दोस्तो, सर्दियों में सब्जियों की बहार रहती है। ऐसी-ऐसी सब्जियां आती हैं कि चाहे उनको कच्चा खाओ या सब्जी बनाकर, दोनों ही रूप में सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं। इनमें गाजर, शलजम, मूली जैसी कई सब्जियां हैं। इसी कड़ी में एक और सब्जी जुड़ती है जिसका नाम है बंद गोभी। गोभी परिवार से ताल्लुक रखने वाली बंद गोभी बाजार में अन्य सब्जियों की तुलना में कम आती है क्योंकि किसान लोग इसे कम उगाते हैं। इसी वजह से पत्ता गोभी, फूलगोभी और ब्रोकली को तो लोग बहुत जानते हैं मगर बंद गोभी को बहुत कम लोग जानते हैं। विटामिन-ए, बी, सी, ई और के तथा प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम जैसे खनिजों से समृद्ध बंद गोभी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होती है तधा इम्युनिटी को भी बूस्ट करती है। आखिर ऐसा क्या है इस बंद गोभी में। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “बंद गोभी खाने के फायदे”।
देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बंद गोभी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसे खाने के क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि बंद गोभी क्या है और इसकी खेती कहां होती है। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।
बंद गोभी क्या है? – What is cabbage?
बंद गोभी एक जड़ वाली सब्जी है जैसे की शलजम। इसे जर्मन शलजम भी कहा जाता है। यह गोभी की श्रेणी में आती है। जिसकी जड़ें गांठ के रूप में भोजन ग्रहण करतीं हैं। इसका पौधा एक फुट तक ऊंचा होता है। इसका तना गांठ से लगता हुआ और पत्ते तने से लगते हुए भूमि के ऊपर होते हैं। इसके पत्ते सरसों के साग की भांति चौड़े होते हैं।
बंद गोभी सर्दी के मौसम में उपलब्ध होती है और अपने गुणों के कारण इसे ब्रोकली और पत्तागोभी का उत्तम विकल्प माना जाता है। इस गोभी की गांठ आकार में छोटी, ठोस मगर नरम होती है जिसे आसानी से काटकर कच्चा भी खाया जाता है। कच्चा खाने में यह बहुत स्वादिष्ट लगती है। इसकी सब्जी का तो स्वाद ही निराला होता है। बंद गोभी, हरे रंग के अतिरिक्त सफेद, बैंगनी और पीले रंग की भी होती है।
विटामिन-ए, सी, ई, के और विटामिन-बी कॉम्पलेक्स तथा प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर। फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम जैसे खनिजों से भरपूर बंद गोभी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ के लिए अत्यंत लाभकारी होती है। गोभी परिवार से संबंध रखने वाली बंद गोभी का वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका ओलेरासिया (Brassica oleracea) है और इसे अंग्रेजी में कोहलरबी (Kohlrabi) कहा जाता है।
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बंद गोभी की खेती कहां होती है? – Where is Cabbage Cultivated?
