दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, मानव मस्तिष्क सबसे जटिल संरचना है और इससे संबंधित रोग भी जटिल होते हैं। जो रोग दवाओं से ठीक हो सकते हैं तो वो ठीक हो जाते हैं लेकिन जिन रोगों के लिये सर्जरी करनी पड़ती है तो स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। ऐसा ही एक मस्तिष्क रोग है मस्तिष्क धमनी विस्फार यानी ब्रेन एन्युरिज्म, मस्तिष्क में धमनी की दीवार में उभार या सूजन की स्थिति। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है?”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको ब्रेन एन्युरिज्म के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इसका उपचार कैसे किया जाता है। तो सबसे पहले जानते हैं कि ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है? और इसके कारण होते हैं। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।
ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है? – What is Brain Aneurysm
जब मस्तिष्क की धमनी की दीवार फूलने पर उभार या सूजन आ जाती है और उसमें रक्त भर जाता है तो इस स्थिति को मस्तिष्क धमनी विस्फार यानी ब्रेन एन्युरिज्म कहा जाता है। इसे इंट्राक्रेनियल एन्यूरिज्म (Intracranial Aneurysm) या सेरिब्रल एन्यूरिज्म (Cerebral Aneurysm भी कहा जाता है। यह लटके हुऐ बेरी की तरह दिखाई देता है और कई बार यह टूट भी जाता है। टूटा हुआ ब्रेन एन्युरिज्म मस्तिष्क के बीच में होता है। यह जानलेवा स्थिति होती है इसके कारण ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन हेमरेज होने से व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। ब्रेन एन्युरिज्म वैसे तो किसी भी आयु के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है पर इससे अधिकतर 35 से 60 वर्ष की आयु के व्यक्ति प्रभावित होते हैं। ज्यादातर एन्यूरिज्म, जो छोटे होते हैं, 40 वर्ष की आयु के बाद विकसित होते हैं और लगभग 1/8 इंच से एक इंच तक हो सकते हैं।
ब्रेन एन्यूरिज्म के कारण – Cause of Brain Aneurysm
ब्रेन एन्यूरिज्म के अनेक कारण हो सकते हैं जो निम्न प्रकार हैं –
1. हाई ब्लड प्रेशर सबसे मुख्य कारण है।
2. एथेरोस्क्लेरोसिस। यह एक ऐसा रोग है जिसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल, कैलशियम व अन्य रक्त में मौजूद पदार्थों से रक्त धमनियों में प्लाक बनने लगता है। ये रक्त धमनियां हृदय तक रक्त ले जाती हैं।
3. असामान्य रक्त प्रवाह।
4. आनुवंशिकता।
5. वृद्धावस्था।
6. धूम्रपान।
7. शराब का अधिक सेवन करना।
8. ड्रग्स तथा अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन करना।
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ब्रेन एन्यूरिज्म के लक्षण – Symptoms of Brain Aneurysm
दोस्तो, ब्रेन एन्यूरिज्म के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं –
1. सिरदर्द- यह ब्रेन एन्यूरिज्म होने का मुख्य और सबसे बड़ा लक्षण है। अचानक से सिर में बहुत तेज सिरदर्द हो सकता है। ब्रेन एन्यूरिज्म से होने वाले सिरदर्द को सबसे खराब माना जाता है।
2. दृष्टि धुंधली या दोहरी हो सकती है।
3. आंख के ऊपर और पीछे दर्द हो सकता है।
4. आंख की पुतलियों का फैल जाना।
5. प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
6. जी खराब होना और उल्टी आना।
7. गर्दन का अकड़ना।
8. बेहोशी छाना।
9. भ्रमित रहना।
10. चेहरे के एक तरफ रुखापन होना।
ब्रेन एन्यूरिज्म के लिये किये जाने वाले परीक्षण – Tests for Brain Aneurysms
डॉक्टर ब्रेन एन्यूरिज्म के लिये निम्नलिखित टैस्ट करवा सकते हैं –
1. कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन (CTS) – सीटी स्कैन मस्तिष्क में रक्तस्राव को दर्शाता है।
2. कंप्यूटेड टोमोग्राफी एंजियोग्राम स्कैन (CTAS) – सीटीए के परिणाम सीटी स्कैन की अपेक्षाकृत अधिक सटीक होते हैं।
3. मैग्नेटिक रेसोनेन्स एंजियोग्राफी (MRA) – एमआरए, सीटीए CTA की भांति ही होता है। यह शरीर की रक्त वाहिकाओं के इमेज को कंप्यूटर पर दिखाता है।
4. मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग स्कैन (MRIS) – एमआरआई द्वारा एक्स-रे की तुलना में बहुत साफ देखा जा सकता है। डॉक्टर एमआरआई द्वारा मरीज की आंतरिक संरचनाओं का परीक्षण करते हैं।
5. सेरेब्रल एंजियोग्राफी (Cerebral Angiogram) – इस एक्स-रे परीक्षण के समय एक कैथेटर को खून की नसों के जरिये कमर या बांह में डालकर मस्तिष्क की नस के माध्यम से ऊपर ले जाते हैं। जहां एक डाई को सेरेब्रल धमनी में इंजेक्ट कर दिया जाता है।
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ब्रेन एन्यूरिज्म का उपचार – Brain Aneurysm Treatment
