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काजू खाने के फायदे – Benefits of Eating Cashew Nut in Hindi

काजू खाने के फायदे

दोस्तो, आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का टॉपिक एक ऐसा अद्भुत फल है जिसकी गिरि इसके अंदर ना होकर फल के नीचे लगी होती है। इस गिरि को कई अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है तब जाकर इसका उपयोग किया जाता है। यह गिरि सूखे मेवे की श्रेणी में आती है। जब कभी सूखे मेवों की बात आती है तब इसका नाम पहले स्थान पर आता है। इसे खाने से मुंह में  हल्के मीठे स्वाद और दूधिया महक का आभास होता है। इसको सूखे मेवों का राजा कहा जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं काजू की। यही है हमारा आज का टॉपिक। “Desi Health Club” इस लेख के माध्यम से काजू खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी देगा। तो, सबसे पहले समझते हैं कि काजू क्या होता है?। 

काजू क्या है – What is Cashew

दोस्तो, काजू के पेड़ पर लगने वाले फल के नीचे इसकी गिरि होती है जो किडनी के समान दिखाई देती है। इसी गिरि को काजू कहा जाता है लेकिन इसे खाने लायक बनाने के लिये कई अवस्थाओं से गुजारा जाता है। काजू मूलतः ब्राजील का उत्पादन है। 16वीं सदी में पुर्तगाली व्यापारी इसको लेकर भारत के गोवा में लेकर आये थे। 

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काजू खाने के फायदे
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 काजू की खेती – Cashew Cultivation

काजू की खेती विश्व के सभी देशों में की जाती है लेकिन भारत काजू के उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर है। विश्व में काजू के कुल उत्पादन का 20% काजू का उत्पादन हमारे देश भारत में किया जाता है। भारत के महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तमिलनाडू, केरल, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पश्चिम-बंगाल राज्यों में काजू की खेती की जाती है। 

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काजू के गुण – Properties of Cashew 

1. काजू की तासीर गर्म होती है। 

2. काजू में मैग्नीशियम, पोटैशियम, कॉपर, जिंक, विटामिन्स, आयरन, मैंगनीज, सेलेनियम जैसे मिनरल्स होते हैं। 

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3. काजू एनर्जी से भरपूर प्रोटीन और फैट का उत्तम स्रोत है, यह एकदम से एनर्जी देता है। इसे एनर्जी का पावर हाउस कहा जाता है।

काजू के पोषक तत्व (मात्रा प्रति ग्राम 100) :-

पानी 5.20 ग्राम

कैलोरी 553 कैलोरी

कार्बोहाइड्रेट 30.19 ग्राम

कुल वसा 44 ग्राम

संतृप्त वसा 8 ग्राम

बहुअसंतृप्त वसा 8 ग्राम

प्रोटीन 18.22 ग्राम

शुगर 6 ग्राम

फाइबर 33 ग्राम

नियासिन 1.062 मिलीग्राम

राइबोफ्लेविन 0.058 मिलीग्राम

थियामिन 0423 मिलीग्राम

फोलेट 25 µg

विटामिन-ए 0 आईयू

विटामिन-ई 0.90 मिलीग्राम

विटामिन-बी 60.417 मिलीग्राम

विटामिन-सी 0.5 मिलीग्राम

विटामिन-के 34.1 µg

सोडियम 12 मिलीग्राम

पोटैशियम 660 मिलीग्राम

कैल्शियम 37 मिलीग्राम

आयरन 6.68 मिलीग्राम

मैग्नीशियम 292 मिलीग्राम

फास्फोरस 593 मिलीग्राम

जिंक 5.78 मिलीग्राम

कोलेस्टेरॉल 0 मिलीग्राम

फैटी एसिड, 

कुल सैचुरेटेड 7.783 ग्राम

फैटी एसिड, 

कुल मोनोसैचुरेटेड 23.797 ग्राम

फैटी एसिड, 

कुल पोलीअनसैचुरेटेड 7.845 ग्राम

काजू खाने के फायदे – Benefits of Cashew 

दोस्तो, देसी हैल्थ क्लब यहां स्पष्ट करता है कि ध्यान रखें कि काजू किसी भी रोग का उपचार नहीं है। यह केवल रोगों से बचाव कर शरीर को स्वस्थ बनाये रखता है।