1. बंद गोभी की उत्त्पति साइप्रस और इटली का भूमध्यसागर का क्षेत्र माना जाता है। माना जाता है कि भारत में इसका आगमन मध्य काल में हुआ।
2. बंद गोभी की खेती ऑस्ट्रिया, जर्मनी, इंग्लैंड, इटली, स्पेन, त्रिपोली तथा पूर्वी भूमध्य सागर के कुछ भागों में की जाती है।
3. भारत के पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना राज्यों में बंद गोभी की खेती की जाती है।
बंद गोभी के गुण – Properties of Cabbage
- बंद गोभी की तासीर ठंडी होती है।
- बंद गोभी स्वाद में हल्की सी मिठास लिये होती है।
- बंद गोभी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल और एंटी-कैंसर गुण होते हैं।
- बंद गोभी में विटामिन-ए, बी, सी, ई और के तथा प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं।
बंद गोभी के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Cabbage (amount per 100 grams)
- पानी : 91 ग्राम
- ऊर्जा : 27 Kcal
- प्रोटीन : 1.7 ग्राम
- फैट : 0.1 ग्राम
- कोलेस्ट्रॉल : 0.0 ग्राम
- शुगर : 2.6 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट : 6.2 ग्राम
- डाइटरी फाइबर : 3.6 ग्राम
- कैल्शियम : 24 मिलीग्राम
- पोटेशियम : 350 मिलीग्राम
- सोडियम : 20 मिलीग्राम
- फास्फोरस : 46 मिलीग्राम
- आयरन : 0.4 मिलीग्राम
- मैगनीशियम : 19 मिलीग्राम
- सेलेनियम : 0.7 माइक्रोग्राम
- मैंगनीज : 0.139 मिलीग्राम
- कॉपर : 0.129 मिलीग्राम
- ज़िंक : 0.03 मिलीग्राम
- विटामिन-ए समतुल्य : 2 माइक्रोग्राम
- विटामिन-सी : 62 मिलीग्राम
- विटामिन-बी1
- (थियामिन) : 0.05 मिलीग्राम
- विटामिन-बी2
- (राइबोफ्लेविन) : 0.02 मिलीग्राम
- विटामिन-बी3
- (नियासिन) : 0.4 मिलीग्राम
- विटामिन-बी5
- (पैंटोथेनिक एसिड) : 0.165 मिलीग्राम
- विटामिन-बी6 : 0.15 मिलीग्राम
- विटामिन-बी9
- (फोलेट) : 16 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ई : 0.48 मिलीग्राम
- विटामिन-के : 0.1 माइक्रोग्राम
- कोलीन : 12.3 मिलीग्राम
बंद गोभी के उपयोग – Uses of Cabbage
- बंद गोभी की सब्जी बनाकर खाई जाती है।
- बंद गोभी मीट बनाते समय, मीट में भी डाला जाचा है।
- बंद गोभी को छीलकर ऐसे ही काट कर कच्चा खा सकते हैं।
- बंद गोभी और इसके पत्तों को सलाद के रूप खा सकते हैं।
- बंद गोभी का सूप बनाकर भी पी सकते हैं।
- बंद गोभी का जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
- बंद गोभी का अचार भी बनता है।
बंद गोभी खाने का सही समय – Right Time to Eat Cabbage
बंद गोभी खाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। इसे सुबह, दोपहर और रात में खाया जा सकता है परन्तु रात में खाना अवॉइड करें तो बेहतर होगा क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होने के नाते यह सर्दी जुकाम को आमन्त्रित कर सकती है।
बंद गोभी कितनी खानी चाहिए – How much Cabbage Should one Eat?
बंद गोभी कितनी खानी चाहिए इस बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है परन्तु इसे कम मात्रा में ही खाना चाहिए। एक दिन में एक या दो कटोरी सब्जी से ज्यादा नहीं खानी चाहिए अन्यथा यह पेट में समस्या पैदा कर देगी।
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बंद गोभी खाने के फायदे – Benefits of Eating Cabbage
बंद गोभी खाने के फायदे निम्नलिखित हैं –
1. शरीर को ऊर्जा दे (Give Energy to the Body)- बंद गोभी में मौजूद मैग्नीशियम, कॉपर, ज़िंक, मैंगनीज, फोलेट जैसे पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं जिससे शरीर चुस्त-दुरुस्त और एक्टिव रहता है। चलते-फिरने में सांस फूलना, सांस ठीक से ना आना, कमजोरी, थकान महसूस करना आदि समस्याओं से बंद गोभी राहत दिलाती है।
2. इम्युनिटी बढ़ाए (Increase Immunity)- बंद गोभी में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होती है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जाना जाता है और इम्युनिटी बूस्ट करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। बंद गोभी में फास्फोरस, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, ज़िंक, मैंगनीज जैसे खनिज भी पर्याप्त मात्रा में उपस्थित होते हैं। ये भी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
