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पायरिया के घरेलू उपाय – Home Remedies for Pyorrhea in Hindi

पायरिया के घरेलू उपाय

दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बतायेंगे जिससे बचाव केवल हमारे ही हाथों में है। और यदि हो जाये तो भी इसको ओरल हाइजीन और कुछ घरेलू उपाय अपनाकर दूर किया जा सकता है। कई लोगों के मुंह से, सांसों से बदबू आती है, दांतों और मसूड़ों से खून आता है या पस आती है। ऐसे लोगों का खाना भी खराब हो जाता है वे ढंग से भोजन नहीं कर सकते क्योंकि भोजन करते समय उनके दांतों में दर्द होता है। इसमें गलती दांतों की नहीं है बल्कि खुद की है जो दांतों की नियमित रूप से सफाई नहीं करते। परिणामस्वरूप मुंह के बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं फिर जबड़े की हड्डी गलने लगती है और यहीं से शुरुआत होती है गंभीर बीमारी की जिसे पायरिया या पीरियोडोंटाइटिस कहा जाता है। आखिर इससे बचा कैसे जाये और इससे राहत पाने के क्या उपाय हैं। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “पायरिया के घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको पायरिया के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इसके छुटकारा पाने के क्या घरेलू उपाय हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि पायरिया क्या है और इसके क्या कारण होते हैं। इसके बाद फिर बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

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पायरिया के घरेलू उपाय
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पायरिया क्या है? – What is Pyorrhea?

दोस्तो, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मुंह में 700 प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं और इनकी संख्या करोड़ों में होती है। यदि नियमित रूप से मुंह, दांत, मसूड़े और जीभ की सफाई ना की जाये तो ये बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों को क्षति पहुंचाते हैं। ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे दांतों के इर्द-गिर्द जमने लगते हैं जब हम भोजन करते हैं तो भोजन के कण दांतों के बीच फंस जाते हैं और यदि इनको भोजन करने के बाद ब्रश से साफ़ ना किया जाये तो ये बैक्टीरिया उस भोजन को खाते हैं और शक्तिशाली बनते जाते हैं। ये बैक्टीरिया मसूड़े, जबड़े की हड्डी को और दांतों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। फिर धीरे-धीरे हड्डी गलना शुरू हो जाती है, इसी स्थिति को पायरिया (Pyorrhea) या पीरियोडोंटाइटिस (Periodontitis) कहते हैं जो कि मसूड़ों की गंभीर बीमारी होती है। विश्व में 90 प्रतिशत लोग पायरिया से पीड़ित हैं। यदि ओरल हाइजीन का ध्यान रखा जाये तो इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। 

पायरिया होने के कारण – Cause of Pyorrhea

पायरिया होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं –

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1. धूम्रपान करना या तंबाकू का किसी अन्य रूप में सेवन करना।

2. रोजाना ब्रश ना करना या गलत तरीके से ब्रश करना।

3. भोजन के कणों को निकालने के लिये टूथपिक, सेफ्टी पिन या किसी नुकीली वस्तु का उपयोग करना।

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4. खानपान का गलत तरीका या अनुचित भोजन करना।

5. मोटापा या महिलाओं में होने वाले हार्मोन परिवर्तन।

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6. टाइप 2 डायबिटीज

7. डायबिटीज की कुछ दवाओं का प्रभाव जो लार के प्रवाह को कम कर देती हैं।

8. एचआईवी और ल्यूकेमिया की स्थिति जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती है।

9. भोजन में पोषक तत्वों की कमी और विटामिन-सी की कमी वाले खाद्य पदार्थ। 

10. आनुवंशिकता। 

पायरिया के लक्षण – Symptoms of Pyorrhea

पायरिया के निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते   हैं –

1. मसूड़ों में सूजन और लालिमा।

2. मसूड़ों से खून आना।

3. मसूड़ों और दांतों में दर्द रहना। 

4. मसूड़ों और दांतों से मवाद आना।

5. मुंह और सांस से बदबू आना। 

6. ब्रश करते हुऐ मसूड़ों से खून आना।

7. मुंह का स्वाद खराब होना।

पायरिया के घरेलू उपाय – Home Remedies for Pyorrhea

दोस्तो, अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित घरेलू उपाय जिनको अपनाकर पायरिया से राहत पाई जा सकती है। 

