दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉक पर। कुछ लोग बहुत हट्टे-कट्टे होते हैं लेकिन कोई भारी भरकम काम करना पड़ जाये तो बहुत जल्दी थक जाते हैं और दुबले पतले लोग भारी काम बड़ी आसानी से कर लेते हैं। यह सब निर्भर करता है शारीरिक क्षमता पर। वैसे शारीरिक क्षमता किसी की भी कम हो सकती है चाहे वह दुबला पतला हो या भारी भरकम, पुरुष हो या महिला। यह शारीरिक क्षमता एकदम से कम नहीं होती, धीरे-धीरे कम होती है बहुत लंबे समय तक ज्यादा काम करते रहने से। फिर शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, शरीर की शक्ति कम होने लगती है और कोई काम ना करते हुऐ भी कमजोरी महसूस होती रहती है। आराम करने से भी शरीर में आराम नहीं आता, शरीर में कमजोरी बनी रहती है। आखिर इस कमजोरी को कैसे दूर किया जाये?। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको कमजोरी के बारे में जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि शारीरिक कमजोरी को दूर करने के क्या उपाय हैं। तो सबसे पहले जानते हैं कि कमजोरी क्या है, शारीरिक कमजोरी क्या होती है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।
कमजोरी क्या है? – What is Weakness?
सेन्टर फॉर पेन एंड सपोर्टिव केयर ने कमजोरी को “शारीरिक या मांसपेशियों की शक्ति में कमी और दैनिक कार्यों को करने के लिये अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता” मानकर परिभाषित किया है। इसमें व्यक्ति, सामान्य रूप से थकान और सुस्ती महसूस करता है। शरीर दर्द करने लगता है। यह एक आम समस्या है। जिसमें थोड़ा बहुत आराम कर लेने पर व्यक्ति की थकावट दूर हो जाती है और उसे फिर पहले जैसी ऊर्जा महसूस होती है। यदि कुछ ज्यादा थकावट हो जाये तो सामान्य दवाई लेने पर आराम आ जाता है और व्यक्ति फिर से अपना काम करने लगता है।
शारीरिक कमजोरी क्या होती है? – What is Physical Weakness?
दोस्तो, जैसा कि हमने ऊपर बताया कि थोड़ा बहुत आराम कर लेने पर व्यक्ति की थकावट दूर हो जाती है और वो फिर से पहले जैसी ऊर्जा महसूस करने लगता है लेकिन जब व्यक्ति हमेशा ही काम करते हुऐ शरीरिक थकावट महसूस करने लगे तो यह समस्या गंभीर होती है। जब किसी व्यक्ति को बहुत लंबे समय तक काम करना पड़ता है तो उसके काम करने की शारीरिक क्षमता कम होती रहती है। कम होती हुई इस शारीरिक क्षमता को ही “शारीरिक कमजोरी” या थकान कहा जाता है। इसे मेडिकल भाषा में क्रोनिक फ़टीग सिंड्रोम (Chronic Fatigue Syndrome) कहते हैं।
यह एक ऐसा जटिल विकार है जिसमें व्यक्ति हर समय बहुत ज्यादा थकान महसूस करता है चाहे वह कोई शारीरिक गतिविधि करे या ना करे, कोई काम करे या ना करे। हद तो तब हो जाती है जब आराम करने पर भी उसकी थकावट दूर नहीं होती, शरीर में ऊर्जा की कमी बनी रहती है और उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होता। शारीरिक कमजोरी के कारण कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि व्यक्ति सीधा खड़ा भी नहीं हो पाता। डॉक्टर्स के अनुसार यह जानलेवा बीमारी तो नहीं है परन्तु इसका शरीर के साथ-साथ मानसिक प्रभाव भी पड़ता है, सोते हुऐ भी पीड़ित व्यक्ति का दिमाग चलता रहता है। उसमें धीरे-धीरे मानसिक कमजोरी आने लगती है। इस शारीरिक और मानसिक कमजोरी के कारण उसकी दैनिक दिनचर्या भी अस्त व्यस्त हो जाती है जिसका कुप्रभाव उसके पारिवारिक और सामाजिक जीवन पर पड़ता है।
शारीरिक कमजोरी के कारण – Cause of Physical Weakness
शारीरिक कमजोरी के हो सकते हैं निम्नलिखित कारण –
1. प्रोटीन, विटामिन, खनिज युक्त भोजन ना करना जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और शरीर कमजोर पड़ने लगता है।
