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भिंडी खाने के फायदे – Benefits of Eating Lady Finger in Hindi

भिंडी खाने के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। हरी सब्जियों को स्वास्थ के लिए उत्तम और आवश्यक आहार माना गया है क्योंकि ये इम्युनिटी को मजबूत करती हैं और बीमारियों से बचाती हैं। इनके पोषक तत्व और औषधीय गुण कई बीमारियों को दूर करती हैं। हरी सब्जियों में से एक हरी सब्जी है लंबी सी, पतली सी और कोमल भिंडी जो स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभदायक होती है। वैसे तो आमतौर पर भिंडी हरे रंग की ही बाजार में आती है परन्तु लाल रंग की भिंडी भी कभी-कभी ही बाजार में दिखाई दे जाती है। इसका उत्पादन बहुत ही कम होता है। लाल रंग की भिंडी के बारे में कहा जाता है कि यह 27 बीमारियों के उपचार में काम आती है। दोस्तो, हम यहां हरी भिंडी के बारे में ही बात करेंगे। भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसे पसंद करने वाले लोग बहुत पसंद करते हैं और बड़े चाव से खाते हैं मगर जो इसे पसंद नहीं करते वो भी इसे मन मार कर कभी-कभी खा लेते हैं। खाते-खाते यदि यह पसंद आ गई तो फिर ये उनकी पसंद बन जाती है। आखिर यह भिंडी है क्या?। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “भिंडी खाने के फायदे”।

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से भिंडी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और इसके फायदों के बारे में भी बताएगा। तो, सबसे पहले जानते हैं कि भिंडी क्या है और इसका उत्पादन कहां होता है। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

भिंडी क्या है? – What is Ladyfinger?

भिंडी एक सब्जी है जो “हरी सब्जी” की श्रेणी में आती है। भारत में यह लोकप्रिय अवश्य है परन्तु इसको नापसंद करने वाले लोग भी बहुत हैं। भिंडी स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें कई विटामिन और पोषक तत्व होते हैं। भिंडी का आकार शंकु की तरह लंबाई में होता है। यह 7-8 इंच तक लंबी हो जाती है। इसे काटने पर चिपचिपा रसा दिखाई देता है। इसमें सफेद रंग के छोटे-छोटे बीज भरे होते हैं। 

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भिंडी के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर इसकी सब्जी बनाई जाती है। भिंडी की सब्जी सूखी बनती है, इसमें पानी नहीं होता। कुछ लोग इसको ऊपर से चीरा लगाकर अन्य सामग्री भरकर, भरवां बनाते हैं, यह क्रिस्पी होती है। भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसमें कोई अन्य सब्जी नहीं मिलाई जाती। यदि आलू या अन्य सब्जी मिलाकर बना भी दी जाए तो भिंडी का वास्तविक स्वाद ही खत्म हो जाता है। 

सामान्यतः हरी भिंडी ही बाजार में आती है और यही प्रचलित है। लाल भिंडी तो कभी नज़र आती है। जहां तक भिंडी के पौधा की बात है तो यह समझिए कि यह ऊष्ण क्षेत्र में भिंडी उगाई जाती है। उपऊष्ण क्षेत्र में उगाई गई भिंडी का आकार छोटा होता है। भिंडी का पौधा छोटा होता है लगभग एक मीटर तक ऊंचा हो जाता है। यह सर्दियों के मौसम में पाले को सहन नहीं कर पाता है, पाले के कारण यह मर जाता है। 

इसके पीले रंग के फूल आते हैं जो नुकीले और पतले होते हैं तथा फल को आगे लंबाई में बढ़ने का रास्ता देते हैं। इसका फल यानि भिंडी महिला की ऊंगलियों के समान पतली, कोमल और मुलायम होती है, इसीलिए इसको लेडी फिंगर (Lady’s finger) कहा जाता है। भिंडी मालवेसी (Malvaceae) कुल से संबंध रखती है और इसका वानस्पतिक नाम ऐबलमोस्कस ऐस्कुलेन्टस (Abelmoschus esculentus Linn) है।

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भिंडी का उत्पादन – Production of Lady Finger

