स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। दोस्तो, चुकंदर तो आपने सलाद के रूप में बहुत खाया होगा, इसकी स्मूदी भी बनाई होगी, इसका जूस भी पीया होगा।बालों में मेंहदी लगाने के लिए, मेंहदी में भी इसका जूस मिलाया होगा।परन्तु क्या आपने कभी “चुकंदर की चाय” बनाकर पी है। जी हैं, अजीब है पर सत्य है चुकंदर की चाय भी बनती है।चुकंदर की चाय पीने में ना केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पौष्टिक तत्वों से भरपूर स्वास्थ के लिए अत्यंत लाभकारी भी होती है।आखिर कैसी होती है चुकंदर की चाय।दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “चुकंदर की चाय पीने के फायदे”।
देसी हैल्थ क्लब आज आपको चुकंदर की चाय के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसके पीने के क्या फायदे होते हैं।मगर इससे पहले चुकंदर के बारे में बेसिक जानकारी जरूरी है।तो सबसे पहले जानते हैं कि चुकंदर क्या है और इसकी खेती कहां होती है। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।दोस्तो, हम आपको बता दें कि चुकंदर के फायदों के बारे में हम पहले ही बता चुके हैं।इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमारा पिछला आर्टिकल “चुकंदर के फायदे और नुकसान” पढ़ें।
चुकंदर क्या है? – What is Beetroot?
चुकंदर एक जड़ वाली वनस्पति है जो आती तो सब्जी की श्रेणी में है परन्तु आमतौर पर इसकी सब्जी नहीं बनाई जाती।चुकंदर का अधिकतर उपयोग सलाद बनाने और जूस के रूप में किया जाता है।इसमें उपस्थित विटामिन, खनिज और औषधीय गुणों के कारण चुकंदर को सुपरफूड माना गया है। शरीर में रक्त की कमी पूरी करने के लिए यह रामबाण उपाय है।
हाथों और बालों में मेंहदी के लिए चुकंदर का रस मिलाने से मेंहदी का रंग गाढ़ा हो जाता है और बालों को प्राकृतिक रंग मिल जाता है।जहां तक इसके पौधे की बात है तो इसका तना मोटा होता है और ऊंचाई 30-90 से. मी.होती है। इसके पत्ते मूली या शलगम के पत्तों के समान होते हैं। चुकंदर की जड़ ही मांसल कंद होती है जिसका उपयोग किया जाता है।चुकंदर कंद की त्वचा का रंग गाढ़ा लाल/बैंगनी सा हल्का लाल हो सकता है।
इसे काटने पर यह बैंगनी लाल रंग का होता है।कीनोपोडिएसी (Chenopodiaceae) कुल से संबंध रखने वाले चुकंदर का वानस्पतिक नाम बीटा वल्गेरिस (Beta vulgaris Linn) है और अंग्रेजी में इसे बीट रूट (Beet root) कहा जाता है।
चुकंदर की खेती कहां होती है? – Where is Sugar Beet Cultivated?
1. चुकंदर की खेती, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, टर्की, पोलैंड, इजिप्ट, चीन, यूक्रेन और नीदरलैंड आदि देशों में होती है।
2. भारत में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में की जाती है।
चुकंदर के गुण – Properties of Beetroot
- चुकंदर के स्वाद में प्राकृतिक मिठास होती है।
- चुकंदर की तासीर ठंडी होती है।
- एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, हाइपोग्लेमिक गुण होते हैं।
- चुकंदर पानी, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर और प्रोटीन का भंडार होता है।
- चुकंदर में विटामिन-ए, बी, सी, ई तथा पोटैशियम, सोडियम, आयरन, फॉस्फेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं।
चुकंदर के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Beetroot (Amount per 100g)
- पानी : 87. 5 ग्राम
- ऊर्जा : 43 kcal
- वसा : 0.17 ग्राम
- प्रोटीन : 1.61 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट्स : 9.56 ग्राम
- फाइबर : 2.8 ग्राम
- विटामिन-ए : 36.U
- विटामिन-सी : 4.9 मिलीग्राम
- विटामिन-बी2 : 0.040 मिलीग्राम
- विटामिन-बी3 : 0.334 मिलीग्राम
- विटामिन-बी6 : 0.067 मिलीग्राम
- विटामिन-ई : 0.300 मिलीग्राम
- आयरन : 0.80 मिलीग्राम
- पोटेशियम : 325 मिलीग्राम
- सोडियम : 78 मिलीग्राम
- फॉस्फेट : 40 मिलीग्राम
- कैल्शियम : 16 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम : 23 मिलीग्राम
- जिंक : 0.30 मिलीग्राम
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चुकंदर की चाय क्या है? – What is Beetroot Tea?