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2. तनाव और चिंता से ग्रसित होना।
3. किसी के डराने, धमकाने से भयभीत रहना। मन में बैठा हुआ डर शरीर को कमजोर कर देता है।
4. लंबे समय से बीमार रहना।
5. एनीमिया यानी शरीर में रक्त की कमी।
6. डायबिटीज होने पर भी शरीर कमजोर पड़ जाता है।
7. दस्त, उल्टी होने पर भी शरीर कमजोर पड़ता है।
8. रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर हो जाना।
9. पाचन-तंत्र का ठीक से काम ना कर पाना। शरीर को भोजन से ऊर्जा पर्याप्त मात्रा में प्राप्त नहीं हो पाती।
10. भोजन छोड़ देना या भोजन ठीक से ना करना, पूरा भोजन किये बिना ही बीच में छोड़ देना।
11. शराब, नशे की लत लग जाना।
12. अपनी क्षमता से अधिक शारीरिक मेहनत कर लेना।
शारीरिक कमजोरी के लक्षण – Symptoms of Physical Weakness
1. ऊर्जा में कमी
2. शरीर में कमजोरी महसूस करना।
3. सही से नींद नहीं आना या नींद पूरी ना होना।
4. भूख ना लगना या कम लगना।
5. अधिक पसीना आना।
6. सांस फूलना।
7. आलस आना।
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8. काम करने का मन ना करना।
9. किसी भी विषय पर ध्यान केन्द्रित ना हो पाना।
10. शरीर दुबला पतला हो जाना (वैसे यह जरूरी भी नहीं है, हट्टे-कट्टे भारी भरकम लोग भी शारीरिक कमजोरी से ग्रस्त हो सकते हैं)।
शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय – Home Remedies for Physical Weakness
दोस्तो, अब बताते हैं आपको कुछ निम्न लिखित उपाय जिनको अपना कर शारीरिक कमजोरी दूर कर सकते हैं –
1. अपने को हाइड्रेट रखें (Keep Yourself Hydrated)- शरीर में कमजोरी की एक बहुत बड़ी वजह निर्जलीकरण है। इसलिये हमेशा अपने को हाइड्रेट रखें। इसके लिये तरल पेय पदार्थों का सेवन करना होगा। अपने को हाइड्रेट रखने के लिये निम्न लिखित उपाय अपना सकते हैं –
(i) पानी (Water)- पानी मानव जीवन के लिये अमृत है। इसकी कमी शरीर में नहीं होनी चाहिये, इसलिये अपने को हाइड्रेट रखिये। इसके लिये प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी पीयें। पानी में मौजूद ऑक्सीजन आपको ऊर्जा देता है जिससे शारीरिक कमजोरी दूर होने में मदद मिलती है।
(ii) नींबू पानी (Lemon Water)- दिन में दो या तीन बार आप एक गिलास पानी में एक छोटी चम्मच चीनी और चुटकी भर नमक मिलाकर पीयें। पीते ही आपको तुरंत शक्ति का अहसास होगा।
(iii) नारियल पानी (Coconut Water)- नारियल मानव के लिये प्रकृति का उपहार है। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। दिन में तीन, चार गिलास नारियल पानी पी सकते हैं।
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(iv) ग्लूकोज़ (Glucose)- एक गिलास पानी में दो चम्मच ग्लूकोज़ पाउडर मिलाकर पीयें। इससे शरीर को एनर्जी मिलेगी। इसे दिन में दो बार पी सकते हैं।
(v) फलों का रस (Fruit Juice)- फलों का रस में मौजूद विटामिन-सी, ए और बी1 शरीर में ऊर्जा बनाये रखते हैं। गाजर का जूस एक उत्तम एनर्जी बूस्टर माना जाता है। फलों में विशेषकर सेब और टमाटर का जूस मिक्स करके पीयें, इससे कमजोरी खत्म होने में मदद मिलेगी।
(vi) छाछ (Buttermilk)- छाछ में पानी की मात्रा 90% से अधिक होती है। यह शरीर में जल संतुलन को बनाये रखने में मदद करती है। गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिये छाछ में भुने जीरे का पाउडर, बहुत हल्की सी काली मिर्च और स्वादानुसार काला/सेंधा नमक मिलाकर पीयें। इससे आपको खुद अपने अंदर शक्ति का अनुभव होगा।
(vii) सूप (Soup)- सर्दियों में सब्जियों का सूप हाइड्रेट करने का काम करता है। इससे आपके शरीर की खोई ताकत वापिस मिल सकती है। सब्जियों का सूप पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो पानी की कमी को पूरा करके, शरीर में शक्ति का संचार कर देता है।
