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एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है? – What is Atypical Parkinsonism  in Hindi

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है

दोस्तो, हमने अपने पिछले आर्टिकल “पार्किंसन रोग क्या है”, में पार्किंसन रोग पर विस्तार से जानकारी दी थी। पार्किंसन रोग में हमने बताया था कि मुख्य रूप से मस्तिष्क में डोपामाइन की कमी की वजह से पार्किंसन रोग होता है जिससे मस्तिष्क का गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रहता। मनोभ्रंश और मतिभ्रम, शरीर का संतुलन ना बना पाना, अस्पष्ट आवाज, धीरे बोलना, हाथ या पूरी बाजू में कंपकपी, आगे झुक कर चलना आदि इसके लक्षण होते हैं।  पार्किंसन रोग का एक असामान्य रूप भी है जिसे एटिपिकल पार्किंसनिज़्म कहा जाता है। यह भी न्यूरोलोजिकल समस्या है, यह न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों के एक समूह को वर्णित करता है जिसमें पार्किंसन रोग के लक्षण तो शामिल होते ही हैं साथ ही साथ इसमें कुछ अतिरिक्त लक्षण भी शामिल हो जाते हैं। 

इनमें चेहरे की भाव शून्यता, मांसपेशियों में संकुचन या अकड़न, झटके लगना आदि प्रमुख हैं। जिस प्रकार पार्किंसन रोग के निदान के लिए कोई विशेष टेस्ट नहीं और समुचित उपचार नहीं है उसी प्रकार एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के लिये भी कोई विशेष टेस्ट मुकर्रर नहीं है और ना ही इसका कोई उपचार है। परन्तु कुछ दवाओं और थेरेपी के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है ताकि मरीज को कुछ राहत मिल सके। आखिर क्या है ये एटिपिकल पार्किंसनिज़्म। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है?”

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसका उपचार क्या है। तो, सबसे पहले जानते हैं कि एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है और इसके प्रकार। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

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एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है? – What is Atypical Parkinsonism?

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म (atypical parkinsonism) अथवा पार्किंसंस प्लस लक्षणों का समूह है जो पार्किंसंस के समान होते हैं जैसे कि कंपकंपी, धीमी और अनिश्चित गति, कठोरता, चलते समय झुककर चलना, बाजुओं का मूवमेंट ना होना आदि परन्तु इसके अतिरिक्त इसमें और भी लक्षण विद्यमान होते हैं। अतिरिक्त लक्षणों में आसन संबंधी अस्थिरता और बार-बार गिरना (Postural instability and frequent falls), चेहरे के भाव ना बन पाना आदि सम्मलित होते हैं। 

ऐसे अतिरिक्त लक्षणों के बढ़ने की गति तेज होती है। वस्तुतः एटिपिकल पार्किंसनिज़्म एक न्यूरोलोजिकल समस्या है यानि एक शब्द जो न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों के एक समूह को वर्णित करता है। यह पार्किंसंस रोग के साथ कुछ नैदानिक ​​​​विशेषताओं को साझा करने के साथ-साथ कुछ विशिष्ट विशेषताएं और प्रगति प्रतिमान भी रखता है। इसी को “असामान्य” स्थिति कहा जाता है।

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के प्रकार – Types of Atypical Parkinsonism 

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म को निम्नलिखित चार भागों में बांटा गया है –

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1. लेवी बॉडीज़ (Dementia with Lewy Bodies) – यह एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का सबसे आम विकार है। इसमें चलने, फिरने में दिक्कत होती है, सोचने, समझने में परेशानी होती है, सोने में दिक्कत होती है तथा किसी विषय पर ध्यान केन्द्रित नहीं हो पाता। लेवी बॉडीज़ से पीड़ित मरीजों को मतिभ्रम भी हो सकता है, इस वजह से वे ऐसी वस्तुओं के देख, सुन, सूंघ या महसूस करते हैं जो वास्तव में है ही नहीं, उदाहरण के तौर पर वे एकदम से कहेंगे “मुझे किसी ने आवाज लगाई है” जबकि उनके आसपास कोई है ही नहीं।

2. मल्टीपल सिस्टम एट्रोफी (Multiple System Atrophy)- यह एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का दूसरा आम विकार है। इसमें शारीरिक अनैच्छिक प्रक्रियाओं की गति और नियंत्रण प्रभावित होते हैं। मल्टीपल सिस्टम एट्रोफी को पार्किंसंस रोग (Parkinson disease – PD) के उन मरीजों से अलग किया जाता है जिनमें ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन, यौन, मूत्राशय और आंत्र की शिथिलता, लाल-नीलेपन जैसी विशेषताएं मौजूद होती हैं। 

मल्टीपल सिस्टम एट्रोफी में हाथ ठंडे पड़ जाना, त्वचा के रंग में परिवर्तन, स्लीप एपनिया, सिर का आगे की ओर झुकना, बैठते हुए शरीर का झुकना, चलने फिरने में दिक्कत होना जैसे लक्षण प्रकट होते हैं।

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3. कॉर्टिकोबैसल सिंड्रोम (Corticobasal Syndrome)- यह एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का एक दुर्लभ विकार है। इससे पीड़ित व्यक्ति को चलने-फिरने में, सोचने-समझने में, संतुलन बनाने और निगलने दिक्कत होती है। इसमें मस्तिष्क के क्षेत्र में सिकुड़न आ जाती है और तंत्रिका कोशिकाएं मरने लगती हैं। मांसपेशियों में लगातार संकुचन की वजह से (असामान्य मुद्राएं और मुड़ना) या मायोक्लोनस यानि झटका लगना जैसे लक्षण होते हैं।