1. पाचन तंत्र के लिये (Digestive System)- काजू में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। काजू उचित मात्रा में खाने से फाइबर के कारण कब्ज और अल्सर जैसी बीमारियों से राहत मिलती है। जो लोग शारीरिक या मानसिक श्रम नहीं करते या जिनकी दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधि बहुत ही कम है उनको काजू कम खाना चाहिये। वैसे भी अधिक मात्रा में काजू खाने से निश्चित रूप से पाचन तंत्र सुधरने के बजाये बिगड़ जायेगा और गैस, कब्ज जैसी शिकायत हो सकती है।

2. रक्तचाप को नियन्त्रित करे(Control BP) – काजू रक्तचाप को नियन्त्रित करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। जिनका रक्तचाप कम रहता है यानि Low Blood Pressure की शिकायत है वो 4-5 काजू का सेवन करके इस समस्या से राहत पा सकते हैं। Low Blood Pressure के मामले में ब्रेन हेमरेज की संभावना बनी  रहती है। इसलिये काजू का सेवन लाभदायक होगा। काजू में सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम और मैग्नीशियम बहुत अधिक होती है जो रक्तचाप को नियंत्रण में रखने का कार्य करते हैं।एक वैज्ञानिक शोध भी यही कहती है कि काजू से बना सप्लीमेंट सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic Blood Pressure) को कम सकता है।

3. डायबिटीज में फायदेमंद(Diabetes) – डायबिटीज को प्राकृतिक तौर पर कन्ट्रोल करने के लिये काजू उत्तम विकल्प है। मैग्नीशियम को “डायबिटिक फ्रेंड” इसलिये कहा जाता क्योंकि मैग्नीशियम रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को स्थिर (Stablise) कर, डायबिटीज को नियन्त्रित करता है। इसलिये डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को काजू का सेवन करना चाहिये।

4. वजन को संतुलित करे(Weight Balanced) –  काजू खाने से आपको अतिरिक्त भूख नहीं लगेगी क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा पहले से ही बहुत अधिक होती है। इसके अतिरिक्त मैग्नीशियम भी प्रचुर मात्रा में होता है जो फैट और कार्बोहाइड्रेट के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। काजू में मौजूद फाइबर शरीर के वजन को नियंत्रित करने में काम करता है। लेकिन जो व्यक्ति पहले से मोटे हैं वे काजू का सेवन ना करें तो बेहतर होगा।

5. हृदय को स्वस्थ्य रखे (Heart Healthy)- काजू नट्स की श्रेणी में आते हैं और नट्स में जैव सक्रिय सूक्ष्म पोषक तत्व (Bioactive Micronutrients) होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने का कार्य करते हैं। काजू में कोलेस्ट्रॉल नहीं के बराबर होता है और इसमें पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) हृदय को स्वस्थ बनाये रखते हैं। दूसरे नट्स की अपेक्षा काजू में वसा की मात्रा  बहुत कम और तेज़ाब तैल (Oleic acid) की मात्रा अधिक होती है जो हृदय के लिये लाभदायक होती है। 

6. मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिये (Brain Healthy)- काजू में मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा होती है जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिये आवश्यक होता है। मैग्नीशियम मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाये रखता है और कभी मस्तिष्क में चोट लग जाये तो उसे ठीक करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त मैग्नीशियम के एंटीडिप्रेसेंट गुण मस्तिष्क के तनाव को दूर करते हैं। जो व्यक्ति काम या अन्य किसी कारणवश जल्दी-जल्दी तनाव ग्रस्त हो जाते हैं उनके लिये काजू का सेवन फायदेमंद रहेगा।

