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दूध पीने के फायदे – Benefits of Drinking Milk in Hindi

दूध पीने के फायदे

दोस्तो, प्रकृति सब का ध्यान रखती है। हर किसी का पेट भरने का पहले से ही इंतजाम करती है। जो असहाय हैं खुद खा नहीं सकते उनके लिए एक विशेष पेय पदार्थ का निर्माण करती है ताकि वे जिंदा रह सकें। वह चाहे मानव हो या पशु सब का पालन करती है। जी दोस्तो, हम बात कर रहे हैं दूध की जो मानव और पशुओं का मूलभूत और प्राथमिक आहार है। इसे पीकर ही इनके शिशु जीवित रहते हुऐ पनपते हैं। हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए सबसे महत्वपूर्ण आवश्यक आवश्यकता क्योंकि यह कैल्शियम का सबसे बड़ा स्रोत है। इसके पीने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ सही रहता है। सेक्स लाइफ़ के लिए सर्वोत्तम टॉनिक। आखिर दूध में ऐसा है क्या?। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “दूध पीने के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको दूध के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसके फायदे क्या हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि दूध क्या है और इसके गुण। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

दूध क्या है? – What is Milk? 

दोस्तो, दूध (Milk) एक अपारदर्शी (untransparent), सफेद रंग का, पोषक तत्वों से समृद्ध पेय पदार्थ है जिसका निर्माण स्तनधारी मादाओं की स्तन ग्रंथियों में प्राकृतिक रूप से होता है। इसका निर्माण, प्राकृतिक रूप से मूल और प्राथमिक आहार के रूप में शिशुओं का पेट भरने और उनको विकसित करने के लिए होता है। क्योंकि कोई भी शिशु ठोस आहार खाने में सक्षम नहीं होता, चाहे वह मानव शिशु हो या अन्य प्राणी का शिशु। 

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मानव के लिए मां के स्तन, दूध के मूल स्रोत हैं। पशुओं की बात की जाए तो गाय, भैंस, बकरी, भेड़, मादा ऊंट दूध के अन्य स्रोत हैं। इनके अतिरिक्त पौधों से भी दूध प्राप्त होता है जैसे कि सोया दूध और बादाम दूध, काजू दूध आदि। दूध एक ऐसा पेय पदार्थ है जो आठ हजार वर्षों से भी अधिक समय से मानव के भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है क्योंकि इसकी मिठास और इसके पोषक तत्व, पेट भरने के अतिरिक्त उसको स्वास्थ लाभ पहुंचाते हैं। दूध में प्राकृतिक मिठास लैक्टोज नामक कार्बनिक यौगिक से आती है। 

दूध में लैक्टोज प्राकृतिक रूप से लगभग 2.8 प्रतिशत मौजूद होता है। लैक्टोज को डबल शुगर भी कहा जाता है क्योंकि यह गैलेक्टोज और ग्लूकोज के कॉम्बिनेशन से बनती है। लैक्टोज का फार्मूला C₁₂H₂₂O₁₁ है। दूध का उत्पादन और उपयोग विश्व में बड़े पैमाने पर किया जाता है। दूध का उपयोग इसको पीने और चाय में डालकर पीने में किया जाता है। इसके अतिरिक्त दूध का उपयोग दही, घी, मक्खन, खोया बनाने के लिये किया जाता है। तत्पश्चात् इनका उपयोग विभिन्न प्रकार से किया जाता है।  

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दूध के गुण – Properties of Milk

1. दूध की तासीर ठंडी होती है।

2. दूध का स्वाद प्राकृतिक रूप से मीठा होता है।

3. दूध में लगभग 88 प्रतिशत पानी होता है जो शरीर को हाइड्रेट रखता है। 

4. दूध में विटामिन-ए, डी, ई, के और बी कॉम्पालेक्स तथा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जैसे खनिज मौजूद होते हैं।

दूध के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Milk (Quantity per 100 Grams)