1. नीम (Neem Tree)- दोस्तो, नीम को इसके औषधीय गुणों के कारण वृक्षराज कहा जाता है। पुराने समय में लोग नीम या बबूल की ताजा डंडी तोड़ कर दातुन किया करते थे इसी कारण उनके दांत निरोग रहते थे। टूथपेस्ट आने से सारा कल्चर ही बदल गया। यद्यपि अभी भी नीम की दातुन बाजार में मिल जाती हैं मगर मगर बहुत ही कम लोग इनका उपयोग करते हैं और वे ताजा भी नहीं होतीं। पायरिया के मामले में नीम या बबूल की दातुन, जैसी भी मिले, करनी चाहिये। इससे पायरिया में आराम लगेगा। दूसरा विकल्प है कि नीम की पत्तियों को पीसकर इसका रस निकालकर, दांतों की जड़ों और मसूड़ों में लगायें और 5-10 मिनट बाद गर्म पानी ने कुल्ला कर लें। इससे पायरिया रोग जड़ से ही खत्म हो जायेगा। 

2. अमरूद (Guava)- अमरूद औषधीय गुणों से सम्पन्न होता है। में फाइबर और विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा होती है। पायरिया की समस्या में अमरूद बेहद फायदेमंद होता है। अमरूद के पत्तों को धोकर चबायें और चबा-चबाकर थूकते रहें इससे मसूड़ों का सारा बैक्टीरिया मर जायेगा। यदि अमरूद के पत्ते चबाने में आपको अच्छा ना लगे तो विकल्प स्वरूप आप कच्चा अमरूद नमक लगाकर खायें। इसे मसूड़ों की मसाज हो जायेगी, बैक्टीरिया खत्म होगा और दांतों में मजबूती आयेगी। पायरिया से मुक्ति मिल जायेगी। 

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3. प्याज (Onion)- पायरिया की समस्या या दांतों में कीड़ा लगने की समस्या में प्याज को रामबाण उपचार माना जाता है। यह चमत्कारी तरीके से अपना प्रभाव दिखाती है। दांतों और मसूड़ों की समस्या में प्याज का एक तवे पर गर्म करके दांतों के बीच में दबा कर मुंह बंद कर लें। थोड़ी देर में मुंह लार बननी शुरू हो जायेगी। इस लार को मुंह में चारों और घुमाकर थूक दें। इस प्रक्रिया को रोजाना 3-4 बार करें एक हफ्ता तक। पायरिया से राहत मिल जायेगी, दांतों के कीड़े मर जायेंगे, दर्द खत्म हो जायेगा और मसूड़े  मजबूत बनेंगे।

4. नींबू (Lemon)- नींबू विटामिन-सी से भरपूर होता है। इसके फायदे मुंह के स्वास्थ जैसे मुंह से बदबू आना और दांतों की समस्या में भी देखे गये हैं। एक नींबू काटकर, आधे नींबू का रस निकालकर दांतों और मसूड़ों पर लगायें तथा नींबू  के छिलके से मसूड़ों की मसाज करें। इससे कुछ ही दिनों में पायरिया की समस्या में आराम लग जायेगा। 

5. हल्दी (Turmeric)- हल्दी औषधीय गुणों से समृद्ध होती है। यह पोषक तत्वों के अतिरिक्त एंटी-ऑक्सीडेंट,  एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुणों से भरपूर होती है। पायरिया की समस्या से राहत पाने के लिये हल्दी का उपयोग निम्न प्रकार कर सकते हैं –

(i)  सरसों के तेल में थोड़ा सा हल्दी पाउडर और चुटकी भर नमक मिलाकर दांतों और मसूड़ों पर लगाकर मसाज करें और गर्म पानी से कुल्ला कर लें। इसे दिन में दो बार करें।  

(ii)  हल्दी पाउडर में बराबर मात्रा में त्रिफला, सेंधा नमक और सरसों का तेल मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगाकर मसाज करें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें। 

(iii) 1 कप साफ पानी में 1 चम्मच हल्दी पाउडर, 1 चम्मच लौंग पाउडर डालकर धीमी आंच में 10-15 मिनट तक उबालें। इसे छानकर इसमें 2-3 बूंद पुदीने का रस डाल कर किसी एयरटाइट डिब्बे में रख लें। प्रतिदिन इस पानी से 1 मिनट तक कुल्ला करके थूक दें। 

