दोस्तो, आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का टॉपिक एक ऐसी समस्या है जो शारीरिक कम और मनोवैज्ञानिक ज्यादा है। ये शारीरिक समस्या इतनी बड़ी नहीं होती जितनी बड़ी बना दी जाती है। पुरुष अपने मन और मस्तिषक में इसे अच्छी तरह बिठा कर अपनी सबसे बड़ी समस्या बना देता है और परेशान रहने लगता है। शर्म के कारण वह किसी को बताता भी नहीं है यहां तक कि अपने सबसे अच्छे दोस्त को भी नहीं। वह सोचता है कि यदि मैंने बता दिया तो सामने वाला मेरे बारे में क्या सोचेगा। वह घुटता रहता है अंदर ही अंदर। वह अपनी पत्नी से भी नजरें चुराने लगता है। यह “यदि” शब्द ही सबसे बड़ी बाधा होती है उसकी समस्या को सुलझाने में। जी हां दोस्तो, संभवतः अब तो आप समझ ही गये होंगे कि हमारा आज का टॉपिक है शीघ्रपतन का देसी उपचार जिसे चिकित्सा विज्ञान में Premature Ejaculation कहा जाता है। यह बहुत ही सामान्य समस्या है। International Society of Sexual Medical Experts के अनुसार विश्व में 30% पुरुष इस Sexual Disorder से ग्रसित हैं।
दोस्तो, ये Sexual Disorder यानि Premature Ejaculation अर्थात् शीघ्रपतन क्या है, किसे कहते हैं शीघ्रपतन? तो आइये, जानते हैं इस बारे में।
शीघ्रपतन क्या है?- What is premature ejaculation?
जब पुरुष सहवास (physical relationship)करना आरम्भ करता है और अपने को कन्ट्रोल नहीं कर पाता और ना चाहते हुऐ भी, अपनी इच्छा के विरुद्ध तत्काल ही स्खलित हो जाता है। या फिर सहवास करने से तुरन्त पहले ही अर्थात् स्त्री के जननांग में अपने अंग को प्रवेश कराने से पहले ही स्खलित हो जाता है। यह वाली स्थिति सबसे ज्यादा खराब होती है। वैसे तो सहवास के लिये कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है परन्तु सहवास आरम्भ करने से 60 सैकेन्ड के अंदर ही पुरुष का स्खलित हो जाना ही शीघ्रपतन कहलाता है।
ये भी पढ़े- Sperm Count बढ़ाने का देसी उपाय
सहवास की अवधि – Sex Period
दोस्तो, यहां हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि सहवास (physical relationship) के लिये समय सीमा कितनी होनी चाहिये इसका कोई निर्धारित मापदण्ड नहीं है। यह पुरुष की मानसिक स्थिति एवं शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है। उसका आंतरिक बल (stamina) कितना है। क्योंकि एक बार के सहवास (physical relationship) में लगभग 400 से 500 कैलोरी तक शक्ति समाप्त होती है। बहुत लोग डींगें हांकते हैं कि हम आधा, पौना घंटा कर लेते हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि सहवास के समय (स्त्री के जननांग में अपने अंग को प्रवेश कराने के बाद) प्राकृतिक तौर पर (उत्तेजना बनाये रखने वाली दवाईयां का सेवन किये बिना) पांच सात मिनट से ज्यादा नहीं रुक पाता। (हम बताना चाहेंगे कि यहां “Desi Health Club” किसी को चेलैन्ज नहीं कर रहा है)।
शीघ्रपतन के प्रकार – Types of Premature Ejaculation
दोस्तो हम यहां स्पष्ट कर दें कि हर कोई जो जल्दी स्खलित हो जाता है उसे शीघ्रपतन की ही समस्या हो। हो सकता है वह किसी शारीरिक या मानसिक समस्या से पीड़ित हो और पहली बार उसके साथ ऐसा हुआ हो। या फिर स्थायी तौर पर वह इस समस्या से पीड़ित हो। तो हमारे सामने दो बातें निकल कर आ रही हैं जिनको इस प्रकार वर्णित किया जा सकता है –
1. जीवन पर्यन्त (Life long)- जब किसी पुरुष ने पहली बार सहवास (physical relationship) किया तो उसको शीघ्रपतन की समस्या आयी और उसके बाद जब भी वह सहवास करता है तो उसे हर बार यही समस्या आती है। अर्थात् शुरू से लेकर अंत तक यही स्थिति बने रहना, इसे जीवन पर्यन्त शीघ्रपतन की समस्या कहते हैं।
2. अधिग्रहीत (Acquired)- इस स्थिति में पुरुष आरम्भ में ठीक रहता है परन्तु बाद में उसे शीघ्रपतन की समस्या होने लगती है। इसको अधिग्रहीत अर्थात् बाद में प्राप्त हुई शीघ्रपतन की समस्या कहते हैं।