  • पानी : 88.13 ग्राम
  • एनर्जी : 60 kcal
  • कुल फैट : 3.2 ग्राम
  • कोलेस्टेरॉल : 12 मिलीग्राम 
  • प्रोटीन : 3.28 ग्राम 
  • शुगर : 4.81 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट : 4.67 ग्राम
  • विटामिन-ए : 32 माइक्रोग्राम 
  • रेटिनॉल : 31 माइक्रोग्राम
  • कैरोटीन, बीटा : 7 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-ई 0।05 mg
  • विटामिन-डी : 1.1 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-के : 0.3 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-बी1
  • (थायमिन) : 0.056 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी2 
  • (राइबोफ्लेविन) : 0.138 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी3 
  • (नियासिन) : 0.105 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी5 
  • (पैंटोथैनिक एसिड) : 0.043 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी-6 : 0.061 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी12 : 0.54 माइक्रोग्राम
  • कोलिन : 17.8 मिलीग्राम
  • कैल्शियम : 123 मिलीग्राम
  • पोटेशियम : 150 मिलीग्राम
  • फास्फोरस : 101 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम : 12 मिलीग्राम
  • सैलेनियम : 1.9 माइक्रोग्राम
  • सोडियम : 38 मिलीग्राम
  • जिंक : 0.41 मिलीग्राम
  • कॉपर : 0.001 मिलीग्राम
  • फैटी एसिड, 
  • टोटल सैचुरेटेड : 1.86 ग्राम
  • फैटी एसिड, 
  • टोटल मोनोअनसैचुरेटेड : 0.688 ग्राम
  • फैटी एसिड, 
  • टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड : 0.108 ग्राम

दूध के उपयोग – Uses of Milk

  1. सामान्य तौर पर दूध को उबालकर गुनगुना पीया जाता है।
  2. दूध को उबाल कर एकदम ठंडा भी पीया जाता है। 
  3. फ्रूट्स डालकर मिल्क शेक बनाकर पी सकते हैं।
  4. दूध से दही बनाई जाती है। दही से घी और मक्खन बनाया जाता है। दही से लस्सी भी बनाई जाती है।
  5. दूध से खोया बनाया जाता है जिससे अनेक प्रकार की मिठाइयां भी बनाई जाती हैं। 
  6. दूध से छैना बनाया जाता है जो मिठाइयां बनाने के काम आता है। 
  7. दूध से पनीर बनाया जाता है जिससे सब्जी और अन्य व्यंजन बनाए जाते हैं।
  8. दूध से खीर बनाई जाती है। 
  9. दूध से चाय, कॉफी बनाई जाती है। 
  10. दूध का उपयोग चॉकलेट बनाने के लिए किया जाता है।
  11. दूध का उपयोग पूजा पाठ व धार्मिक समारोहों में भी किया जाता है। 

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दूध पीने का सही समय – Right Time to Drink Milk

1. दूध किसी भी समय पीया जा सकता है परन्तु रात का समय भोजन करने के लगभग एक घंटा बाद यानि सोने से एक घंटा पहले उचित माना जाता है। इससे मूड तनावमुक्त रहता है और नींद अच्छी आती है। 

2. जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या रहती है, उनको सुबह खाली पेट ठंडा दूध पीना चाहिए।

3. अपनी आयु और स्वास्थ के अनुसार दूध पीने का समय आहार विशेषज्ञ की सलाह पर करें।

दूध कितना पीना चाहिए? – How Much Milk Should One Drink?

