दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, सबसे लंबी रात दर्द की रात होती है चाहे दर्द पेट में हो या कान में या किसी घाव के कारण। और यह लंबी रात कयामत की रात तब बन जाती है जब आपके “दांत में दर्द” हो। यदि दांत में दर्द हुआ तो समझ लीजिये कि यह एक प्रकार से नरक भोगने के समान है। आपकी आंखों में नींद होती है परन्तु इस दर्द के कारण आप एक पल भी सो नहीं पाते, सोचते हैं जल्दी से दिन निकले, डेंटिस्ट की दुकान खुले और दवा लेकर आऊं। मगर इस समय दर्द से राहत पाने के लिये आप क्या कर सकते हैं। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “दांत में दर्द के घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको दांत में दर्द के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इससे राहत पाने के क्या घरेलू उपाय हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि दांत में दर्द होना क्या है, दर्द के प्रकार और रात में दांत का दर्द क्यों बढ़ जाता है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।
दांत में दर्द होना क्या है? – What is Toothache?
हमारे मुंह करोड़ों की संख्या में, 700 प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। यदि मुंह, दांत, मसूड़े और जीभ की सफाई रोजाना ना की जाये तो ये बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों को क्षति पहुंचाते हैं। भोजन करने के बाद भोजन के कण दांतों के बीच फंस जाते हैं और यदि ब्रश से दांतों को तो ये बैक्टीरिया उस भोजन को खाते हैं और ताकतवर बनते हैं।
ये बैक्टीरिया मसूड़े, जबड़े की हड्डी को और दांतों की परत और दांतों की जड़ को नुकसान पहुंचाने का काम करने लगते हैं। परिणामस्वरूप हमें दर्द होने लगता है, इसी को दांतों का दर्द कहते हैं। अधिक गर्म या अधिक ठंडा भोजन करने पर भी दांत संवेदनशील हो जाते हैं और दर्द बनता है। दांत टूट जाने पर या नया दांत आने पर भी दांत में दर्द बनता है। दांत का दर्द सिर, कान और जबड़े को भी प्रभावित करता है अर्थात् इनमें भी दर्द होता है।
दांत दर्द के प्रकार – Types of Toothache
दांत का दर्द दो प्रकार का होता है – एक तेज दर्द और दूसरा सुस्त दर्द। विवरण निम्न प्रकार है –
1. तेज दर्द – इसे Sharp Tooth Pain कहा जाता है। कुछ भी खाते हुऐ या बात करते हुऐ अचानक बहुत तेज दर्द उठेगा।
2. सुस्त दर्द – यह दर्द हल्का होता है और लंबे समय तक बना रहता है। यह बीच-बीच में बंद हो जाता है और लगातार भी बने रह सकता है। यह बहुत अधिक ठंडा या गर्म भोजन करने से होता है। इसे Dull Tooth Pain कहा जाता है।
रात में दांत का दर्द क्यों बढ़ जाता है? – Why Does Toothache Get Worse at Night?
रात को जब हम लेटे हुऐ होते हैं तो खून का बहाव सिर की ओर अधिक होता है, इसलिये शरीर के ऊपरी हिस्से में खून के बहाव अधिक होने के कारण जबड़े पर अधिक दबाव पड़ता है जिससे दर्द ज्यादा महसूस होता है। दूसरी बात यह है कि रात के समय शारिरिक गतिविधि करने के लिये कुछ और नहीं होता जो हमारा ध्यान कहीं और लग सके। इसी वजह से सारा फोकस दांत के दर्द पर ही रहता है।
अक्ल दाढ़ क्या होती है? – What is a Wisdom Tooth?