शीघ्रपतन के कारण – Cause Premature Ejaculation
दोस्तो, शीघ्रपतन के मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं, कुछ जैविक (Biological) तो कुछ अन्य कारण हो सकते हैं। जो इस प्रकार हैं :-
1. अपने से ही अपेक्षायें ( Self Expectations)- दोस्तो, पोर्न वीडियोज् देख देख कर ये बात मन में बैठ जाती है कि जब ये लोग घंटे-घंटे सहवास कर सकते हैं तो मैं बहुत देर तक क्यों नहीं कर सकता या मेरे दोस्त कोई 20 मिनट बताता है तो कोई आधा घंटा। लेकिन जब वह करता है और स्खलित होता है तो वह अपने सहवास (physical relationship) के वास्तविक समय को उनके समय से तुलना करने लगता है और फिर उसके दिमाग में ये बात घर कर जाती है कि तूने तो कुछ भी नहीं किया, तेरा तो बस तीन चार मिनट में ही हो गया। और यहीं से शुरू होता है उसका मनोवैज्ञानिक कारण शीघ्रपतन की समस्या का। जबकि वास्तव में वह ठीक होता है। सामान्य समय जो होता है वही उसने लिया है। हां यदि वह 60 सैकेन्ड से पहले स्खलित हो जाता है तो ये समस्या है वर्ना नहीं।
ये भी पढ़े- हस्तमैथुन के फायदे और नुकसान
2. स्वयम् की सोच (Self thinking)- सहवास करने से पहले या करते समय ये सोचना कि तू कहीं जल्दी स्खलित ना हो जाये, बहुत बड़ा मनोवैज्ञानिक कारण बनता है शीघ्रपतन का।
3. शरीर के बारे में सोचना (Thinking about the body)- अपने शरीर के, विशेषकर (लिंग), रंग रुप, बनावट आदि के बारे में अच्छा ना सोचना, अर्थात् नकारात्मक सोच रखना भी मनोवैज्ञानिक कारण है।
4. दिमाग में पहले से ही तनाव रहना (Tension)- दिमाग में तनाव रहते हुऐ सहवास पर केन्द्रित हो ही नहीं सकते। नतीजा उत्तेजना की कमी और शीघ्र स्खलन।
5. स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction)- अर्थात् उत्तेजना की कमी। टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन्स् का काम उत्तेजना को बनाये रखना होता है। इनके असंतुलित होने पर स्तंभन दोष के साथ साथ शीघ्रपतन की समस्या भी बन जाती है।
6. आपसी संबंध (Mutual Relation)- यदि स्त्री पुरुष के संबंध अच्छे नहीं हैं तो सहवास में अरुचि और शीघ्रपतन स्वाभाविक है।
अन्य कारण – Other Reason
1. मूत्रमार्ग (Urinary bladder) या प्रोस्टेट ग्रन्थि (Prostate Gland) में किसी प्रकार का संक्रमण होना।
2. थायरॉयड की समस्या।
3. न्यूरोट्रांसमीटर के जुड़ी समस्या, जिसके कारण मस्तिष्क के आनंद केंद्रों को सही संकेत नहीं मिल पाता।
4. तंत्रिका या संवेदी प्रणाली का क्षतिग्रस्त हो जाना किसी विशेष सर्जरी या मानसिक आघात की वजह से।
5. ज्यादा स्त्रियों के साथ सहवास (physical relationship) करना।
6. कम उम्र से ही संभोग करना।
7. बहुत ज्यादा हस्तमैथुन के बारे में सोचना और ज्यादा हस्तमैथुन करने की आदत बन जाना।
8. मद्यपान, धूम्रपान, ड्रग्स आदि का सेवन करना।
शीघ्रपतन के देसी उपाय – Home Remedies for Premature Ejaculation
दोस्तो, शीघ्रपतन के कारण जानने के बाद अब बताते हैं आपको इसका निवारण अर्थात् इस समस्या से छुटकारा पाने के निम्नलिखित देसी उपाय –
1. खिचड़ी उड़द दाल वाली यह सबसे सरल और आसानी से उपलब्ध होने वाला घरेलू और देसी उपाय है। दिन में एक बार उड़द की दाल और चावल की खिचड़ी बना कर इसमें देसी घी डालकर खायें। खिचड़ी खाकर गुनगुना मीठा दूध पी लें। यह सिलसिला एक महीने तक जारी रखना चाहिये।
2. शीघ्रपतन की समस्या में दूध के साथ जायफल का सेवन लाभदायक है।
3. शतावर का सेवन दूध के साथ करने से शीघ्रपतन से छुटकारा मिलता है। शतावर एक से दो मीटर तक लंबी बेल होती है जो हर तरह के जंगलों और मैदानी इलाकों में मिलती है। इसे आयुर्वेद में इसको ‘औषधियों की रानी’ कहा जाता है। इसका उपयोग कामोत्तेजना की कमी को पूरा करने के लिये किया जाता है। पुरूषों, महिलाओं की अनेक समस्याओं में भी इसका उपयोग किया जाता है।
