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शरीफा खाने के फायदे – Benefits of Eating Sugar Apple in Hindi

शरीफा खाने के फायदे

दोस्तो, उत्तर भारत में पहले प्रथम कक्षा में हिन्दी सिखाने के लिए वर्णमाला में “श” से शरीफा पढ़ाया जाता था, आज भी कहीं-कहीं यही पढ़ाया जाता है। मगर कई जगह “श” से शलजम पढ़ाया जाता है। दोस्तो, “श” से शरीफा एक ऐसा फल है जिसे “सीताफल” के नाम से भी जाना जाता है। इस सीताफल को हिन्दु धर्म में माता सीता से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है कि माता सीता ने भगवान श्री राम को यह फल भेंट किया था। तब से इसे सीताफल कहा जाने लगा। विटामिन और खनिज से भरपूर शरीफा एक ऐसा फल है जो बहुत मीठा होता है और स्वास्थवर्धक होता है। औषधीय गुणों से सम्पन्न शरीफा हृदय स्वास्थ के लिए बहुत लाभकारी होता है और पाचन तंत्र को सही रखते हुए कब्ज को दूर करता है, आंखों की रोशनी को बढ़ाता है, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, अस्थमा से राहत दिलाता है और कैंसर से बचाव भी करता है। इतना ही नहीं यह गर्भावस्था में महिला स्वास्थ और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ व विकास में मददगार होता है। आखिर ऐसा क्या है इस शरीफा में और कैसे यह लाभकारी होता है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “शरीफा खाने के फायदे”।

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको शरीफा के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसके फायदे क्या हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि शरीफा क्या है और इसकी खेती कहां होती है? फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

शरीफा क्या है?- What is Sugar Apple?

शरीफा एक स्वादिष्ठ फल है जो बेहद मीठा होता है और स्वास्थ के लिए लाभकारी। इसका छिलका थोड़ा सा मोटा और खुरदुरा होता है। इसके छिलके पर चौखाने उभरे हुए होते हैं अनानास के समान। इन चौखानों के बीच काले-भूरे रंग के गोल धब्बे भी हो सकते हैं। यह लगभग 20-25 खंडों में विभाजित होता है। इसके अंदर का गूदा मांसल और सफेद-भूरे रंग का होता है। गूदे में काले-भूरे रंग के बीज होते हैं जो विषाक्त होते हैं। इसलिये बीजों को निकालकर ही शरीफा का गूदा खाया जाता है। 

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विटामिन और खनिज से भरपूर शरीफा औषधीय गुणों से भी समृद्ध होता है। यदि इसके पौधे की बात की जाए तो यह गर्मी के मौसम में लगाया जाता है और तीन वर्ष में फल देना आरम्भ कर देता है। इसका पेड़ लगभग 5-6 मीटर तक ऊंचा हो जाता है। इसके गुलाबी रंग के फूल छोटे आकार के होते हैं मगर खुश्बूदार होते हैं। ऐनोनेसी (Annonaceae) परिवार से संबंध रखने वाले शरीफा का वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा (Annona squamosa) है और अंग्रेजी में इसे Custard apple कहा जाता है। शरीफा को सीताफल, श्रीफल कृष्णगुरु के नाम से भी जाना जाता है।

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शरीफा की खेती कहां होती है? – Where is Sugar Apple Cultivated?

1. शरीफा की खेती दक्षिण और मध्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका फिलीपींस, वेस्ट इंडीज़ और एशिया में की जाती है।

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2. भारत के असम, बिहार, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान राज्यों में की जाती है।

शरीफा के गुण – Properties of Sugar Apple

  • शरीफा की तासीर ठंडी होती है।
  • शरीफा का स्वाद बेहद मीठा और क्रीमी होता है।
  • शरीफा जितना मीठा होता है, माना जाता है कि इसके बीज उससे भी ज्यादा विषाक्त होते हैं।
  • शरीफा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीकैंसर, एंटीमलेरिया, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीपायरेटिक आदि गुण होते हैं।
  • शरीफा में विटामिन-ए, बी कॉम्प्लेक्स और सी तथा फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन जैसे खनिज मौजूद होते हैं।

