दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, अधिकतर बीमारियों का उपचार दवाओं से हो जाता है लेकिन कुछ बीमारियों के उपचार के लिये शल्य चिकित्सा यानी सर्जरी की आवश्यकता होती है। भारत के महान चिकित्साशास्त्री सुश्रुत को फादर ऑफ सर्जरी कहा जाता है। दोस्तो, कुछ सर्जरी ऐसी होती हैं जो केवल शरीर को रोग मुक्त करने के लिये ही नहीं की जातीं बल्कि, शरीर के सौन्दर्यकरण के लिये भी की जाती हैं जैसे कि हेयर ट्रांसप्लांट, जिसमें सिर के बाल उगाये जाते हैं और गंजेपन से छुटकारा मिल जाता है इसी प्रकार मेमोप्लास्टी, जिसमें स्तनों का वजन और आकार कम किया जाता है। दोस्तो, इसी प्रकार चेहरे के सौन्दर्य को बढ़ाने के लिये या उस अंग विशेष से संबंधित कोई रोग/समस्या हो तो सर्जरी की जाती है। जी हां, हम बत कर रहे हैं नाक की सर्जरी की जिसे मेडिकल भाषा में राइनोप्लास्टी कहा जाता है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “राइनोप्लास्टी क्या है?”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको राइनोप्लास्टी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि राइनोप्लास्टी कैसे की जाती है। तो सबसे पहले जानते हैं कि राइनोप्लास्टी क्या है और यह सर्जरी क्यों की जाती है?। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।
राइनोप्लास्टी क्या है? – What is Rhinoplasty?
दोस्तो, नाक की सर्जरी को राइनोप्लास्टी कहा जाता है। सामान्य भाषा में इसे नोज जॉब कहते हैं। यह पुनःरचना (Reconstructive) और सौन्दर्य (Cosmetic) के रूप में काम करती है। यह एक ऐसी नाजुक और जटिल सर्जिकल प्रक्रिया है जो जीवन को सकारात्मक रूप में प्रभावित करती है। राइनोप्लास्टी सर्जरी ना केवल नाक की बेडौल आकृति, आकार और कुरूपता से तो छुटकारा दिलाती ही है बल्कि नाक से संबंधित किसी रोग विशेष, संक्रमण, विकार आदि से भी मुक्ति दिलाती है। राइनोप्लास्टी को अधिकतर सेप्टोप्लास्टी सर्जिकल प्रक्रिया के साथ किया जाता है। सेप्टोप्लास्टी प्रक्रिया में टेढ़ी नाक को दुबारा सीधा करके नाक के वायुमार्ग को खोला जाता है। राइनोप्लास्टी सर्जरी के द्वारा चेहरे की आकृति के अनुसार नाक की लंबाई, चौड़ाई में बदलाव करके नाक को एक नया रूप दिया जाता है जिससे चेहरे की सुंदरता बढ़ जाती है।
राइनोप्लास्टी क्यों की जाती है? – Why is Rhinoplasty Done?