4. सामान्य और हरी प्याज दोनों ही शीघ्रपतन की समस्या में बहुत कारगर होती हैं। हरी प्याज के बीज पुरुष की काम क्षमता को बढ़ाते हैं। इन बीजों को पीसकर पानी में मिला दें। तीन बार खाना खाने के पहले इस पानी को पीयें। एक महीने तक यह सिलसिला जारी रखें। कच्चा प्याज भी सलाद के रूप में खायें।
5. प्रतिदिन सुबह तीन छोटी इलायची खाने से भी शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
6. एक पका हुआ केला और 100 ग्राम खजूर खायें। फिर गर्म दूध में मिश्री मिला कर पीयें। भरपूर कामोत्तेजना होगी और वीर्य गाढ़ा।
ये भी पढ़े- स्वप्नदोष को दूर करने का घरेलु उपाय
7. आंवला और शहद – 10 ग्रा। ताजा आंवला का रस और 50 ग्रा। शहद में मिलाकर सेवन करें।
8. 4-5 बादाम रात को पानी में भिगो दें। अगले दिन सुबह छिलका उतार कर, पीसकर दूध में मिक्स करके पीयें।
9. मक्खन और मिश्री का प्रतिदिन सेवन करें।
10. छुआरों का घी के साथ सेवन करें।
11. भिण्डी का सेवन शीघ्रपतन में रामबाण उपाय माना जाता है। 10 ग्रा। भिण्डी पाउडर को एक गिलास दूध में मिला कर सोने से पहले पीयें। इसे एक महीने तक जारी रखें। शीघ्रपतन की समस्या वाले लोगों को अपने भोजन में रोजाना भिण्डी को सम्मलित करना चाहिये।
12. तरबूज में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स तत्व कामशक्ति बढ़ाते हैं और शीघ्रपतन की समस्या को दूर करते हैं। तरबूज पर नमक और अदरक पाउडर छिड़क कर खायें।
13. अश्वगंधा पाउडर 5 ग्रा। और 5 ग्रा। मिश्री को गुनगुने दूध में मिलाकर सुबह शाम दो, तीन महीने तक सेवन करें।
14. सुबह शाम खाने के बाद मूसली पाउडर 4 ग्रा की मात्रा में दूध से लें। इससे शीघ्रपतन से राहत मिलेगी और वीर्य भी गाढ़ा होगा।
15. अदरक हमारे शरीर विशेष तौर पर कमर से नीचे रक्त के प्रवाह को बढ़ाती है। और शहद के साथ सेवन करने से शहद के गुण भी लाभ पहुंचाते हैं। एक छोटी चम्मच अदरक के पेस्ट को शहद में मिलाकर रात को सेवन करें।
16. तीन ग्रा। जामुन की गुठली का पाउडर सुबह शाम लें। शीघ्रपतन में फायदा होगा।
17. इसबगोल शीघ्रपतन की समस्या में बेहद खास है और लाभकारी है। इसबगोल, खसखस और मिश्री पाउडर से 5-5 ग्रा। मिक्स कर लें। रात को खाना खाने के बाद इसको दूध से ले लें। इससे शीघ्रपतन की समस्या में आराम लगेगा।
18. लहसुन में aphrodisiac नामक तत्व पाया कामोत्तेजना को बढ़ाता है और एंटी बैक्टेरियल तथा एंटी इंफ्लेमैटरी तत्व शरीर में खून के प्रवाह को ठीक रखते हैं। इसकी दो, तीन कलियां सुबह खाली पेट खा लीजिये। या देसी घी में भून कर खाइये। शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिल जायेगा।
19. सर्दियों के मौसम में तो गाजर की बहार रहती है। इसको कच्चा खाइये, सब्जी बनाकर खाइये, गाजर का हलवा खाइये, चाहे जूस पीजिये। हर सूरत में ये फायदा ही करेगी। इसमें कामेच्छा बढ़ाने के चमत्कारी गुण होते हैं।
20. तुलसी के बीज या जड़ को पीसकर पाउडर बना लें। 3 ग्रा। की मात्रा में पुराने गुड़ के साथ मिला कर सेवन करें। या 5 ग्रा। तुलसी की जड़ को पीसकर पान में रखकर सेवन करें। इससे कामशक्ति बढ़ेगी और वीर्य भी गाढ़ा होगा।
21. कई विशेषज्ञों के अनुसार सैक्स करने से एक या दो घंटे पहले हस्तमैथुन कर लेना चाहिये जिससे कि वह सैक्स करते समय जल्दी स्खलित ना हो।
( “Desi Health Club” इस उपाय का समर्थन नहीं करता )
Conclusion
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको पुरुषों की बीमारी शीघ्रपतन का देसी उपचार के बारे में जानकारी दी। शीघ्रपतन के प्रकार और इसके कारण भी बताये। दोस्तो, इस बीमारी को खत्म करने के बहुत सारे देसी उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer- यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
Point to point perfect information. Good.
Valuable Article. Thank you so much.
Really so much informative and useful