1. भिंडी की जन्म स्थली के बारे में विद्वानों के एक मतानुसार अफ्रीका का उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र इसकी जन्म स्थली है। इस बात के प्रमाण भी अधिक मिलते हैं। तेरहवीं शताब्दी में मिस्रवासी इसका सब्जी के रूप में इसका उपयोग करते थे। दूसरे मत के अनुसार इसकी जन्म स्थली भारत ही है। बारहवीं शताब्दी में स्पेन के ग्रन्थों में इसका उल्लेख उपलब्ध है।

2. भिंडी का उत्पादन, नाइजीरिया, बेल्जियम, घाना, मिस्र, सूडान, सउदी अरब, मैक्सिको, पाकिस्तान आदि अन्य देशों में होता है। 

3. भारत में हरी भिंडी का उत्पादन लगभग सभी प्रदेशों में होता है। लाल भिंडी का उत्पादन उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों में किया जाता है।

भिंडी के गुण – Properties of Ladyfinger

1. भिंडी की तासीर ठंडी होती है।

2. भिंडी में विटामिन-ए, बी, सी, ई और के तथा कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, फाइबर, जिंक, कॉपर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, थियामिन, अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, फोलेट और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। 

3. भिंडी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीअल्सर, एंटीबैक्टीरियल, एंटीकैंसर कार्डियोप्रोटेक्टिव, रीनल प्रोटेक्टिव, न्यूरोप्रोटेक्टिव,  एंटीडायबिटीज, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एनाल्जेसिक, एंटीफेटिग आदि गुण उपस्थित होते हैं।

भिंडी के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Okra (Amount per 100 grams)

  • पानी : 89.58 ग्राम
  • कैलोरी : 33 kcal
  • प्रोटीन : 1.93 ग्राम
  • वसा : 0.19 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट : 7.45 ग्राम
  • फाइबर : 3.2 ग्राम
  • आहार फाइबर : 1.2 ग्राम
  • शुगर : 1.48 ग्राम
  • विटामिन-ए, RAE : 36 माइक्रोग्राम
  • बीटा कैरोटिन : 416 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-ए  : 716.U
  • विटामिन-सी : 23 मिलीग्राम
  • विटामिन-ई : 0.27 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-के : 31.3 माइक्रोग्राम
  • थियामिन : 0.2 मिलीग्राम
  • राइबोफ्लेविन : 0.06 मिलीग्राम
  • नियासिन : 1 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी6 : 0.215 मिलीग्राम
  • कैल्शियम : 82 मिलीग्राम
  • आयरन : 0.62 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम : 53 मिलीग्राम
  • फास्फोरस : 61 मिलीग्राम
  • पोटेशियम : 299 मिलीग्राम
  • सोडियम : 6.9 मिलीग्राम
  • जिंक : 0.58 मिलीग्राम
  • मैंगनीज : 0.788 मिलीग्राम
  • कॉपर : 0.109 मिलीग्राम
  • सेलेनियम : 0.7 माइक्रोग्राम
  • फोलेट : 105.1 माइक्रोग्राम
  • कोलीन : 12.3 मिलीग्राम
  • फैटी एसिड 
  • टोटल सैचुरेटेड : 0.026 ग्राम
  • फैटी एसिड 
  • टोटल मोनोअनसैचुरेटेड : 0.017 ग्राम
  • फैटी एसिड 
  • टोटल पोलीअनसैचुरेटेड : 0.027 ग्राम

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भिंडी कब और कितनी खानी चाहिए ? – When and How Much Should a Lady Finger Be Eaten?

दोस्तो, भिंडी कब किस समय खानी चाहिए और कितनी मात्रा में खानी चाहिए, इस बारे में कोई समय निश्चित नहीं है और ना ही खाने की मात्रा निर्धारित है। देसी हैल्थ क्लब का मानना है कि भिंडी किसी भी समय खाई जा है और एक कटोरी भिंडी की मात्रा उचित है। इससे अधिक खाने से पेट में गैस बन सकती है या दर्द हो सकता है।