दोस्तो, राइनोप्लास्टी निम्नलिखित परिस्थितियों में की जाती है –
1. यदि जन्म से ही नाक के बंद होने की समस्या हो या नाक के अन्य काम में बाधा आती हो जैसे सांस लेने में परेशानी हो। ऐसी स्थिति में यह सर्जरी की जाती है। देसी हैल्थ क्लब यहां स्पष्ट करना चाहता है कि सर्जरी के लिये लड़की की आयु 15 वर्ष या इससे अधिक और लड़के की आयु 17 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिये।
2. यदि नाक की समस्या जन्म से ना होकर बाद में बनती है जैसे नाक की हड्डी बढ़ जाना, वायुमार्ग अवरुद्ध हो जाने से सांस लेने में दिक्कत होना आदि, तो यह सर्जरी जरूरी हो जाती है।
3. नाक बहते रहने की समस्या।
4. नाक के आकृति असामान्य होना अर्थात् नाक का दोनों तरफ से एक जैसा ना होना, बीच में से उठे होना, आगे से झुकी होना आदि।
5. नाक का आकार ठीक ना होना अर्थात् नाक का आकार चेहरे के हिसाब से छोटा या बड़ा है तो आकार को सामान्य रूप में लाने के लिये राइनोप्लासटी सर्जरी की आवश्यकता होती है।
6. नाक पर गंभीर चोट लग जाने से नाक की आकृति में आई खराबी को ठीक करने के लिये या अन्य समस्या हो जाने पर सर्जरी की जाती है।
7. कैंसर या किसी अन्य संक्रमण के कारण आई नाक की समस्या दूर करने के लिये।
8. स्वयं को सुन्दर दिखने के लिये अपनी नाक की आकृति और आकार में बदलाव के लिये सर्जरी करवाना। दोस्तो, देसी हैल्थ क्लब स्पष्ट करना चाहता है कि राइनोप्लास्टी सर्जरी के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति की नाक की कॉपी नहीं की जा सकती क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे की बनावट तथा हड्डियों का आकार एक दूसरे से अलग होता है।
दोस्तो, देसी हैल्थ क्लब यह भी स्पष्ट करता है कि राइनोप्लास्टी सर्जरी द्वारा किये गये नाक की आकृति और आकार का अंतिम परिणाम आने में एक वर्ष तक का समय लग सकता है।
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राइनोप्लास्टी किसको नहीं करना चाहिये – Who Should not have Rhinoplasty
1. 15 वर्ष से कम आयु की लड़की और 17 वर्ष से कम आयु वाले लड़के को, क्योंकि तब तक नाक की हड्डी पूरी तरह विकसित नहीं हो पाती।
2. एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगवा पाने में असमर्थ होना।
3. डायबिटीज को नियंत्रित ना करवा पाने की स्थिति में।
4. कोई गंभीर रोग या शरीरिक समस्या जिससे राइनोप्लास्टी में जटिलता हो सकती हो।
5. रक्तश्राव की समस्या होना।
6. राइनोप्लास्टी से ऐसी उम्मीद करना जो संभव ही ना हो।
राइनोप्लास्टी सर्जरी के प्रकार – Types of Rhinoplasty Surgery
दोस्तो, राइनोप्लास्टी निम्नलिखित प्रकार से की जाती है –
1. ओपन राइनोप्लास्टी (Open Rhinoplasty)- सर्जरी की यह प्रक्रिया नाक की गंभीर क्षति के मामलों में, चोट आदि लगने पर अपनाई जाती है क्योंकि इसके अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं होता। अन्यथा ओपन राइनोप्लास्टी को अवॉइड किया जाता है। इसकी वजह यह है कि इसमें नाक के बाहर चीरा लगाया जाता है जिसका स्थाई रूप से निशान रह जाता है।
2. क्लोज्ड राइनोप्लास्टी (Closed Rhinoplasty)- यह राइनोप्लास्टी का सबसे आम और प्रचलित रूप है। इस प्रक्रिया में चीरा नाक के अंदर बनाया जाता है, जिसके कारण नाक के बाहर की तरफ कोई निशान नहीं आता।
3. नॉन-सर्जिकल राइनोप्लास्टी (Non-Surgical Rhinoplasty)- यह मुख्य रूप से नॉन-इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें इंजेक्टेबल फिलर्स का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को सबसे सुरक्षित माना जाता है। यद्यपि यह एक सौंदर्य प्रायोजन के लिये की जाने वाली प्रक्रिया है परन्तु इस प्रक्रिया में नाक के आकार को कम नहीं किया जा सकता। यह प्रक्रिया नाक को कठोर बनाकर छोटा दिखा सकती है। इस प्रक्रिया का उपयोग कुछ जन्म से नाक के दोषों को सही करने के लिये भी किया जाता है।