3. पाचन तंत्र को सही रखे (Keep the Digestive System Healthy)- बंद गोभी में डाइटरी फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो भोजन को पचाने में पाचन तंत्र की मदद करता है। फाइबर भोजन को रसादार द्रव की भांति बना देता है जिससे यह पचने में आसान हो जाता है और पाचन तंत्र को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। इससे पाचन तंत्र की स्थिति ठीक बनी रहती है।
4. कब्ज दूर करे (Relieve Constipation)- बंद गोभी का यदि सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो यह कब्ज जैसी समस्या से भी राहत दिला सकती है क्योंकि यह फाइबरयुक्त आहार है। मगर अधिक मात्रा में सेवन करने से निश्चित रूप से यह आपका पेट खराब कर देगी। कब्ज की मुख्य वजह होती है भोजन में फाइबर की कमी और सुबह-सुबह प्राकृतिक रूप से पेट साफ़ ना होना। फाइबर मल को ढीला कर इसे नरम बनाता है, इससे इसका त्याग आसानी से हो जाता है।
5. तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद (Beneficial for the Nervous System)- एक अध्ययन से पता चलता है कि बंद गोभी में ग्लूकोसाइनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स जैविक रूप से सक्रिय यौगिक मौजूद होते हैं जो पौधों से प्राप्त होते हैं। ये यौगिक, न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों जैसे कि अल्जाइमर और पार्किंसंस रोगों की विकास की संभावना को रोकने में मदद करते हैं। परिणामस्वरूप तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली सुचारु रूप से अपना काम करती है। तंत्रिका तंत्र का मुख्य काम मस्तिष्क के जरिए शरीर के सभी भागों को संकेत भेजकर शरीर की कार्यप्रणाली को नियंत्रित करना है।
6. रक्त की कमी पूरी करे (Make up for Blood Loss)- शरीर में रक्त की कमी को एनीमिया कहा जाता है। इसमें हीमोग्लोबीन का स्तर गिर जाता है, लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन रुक जाता है। इसका सीधा संबंध आयरन से है। शरीर में आयरन की कमी से ही यह सब होता है। आयरन, लाल रक्त कोशिकाओं में वृद्धि कर रक्त निर्माण में अपना योगदान देता है। बंद गोभी में आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। बंद गोभी में मौजूद आयरन रक्त निर्माण में अपना योगदान देकर एनीमिया से बचाता है।
7. हड्डियों को मिले मजबूती दे (Strengthen Bones)- बंद गोभी में हड्डियों के विकास और मजबूती के लिये आवश्यक और महत्वपूर्ण तत्व कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके अतिरिक्त बंद गोभी में मौजूद फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, ज़िंक, कॉपर जैसे खनिज और विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स अस्थि खनिज घनत्व (Bone Mineral Density – BMD) के स्तर में वृद्धि करने का काम करते हैं जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं।
8. आंखों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Eyes)- बंद गोभी में विटामिन-ए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है जो नेत्र स्वास्थ के लिए अच्छा माना जाता है। विटामिन-ए आंखों की रोशनी को बढ़ाता है और मोतियाबिंद होने की संभावना को दूर करता है। बंद गोभी में बीटा कैरोटिन भी मौजूद होता है। यह एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हुए, आंखों की रोशनी बढ़ाने और मोतियाबिंद को दूर रखने का काम करता है। यह बीटा कैरोटिन आंखों में होने वाले ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी कम करता है।
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बंद गोभी खाने के नुकसान – Disadvantages of Eating Cabbage
1. जिन लोगों को बंद गोभी खाने से एलर्जी है वे इसका सेवन ना करें। एलर्जी में खुजली, पित्ती, सूजन या सांस लेने में तकलीफ की समस्या हो सकती है।
2. बंद गोभी अधिक मात्रा में खाने से पेट में गैस बनना, दर्द होना, दस्त लगना या सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. तासीर ठंडी होने के कारण यह सर्दी, जुकाम को निमन्त्रण दे सकती है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको बंद गोभी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बंद गोभी क्या है, बंद गोभी की खेती कहां होती है, बंद गोभी के गुण, बंद गोभी के पोषक तत्व, बंद गोभी के उपयोग, बंद गोभी खाने का सही समय और बंद गोभी कितनी खानी चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से बंद गोभी खाने के बहुत सारे फायदे बताए और बंद गोभी खाने के कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।