2. दूध और अन्य सामग्रियां (Milk and other Ingredients) – दूध को शारीरिक ताकत के लिये वरदान माना जाता है। दूध में 85 प्रतिशत पानी और बाकी भाग में खनिज और फैट तत्व होते हैं। दूध प्रोटीन, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी2) से समृद्ध होता है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन-ए, डी, के और ई सहित फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन तथा अन्य खनिज और फैट के साथ-साथ ऊर्जा भी होती है। यह विटामिन-बी का अच्छा श्रोत होने के नाते कमजोरी दूर करने का सरल और उत्तम उपाय है। कमजोरी से राहत पाने के लिये दूध का सेवन निम्न प्रकार कर सकते हैं –
(i) दूध और शहद (Milk and Honey)- प्रतिदिन एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीयें।
(ii) दूध और घी (Milk and Ghee)- रोजाना एक गिलास गर्म दूध में एक या दो चम्मच शुद्ध देसी घी मिलाकर पीयें।
(iii) दूध और अंडा (Milk and Egg)- एक गिलास गर्म दूध में एक अंडा तोड़कर, अच्छी तरह मिलाकर पीयें।
(iv) दूध और अंजीर (Milk and Figs)- एक गिलास दूध में दो, तीन अंजीर उबाल कर, अंजीर खायें और अंजीर वाला दूध पी लें।
(v) दूध और केसर (Milk and Saffron)- केसर में पौरुष शक्ति बढ़ाने के अतिरिक्त शारीरिक शक्ति बढ़ाने के भी गुण मौजूद होते हैं। केसर वाला दूध पीने से शरीर में शक्ति आती है और कमजोरी दूर होती है। रात को एक गिलास गर्म दूध में केसर के तीन, चार रेशे या केसर पाउडर और मिश्री मिलाकर पीयें, विशेषकर सर्दियों के मौसम में गर्मियों में हफ्ते में दो बार पी सकते हैं।
(vi) दूध और बादाम (Milk and Almonds)- विटामिन-ई से भरपूर बादाम में मैग्नीशियम की उच्च खुराक पाई जाती है जो वसा, कार्बोहाइड्रेटस और प्रोटीन को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है जिससे शारीरिक कमजोरी दूर होती है। रात को तीन, चार बादाम भीगोकर रख दें। सुबह बादाम वाला पानी पी लें और दूध के साथ बादाम छिलका सहित खायें। यदि दिन में बादाम भिगोते हो तो रात को इन्हें छीलकर, पीसकर, एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर पीयें। हां, एक बात और, सेक्स करने के बाद बादाम वाला दूध पीने से थकान और कमजोरी तुरंत दूर हो जाती है।
(vii) दूध और केला (Milk and Banana)- प्रतिदिन सुबह एक केला दूध के साथ खायें। इससे शरीर में फैट और एनर्जी दोनों ही बढ़ेंगे। और शारीरिक कमजोरी दूर हो जायेगी।
(viii) दूध और खजूर (Milk and Dates)- खजूर प्रोटीन और विटामिन-बी (B1,B2,B3,B5) का सबसे बेहतरीन श्रोत है। इसमें तीनों प्रकार की प्राकृतिक मिठास – सुक्रोज, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज होती है। इसीलिये इसमें शरीर को अद्भुत शक्ति प्रदान करने क्षमता होती है। प्रतिदिन चार, पांच खजूर गर्म दूध के साथ खायें। इससे शरीर में स्फूर्ति बनी रहेगी और कमजोरी का अंत हो जायेगा।
(ix) दूध और छुहारे (Milk and Dates)- छुहारा, खजूर का सूखा हुआ रूप है। यह समझिये कि यदि खजूर जवानी है तो छुहारा बुढ़ापा। अर्थात् जवानी से लेकर बुढ़ापे तक के सारे एक्सपीरियंस छुहारे में मिल जायेंगे। इसीलिये इसके गुण भी अधिक होते हैं। सिलेनियम, कॉपर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम और बोरोन से भरपूर छुहारे में विटामिन राइबोफ्लेविन, पाइरिडोक्सिन, नियासिन, फोलिक एसिड, विटामिन-ए और विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा होती है जिनके सामने शारीरिक कमजोरी रुकेगी ही नहीं। एक गिलास दूध में 4, 5 छुहारे उबाल कर खायें और दूध पी लें।