राइनोप्लास्टी के लिये पहले की तैयारी – Preparing for Rhinoplasty
1. स्वास्थ की जांच करना – राइनोप्लास्टी सर्जन, पहले व्यक्ति के स्वास्थ की अच्छी तरह जांच करते हैं। कुछ ब्लड टैस्ट, यूरिन टैस्ट करा सकते हैं, एक्स-रे, 3D इमेज के लिये भी कहा जा सकता है।
2. मेडिकल हिस्ट्री – सर्जन, व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी जुटाते हैं ताकि राइनोप्लास्टी सर्जरी की संभावित जटिलताओं का आकलन किया जा सके।
3. विश्लेषण करना – सर्जन सभी मेडिकल टैस्ट रिपोर्ट्स विशेषकर नाक का एक्स-रे, 3D इमेज का अच्छी तरह विश्लेषण करते हैं।
4. दवाईयोंं का रोका जाना – सर्जरी उन दवाओं/हर्बल उत्पाद, विटामिन, मिनरल या कोई सप्लीमेंट के बारे में जानकारी लेते हैं जिनको सर्जरी कराने वाला व्यक्ति ले रहा है। इनमें बदलाव किया जा सकता है या इनको ना लेने की सलाह दी जा सकती है क्योंकि कुछ दवाओं से रक्तस्राव की संभावना बढ़ सकती हैं।
5. धूम्रपान या शराब का सेवन ना करना – सर्जरी कराने वाला व्यक्ति यदि धूम्रपान करता है या शराब का सेवन करता है तो उसे ये सब तत्काल बंद करने को कहा जाता है। क्योंकि इनसे, सर्जरी के बाद स्वास्थ सुधार में बाधा आ सकती है और संक्रमण भी हो सकता है।
6. खाना, पीना बंद करने की सलाह – सर्जरी से लगभग छः घंटे पहले से, भोजन, पानी या अन्य पेय पदार्थ बंद करने को कहा जाता है।
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सर्जरी प्रक्रिया – Surgery Procedure
1. सबसे पहले सर्जरी कराने वाले व्यक्ति को एनेस्थीसिया दिया जाता है। जनरल एनेस्थीसिया दिया जाना है या लोकल, यह सर्जरी के उद्देश्य और गंभीरता को देखते हुऐ सर्जन निर्धारित करते हैं। अधिकतर जनरल एनेस्थीसिया ही दिया जाता है, बहुत कम मामलों में लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
2. सर्जरी की जो विधि अपनाई जा रही है उसी के अनुसार नाक पर कट लगाया जाता है। क्लोज्ड राइनोप्लास्टी विधि में नाक के अंदर नाक की हड्डी और उपास्थि (Cartilage) के बीच कट लगाया जाता है। फिर नाक की त्वचा और उपास्थि को अलग अलग कर दिया जाता है।
3. इसके बाद, जिस उद्देश्य हेतु सर्जरी की जानी है उसी के अनुसार, सर्जरी प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है।
4. सर्जरी प्रक्रिया पूर्ण होने पर, नाक के कट पर टांके लगा दिये जाते हैं। सर्जरी प्रक्रिया पूर्ण होने में लगभग दो घंटे लग जाते हैं परन्तु कुछ गंभीर मामलों में अधिक समय लग जाता है।
सर्जरी के बाद की प्रक्रिया – Post Surgery Procedure
1. सर्जरी के बाद नाक के ऊपर विशेष पट्टी लगा दी जाती है और नाक के अंदर स्प्लिंट लगा देते हैं जो नाक को सर्जरी प्रक्रिया से सहारा देती है। एक हफ्ता बाद इन पट्टियों और स्प्लिंट को हटा दिया जाता है।
2. दर्द और सूजन कम करने के लिये, दर्द निवारक और सूजन-रोधी दवाऐं दी जाती हैं।
3. मरीज के स्वास्थ को मॉनिटर किया जाता है, ताकि यह पता लगाया जाता है कि उसे किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं है।
4. सर्जरी के बाद पांच घंटे तक कुछ भी खाने, पीने को मना किया जाता है।
5. अधिकतर मरीज को उसी दिन अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है, कुछ मामलों में दो दिन बाद डिस्चार्ज दे दिया जाता है।
सर्जरी के बाद की देखभाल/सावधानियां – Post Surgery Care/Precautions
1. सर्जरी के बाद डॉक्टर की सलाह, दिशा निर्देशों का पालन करें। दवाऐं सही समय पर लेते रहें।
2. रिकवरी के लिये कम से कम एक हफ्ता या डॉक्टर की सलाह के अनुसार घर पर ही आराम करें।