4. सुपरन्यूक्लियर पाल्सी (Supranuclear Palsy)- यह भी एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का एक आम रूप है। इसमें चिंता के भाव चेहरे पर होना सबसे बड़ा लक्षण है। 

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के कारण – Causes of Atypical Parkinsonism

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं –

  1. सर्जरी के समय दी जाने वाली एनेस्थीसिया दवाओं की वजह से मस्तिष्क की हानि।
  2. ब्रेन इंफेक्शन जैसे एन्सेफलाइटिस और मेनिनजाइटिस।
  3. स्ट्रोक या खेल अथवा दुर्घटना में लगी मस्तिष्क में चोटें।
  4. एचआईवी/एड्स
  5. विल्सन रोग यह एक दुर्लभ रोग है जिसमें लिवर, मस्तिष्क तथा अन्य अंगों में कॉपर जमा हो जाता है।
  6. मनोरोग या मतली के उपचार में कार्बन मोनोऑक्साइड, पारा, या अन्य जहरीले रसायनों के साथ जहर का उपयोग। 

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के लक्षण – Symptoms of Atypical Parkinsonism

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं –

  1. चेहरे की भाव शून्यता
  2. स्मृति का क्षींण हो जाना
  3. मतिभ्रम
  4. संतुलन ना बना पाना, बार-बार गिरना।
  5. मांसपेशियों में संकुचन या अकड़न
  6. चाल की गति बहुत धीमी हो जाना, इसे  ब्रैडीकिनेसिया कहा जाता है। चलने फिरने में दिक्कत होना 
  7. अस्पष्ट आवाज और बहुत धीमे बोलना
  8. झटके लगना
  9. नींद ठीक से ना आना
  10. सिर का आगे की ओर झुका होना
  11. बैठते हुए शरीर का आगे की ओर झुकना, 
  12. निगलने में दिक्कत

एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का निदान – Diagnosis of Atypical Parkinsonism

दोस्तो, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का निदान कर पाना बेहद मुश्किल है क्योंकि इसके निदान के लिए कोई विशेष टेस्ट मुकर्रर नहीं है जैसे कि इमेजिंग या ब्लड टेस्ट। अक्सर डॉक्टर इसे बार-बार पार्किंसंस, डिमेंशिया या अन्य कोई न्यूरोजिकल विकार से जोड़कर देखते हैं और भ्रमित होते हैं। यह परम्परा गलत है। 

मूवमेंट डिसऑर्डर विशेषज्ञ लक्षणों और चिकित्सकीय अवलोकन के आधार पर तथा न्यूरोलॉजिस्ट जटिल और दुर्लभ स्थितियों के आधार पर डायग्नोज़ करते हैं। 

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एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का उपचार – Treatment of atypical parkinsonism

यद्यपि एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का कोई सटीक उपचार नहीं है परन्तु फिर भी दवाओं और थेरेपी के जरिए इसका उपचार किया जाता है ताकि मरीज राहत महसूस कर सके, विवरण निम्न प्रकार है –

1. दवाएं – Medicines

(i) हम यहां स्पष्ट कर दें कि मनोभ्रंश के लक्षण को कंट्रोल करने के लिए कोई भी दवा Food and Drug Association – FDA से अनुमोदित नहीं है परन्तु डॉक्टर कभी-कभी उनका इस्तेमाल “ऑफ लेबल” करते हैं। विकल्प स्वरुप इसमें नुपलाज़िड (पिमावांसेरिन) को शामिल किया जा सकता है।  

(ii) चूंकि एटिपिकल पार्किंसनिज़्म में पार्किंसंस के लक्षण भी शामिल होते हैं इसलिये डॉक्टर एटिपिकल पार्किंसनिज़्म में भी लेवोडोपा दवा का उपयोग करते हैं जबकि उनको भी पता होता है कि लेवोडोपा एटिपिकल पार्किंसनिज़्म में काम नहीं करती, हालांकि इस दवा के उपयोग से मरीज की तरफ से संक्षिप्त प्रतिक्रिया मिल सकती है। लेवोडोपा का प्रभाव समय बीतने के साथ-साथ समाप्त हो जाता है। 

(iii) सीबीडी के मामले में डिस्टोनिया के लिए, मांसपेशियों में बोटोक्स या बोटुलिनम विष इंजेक्शन का उपयोग किया जा सकता है। 

(iv) डीएलबी में मतिभ्रम के मामले में जोकि सुरक्षा या कल्याण के लिए जोखिम हो सकता है के लिए एटिपिकल एंटीसाइकोटिक्स दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। 

(v) डीएलबी में ही स्मरण शक्ति और सोच-समझ के मामले में एक्सेलॉन (रिवास्टिग्माइन), एरिसेप्ट (डेडपेज़िल), रजाडाइन (गैलेंटामाइन) या नमेंडा (मेमेंटाइन) जैसी दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।

(vi) मूड, व्यवहार और नींद की समस्याओं के निवारण के लिए डॉक्टर विभिन्न प्रकार की दवाएं दे सकते हैं।

2. थेरेपी (Therapy)- एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के उपचार में स्पीच थेरेपी, फिजियो थेरेपी, कॉग्निटिव थेरेपी, व्यवहार थेरेपी आदि का उपयोग किया जा सकता है।

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Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है?, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के प्रकार, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के कारण, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के लक्षण और एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का निदान, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का उपचार का भी बताया। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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आज के आर्टिकल में हमने आपको एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एटिपिकल पार्किंसनिज़्म क्या है?, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के प्रकार, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के कारण, एटिपिकल पार्किंसनिज़्म के लक्षण और एटिपिकल पार्किंसनिज़्म का निदान, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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