7. कैंसर (Cancer)- याद रखिये काजू कैंसर के बचाव में सहायक है लेकिन कैंसर का उपचार नहीं। काजू में विटामिन ई और सेलेनियम जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कैंसर को विकास को रोकने में मदद करते हैं। इसके अर्क में एनाकार्डिक एसिड पाया जाता है जो कैंसर मेटास्टेसिस (शरीर में कैंसर फैलने की प्रक्रिया) को रोकने सहायता करता है। काजू में पाये जाने वाला प्रोएंथोसायनीडीन्स (Proanthocyanidins) फ्लावोनोल्स (flavonols) का एक वर्ग है जो ट्यूमर कोशिकाओं के विरुद्ध लड़ता है ये पेट के कैंसर से बचाव करता है। “Desi Health Club” यह स्पष्ट करता है कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसका उपचार डॉक्टर्स के द्वारा ही किया जाना चाहिये। 

8. एनीमिया को दूर करे(Anemia) – काजू में आयरन और कॉपर भरपूर मात्रा में होते हैं। आयरन  लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है, जो शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने का कार्य करता है। इससे एनीमिया जैसे रक्त विकार की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।

9. हड्डियों के स्वास्थ्य के लिये (Bone Health)- जिस तरह कैल्शियम हड्डियों के लिये आवश्यक होता है उसी प्रकार मैग्नीशियम भी महत्वपूर्ण होता है। ये दोनों मिलकर हड्डियों को अंदर से मजबूत करते हैं और हड्डियों के विकास में सहायक होते हैं। ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी अस्थि रोग को रोकने में मैग्नीशियम सहायक होता है। शरीर के लिये आवश्यक  मैग्नीशियम और कैल्शियम काजू के सेवन से मिल जाता है। 

10. त्वचा के स्वास्थ्य लिये (Skin Health)- काजू में प्रोटीन और विटामिन-ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वायलट किरणों के दुष्प्रभाव से बचाते हैं साथ ही त्वचा की झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं। जिससे आप अपनी वास्तविक उम्र के कम दिखते हैं। ये त्वचा के सौंदर्य को निखारते हैं। काजू तैलीय और शुष्क दोनों ही प्रकार की त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यदि आपकी तैलीय त्वचा है के लिये काजू को रात को दूध में भिगोकर रख दें और सुबह उनको पीसकर थोड़ी सी मुल्तानी मिट्टी, नींबू या दही की मात्रा मिलाकर उसे चेहरे पर लगायें। सूखने पर धो लें। चेहरा चमक उठेगा।  सफेद दागों पर काजू का तेल लगने से सफेद दाग धीरे-धीरे समाप्त हो जायेंगे। 

11. बालों के स्वास्थ्य्य के लिए(Hair Health) – काजू के नियमित सेवन से की जड़ें मजबूत होती हैं जिससे उनका झड़ना, टूटना बंद हो जाता है, और बाल लम्बे, घने, और चमकदार बनते हैं। काजू में पाये जाने वाले मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, आयरन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व बालों को समुचित पोषण देकर बालों के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं।

12. पित्ताशय में पथरी के लिये(Gallbladder) – काजू में पाये जाने वाले फाइबर से पथरी होने की संभावना 25% तक कम हो सकती है। लेकिन यदि पथरी है तो डाॅक्टरी इलाज करायें। 

13. मसूड़ों और दांतों के लिए (Gums and teeth)- दांतों के विकास और मजबूती के लिये कैल्शियम सबसे महत्वपूर्ण होता है जो मसूड़े और दांतों को स्वस्थ रखने के लिये सक्रिय भूमिका निभाता है। कैल्शियम की कमी से दांत टूटने तथा अन्य प्रकार की समस्या हो सकती है। काजू में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। अतः काजू खाने से शरीर में कैल्शियम की पूर्ती होती रहेगी और मसूड़े और दांत स्वस्थ रहेंगे। 