शरीफा के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Sugar Apple (Quantity per 100 g)

पानी : 73.23ग्राम
एनर्जी : 94 kcal
प्रोटीन : 2.06 ग्राम
टोटल फैट : 0.6 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट : 25.2 ग्राम
डाइटरी फाइबर : 4.4 ग्राम
कैल्शियम : 30 मिलीग्राम
पोटेशियम : 247 मिलीग्राम
फास्फोरस : 21 मिलीग्राम
आयरन : 0.6 मिलीग्राम
मैग्नीशियम : 21 मिलीग्राम
सोडियम : 4 मिलीग्राम
सेलेनियम : 0.6 माइक्रोग्राम
जिंक : 0.1 मिलीग्राम
कॉपर : 0.086 मिलीग्राम
विटामिन-ए : 61.U
विटामिन-बी1
(थायमिन) : 0.11 मिलीग्राम
विटामिन-बी2
(राइबोफ्लेविन) : 0.113 मिलीग्राम
विटामिन-बी3
(नियासिन) : 0.883 मिलीग्राम
विटामिन-बी5
(पैंटोथैनिक एसिड) : 0.226 मिलीग्राम
विटामिन-बी6 : 0.2 मिलीग्राम
विटामिन-बी9
फोलेट (कुल,डीएफई,फूड) : 14 माइक्रोग्राम
विटामिन-सी
(कुल एस्कॉर्बिक एसिड) : 36.3 मिलीग्राम
फैटी एसिड
(टोटल सैचुरेटेड) : 0.048 ग्राम
फैटी एसिड
(टोटल मोनोअनसैचुरेटेड) : 0.114 ग्राम
फैटी एसिड
(टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड) : 0.04 ग्राम
ट्रिपटोफन : 0.004 ग्राम
लाईसीन : 0.37 ग्राम
मेथियोनीन : 0.007 ग्राम

शरीफा के उपयोग – Uses of Sugar Apple

शरीफा का निम्न प्रकार से उपयोग किया जा सकता है –

  1. शरीफा के छीलकर, बीज निकालकर ऐसे ही फल के रूप में खाया जा सकता है।
  2. शरीफा की खीर बनाई जा सकती है। इसे फिरनी, रबड़ी में भी डाला जा सकता है। इसे मिठाईयों में या अन्य मीठे व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  3. इसका उपयोग, आइसक्रीम, पेस्ट्री, केक बनाने में भी किया जा सकता है।
  4. शरीफा का उपयोग मिल्कशेक बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
  5. शरीफा का उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों में भी किया जाता है।
  6. शरीफा के गूदे और पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाया जा सकता है। इससे घाव, फोड़े, फुन्सियां, मुंहासे आदि ठीक हो जाते हैं।
  7. शरीफा के पत्तों के अर्क को बालों में लगाया जा सकता है। इससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है।

शरीफा खाने का सही समय – The Right Time to Eat Custard Apple

1. शरीफा खाने का सही समय सुबह नाश्ते के बाद और दोपहर का है।

2. शरीफा सूरज ढलने के बाद शाम को या रात को नहीं खाना चाहिए क्योंकि तासीर ठंडी होने की वजह से यह सर्दी, जुकाम जैसी समस्या पैदा कर सकता है।

शरीफा कितना खाना चाहिए? – How Much Custard Apple Should One Eat?