दोस्तो, बहुत ही सरल शब्दों में कहा जाए तो समझिए कि पानी में चुकंदर के छोटे-छोटे टुकड़ों को काटकर, उबालना ही चुकंदर की चाय कहलाती है।इसमें प्राकृतिक मिठास होती है। स्वाद और फ्लेवर के लिए इसमें दालचीनी, अदरक, पुदीना की पत्तियां मिलाई जा सकती हैं। चुकंदर की चाय पीने में तो स्वादिष्ट होती ही है साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ के लिए लाभकारी होती है।
इसमें विटामिन-ए, बी, सी, ई, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर और आयरन तथा कैल्शियम, पोटेशियम, ज़िंक आदि कई खनिज मौजूद होते हैं।इस चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इम्युनिटी बूस्ट करने और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं।चुकंदर की चाय हृदय, हड्डियों तथा नेत्र स्वास्थ के लिए भी लाभकारी होती है।
चुकंदर की चाय बनाने की विधि – Beetroot Tea Recipe
दोस्तो, चुकंदर की चाय बनाना बहुत ही आसान है। आप 2 कप पानी में चुकंदर के छोटे-छोटे टुकड़ों को डालकर उबालिए।इसे तब तक उबालिए जब तक कि पानी एक कम ना रह जाए।इसे छानिए और पी लीजिए।यही है चुकंदर की चाय। इसमें चीनी डालने की जरूरत नहीं है क्यों कि चुकंदर में प्राकृतिक मिठास होती है। फिर भी यदि आपको और मिठास चाहिए तो इसमें छोटी आधी चम्मच शहद मिला सकते हैं।
यदि आपको फ्लेवर और मसालेदार चाय चाहिए तो चाय उबालते समय इसमें हरी इलायची या पुदीना की कुछ पत्तियां, अदरक और दालचीनी डाल सकते हैं। इसे आप स्नैक्स, काजू, बादाम, भुने चने आदि खाते हुए पी सकते हैं। स्वाद और आनन्द दुगना हो जाएगा। यदि आपको दूध वाली चाय चाहिए तो सामान्य रूप से चाय की पत्ती, चीनी और छोटे-छोटे टुकड़े डालकर उबालें और फिर उबाल आने पर इसमें दूध डाल दें।इससे चाय का रंग गुलाबी हो जाएगा।इसे छानकर पी लें।
चुकंदर की चाय पीने का समय और मात्रा – Time and Quantity of Drinking Beetroot Tea
यद्यपि, चुकंदर की चाय पीने का समय और मात्रा निर्धारित नहीं है मगर दिन में दो बार सुबह और शाम एक-एक कप चुकंदर की चाय पी सकते हैं।
चुकंदर की चाय पीने के फायदे – Benefits of Drinking Beetroot Tea
दोस्तो, अब बताते हैं आपको चुकंदर की चाय पीने के फायदे जो निम्नलिखित हैं –
1. वजन कम करे (Lose Weight)- चुकंदर की चाय पीने का उन लोगों को विशेष फायदा है जो मोटापे से परेशान हैं और वजन कम करना चाहते हैं। चुकंदर में कैलोरी और वसा की मात्रा बहुत कम होती है तो पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है।इसलिये चुकंदर की चाय पीने के बाद पेट भरा-भरा सा रहता है। भूख जल्दी जल्दी नहीं लगती। आप फालतू का खाने से बच जाते हैं।इस प्रकार वसा की मात्रा भी शरीर में बहुत कम जाती है जिससे शरीर पर अतिरिक्त मोटापा नहीं चढ़ता और वजन कंट्रोल में रहता है।
2. पाचन तंत्र स्वस्थ रहे (Keep the Digestive System Healthy)- चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो भोजन को पचने में मदद करता है। मल को ढीला करता है ताकि बिना दिक्कत के पेट साफ़ हो सके।जो लोग सामान्य चाय से गैस, पेट की समस्याओं से परेशान हैं और इसे छोड़ना चाहते हैं तो उनके लिए यह चुकंदर की चाय अच्छा विकल्प है।इसमें मौजूद नाइट्रेट्स पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है।