भिंडी खाने के फायदे – Benefits of Eating Lady Finger

दोस्तो, अब बताते हैं आपको भिंडी खाने के फायदे जो निम्न प्रकार हैं –

1. इम्युनिटी मजबूत बने (Immunity Becomes Stronger)- भिंडी में मौजूद विटामिन-सी एंटीआक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, सोडियम, पोटेशियम, ज़िंक, कॉपर जैसे खनिज इम्युनिटी मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इम्युनिटी मजबूत होने पर संक्रमण से होने वाली बीमारियों से बचाव होता है। वैसे भी सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी सामान्य बीमारियों से भी बचाव होता है।   

2. पाचन तंत्र में सुधार (Improves Digestive System)- पाचन तंत्र के स्वास्थ के लिए फाइबर एक आवश्यक और महत्वपूर्ण तत्व है। भिंडी में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो भोजन को द्रव के रूप में परिवर्तित करता है। इससे भोजन पचाने में पाचन तंत्र को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। पाचन सही रहने पर पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे पेट में गैस बनना, पेट दर्द आदि नहीं होतीं।

3. कब्ज में फायदेमंद (Beneficial in Constipation)- कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने का भिंडी एक रामबाण उपाय है। कब्ज में मल त्याग करने में बहुत दिक्कत होती है। भिंडी में भरपूर मात्रा में फाइबर उपस्थित होता है जो मल को ढीला और नरम करने का काम करता है। परिणामस्वरूप मल त्याग आसानी से हो जाता है और सारा दिन इस मामले में आप निश्चिंत रहते हैं।  

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4. हड्डियों को स्वस्थ रखे (Keep Bones Healthy)- भिंडी में मौजूद चिपचिपा (लसलसा) पदार्थ हमारी हड्डियों के स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें मौजूद कैल्शियम, ज़िंक, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस आदि खनिज अस्थि खनिज घनत्व (bone mineral density) के स्तर में बढ़ोतरी करते हैं। इसी वजह से हड्डियों में मजबूती आती है। अतः हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भिंडी का सेवन करना चाहिए। 

5. आंखों के स्वास्थ्य के लिए (Eye Health) – विटामिन-ए को आंखों का विटामिन माना जाता है। साथ ही एंटी-ऑक्सीडेंट्स तथा बीटा कैरोटीन नेत्र स्वास्थ के लिए अति महत्वपूर्ण माने जाते हैं। ये सभी तत्व सेल्युलर मेटाबोलिज्म से जन्मे मुक्त कणों को खत्म करने का काम करते हैं। 

ये मुक्त कण आंखों को क्षति पहुंचाते हैं, इनके कारण नेत्रहीनता की स्थिति बन सकती है। भिंडी में ये सभी तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं। भिंडी का सेवन करने से मोतियाबिंद की भी संभावना कम हो जाती है।

6. एनीमिया को दूर करे (Cure Anemia)- आयरन का सीधा संबंध लाल रक्त कोशिकाओं से है। आयरन की कमी होने पर शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन रुक जाता है और इनकी संख्या कम होने लगती है। इस स्थिति में शरीर में रक्त की कमी हो जाती है। 

इसे एनीमिया कहा जाता है जोकि अधिकतर महिलाओं को होता है। भिंडी में आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है जो हीमोग्लोबिन को कम नहीं होने देता। इस प्रकार लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी नहीं आती और शरीर में रक्त की कमी नहीं होती। 

7. वजन कम करे (Lose Weight)- मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण होता है शरीर में अनावश्यक वसा का जमा होना। भिंडी में वसा नहीं के बराबर यानि बहुत कम होती है। भिंडी में कैलोरी भी बहुत कम होती है, मगर पानी और फाइबर की उच्च मात्रा होती है। इसी कारण भिंडी खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती और कुछ भी फालतू में खाने का मन नहीं करता। इस प्रकार आप अपने वजन को कंट्रोल कर पाते हैं और मोटापे को दूर भगाते हैं। 

8. कैंसर से बचाव करे (Prevent Cancer)- यद्यपि कैंसर एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है जिसका डॉक्टरी इलाज ही उचित उपचार होता है परन्तु कुछ खाद्य पदार्थ इसके विस्तार को रोकने में मदद करते हैं और कैंसर से बचाव करते हैं। भिंडी भी एक ऐसा ही खाद्य पदार्थ है जिसमें डाइटरी फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है। 