3. मसालेदार भोजन से बचें क्योंकि इससे खांसी या छींक आ सकती है। भोजन नरम और पोषक होना चाहिये।
4. हल्का रक्तश्राव होना सामान्य है, यदि यह ज्यादा होता है या कोई अन्य समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
5. नहाने के लिये शावर का उपयोग ना करें।
6. कोई तीव्र गतिविधि ना करें जैसे जॉगिंग, एरोबिक, भागना, दौड़ना, एक्सरसाइज, भारी वजन उठाना आदि।
7. नाक में हलचल या सनसनी सी महसूस हो सकती है, ऐसी अवस्था में नाक के साथ कोई छेड़छाड़ ना करें। इसे सहन करने की आदत डालें।
8. कम से कम एक हफ्ता तक नाक साफ करने से बचें।
9. कम से कम आठ हफ्ते तक नाक को हाथों से ना रगड़ें।
10. सुनिश्चित करें कि नाक पर सूरज की सीधी रोशनी ना पड़े, रोशनी से नाक पर निशान पड़ सकते हैं।
11. सर्जरी का परिणाम आने में बहुत समय लगता है परन्तु परिणाम स्थाई होते हैं, इसलिये धैर्य बनाये रखें।
12. जब तक पूरी तरह स्वस्थ ना हो जायें तब तक डॉक्टर के संपर्क में रहें।
राइनोप्लास्टी सर्जरी की जटिलताएं – Complications of Rhinoplasty Surgery
राइनोप्लास्टी सर्जरी के बाद निम्नलिखित जटिलताऐं प्रकट हो सकती हैं –
1. सर्जरी के पश्चात रक्तस्राव अधिक मात्रा में होने की समस्या हो सकती है।
2. वायुमार्ग संकुचित हो जाने की वजह से सांस लेने की समस्या हो सकती है।
3. क्रोनिक सिरदर्द।
4. आंखों या अन्य चेहरे की संरचनाओं को नुकसान पहुंच सकता है।
5. सर्जरी के आसपास के क्षेत्र में रक्त के थक्के जम सकते हैं जिनको निकालना पड़ता है।
6. सर्जरी वाले क्षेत्र में सूजन बढ़ जाना और नील पड़ जाना।
7. नाक और उसके इर्दगिर्द त्वचा का सुन्न हो जाना या दर्द रहना।
8. ऊपर के होंठ और दांतों के पास सुन्नता।
9. गंध या स्वाद का पता ना चल पाना।
10. नाक का अत्यधिक सूखापन।
11. नाक का वांछित आकार व आकृति ना मिल पाना जिससे सर्जरी दुबारा करने की जरूरत पड़ जाती है।
12. नाक की आंतरिक संरचना कमजोर हो जाने पर नाक का चपटा हो जाना।
13. पट्टी, टांकों और दवाओं की वजह से एलर्जी हो जाना।
14. कई गंभीर/जटिल मामलों में सर्जरी ठीक से ना होने की वजह से सेप्टम में छिद्र हो जाना जिसे कई बार फिर से सही करना संभव नहीं हो पाता।
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भारत में राइनोप्लास्टी का खर्च – Rhinoplasty Cost in India
भारत में राइनोप्लास्टी का खर्च लगभग चालीस हजार से लेकर ढाई लाख रुपये के बीच आ सकता है। वैसे राइनोप्लास्टी पर आने वाले खर्च का वास्तविक आकलन सर्जन द्वारा किया जाता है जोकि निम्नलिखित फैक्टर्स पर निर्भर करता है –
1. किस शहर में राइनोप्लास्टी की जानी है।
2. किस अस्पताल में और किस सर्जन द्वारा सर्जरी की जानी है। उनकी रेप्युटेशन क्या है।
3. किस उद्देश्य के लिये सर्जरी की जानी है।
4. सर्जरी के लिये कौन सी विधि अपनाई जानी है।
5. मामले की गंभीरता कितनी है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको राइनोप्लास्टी क्या है? के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राइनोप्लास्टी क्या है, राइनोप्लास्टी क्यों की जाती है, राइनोप्लास्टी किनको नहीं करवानी चाहिये, राइनोप्लास्टी के प्रकार, राइनोप्लास्टी के लिये पहले की तैयारी, सर्जरी प्रक्रिया, सर्जरी के बाद की प्रक्रिया, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से सर्जरी के बाद की देखभाल/सावधानियां, राइनोप्लास्टी सर्जरी की जटिलताऐं बताईं और साथ ही राइनोप्लास्टी का खर्च भी बताया। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
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Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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