1. बाल रोग विशेषज्ञ के अनुसार बच्चों को दिन में 2 से 3 कप गाय का दूध देने की सलाह दी जाती है।

2. स्वास्थ्य संवर्धन बोर्ड Health Promotion Board, के अनुसार – 

(i) 19 से 50 वर्ष की आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए अनुशंसित दैनिक आहार भत्ता 800 मिलीग्राम प्रति दिन है। 

(ii) 50 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को 1,000 मिलीग्राम दूध का सेवन करना चाहिए क्योंकि उम्र बढ़ने से उनको कैल्शियम की अधिक आवश्यकता होती है।

दूध पीने के फायदे – Benefits of Drinking Milk

दोस्तो, अब बताते हैं आपको दूध पीने के फायदे जो निम्नलिखित हैं –

1. थकान और कमजोरी दूर करे (Relieve Fatigue and Weakness)- जो लोग ऐसा काम करते हैं जिसमें शारीरिक श्रम अधिक लगता है तो शाम को उनको थकावट होनी लाजमी है और उनको कमजोरी भी महसूस होती है। ऐसे में रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच देशी घी डालकर पीने से सारी थकावट और कमजोरी दूर हो जाती है। 

घी ना डाला जाए तो भी खाली दूध ही काफी है। यदि दिन में चार खजूर (बीज निकले हुए), एक केला और एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर को एक गिलास दूध में डालकर मिक्सी में मिक्स करके पीने से शरीर में एनर्जी का संचार होता है और सारे दिन चुस्त, दुरुस्त बना रहता है। 

2. मांसपेशियां मजबूत बनें (Muscles Become Stronger)- प्रतिदिन दूध पीने से मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। दूध में विद्यमान प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की उच्च मात्रा मांसपेशियों के विकास और मजबूती के लिए आवश्यक खनिज हैं। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम और अन्य खनिज अमीनो एसिड निर्माण में वृद्धि करते हैं। इससे मांसपेशियां को हुई क्षति की मरम्मत में मदद मिलती है।

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3. हड्डियों को मजबूती मिले (Strengthen Bones)- कैल्शियम और विटामिन-डी हड्डियों के विकास और हड्डियों के स्वास्थ के लिए आवश्यक आवश्यकता हैं। इनके बिना हड्डी का वजूद नामुमकिन है। शिशुओं के दांत आने और विकसित होने की प्रक्रिया भी कैल्शियम और विटामिन-डी पर निर्भर करती है जोकि उसे मां के दूध से मिलते हैं। दूध में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है और विटामिन-डी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है। 

ये अस्थि खनिज घनत्व के स्तर में बढ़ोतरी करते हैं। इनके अतिरिक्त दूध में मौजूद फास्फोरस, आयरन, कॉपर, ज़िंक, मैग्नीशियम आदि खनिज अस्थि खनिज घनत्व के स्तर में वृद्धि करने का काम करते हैं जिससे हड्डियों को मजबूती मिलती है। हड्डियां मजबूत होने पर अस्थि रोग होने की भी संभावना नहीं रहती। 

4. दांतों की रक्षा करे (Protect Teeth)- शिशुओं के दांत आने और विकसित होने की प्रक्रिया में कैल्शियम और विटामिन-डी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। शिशु को ये खनिज अपनी मां के दूध से प्राप्त होते हैं। बच्चों के दूध के दांत टूट जाने पर फिर से दांत आते हैं जिनके विकास और रक्षा में दूध की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दूध में मौजूद कैल्शियम, विटामिन-डी, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व दांतों को कैवेटी से बचाकर, इनकी रक्षा करते हैं।

5. मानसिक विकार दूर करे (Cure Mental Disorders)– दूध पीने के फायदे ना केवल शरीर के लिए होते हैं बल्कि मस्तिष्क स्वास्थ के लिए भी फायदे होते हैं। दूध में उच्च गुणवत्ता वाला अमीनो एसिड नामक प्रोटीन होता है और मस्तिष्क में कई न्यूरोट्रांसमीटर का निर्माण करते हैं। 

ये मस्तिष्क की कार्य प्रणाली और मानसिक स्वास्थ को कंट्रोल करते हैं। अमीनो एसिड की कमी होने से चिड़चिड़ापन, चिंता, तनाव, डिप्रेशन, क्रोध, खराब मूड जैसे विकार उत्पन्न होते हैं। रात को सोने से पहले गर्म दूध पीने से ये सब विकार खत्म होते हैं, मानसिक शांति महसूस होती है और अच्छी नींद आती है।