अक्ल दाढ़ (Wisdom Tooth) बनावट की दृष्टि से कोई विशेष प्रकार की दाढ़ नहीं होती बल्कि सामान्य प्रकार की ही दाढ़ होती है, केवल विशेषता इसकी इतनी है कि यह सबसे बाद में निकलती है और 17 से 25 वर्ष की उम्र के बीच में आती है। यह बहुत मजबूत होती है। जब इसे निकलने के लिये जगह नहीं मिलती तो मसूड़ों और दांतों पर दबाव बनाती है इस कारण असहनीय दर्द होता है और यह दर्द तब तक रहता है जब तक कि यह निकल ना जाये। इस दर्द के कारण भोजन करना भी मुश्किल हो जाता है क्योंकि चबाने में तकलीफ होती है, सिर में दर्द रहने लगता है, मसूड़े सूज जाते हैं और दर्द के मारे आंखें लाल हो जाती हैं।
दांत में दर्द के कारण – Causes of Toothache
दांत में दर्द के हो सकते हैं निम्नलिखित कारण –
1. दांतों में चोट लगना, चोट लगने से दांत टूट जाना।
2. जबड़े या मुंह में चोट लग जाना।
3. दांतों में सड़न।
4. यदि दांत में फिलिंग हो रखी है तो उसका क्षतिग्रस्त हो जाना।
5. हाल ही में दांत में हुई फिलिंग का ढीला पड़ जाना।
6. मुंह का अल्सर
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7. मसूड़ों में सूजन।
8. बैक्टीरिया के कारण दांतों में सड़न या संक्रमण।
9. अकल दाढ़ का निकलना।
10. बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा खाने से दांतों का संवेदनशील हो जाना।
11. अधिक अम्लीय भोजन करने से दांतो की बाहरी परत कमजोर हो जाना। बाहरी परत कमजोर हो जाने से अंदर का भाग डेंटिन दीखने पर गर्म, ठंडे के प्रति संवेदनशीलता के कारण दर्द रहने लगता है।
12. दांत पीसने, दांत चबाने, काटने की आदत के कारण दांतों में फ्रैक्चर हो जाता है, फिर दर्द बनने लगता है।
दांतों में दर्द के लक्षण – Symptoms of Toothache
दांतों में दर्द रहना तो मुख्य लक्षण है। इसके अतिरिक्त निम्नलिखित लक्षण भी प्रकट हो सकते हैं –
1. मसूड़ों का फूल जाना।
2. जबड़े और चेहरे पर सूजन आना।
3. जबड़े में दर्द होना।
4. सिर में या कान में दर्द होना।
5. सामान्य ठंडा या गर्म खाने पर दांतों में झनझनाहट और दर्द होना।
6. दांतों से खून/पस आना और मसूड़ों की पकड़ कमजोर हो जाना।
दांत का परीक्षण – Dental Exam
1. दांत के परीक्षण के लिये डॉक्टर पहले दांत की स्थिति का मुआयना करते हैं, सूजन, चोट, दांत का टूटना आदि देखते हैं।
2. पहले ली गई दवाइयों के बारे में मरीज से जानकारी लेते हैं।
3. जरूरी हुआ तो दांत का रेडियोग्राफ (एक्स रे) लिया जाता है।
4. पैनोरैमिक रेडियोग्राफ और कोन बीम कंप्यूटेड टोमोग्राफी द्वारा ली गई इमेजिज़ से मुंह के अंदर दांतों और हड्डियों का आंकलन किया जाता है।
दांत दर्द का उपचार – Toothache Treatment
डॉक्टर दांत की स्थिति और एक्स रे के आधार पर उपचार करते हैं। इसमें निम्नलिखित विधियां अपनाई जा सकती हैं –
1. सामान्य स्थिति में दर्द और सूजन को खत्म करने के लिये एंटीबायोटिक्स दवाऐं दी जा सकती हैं।
2. कुछ मामलों में फिलिंग करवाने को कहा जा सकता है।
3. कुछ गंभीर मामलों में रूट कैनाल थेरेपी अपनाई जा सकती है।
4. बिल्कुल ही खराब हुऐ दाढ़, दांत को निकाल दिया जाता है।
5. बच्चों के दूध के दांत के अधिक हिलने में, खींच कर निकाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया में दर्द नहीं होता।
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दांत दर्द में क्या खाना चाहिए? – What to Eat for a Toothache?