एक दिन में एक या दो ही शरीफा खाना चाहिए। इससे अधिक, पेट की समस्याएं पैदा कर सकता है।

शरीफा के फायदे – Benefits of Sugar Apple

अब बताते हैं आपको शरीफा खाने के फायदे जो निम्नलिखित हैं –

1. एनर्जी प्रदान करे (Provide Energy)- शरीफा खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह थकावट और कमजोरी को दूर भगाता है। थके-मांदे जब घर लौटते हैं तो उनको कोई ऐसी चीज चाहिए जिसके खाने से शरीर में ऊर्जा भर जाए। जिम में एक्सरसाइज करने वाले लोग थक कर चूर हो जाते हैं। ऐसे में सिर्फ़ एक शरीफा उनकी जरूरत को पूरा कर देता है। इसमें मौजूद पोटेशियम मांसपेशियों की कमजोरी को दूर कर उनको आराम पहुंचाता है। शरीफा के खाने से तुरन्त शरीर में शक्ति का संचार होने लगता है। 

2. आंखों के लिए फायदेमंद (Beneficial for The Eyes)- शरीफा में विटामिन-ए की पर्याप्त मात्रा होती है। इसे आंखों का विटामिन माना जाता है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने का काम करता है। इसके अतिरिक्त शरीफा में मौजूद विटामिन-बी2 और विटामिन-बी12 आंखों की अनेक समस्याओं से बचाव करते हैं और फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।

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3. गर्भावस्था में फायदा (Benefit in Pregnancy)- शरीफा खाने के फायदे गर्भवती महिलाओं को बहुत होते हैं। गर्भवती महिला को विटामिन और खनिज की कमी नहीं होती। विशेषकर आयरन की आपूर्ति बनी रहती है। यह गर्भवती महिला के शारीरिक स्वास्थ, गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ और विकास में बहुत लाभकारी होता है। 

न्यूरल ट्यूब दोष से बचाव करता है, मिस्कैरिज का जोखिम भी नहीं रहता है और यह डिलीवरी के समय होने वाले लेबर पेन को भी कम करता है। इतना ही नहीं, गर्भवती महिला के स्तनों में दूध की मात्रा में वृद्धि करता है। 

4. कैंसर से बचाव (Cancer Prevention)- शरीफा कैंसर से बचाव भी कर सकता है। शरीफा के पत्तों के अर्क में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने की क्षमता होती है। शरीफा में मौजूद एंटीकैंसर गुण स्तन कैंसर से बचाव करते हैं। ये कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं। 

दरअसल कई अध्ययन यह बताते हैं कि शरीफा में अपरिष्कृत अर्क और यौगिकों के रूप में एंटीकैंसर गुण विद्यमान होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को विकासित होने से रोकने का काम करते हैं।

5. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे (Control Blood Pressure)- शरीफा में पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है और सोडियम की कम। इस प्रकार का संयोजन ब्लड प्रेशर के लिए अच्छा माना जाता है। यह हाई ब्लड प्रेशर को कम कर, इसके स्तर को नियंत्रित करता है। 

शरीफा में मौजूद मैग्नीशियम भी बल्ड प्रेशर को नियंत्रित करने में सक्रिय भूमिका निभाता है। हाई ब्लड प्रेशर हमेशा ही हृदय के लिए घातक होता है। ब्लड प्रेशर के सामान्य स्तर से हार्ट अटैक व अन्य हृदय रोगों की संभावना नहीं रहती।

6. अस्थमा में फायदेमंद (Beneficial in Asthma)- शरीफा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो फेफड़ों की सूजन को कम करके अस्थमा के मरीजों को राहत दिलाते हैं। वस्तुतः अस्थमा है ही फेफड़ों के रास्ते वाली सूजन की स्थिति, जिसे शरीफा के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण कम करने में मदद करते हैं। अस्थमा के मरीजों के लिये शरीफा किसी रामबाण उपाय से कम नहीं है, उनको तो यह फल खाना ही चाहिए।

7. गठिया में फायदेमंद (Beneficial in Arthritis)- शरीफा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो गठिया के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। शरीफा में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है जो इलेक्ट्रोलाइट और अन्य द्रवों में संतुलन बनाए रखने का काम करती है। इससे भी दर्द और सूजन में आराम पहुंचता है।