डॉक्टर ब्रेन एन्यूरिज्म का इलाज के लिये मरीज के लक्षणों की जांच करते हैं, टैस्ट रिपोर्ट्स को परखते हैं। मरीज के स्वास्थ्य स्थिति को परखते हैं। ब्रेन एन्यूरिज्म का आकार 10 एमएम से छोटा होने की स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के बारे में रोगी को सलाह देते हैं और उसी अनुसार उपचार करते हैं। एन्यूरिज्म के बड़े आकार की स्थिति में सर्जरी करने का निर्णय लेते हैं। सर्जरी निम्नलिखित प्रक्रियाओं द्वारा की जाती है –
ब्रेन एन्यूरिज्म सर्जरी प्रक्रिया – Brain Aneurysm Surgery Procedure
1. एंडोवस्कुलर एम्बोलिजेशन (Endovascular Embolization) – सर्जरी की इस प्रक्रिया के में एक पतली ट्यूब माइक्रोकैथेटर के द्वारा विशिष्ट प्रकार की क्वॉयल को, पैर रक्त वाहिनियों के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचाया जाता है, फिर इसे प्रभावित एन्यूरिज्म में रखा जाता है। इस प्रक्रिया को क्वॉलिंग कहा जाता है। एक बार एन्यूरिज्म क्वॉयल से भर जाने के बाद रक्त प्रवेश नहीं कर पाता। यह रक्त के प्रवाह को बाधित कर देता है जिससे रक्त का थक्का बनता है। इसके फटने की संभावना भी नहीं रहती।
2. सर्जिकल क्लिपिंग (Surgical Clipping)- सर्जरी की यह प्रक्रिया मरीज को जनरल एनेस्थीसिया देकर की जाती है। इस प्रक्रिया में रक्त के बहाव को अलग करने के लिये एन्यूरिज्म के आधार के चारों तरफ एक छोटी धातु की क्लिप लगाकर एन्यूरिज्म को सील कर दिया जाता है। यह एन्यूरिज्म पर दबाव को कम करती है और इसे टूटने से रोकती है। इसके लिये खोपड़ी के एक छोटे से भाग को हटाना पड़ता है। बहुत कम मामलों में ऐसा होता है कि कुछ एन्यूरिज्म इस तरह से उभरते हैं कि एन्यूरिज्म को काटकर अलग कर दिया जाता है और रक्त की नसों के सिरों को आपस में जोड़ दिया जाता है।
सर्जरी के बाद की देखभाल – Post Surgery Care
1. सर्जरी के बाद मरीज को रिकवरी रूम में रखा जाता है, वहां उसके स्वास्थ को मॉनिटर किया जाता है। अस्पताल में 2 से 6 दिन तक रहना पड़ सकता है। अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने के बाद, मरीज को पूरी तरह रिकवर होने में लगभग 6 हफ्ते लग जाते हैं।
2. डॉक्टर मरीज को भरपूर नींद लेने और घर पर ही आराम करने की सलाह देते हैं।
3. डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं को सही समय पर लेते रहना चाहिये।
4. कुछ महीने के लिये तीव्र गतिविधियों को ना करें जैसे भागना, दौड़ना, एक्सरसाइज करना, वजन उठाना और अन्य शारीरिक श्रम वाले काम।
5. समय-समय पर चेकअप कराते रहें। यदि कोई परेशानी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ब्रेन एन्यूरिज्म से बचाव के उपाय – How to Protect Brain Aneurysm
दोस्तो, कुछ निम्नलिखित सावधानियां अपनाकर यदि ब्रेन एन्यूरिज्म से बचाव किया जा सकता है –
1. सबसे पहले रक्तचाप को नियंत्रित करना होगा। यह सामान्य रहना चाहिये क्योंकि उच्च रक्तचाप ब्रेन एन्यूरिज्म का मुख्य कारण होता है।
2. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करें। खराब वाला (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल रक्त धमनियों में प्लाक बनाता है जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है। कोलेस्ट्रॉल पर विस्तृत जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “कोलेस्ट्रॉल कम करने के देसी उपाय” पढ़ें।
3. अपने भोजन में, ताजे फल, पत्तेदार व हरी सब्जियां, मछलियां (सेलमन, टुना, मैकरेल, हेरिंग या ट्राउट, जिनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड्स की भरपूर मात्रा होती है) शामिल करें। ये मस्तिष्क स्वास्थ के लिये लाभदायक हैं।
4. अपने भोजन में उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
5. वसा रहित दूध और कम वसा (1 प्रतिशत) वाले दुग्ध उत्पाद इस्तेमाल करें।
6. धूम्रपान बिल्कुल ना करें। धूम्रपान पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “धूम्रपान छोड़ने के घरेलू उपाय” पढ़ें।
7. शराब व अन्य नशीले पदार्थों का इस्तेमाल ना करें।
भारत में ब्रेन एन्यूरिज्म सर्जरी का खर्च – Brain Aneurysm Surgery Cost in India
हमारे देश भारत में ब्रेन एन्यूरिज्म सर्जरी का खर्च लगभग 4,00,000 से 6,00,000 रुपये तक लग सकता है। यह शहर, अस्पताल, सर्जन और सर्जरी की तकनीक पर भी निर्भर करता है। विदेश से आने वाले मरीज के लिये यह खर्च और भी ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि आवास और भोजन का खर्च अलग से होता है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है? के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ब्रेन एन्यूरिज्म क्या है?, ब्रेन एन्यूरिज्म के कारण, ब्रेन एन्यूरिज्म के लक्षण, ब्रेन एन्यूरिज्म के लिये किये जाने वाले परीक्षण, ब्रेन एन्यूरिज्म का उपचार, ब्रेन एन्यूरिज्म सर्जरी प्रक्रिया और सर्जरी के बाद की देखभाल, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से ब्रेन एन्यूरिज्म से बचाव के उपाय बताये और भारत में ब्रेन एन्यूरिज्म सर्जरी का खर्च के बारे में भी बताया। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
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