(x) दूध और किशमिश (Milk and Raisins)- प्राकृतिक मिठास की स्वामिनी किशमश विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स से भरपूर होती है। इसमें सेलीनियम, आयरन के अतिरिक्त अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण भी मौजूद होते हैं। चार, पांच किशमिश दूध में उबाल कर खायें और दूध पी लें। शारीरिक कमजोरी दूर हो जायेगी।
(xi) दूध और सेब (Milk and Apple)- प्रतिदिन सुबह एक या सेब खा कर एक गिलास गुनगुना दूध पी लें। इससे शारीरीक कमजोरी होगी, शरीर में ताकत आयेगी, हृदय भी ठीक रहेगा और मस्तिष्क का स्वास्थ भी।
(xii) केवल दूध (Only Milk)- ऊपर बताई गई सामग्रियों में से यदि कुछ भी नहीं मिलता है तो केवल दूध को उबाल लें, फिर इसे थोड़ा ठंडा करें (गुनगुना रहना चाहिये), इसमें थोड़ी सी शक्कर ( चीनी नहीं, गुड़ वाली शक्कर) मिलाकर पीयें। ध्यान रहे कि उबलते दूध में शक्कर ना डालें अन्यथा दूध फट जायेगा। यदि गुड़ वाली शक्कर ना मिले तो गुड़ खायें और दूध पीयें। दूध में चीनी ना मिलायें इसके स्थान पर मिश्री मिलायें।
3. व्यायाम, योग, ध्यान, प्राणायाम (Exercise, Yoga, Meditation, Pranayama)- यदि आप नियमित रुप से हल्का-फुल्का व्यायाम करते हैं तो शरीर की कमजोरी आपके पास फटकेगी भी नहीं। शरीर की सरल गतिविधियां और प्रतिदिन का व्यायाम शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं शरीर की सहनशक्ति की क्षमता को बढ़ाते हैं। सुबह की सैर, वार्म अप, स्ट्रेचिंग आदि आपको तरोताजा रखते हैं।शरीर को ऊर्जावान रखते हैं। इसी प्रकार ध्यान, प्राणायाम और योग आपके शरीर में स्फूर्ति बनाये रखते हैं। सूर्य नमस्कार से आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। कुल मिलाकर शारीरिक कमजोरी से आपको मुक्ति मिल जाती है।
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4. केला (Banana)- दोस्तो, मिठास तीन प्रकार की होती है – सुक्रोज, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज। केला इन सभी प्रकार की मिठास का मालिक है जो आपको तुरंत ऊर्जा देता है। केले में पाये जाने वाला फाइबर रक्त में ग्लूकोज़ लेवल को बनाये रखने में मदद करता है। आप एक या दो केले रोजाना खायें, आप केले का शेक बनाकर पी सकते हैं या केले को दिन में दो बार एक चम्मच शहद के साथ खायें। इससे कमजोरी दूर होगी और शरीर मजबूत बनेगा।
5. स्ट्रॉबेरी (Strawberry)- विटामिन-सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर स्ट्रॉबेरी सारे दिन आपके शरीर में ऊर्जा बनाये रखती है। जब भी आपको कमजोरी महसूस हो, आप स्ट्रॉबेरी खायें या स्ट्रॉबेरी का जूस पीयें। यह शरीर के ऊतकों की मरम्मत करती है और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है। इसमें फाइबर, मैग्नीशियम और पानी की भी पर्याप्त मात्रा होती है।
6. शतावरी और सफेद मूसली (Shatavari and Safed Musli) – शतावरी और सफेद मूसली का चूर्ण को आपस में मिला लें। घर पर भी इनको पीस सकते हैं। एक चम्मच इस मिले-जुले चूर्ण को एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर पीयें। ये दूध पीने के बाद एक घंटे तक कुछ भी ना खायें। इससे शारीरिक कमजोरी जल्दी खत्म हो जायेगी।
7. पीपल (Ficus Religiosa)- पीपल के पेड़ से निकलने वाली गोंद को एक ग्राम मात्रा में लेकर मिश्री के साथ मिलाकर खायें। इससे शरीर में ऊर्जा बढ़ेगी, कमजोरी दूर होगी। पीपल की गोंद शारीरिक ऊर्जा के लिए उत्तम है। शारीरिक कमजोरी मिटाने का यह बेहतरीन उपाय है। वृद्धावस्था में भी प्रतिदिन इसका सेवन करने से बुजुर्गों का स्वास्थ सही बना रहता है।