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3. इम्यूनिटी मजबूत करे (Strengthen Immunity)- विटामिन-सी अपने आप में एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। इसके अतिरिक्त ज़िंक, मैग्नीशियम जैसे खनिज और एंटीवायरल गुण भी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।चुकंदर की चाय में ये सभी तत्व/गुण मौजूद होते हैं।
4. संक्रमण से बचाए (Protect from Infection)- चुकंदर की चाय में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल गुण उपस्थित होते हैं साथ ही बिटालेंस नामक फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होता है जो कि स्वयं एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट का रूप है। ये सब विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया के विरुद्ध लड़ते हैं और हमें इंफेक्शन से होने वाली बीमारियों से बचाते हैं। इसलिये प्रतिदिन दो बार चुकंदर की चाय पीने की सलाह दी जाती है।
5. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे (Control Blood Pressure)- नाइट्रेट नामक रसायन पाचन तंत्र में जाकर नाइट्रेट ऑक्साइड का रूप ले लेता है जो ब्लड प्रेशर को कम करता है। यह रक्त धमनियों को चौड़ा भी करता है। यह प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।चुकंदर की चाय में नाइट्रेट की पर्याप्त मात्रा होती है। अतः जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं उनको चुकंदर की चाय जरूर पीनी चाहिए।
6. कोलेस्ट्रॉल को कम करे (Reduce Cholesterol)- चुकंदर में फाइबर, फ्लेवोनॉयड्स तथा बेटासायनिन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। ये खराब वाले कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करते हैं ताकि रक्त धमनियों में प्लॉक ना जमने पाए और रक्त प्रवाह निर्बाध गति से बना रहे। इसलिए चुकंदर की चाय रक्त धमनियों के लिये अत्यंत लाभदायक है इससे हार्ट अटैक का जोखिम नहीं रहता।
7. डायबिटीज को कंट्रोल करे (Control Diabetes)- चुकंदर को ग्लाइसेमिक इंडेक्स वेजिटेबल माना गया है।इसका अर्थ यह है कि यह रक्त में धीरे-धीरे शुगर को रिलीज करता है। इससे बल्ड शुगर लेवल, बढ़ने की अपेक्षा संतुलन में रहता है।चुकंदर की चाय को डायबिटीज के प्राकृतिक उपचार के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। डायबिटीज के मरीज चुकंदर की चाय का सेवन कर सकते हैं, इससे उनको प्राकृतिक मिठास भी मिल जाएगी और बल्ड शुगर लेवल भी संतुलित रहेगा।
8. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी (Beneficial for Heart Health)- हृदय स्वास्थ्य के शत्रु कौन-कौन हैं – बढ़ता वजन, हाई ब्लड प्रेशर, खराब कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज।इन सब को कंट्रोल करने वाला एक उपाय, चुकंदर की चाय और हृदय रहे महफूज। चुकंदर की चाय पीने से हृदय से जुड़ी बीमारियां, हार्ट अटैक आदि की कोई संभावना नहीं रहती और हृदय स्वस्थ रहता है।
9. एनीमिया में फायदेमंद (Beneficial in Anemia)- शरीर में आयरन की कमी होने पर लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण रुक जाता है।परिणामस्वरूप शरीर में रक्त की कमी होने लगती है। अधिकतर एनीमिया महिलाओं को होता है। चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाता है।