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8. डायबिटीज में फायदा (Benefit in Diabetes)- सबसे पहले हम यह बता दें कि डायबिटीज के मरीजों को शरीफा फल के रूप में नहीं खाना चाहिए, यह उनकी मुश्किल और बढ़ा सकता है। दूसरी और महत्वपूर्ण बात यह है कि डायबिटीज के मरीज यदि शरीफा के पत्तों का इस्तेमाल करें तो उनको डायबिटीज में फायदा होगा। वस्तुतः शरीफा के पत्तों के अर्क में एंटीडायबिटिक प्रभाव होता है। 

शरीफा के पत्तों के अर्क में काली मिर्च मिलाकर सेवन करें। इससे प्लाज़्मा इंसुलिन बढ़ता है और ग्लूकोज़ लेवल कम हो जाता है। यह डायबिटीज की गंभीरता को कम करने में मदद करता है। या शरीफा के पत्तों का चूर्ण बनाकर रोजाना 1-3 ग्राम चूर्ण का सेवन करें।

9. त्वचा के लिए फायदेमंद (Beneficial for Skin)- शरीफा के सेवन से त्वचा के लिए भी फायदे होते हैं। त्वचा हाइड्रेट रहती है और इसमें लोच (elasticity) बना रहता है। त्वचा में निखार आता है और इसमें रंगत बनी रहती है। वस्तुतः शरीफा में पानी की उच्च मात्रा होती है और इसमें सीबम बनने से रोकने वाले तथा पोर्स को साफ़ रखने वाले गुण विद्यमान होते हैं। परिणामस्वरूप शरीफा कील, मुंहासों और फुंसियों से बचाव करता है। शरीफा में अमीनो एसिड उच्च मात्रा में होता है जिससे कोलेजन का निर्माण होता है इससे त्वचा मुलायम बनी रहती है।

10. बालों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Hair)- शरीफा के सेवन से बालों का स्वास्थ भी अच्छा बना रहता है। शरीफा में मौजूद आयरन की पर्याप्त मात्रा में होता है जिससे स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और फॉलिकल्स बेहतर बनते हैं। परिणामस्वरूप बालों का ग्रोथ होता है। शरीफा के बीज के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो बालों की जड़ों की सूजन को खत्म करने का काम करते हैं। इससे बालों की जड़ों में पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता बढ़ जाती है। फलस्वरूप बालों का झड़ना बंद हो जाता है।

शरीफा के नुकसान – Disadvantages of Sugar Apple

शरीफा के हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान :-

  1. शरीफा के बीजों को कभी गलती से भी नहीं खाना चाहिए। ये गले में फंस सकते हैं।
  2. शरीफा के बीजों को खाने से आंखों का संक्रमण हो सकता है।
  3. शरीफा को रोजाना नहीं खाना चाहिए। शरीफा में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक एटिपिकल पार्किंसंस रोग की वजह बन सकते हैं जिसके लक्षण, पार्किंसंस रोग जैसे होते हैं।
  4. शरीफा के रोजाना सेवन से, फाइटोकेमिकल्स के कारण मस्तिष्क विकार होने की संभावना रहती है जैसे कि ब्रेन टिशूज की क्षति हो सकती है, मस्तिष्क में घाव हो सकता है या कोई अन्य मस्तिष्क रोग हो सकता है।
  5. शरीफा से संवेदनशील लोगों के शरीर पर चकत्ते पड़ सकते हैं।

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको शरीफा खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शरीफा क्या है?, शरीफा की खेती कहां होती है, शरीफा के गुण, शरीफा के पोषक तत्व, शरीफा के उपयोग, शरीफा खाने का सही समय और शरीफा कितना खाना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से शरीफा खाने के बहुत सारे फायदे बताए और शरीफा के कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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शरीफा के फायदे
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शरीफा के फायदे
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको शरीफा खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शरीफा क्या है?, शरीफा की खेती कहां होती है, शरीफा के गुण, शरीफा के पोषक तत्व, शरीफा के उपयोग, शरीफा खाने का सही समय और शरीफा कितना खाना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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