दांत के दर्द में ऐसा भोजन करना चाहिये जिसे चबाना ना पड़े, निगलना आसान हो, स्वाद भी आये और पेट भी भर जाये। इसलिये निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है –
1. छेना या पनीर
2. उबले हुए आलू
3. दलिया
4. सब्जियों का सूप
5. सैंडविच
6. स्पैगेटी (Spaghetti) – एक प्रकार की मैकरॉनी है।
7. बिना चीनी का मिल्कशेक या मैंगोशेक।
8. स्मूदी।
9. केला।
10. आइसक्रीम
11. फलों का जूस
12. दही।
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दांत दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए? – What Should not be Eaten with a Toothache?
1. ऐसे भोजन/खाद्य पदार्थों को अवॉइड करें जो सख्त हों और जिनको चबाना पड़े या जो दांत दर्द को और बढ़ा दें जैसे रोटी-सब्जी, चावल, सलाद, नूडल्स आदि।
2. अधिक मीठा या चीनी वाले खाद्य पदार्थ।
3. तीखे, तेज मिर्च मसाले वाले और ऑयली खाद्य पदार्थ।
4. स्नेक्स या तेज नमक वाले खाद्य पदार्थ।
5. कच्ची सब्जियां।
6. मांसाहारी भोजन
7. अंडे, अंडे से बने खाद्य पदार्थ जैसे ऑमलेट, भूजी, अंडे की सब्जी आदि।
8. खट्टे फल जैसे संतरे, अंगूर आदि।
दांत में दर्द के घरेलू उपाय – Home Remedies for Toothache
दोस्तो, अब बताते हैं आपको कुछ घरेलू उपाय जो निम्न प्रकार हैं –
1. सेंधा नमक (Rock Salt)- दोस्तो, सेंधा नमक व्रत के दिनों में भोजन में तो काम आता ही है, अपने अनेक रोगों के उपचार में भी काम आता है। इसमें प्राकृतिक रूप से कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम तथा कॉपर जैसे 90 से अधिक खनिज मौजूद होते हैं। पानी में घुलने पर इसके प्राकृतिक गुण एक्टिव हो जाते हैं। सेंधा नमक मुंह में जमा हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म कर देता है। मसूड़ों में सूजन, मसूड़ों से खून आना और दांत के दर्द में गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर दो, तीन बार कुल्ला करें, रात को तो अवश्य करें। दर्द और सूजन में आराम आ जायेगा।
2. सादा नमक (Plain Salt)- जिस प्रकार सेंधा नमक दांत के दर्द में कारगर है उसी प्रकार सादा नमक भी दांत के दर्द में राहत पहुंचाता है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच सादा नमक घोल लें। इस नमक वाले गुनगुने पानी का घूंट मुंह में भर कर पानी को थोड़ी देर मुंह में ही रोक कर मुंह उस तरफ कर लें जिधर दांत में दर्द हो रहा है, इससे गर्म-गर्म सिकाई होगी और नमक अपना प्रभाव दिखायेगा। इस प्रक्रिया को करते रहें। इससे दर्द, सूजन, मुंह में जख्म आदि सब ठीक हो जायेंगे।
3. बेकिंग सोडा (Baking Soda)- बेकिंग सोडा के जीवाणुनाशक गुण (Bactericidal property) मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट करने में अपनी सक्रिम भूमिका निभाते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं। दांत में दर्द की स्थिति में गुनगुने पानी में बेकिंग सोडा मिला लें और इस पानी से नियमित रूप से कुल्ला करें। इसके अतिरिक्त गीली रूई में थोड़ा सा बेकिंग सोडा लगाकर दर्द वाले दांत पर लगा दें। बहुत जल्दी आराम आ जायेगा।
4. आइस पैक (Ice Pack)- जिस प्रकार गर्म पानी की सिकाई से दांत के दर्द में आराम आ जाता है उसी प्रकार ठंडी सिकाई भी दांत के दर्द में आराम दिलाती है। इसके लिये जहां दर्द है उस स्थान पर आइस पैक लगायें, इससे दर्द में आराम भी लगेगा और सूजन भी कम हो जायेगी।