रक्त की कमी यानि एनीमिया के उपचार के लिए चुकंदर को रामबाण उपाय माना जाता है। इसके लिए चुकंदर का उपयोग किसी भी रूप में सेवन किया जा सकता है। चुकंदर की चाय पीना एक अनोखा और स्वादिष्ट विकल्प है, इसको अपनाया जाना चाहिए।
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10. मस्तिष्क स्वास्थ के लिए फायदेमंद (Beneficial for Brain Health)- चुकंदर नाइट्रिक ऑक्साइट का अच्छा स्रोत है। इससे मस्तिष्क में रक्त संचार बढ़ता है, स्मरणशक्ति, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है।चुकंदर में मौजूद बीटालेन एक प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। इस स्ट्रेस से होने वाले शारीरिक नुकसान से बचाने में मददगार होता है। अतः प्रतिदिन चुकंदर की चाय का उपयोग करें।
11. लिवर के लिए फायदेमंद (Beneficial for Liver)- लिवर के जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए चुकंदर की चाय एक अच्छा विकल्प है।चुकंदर के एंटीइंफ्लामेटरी गुण लिवर की सूजन से छुटकारा दिलाते हैं। चुकंदर एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में भी काम करता है। यह लिवर को डिटॉक्सिफाई कर लिवर को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है। कुल मिलाकर चुकंदर की चाय पीना लिवर के लिए बहुत अच्छा माना गया है।
12. आंखों के लिये फायदेमंद (Beneficial for Eyes)- चुकंदर में विटामिन-ए के रूप में बीटा कैरोटीन उपस्थित होता है जो नेत्र स्वास्थ को स्वस्थ रखता है।चुकंदर में मौजूद विटामिन-सी आंखों में मोतियाबिंद की संभावना को कम करने में मदद करता है। अतः चुकंदर की चाय पीने से आंखों को भी लाभ मिलता है।
13. प्रेग्नेंसी में फायदा (Benefit in Pregnancy)- गर्भवती महिलाओं के लिए चुकंदर प्रकृति का उपहार है।कई विटामिन, आयरन, ज़िंक जैसे खनिज चुकंदर में मौजूद होते हैं जो गर्भवती महिला के स्वास्थ और भ्रूण के विकास में मददगार होते हैं। आयरन के कारण महिला में एनीमिया की कमी नहीं होती। इनके अतिरिक्त चुकंदर फोलेट का उत्तम स्रोत है।
यह भ्रूण की मेरूदंड बनने में मदद करता है। जन्म के समय होने वाली विकृतियों की संभावना को दूर करता है।प्रेग्नेंसी में चुकंदर की चाय पीने से महिला में ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर लेवल सामान्य रहता है, इम्युनिटी बढ़ती है, थकावट और तनाव से भी राहत मिलती है।
14. त्वचा के लिए लाभकारी (Beneficial for Skin)- चुकंदर में ग्लुकोसिलेरैमाइड तत्व धूल, मिट्टी, धूप से होने वाले त्वचा को नुकसान जैसे रूखी और बेजान त्वचा, डर्मेटाइटिस और सोराइसिस आदि से बचाने में मदद करता है। चुकंदर की चाय में मौजूद विटामिन-सी त्वचा के बैक्टीरिया और कीटाणुओं को खत्म करता है।परिणामस्वरूप चुकंदर की चाय दाग-धब्बों और मुहांसों को मिटाने में मदद करती है और चेहरे पर प्राकृतिक निखार भी आता है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको चुकंदर की चाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। चुकंदर क्या है?, चुकंदर की खेती कहां होती है, चुकंदर के गुण, चुकंदर के पोषक तत्व, चुकंदर की चाय क्या है, चुकंदर की चाय बनाने की विधि तथा चुकंदर की चाय पीने का समय और मात्रा, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से चुकंदर चाय पीने के बहुत सारे फायदे बताए।आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
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