ताड़ी पीने के फायदे – Benefits of Drinking Tadi in Hindi
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स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, लोग नशा करने के लिए नये-नये विकल्प ढूंडते हैं। इन्हीं विकल्पों में से एक है ताड़ी। ताड़ी वस्तुतः प्राकृतिक मिठास लिए दूधिया रंग का स्वास्थवर्धक पेय पदार्थ है। इसका उपयोग गर्मी से राहत पाने के लिये तथा पेट से जुड़ी समस्याओं से निवारण के लिए किया जाता है।…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, जब शरीर में किसी वायरस का आक्रमण होता है तब प्रतिरक्षा प्रणाली इसके विरुद्ध लड़कर शरीर की रक्षा करती है। वायरस से होने वाली बीमारियों के बाद वायरस का वजूद ही खत्म हो जाता है। परन्तु एक वायरस ऐसा है जो एक बार यदि शरीर में प्रवेश कर…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, बीमारियां कई कारणों से होती हैं। कुछ बीमारियां मौसम की वजह से होती हैं तो कुछ हमारे गलत खानपान के कारण और कुछ वायरस और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण। वायरस और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होने वाले रोगों में यौन रोग भी शामिल हैं। इनको सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीजिज़…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, शरीर पर मस्से सभी के होते हैं चाहे वह महिला हो या पुरुष और उम्र चाहे कोई भी है। ये मस्से, छोटे, बड़े, सपाट, उभरे हुए, खुजली वाले बिना खुजली वाले किसी भी तरह के हो सकते हैं। ये मस्से हाथ, उंगलियों, गर्दन, पैरों और जननांग पर हो…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, हर किसी का अपना पास्ट (Past) होता है अच्छा भी बुरा भी। पास्ट में हुईं कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो जीवन का नक्शा ही बदल देती हैं। ये घटनाएं बार-बार व्यक्ति के दिमाग में बैठ जाती हैं और याद बनकर मन में कसक पैदा करती हैं। उन…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, आपने देखा होगा कि हल्की-फुल्की चोट लग जाने पर, या कट जाने पर और दाढ़ी बनाने के बाद एक वस्तु थोड़ी सी रगड़ दी जाती है तो खून बहना तुरंत बंद हो जाता है। यह एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करती है और घाव को जीवाणुओं के संक्रमण…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, जब कभी चोट लगती है तो खून निकलने लगता है, फिर डॉक्टर से उपचार लेने के थोड़ी ही देर बाद खून निकलना बंद हो जाता है। परन्तु कुछ लोग ऐसे होते हैं कि यदि किसी कारणवश उनके शरीर से खून निकलता है तो डॉक्टर से उपचार लेने के…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, विटामिन कई बीमारियों के निवारण में सहायक होते हैं और हमारे स्वास्थ को बनाए रखते हैं परन्तु इसके विपरीत वायरस स्वास्थ को बिगाड़ने का काम करते हैं। ऐसा ही एक वायरस है “हेपेटाइटिस बी” जो सीधे तौर पर लिवर की सूजन और क्षति के लिये जिम्मेदार होता है।…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, जब कभी पेट खराब हो जाता है तो आज भी लोग डॉक्टर के पास जाने के बजाय एक पारम्परिक और लोकप्रिय औषधि को अपनाते हैं क्योंकि डॉक्टर की मंहगी फीस होती है और दवाईयां भी बहुत मंहगी होती हैं। इस लोकप्रिय औषधि का नाम है “ईसबगोल“। ईसबगोल का…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, प्रकृति ने मानव रोगों के निवारण के लिये एक उपहार दिया है जिसका नाम है “नीम“। नीम औषधिय गुणों से सम्पन्न होता है जो अनेक रोगों के निवारण में काम आता है विशेषकर त्वचा रोगों में तो यह रामबाण उपाय है। नीम एक ऐसा वृक्ष है जिसके पत्ते,…
दोस्तो, कहा जाता है कि सूखे फूल और सूखे पत्ते किसी काम के नहीं होते लेकिन एक पत्ता ऐसा भी है जो सूखने पर ही अपने गुण प्रदान करता है। इस पत्ते का नाम है “तेज पत्ता“। तेज पत्ता एक ऐसा पत्ता है जो भोजन में एक अनूठी मनमोहक सुगंध बखेर देता है, एक ऐसा…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, आपने कई लोगों को देखा होगा कि वे अक्सर अपने प्राइवेट पार्ट के स्थान पर या पीछे कमर से नीचे खुजाते रहते हैं। बस, मेट्रो ट्रेन, रेलगाड़ी में सफर करते समय या अन्य सार्वजनिक स्थानों, कार्य स्थल आदि पर। यह बहुत शर्मिन्दा करने वाली स्थिति होती है। सबसे…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, इस दुनियां में अनेक प्रकार की बीमारियां है। कुछ बीमारियां तो मौसमी होती हैं जो मौसम के बदलने पर होती हैं जैसे खांसी, जुकाम, दस्त, फोड़े-फुंसी आदि, कुछ बीमारियां संक्रमण के कारण होती हैं तो कुछ बीमारियां अनुवांशिक होती हैं जो माता-पिता से विरासत में मिलती हैं। ऐसी…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, प्रत्येक फल की अपनी विशेषता होती है और विशेष स्वाद होता है। कोई फल रसीला होता है तो कोई पानी वाला लेकिन “चीकू“ एक ऐसा फल है जो स्वाद में दानेदार होता है। मिठास में शहद के समान मीठा। यह बारह महीने बाजार में मिलता है और कीमत…
स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, एक समय था जब भारत में “कुष्ठ रोग” को देवी, देवताओं का प्रकोप तथा अभिशाप माना जाता था। समाज में इसे कलंक समझा जाता था। रोगी को समाज में घृणा की दृष्टि से देखा जाता था। आज भी कहीं-कहीं दूर दराज क्षेत्रों में इसे अभिशाप ही माना जाता…