5. त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna)- त्रिफला चूर्ण जो हरड़, बहेड़ा और आँवला के सम्मिश्रण से बनता है पेट की बीमारियों के उपचार के लिये उत्तम उपाय है ही, दांत के दर्द में भी यह आराम दिलाता है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाकर कुल्ला करें, इससे आराम लग जायेगा।
6. हींग (Asafoetida)- हींग एनेलजेसिक में दर्दनिवारक एनालजेसिक (analgesic) गुण मौजूद होते हैं जो दर्द को खत्म करने का काम करते हैं, साथ ही इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों में सड़न से बचाव करते हैं। हींग दांत दर्द की दवा के रूप में काम करती है। दांत दर्द से राहत पाने के लिये आधा चम्मच हींग को एक चम्मच नींबू के रस में मिलाकर पेस्ट बना लें और रुई की मदद से इस पेस्ट को दर्द वाले दांत पर लगायें। इससे तुरंत आराम आ जायेगा। नींबू ना भी हो तो सादा पानी में पेस्ट बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. लौंग का तेल (Clove oil)- दांत के दर्द में लौंग का प्राचीन काल से इस्तेमाल किया जाता रहा है और यह उपाय बेहद लोकप्रिय है। लौंग के तेल के घटक यूजेनॉल (eugenol) और एसिटिल यूजेनॉल (acetyl eugenol) की वजह से एंटीइन्फ्लेमेटरी (सूजनरोधी) और एनालजेसिक (दर्दनिवारक) प्रभाव छोड़ते हैं। दांत में दर्द और सूजन होने पर लौंग के तेल में रुई डुबोकर दर्द वाले दांत पर रुई को रख दें। इससे बहुत जल्द आराम आ जायेगा।
8. लौंग (Clove)- दोस्तो, लौंग के गुण तो हमने ऊपर बता दिये। यदि लौंग का तेल उपलब्ध नहीं है तो साबुत लौंग तो घर में मिल ही जाती है। इसलिये दांत में झंझनाहट, चीस लगना और दर्द की स्थिति में एक लौंग दर्द वाले दांत और दाढ़ के बीच में रखकर धीरे-धीरे चूसते रहें। कुछ ही देर में आराम लग जायेगा।
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9. प्याज (Onion)- प्याज में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं जो दर्द, सूजन और दांतों के बैक्टीरिया को खत्म करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। दांत में दर्द और सूजन की समस्या से छुटकारा पाने के लिये प्याज को काटकर दर्द वाले दांत और दाढ़ के बीच रख लें। यदि यह असुविधाजनक लगे तो, प्याज का रस निकाल कर इसमें रुई डुबोकर दर्द वाले दांत पर रख लें ठीक उसी प्रकार जैसे लौंग का तेल लगाया जाता है।
10 लहसुन (Garlic)- लहसुन में पाये जाने वाला एलिसिन इसका महत्वपूर्ण घटक है, एलिसिन का एंटीमाइक्रोबियल गुण मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करता है। लहसुन के एंटीबायोटिक गुण होते हैं दांत के दर्द को करने करने में सक्षम होते हैं। लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर उसमें चुटकी भर नमक मिलाकर दर्द वाले दांत पर लगायें। थोड़ी देर में आराम लग जायेगा।
11. हल्दी (Turarmic)- हल्दी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो दर्द को खींच लेती है और सूजन को भी खत्म कम करती है। दांत के दर्द से राहत पाने के लिये हल्दी पाउडर में सरसों के तेल और जरा सा नमक मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दर्द वाले दांत पर लगायें। आराम लग जायेगा।
12. दालचीनी (Cinnamon)- दालचीनी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण दांत के दर्द और सूजन को खत्म करने से में मदद करते हैं और सहायक हो सकता है और एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के बैक्टीरिया को मारते हैं। एक चम्मच दालचीनी पाउडर में पांच चम्मच शहद मिलाकर पेस्ट बना लें और दर्द वाले दांत पर लगायें, थोड़ी देर बाद कुल्ला कर लें। या दालचीनी के तेल को रुई की मदद से लगायें।