6. नींद की गुणवत्ता सुधारे (Improve Sleep Quality)- रात को सोने से पहले गर्म दूध पीने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसे अच्छी नींद आती है। गर्म दूध में लेक्टाब्लूमिन नामक प्रोटीन होता है जो ट्रिप्टोफैन एमिनो एसिड है। दूध में मेलाटोनिन भी होता है जिसे नींद वाला हार्मोन कहा जाता है। ये नींद की गुणवत्ता में सुधार करते हैं, ठीक से नींद ना आना, बीच-बीच में नींद टूटना, बेचैनी, तनाव, चिंता, डिप्रेशन, खराब मूड जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। 

7. अपच और एसिडिटी दूर करे (Relieve Indigestion and Acidity)- जिन लोगों को अपच और और एसिडिटी की समस्या रहती है तो उनके लिए दूध रामबाण उपाय है। दूध का एन्टासिड प्रभाव अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने का काम करता है। 

इनके अतिरिक्त दूध, पेट की अन्य समस्याएं जैसे पेट में जलन होना, पेट फूलना आदि से भी राहत दिलाता है। पेट की समस्याओं से राहत पाने के लिए ठंडा दूध पीना चाहिए क्योंकि ठंडा दूध पेट की अम्लता (Acidity) को निष्क्रिय करने का काम करता है।

8. यौन विकारों को दूर करे (Cure Sexual Disorders)- यौन विकारों के उपचार में दूध एक आवश्यक और महत्वपूर्ण रामबाण उपाय है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में दूध का उपयोग यौन विकारों के निवारण के लिए प्राचीन काल से किया जाता रहा है। नपुंसकता, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, वीर्य का पतलापन, शुक्राणुओं की कमी, शुक्राणुओं की खराब गुणवत्ता जैसे यौन विकारों से राहत पाने के लिए रोजाना दूध का सेवन करें। 

दूध में खजूर उबालकर खाएं और दूध पीएं। इसके अतिरिक्त दूध के सेवन से पुरुष और महिला में कामेच्छा की कमी और कामशक्ति की कमी से भी छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए केसर वाला दूध पी सकते हैं। 

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दूध पीने के नुकसान –  Disadvantages of Drinking Milk 

अब बताते हैं आपको दूध पीने के नुकसान जो निम्न प्रकार हैं – 

1. यदि अधिक मात्रा में दूध पीया जाता है तो निश्चित रूप से नुकसान करेगा। इससे पेट में गैस बन सकती है, जी मिचलाना, उल्टी, बेचैनी, दस्त लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. ज्यादा दूध पीने से, लैक्टोज के कारण कूल्हे के फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ जाता है। 

3. जिन लोगों को दूध से एलर्जी है यानि जो लैक्टोज इंटॉलरेंस से ग्रस्त हैं, यदि वे पशु स्रोत से प्राप्त दूध का सेवन करते हैं या डेयरी उत्पाद का सेवन करते हैं तो निश्चित रूप से दो घंटे के अंदर उनका पेट खराब हो जाएगा, उनको दस्त लग सकते हैं।

4. पशु स्रोत से प्राप्त दूध या डेयरी प्रोडक्ट से लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोगों की इम्युनिटी प्रभावित होती है। 

5. कच्चा दूध भूल कर भी नहीं पीना चाहिए। यह फूड पॉइजनिंग की संभावना को बढ़ा देगा। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको दूध पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दूध क्या है, दूध के गुण, दूध के पोषक तत्व, दूध के उपयोग, दूध पीने का सही समय और दूध कितना पीना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से दूध पीने के बहुत सारे फायदे बताए और दूध पीने के कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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आज के आर्टिकल में हमने आपको दूध पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दूध क्या है, दूध के गुण, दूध के पोषक तत्व, दूध के उपयोग, दूध पीने का सही समय और दूध कितना पीना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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