्टरी इलाज, इन सब के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से कमर दर्द के बहुत सारे घरेलू उपाय बताये और कमर दर्द से बचाव कुछ टिप्स भी दिये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको कमर दर्द के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कमर दर्द क्या है, कमर दर्द कितने प्रकार का होता है, कमर दर्द से प्रभावित होने वाले भाग, कमर दर्द के कारण, कमर दर्द के लक्षण और कमर दर्द का डॉक्टरी इलाज, इन सब के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया है।
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