8. जायफल, जावित्री और अश्वगंधा (Nutmeg, Mace and Ashwagandha)- प्रतिदिन दो बार जायफल, जावित्री और अश्वगंधा का चूर्ण दूध के साथ लें। इससे शरीर में आयरन की भी कमी पूरी और शारीरिक कमजोरी भी खत्म हो जायेगी। यह शारीरिक शक्ति के लिये बहुत अच्छा उपाय है।
9. दालचीनी और लहसुन (Cinnamon and Garlic)- दिन में एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच शहद और केवल दो ग्राम दालचीनी पाउडर मिलाकर पीयें। रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां खाकर पानी पी लें। कुछ दिनों बाद आप खुद अपनी ताकत का अनुभव करेंगे। इससे शारीरिक और यौन शक्ति में इजाफा होगा।
10. अंडा (Egg)- प्रोटीन से भरपूर अंडा आपके शरीर में फैट नहीं बढ़ाता बल्कि अंदर से आपको मजबूत बनाता है। यह शारीरिक कमजोरी के विरुद्ध लड़ने वाला बेहतरीन उपाय है। विटामिन-ए, आयरन, फोलिक एसिड, राइबोफ्लेविन और पैंटाफेनिक एसिड आपके शरीर को भरपूर पोषक तत्व देते हैं। फिर शरीर में कमजोरी के ठहरने का कोई मतलब ही नहीं बनता। अंडे को आप किसी भी रूप में खा सकते हैं, ऑमलेट बनाकर, सेंडविच बनाकर, सब्जियों में डालकर, या एग करी बनाकर या फिर दूध में डालकर पी सकते हैं। अंडे का उपयोग करने के विकल्प बहुत हैं।
11. आँवला (Amla)- विटामिन-सी, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट्स और फास्फोरस जैसे तत्वों से भरपूर, एंटीऑक्सिडेंट गुण से समृद्ध आँवला स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभकारी है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और शारीरिक कमजोरी को खत्म करता है। आँवला के बीज निकाल कर अलग कर दें। फिर आँवला का जूस निकाल लें। दो चम्मच आँवला के जूस में दो चम्मच शहद मिलाकर पीयें। हफ्ते में तीन बार पी सकते हैं।
12. मुनक्का (Raisins)- कमजोरी दूर करने के लिये मुनक्के का सेवन दिन में दो बार करें। यह शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है। रात को लगभग 50 ग्राम मुनक्का लेकर गर्म पानी से धोलें ताकि इनके ऊपर की धूल मिट्टी निकल जाये, फिर इनको पानी में भिगोकर रख दें। सुबह भीगे हुऐ मुनक्के खा लें और मुनक्के वाला पानी पी लें। इनकी मात्रा धीरे-धीरे बढ़ा कर 200 ग्राम तक करें। प्रतिदिन मुनक्के का सेवन करने से शारीरिक कमजोरी खत्म हो जायेगी।
13. खजूर (Date)- दोस्तो, खजूर के गुण, और दूध के साथ खाने के बारे में हम ऊपर बता चुके हैं। खजूर शक्ति बढ़ाने वाला होता है। दूध के अलावा इसे कैसे खाना है, इसके बारे में बताते हैं। खजूर के बीज निकालकर अलग कर दें और खजूर में मक्खन भरकर खायें। दिन में पांच, छः खजूर खा सकते हैं।
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14. सफ़ेद पेठा के बीज (White Pita Seeds)- सफ़ेद पेठा के सूखे हुऐ बीज लेकर, उनको छीलकर अंदर का हिस्सा निकाल लें। इन बीजों को पीस लें। इस पिसे हुऐ पाउडर को घी में सेंक लें। फिर इसमें थोड़ी चीनी मिलाकर लड्डू बना लें। इनको रोजाना खायें। इससे कमजोरी दूर होगी और शरीर में ताकत आयेगी।
15. उड़द की दाल (Urad Dal)- रात को उड़द की दाल भिगो दें। सुबह इसे पीसकर, इसमें एक चम्मच शुद्ध देसी घी और आधा चम्मच शहद मिला कर खायें। इसके बाद एक गिलास गर्म दूध में मिश्री मिलाकर पी लें। इससे आपके शरीर को ताकत मिलेगी और कमजोरी दूर होगी।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय के बारे में जानकारी दी। कमजोरी क्या है, शारीरिक कमजोरी क्या होती है, शारीरिक कमजोरी के कारण क्या होते हैं, इसके लक्षण क्या होते हैं, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से शारीरिक कमजोरी दूर करने के बहुत सारे उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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