यह डाइटरी फाइबर आंतों के मार्ग को साफ करके कोलन कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है। भिंडी में एंटीट्यूमर गुण भी मौजूद होते हैं जो स्तन कैंसर का विस्तार करने वाली कोशिकाओं को रोकने का काम करते हैं।

9. डाइबिटीज में फायदेमंद (Beneficial in Diabetes)- डाइबिटीज के मरीजों के लिए भिंडी खाना निश्चित रूप से फायदेमंद है भिंडी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड में ग्लुकोज के बढ़ने की गति कम होती है। जबकि हाई ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थों से ब्लड में ग्लुकोज के बढ़ने की गति तेज होती है। भिंडी में मौजूद डाइटरी फाइबर भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है।

10. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे (Control Blood Pressure)- जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता है उनको भिंडी का सेवन फायदेमंद होता है। भिंडी खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा। इसके पीछे का कारण यह है कि भिंडी के बीज के अर्क में एंटी हाइपरटेंसिव प्रभाव होता है जो बल्ड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है।

11. हृदय के लिए फायदेमंद (Beneficial for Heart)- भिंडी के फायदों में वजन कम होना, ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर का कंट्रोल में रहना, ये बता ही चुके हैं। इनकी असामान्य स्थिति हृदय रोग का कारण बनती है। भिंडी में वसा बहुत कम होती है तथा इसमें उपस्थित घुलनशील फाइबर तथा पैक्टिन ब्लड में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करके कुल कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने का काम करते हैं। इससे रक्त धमनियों में प्लॉक नहीं जमता तथा रक्त प्रवाह निर्बाध गति से होता रहता है। इस प्रकार हृदय सुरक्षित रहता है। 

12. गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद (Beneficial for Pregnant Women)- भिंडी, चूंकि फोलेट का समृद्ध स्रोत है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को भिंडी अवश्य खानी चाहिए। फोलेट, भ्रूण के विकास के लिए बहुत आवश्यक और महत्वपूर्ण होता है। भिंडी खाने से गर्भवती महिलाओं जरूरी विटामिन और खनिज मिल जाते हैं। इससे उनकी इम्युनिटी मजबूत होगी। फाइबर, उनके पाचन को सही रखेगा इससे कब्ज की समस्या नहीं बनेगी। शरीर में दैनिक जरूरत के आयरन की पूर्ति होती रहती है जिससे रक्त की कमी नहीं होगी।

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भिंडी खाने के नुकसान – Side Effect of Lady Finger

हमने ऊपर बताया है कि एक कटोरी भिंडी बहुत होती है, इससे ज्यादा या बहुत ज्यादा खाने पर निश्चित रूप से समस्या का सामना करना पड़ेगा। भिंडी ज्यादा खाने से हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान –

1. भिंडी में कार्बोहाइड्रेट्स की उच्च मात्रा होने के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि पेट में गैस बनना, पेट में ऐंठन, दस्त लग जाना।

2. आंतों में सूजन आ सकती है।

3. जिन लोगों को किडनी की समस्या है उन लोगों की समस्या और बढ़ सकती है क्योंकि भिंडी में ऑक्सालिक एसिड नामक एक यौगिक जो बड़ी मात्रा में कैल्शियम के अवशोषण में बाधक बन सकता है।

4. जिन लोगों की संवेदनशील त्वचा है उनको भिंडी सेवन करने पहले पैच टेस्ट कर लेना चाहिए क्योंकि भिंडी से निकलने वाले प्रोटियोलिटिक नामक एंजाइम से त्वचा पर घाव बन सकते हैं।

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको भिंडी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भिंडी क्या है?, भिंडी का उत्पादन, भिंडी के गुण, भिंडी के पोषक तत्व और भिंडी कब और कितनी खानी चाहिए?, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से भिंडी के बहुत सारे फायदे बताए और कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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भिंडी खाने के फायदे
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको भिंडी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भिंडी क्या है?, भिंडी का उत्पादन, भिंडी के गुण, भिंडी के पोषक तत्व और भिंडी कब और कितनी खानी चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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