13. काली मिर्च (Black Pepper)- काली मिर्च में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी और पेन रिलीवर गुण होते हैं। दांत के दर्द में लौंग के तेल में एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर लगायें। या काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक को पीसकर पाउडर बनाकर इसमें दो, तीन बूंद सरसों के तेल की मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगायें। आधा घंटा बाद मुंह साफ कर लें। दांत का दर्द, मसूड़ों की समस्याऐं और मुंह की बदबू सब दूर हो जायेंगी। या काली मिर्च पाउडर और नमक बराबर लेकर इसमें कुछ बूंद पानी की डालकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को दर्द वाले दांत पर लगायें। इससे दांत दर्द में जल्दी आराम आ जायेगा।
14. अमरूद के पत्ते (Guava Leaves)- अमरूद के पत्तों में एंटीमाइक्रोबियल,एंटीबैक्टीरियल, एंटीइन्फ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक गुण मौजूद होते हैं। इसके पत्तों में गुआजावेरिन (Guaijaverin – एक प्रकार का केमिकल), एंटीप्लाक गुण मौजूद होता है, जो मुंह के स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद माना जाता है। अमरूद के छोटे-छोटे नये पत्तों को धीरे-धीरे चबायें। इससे दांत का दर्द और सूजन दोनों खत्म हो जायेंगे। या अमरूद के पत्तों को पानी में उबालकर, इसमें नमक मिलाकर, इस पानी से कुल्ला करें।
15. आलू (Potato)- आलू हर घर की रसोई में पाया जाता है। यह दांत का दर्द और सूजन खत्म करने का सरल उपाय है। आलू को छीलकर उसके स्लाइस काटकर दर्द वाले दांत और दाढ़ के बीच में रख लें। इससे फौरन आराम आ जायेगा।
दांत दर्द से बचाव – Toothache Prevention
अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित टिप्स जिनको अपनाकर आप दांतों की रक्षा कर सकते हैं ताकि दांत दर्द की समस्या ना हो –
1. बसे बड़ी और मुख्य बात तो यह है कि मुंह की सफाई का ध्यान रखें। सुबह उठने पर और रात को सोने से पहले दांतों को अच्छी तरह साफ़ करें।
2. दिन में जब भी आप कुछ खायें, खाने के तुरंत बाद कुल्ला करें ताकि खाने के कण दांतों के बीच फंसे ना रह जायें अन्यथा इससे बैक्टीरिया पनपेगा। कुछ पेय पदार्थ भी पीने के बाद, कुल्ला करें।
3. फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें।
4. धूम्रपान न करें।
5. चीनी वाले पेय पदार्थों को अवॉइड करें।
6. भोजन में चीनी युक्त पदार्थों को बहुत ही कम मात्रा में खायें।
7. बहुत अधिक गर्म और बहुत अधिक ठंडा भोजन ना करें।
8. स्नैक्स कम खायें।
9. फ्लॉसिंग करें।
10. समय-समय पर डेंटल चेकअप करवाते रहें।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको दांत में दर्द के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दांत में दर्द होना क्या है, दांत दर्द के प्रकार, रात में दांत का दर्द क्यों बढ़ जाता है, अक्ल दाढ़ क्या होती है, दांत में दर्द के कारण, दांतों में दर्द के लक्षण, दांत का परीक्षण, दांत दर्द का उपचार, दांत दर्द में क्या खाना चाहिये और क्या नहीं खाना चाहिये, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से दांत में दर्द के बहुत सारे घरेलू उपाय बताये और दांत दर्द से बचाव के लिये कुछ टिप्स भी दिये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
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Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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