6. अदरक (Ginger)- अदरक भी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। अदरक में जिंजेरॉल नामक कार्बनिक यौगिक होता है और जिंजेरॉल में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो पायरिया के बैक्टीरिया के विरुद्ध लड़ते हैं। अदरक को पीसकर इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से टूथब्रश की मदद से दांतों को साफ करें और गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा हफ्ते में एक या दो बार करें। 

7. तुलसी (Basil)- तुलसी में पाये जाने वाला एंटीप्लाक प्रभाव पायरिया की समस्या से राहत दिला सकता है। तुलसी में मौजूद एंटी-जिंजिवाइटिस गुण मसूड़ों की सूजन को ठीक करके पायरिया के इलाज में मददगार होते हैं। पायरिया के लिये तुलसी की पत्तियों को सुखाकर, पीसकर इनका पाउडर बना लें। एक चम्मच यह पाउडर लेकर इसमें एक चम्मच सरसों का तेल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को टूथब्रश की मदद से दांतों और मसूड़ों पर लगाकर ब्रश करें। तुलसी की पत्तियों को उबालकर इसके पानी से कुल्ला करें। इसे हफ्ते में दो बार करें। या तुलसी की पत्तियों का रस निकालकर इसे माउथवॉश के रूप में उपयोग करें।

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8. लौंग (Cloves)- लौंग में एंटीप्लाक, एंटीजिंजिवाइटिस और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो पायरिया के उपचार और रोकथाम में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। लौंग का इस्तेमाल करने के लिये 6-7 लौंग को बारीक पीसकर इसमें 2-3 बूंद लेमन ग्रास ऑयल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को टूथब्रश की मदद से दांतों और मसूड़ों में लगाकर ब्रश करें। फिर पानी से कुल्ला कर लें। 

9. काली मिर्च (Black Pepper)- काली मिर्च में पाइननेस (pinenes), डी-लिमोनीन और कैरोफिललाइन जैसे यौगिक (Compound) होते हैं जो मसूड़ों से खून आने की समस्या को खत्म करने में मदद करते हैं। पायरिया की समस्या से राहत पाने के लिये रात को 10-12 काली मिर्च पानी में भिगोकर रख दें, सुबह इनको पीसकर पेस्ट बना लें। इसमें दो बूंद लेमन ग्रास ऑयल मिलाकर इस पेस्ट को टूथब्रश की सहायता से दांतों और मसूड़ों में लगाकर ब्रश करें। बाद में पानी से कुल्ला कर लें। इसे हफ्ते में एक बार करें। 

10. बेकिंग सोडा (Baking Soda)- बेकिंग सोडा में डेंटिफ्राइस (dentifrices) नामक गुण मौजूद होता है जो दांतों से प्लाक और मसूड़े की सूजन को कम करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। एक छोटी चम्मच बेकिंग सोडा लेकर इसमें कुछ बूंदें पानी की मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से दांतों और मसूड़ों की मसाज करें बाद में पानी से कुल्ला कर लें। इसे हफ्ते में दो बार करें। 

11. नमक और सरसों का तेल (Salt and Mustard Oil)- भारत में बिना किसी रोग के भी नमक और सरसों के तेल के मिश्रण से दांत साफ़ करने का बहुत पुराना, पारम्परिक और लोकप्रिय तरीका रहा है। इससे दांतों का पीलापन खत्म होता है और मसूड़े मजबूत होते हैं। नमक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण  मसूड़ों की सूजन को कम करके, पायरिया की समस्या से राहत दिलाते हैं। एक छोटी चम्मच नमक लेकर इसमें कुछ बूंदें सरसों के तेल की मिलाकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को उंगली की सहायता से दांतों और मसूड़ों पर लगाकर मसाज करें। बाद में गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। 

12. नारियल तेल(Coconut Oil) – नारियल के तेल में लॉरिक एसिड (Lauric Acid) होता है और इस एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जो पायरिया की समस्या को खत्म करने में मदद करते हैं। नारियल तेल की 5-6 बूंद एक कप पानी में मिक्स करलें। इस पानी को मुंह में भरकर मुंह में घुमायें और कुछ मिनट तक मुंह में रोक कर रखें। फिर इसे बाहर निकाल दें और माउथवॉश से मुंह साफ कर लें। इसे हफ्ते में एक बार करें। 

13. टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil)- टी ट्री ऑयल का उपयोग पायरिया के जोखिम को कम करने के लिये किया जा सकता है। टी ट्री ऑयल में भी एंटीप्लाक, एंटीजिंजिवाइटिस, और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं।  इस ऑयल का भी उपयोग नारियल तेल की तरह ही करना है। इसकी 5-6 बूंदों को एक कप पानी में मिलाना है, इसमें थोड़ा सा नमक डालना है और इस पानी को मुंह में भरकर मुंह में घुमाना है। इसे कुछ देर मुंह में भरकर रखना है। फिर इसे बाहर निकाल दें। इसे हफ्ते में एक बार करें। 

14. लेमन ग्रास ऑयल (Lemon Grass Oil)- लेमन ग्रास ऑयल में सिट्रोनेलोल, डी-लिमोनीन और गेरान्योल जैसे यौगिक होते हैं जो पायरिया की गंभीर स्थिति उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया को रोकने में सहायता करते हैं। इसके अतिरिक्त प्लाक की वजह से बढ़े हुऐ पायरिया के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। पायरिया के उपचार के लिये लेमन ग्रास ऑयल की कुछ बूंदों को एक कप पानी में मिलायें और मुंह में भरकर अच्छी तरह घुमायें। फिर इसे कुछ मिनट तक मुंह में रोक कर रखें। बाद में इसे बाहर निकाल दें और साफ़ पानी से मुंह साफ़ कर लें। 

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पायरिया में क्या खाना चाहिए? – What to eat in Peoria?

दोस्तो, पायरिया होने की स्थिति में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें –

1. विटामिन-सी युक्त फलों का सेवन करें जैसे अंगूर, संतरे, मौसमी आदि। फलों का जूस भी ले सकते हैं। कार्बनिक सब्जियां खायें। 

2. पायरिया के मरीजों को पानी का विशेष ध्यान रखना चाहिये। हमेशा प्यूरिफाइड पानी ही पीना चाहिये।

3. अपने भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें जैसे सैल्मन मछली या अखरोट आदि।

4. दही का सेवन करें। दही में पाये जाने वाले अच्छे बैक्टीरिया पायरिया और मुंह की बदबू की संभावना को खत्म करने में सक्षम होते हैं। 

5. भोजन में उच्च गुणवत्ता वाले फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। 

6. अप्रसारित खाद्य पदार्थ जो पोषक तत्वों से समृद्ध खाद्य पदार्थों को शामिल करें जैसे अंकुरित नट्स और बीज। 

पायरिया में क्या नहीं खाना चाहिए? –  What should not be eaten in Peoria?

दोस्तो, पायरिया की स्थिति में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिये –

1. मीठे फल।

2.  ड्राई फ्रूट्स

3. आलू के चिप्स 

4. खट्टे स्वाद वाली कैंडी, टॉफी

5. कार्बोनेटेड ड्रिंक्स

6. एल्कोहल

7. तंबाकू वाली वस्तुऐं

8. सफेद ब्रेड

9. बर्फ़

10. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे सफेद आटा, सफेद चावल, पास्ता, कुकीज़, केक, प्रोसेस्ड फूड आदि। 

स्वस्थ मसूड़ों के लिये टिप्स – Tips for Healthy Gums

दोस्तो, अब आपको बताते हैं दांतों और मसूडों के स्वास्थ के लिये कुछ निम्नलिखित टिप्स –

1. सबसे पहले स्मोकिंग बंद करें।

2. अल्कोहल का इस्तेमाल बहुत कम करें।

3. नियमित रूप से दिन में दो बार दांतों को ब्रश करें।

4. सॉफ्ट ब्रिसलब्रश का उपयोग करें।

5. प्रत्येक 3-4 महीने में टूथब्रश को बदलना चाहिये 

6. कोशिश करें कि फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग किया जाये। 

7. बेहतर होगा कि नीम की दातुन करें।

8. भोजन के कणों को रिमूव करने के लिये टूथपिक, सेफ्टी पिन या किसी नुकीली वस्तु का उपयोग ना करें।

9. दांतों और मसूड़ों की कोई भी समस्या होने पर तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करें। 

10. साल में दो बार दांतों को चेक करवायें। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको पायरिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पायरिया क्या है, पायरिया होने के कारण और पायरिया के लक्षण, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से पायरिया से राहत पाने के बहुत सारे घरेलू उपाय बताये, पायरिया में क्या खाना चाहिये और क्या नहीं खाना चाहिये यह भी बताया और स्वस्थ मसूडों के लिये कुछ टिप्स दिये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और  सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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