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14. गर्भवती महिलाओं के लिए (Pregnant Women)- काजू में अनेक पोषक तत्व पाए होते हैं जो गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिये बहुत आवश्यक और लाभकारी होते हैं। काजू का सेवन गर्भवती महिला के लिये उत्तम आहार माना जाता है। कैल्शियम गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु की हड्डियों के विकास में सहायक होता है और मैग्नीशियम जन्म के समय शिशु के वजन में कमी को रोकता है और गर्भवती महिला के रक्तचाप को नियन्त्रित करने में मदद करता है। 

15. यौन समस्याओं में फायदेमंद(Sexual Problems) – काजू के सेवन से शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) की समस्या और कामक्षमता की कमी से छुटकारा मिल जाता है।  एक कप में काजू मिल्‍क में एक चम्मच शहद को अच्छी तरह मिला लें और सोने से पहले, रात का भोजन करने के दो घंटे बाद इसे पी लें।  कुछ हफ्ते बाद शीघ्रपतन की समस्या में फायदा आप स्वम् महसूस करेंगे। काजू मिल्क में विटामिन-ई प्रचुर मात्रा में होता है जो रक्त संचार में सुधार कर प्रवाह को भी निर्बाध करता है। काजू मिल्क के सेवन यौन उत्तेजना और काम-शक्ति और काम-क्षमता में  भी बढ़ोत्तरी होती है। सहवास के समय काम क्षमता में वृद्धि को महसूस करेंगे। 

मात्रा :-

काजू का सेवन कम मात्रा में करना चाहिये अन्यथा फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है। आयु के अनुसार इस प्रकार काजू का सेवन किया जा सकता है :-

1. 10 वर्ष की आयु तक के बच्चे  – 6-7 काजू

2. 18 वर्ष की वाले नवयुवक – 10

3. 18 वर्ष से ऊपर के युवा वर्ग – 5

4. 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति, यदि स्वास्थ्य सही रहता है तो 5 काजू खाना उचित होगा। 

नमकीन (Salted) और तले हुऐ (Fried) काजू खाने से बचना चाहिये। क्योंकि नमकीन काजू में और काजू के तलने पर इसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं। 

जिन व्यक्तियों की शारीरिक गतिविधि बहुत कम है या नहीं के समान है, उनको काजू खाने से बचना चाहिये।

काजू खाने के नुकसान – Side effects of Cashew  

1. किसी किसी को काजू से एलर्जी भी हो सकती हो जैसे पित्ती, चकत्ते, खुजली, उल्‍टी आदि। यदि कुछ असहज लगे तो काजू ना खायें।

2. काजू ज्यादा खाने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है जो रक्तचाप बढ़ा सकता है। हृदय की समस्या और किडनी की समस्या हो सकती है।

3. काजू में पहले ही कैलोरी की मात्रा अधिक होती है इसलिये ज्यादा खाने से वजन कम होने के बजाय और बढ़ सकता है। 

4. काजू में फाइबर ज्यादा होने के कारण पेट खराब हो सकता है, पेट में सूजन, गैस, दस्त, कब्ज आदि।

5. काजू में पाये जाने वाले अमीनो एसिड, टाइरामिन और फेनेंलेथाइलमाइन नामक तत्व  सिरदर्द का कारण  बन सकते हैं।

6. डायबिटीज, थायरॉइड, पेशाब संबंधी और अर्थराइटिस की दवाएं लेने वाले व्यक्तियों के लिये काजू का सेवन समस्या बन सकता है। इसलिये डॉक्टर की सलाह से ही काजू का सेवन करें। 

Conclusion

दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको काजू खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। काजू के गुण और इसके उपयोग बताये। इस लेख के माध्यम से काजू खाने के फायदे और नुकसान भी विस्तार से  बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और  सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

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