दोस्तो, आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का टॉपिक है हरे रंग का, गूदेदार एक ऐसा फल जो विदेशी मूल से है, आकार में नाशपाती या बड़ी बेरी के समान, चमड़ी मगरमच्छ की तरह सख्त और खाने में मक्खन की तरह मुंह में घुलने वाला, जिसे मक्खन फल के नाम से भी जाना जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं एवोकाडो खाने के फायदे और नुकसान के बारे में, जिसे हम एलीगेटर पियर् (Alligator Pear) भी कहते हैं।
दोस्तो, एवोकाडो का मूल स्थान संभवतः दक्षिण मध्य मैक्सिको माना जाता है जहां सात हजार साल पूर्व इस विशेष फल की उत्पत्ति पर्सिया एमेरिकाना नामक एक वृक्ष से हुई थी। पहले यह फल केवल मेक्सिको (Mexico) में उगता और वहीं मिलता था, लेकिन इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ के गुणों को देखते हुऐ बहुत सारे देश इसकी खेती करने लगे हैं।
हमारे यहां दक्षिण भारत के कुछ ही क्षेत्रों में इसकी खेती की जाती है जैसे तमिलनाडु के पहाड़ी ढलान, महाराष्ट्र में कूर्ग, केरल और कर्नाटक के कुछ सीमित क्षेत्र। उत्तरी भारत में केवल एक राज्य सिक्किम है, जहां 800 से 1600 मीटर के बीच की ऊंचाई पर इसकी खेती होती है। यह फल पेस्टीसाइट्स या कीटनाशकों से बचा रहता है क्योंकि इसका छिलका बहुत मोटा होता है।
एवोकाडो फल के गुण – Properties of Avocado Fruit
माना कि एवोकाडो में उच्च मात्रा में हाई- फैटी एसिड पाया जाता है परन्तु इसमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत ही कम होता है। दोस्तो, एवोकाडो वजन कम करने, त्वचा को सुन्दर बनाने के अतिरिक्त कैंसर, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों से बचाव करता है। यह बहुत ही गुणकारी, स्वास्थप्रद और लाभदायक फल है। इसमें तांबा, जिंक, सोडियम, पोटेशियम, फोलेट, मैग्निशियम, कैल्शियम, आयरन, फोरफोरस, सेलेनियम, प्रोटीन और 20 विभिन्न विटामिन होते हैं। यहां कुछ सबसे प्रचुर मात्रा वाले पोषक तत्व हैं जो इस प्रकार हैं (3। 5-औंस 100-ग्राम) :-
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(i) विटामिन K – दैनिक वैल्यू का 26% (डीवी)
(ii) फोलेट – डीवी का 20%
(iii) पोटेशियम – डीवी का 14%
(iv) विटामिन B5 – डीवी का 14%
(v) विटामिन B6 – डीवी का 13%
(vi) विटामिन C – डीवी का 17%
(vii) विटामिन E – डीवी का 10%
और अब बताते हैं कि एवोकाडो के फायदे क्या होते हैं।
एवोकाडो खाने के फायदे – Benefits of Avocado
1. दिल के लिये (Heart)- एवोकाडो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिये सभी आवश्यक तत्वों की पूर्ति करता है। इसमें मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड के साथ-साथ फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन-ई और विटामिन-के पाये जाते हैं। हमें एक दिन के पोटेशियम की जरूरत का 14% पोटेशियम एवोकाडो से मिल जाती है। पोटेशियम उच्च रक्तचाप के विरुद्ध रक्तचाप को नियन्त्रित करता है। एवोकाडो एचडीएल (अच्छा वाला) कोलेस्ट्रॉल के एंटीथोजेनिक (antiatherogenic) गुणों को बढ़ाने में मदद करता है जिससे दिल को एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियाँ सख्त होना) के खतरे से सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। एवोकाडो रक्त वाहिकाओं और धमनियों का तनाव को कम करता है जिससे थक्के, दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना कम हो जाती है। एक नजर में देखें तो एवोकाडो दिल की सुरक्षा के लिये एवोकाडो रक्त ट्राइग्लिसराइड्स को 20% तक कम करता है, एलडीएल (बुरा) कोलेस्ट्रॉल को 22% कम करता है और एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल को 11% बढ़ाता है।
2. वजन कम करे (Lose weight)- एवोकाडो वजन कम करने के लिये बहुत उपयोगी और लाभदायक है। इसमें कैलोरी बहुत कम होती है। इसमें पाये जाने वाला मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड फैट को कम करता है। भोजन के साथ एवोकाडो खाने से 5-6 घंटे तक भूख नहीं लगती।
3. पाचन क्रिया को सुधारे(Improve Digestion) – इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। फाइबर आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करता है। ये बैक्टीरिया पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करते हैं।
4. आंखों के लिये (Eyes)- एवोकाडो आंखों की रोशनी के लिए बहुत लाभदायक है। इससे आंखों की रोशनी बरकरार रहती है। एवोकाडो में ल्यूटिन (Lutein) और जेक्सैथिन (Zeaxanthin) जैसे कैरोटीनॉइड होते हैं जो आंखों को स्वस्थ रखने के लिये जरूरी होते हैं। ये बढ़ती उम्र के साथ होने वाली हल्की धुंधली रोशनी की समस्या को दूर करते हैं साथ ही मोतियाबिंद और धब्बेदार अध:पतन के विरुद्ध आंखों की सुरक्षा करते हैं।
5. डायबिटीज में फायदेमंद(Diabetes)- एवोकाडो में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड मौजूद होता है जो लिपिड प्रोफाइल में सुधार करके बढ़े हुए ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सक्षम होता है। यह बात मेक्सिको के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा किए गए एक शोध में कही गयी है और माना भी है कि डायबिटीज टाइप-2 के रोगियों के लिये एवोकाडो बहुत फायदेमंद है। एक और रिसर्च में यह पता चला कि एवोकाडो के पत्ते का अर्क ब्लड शुगर के लैवल को कम कर सकता है।
6. कैंसर के संभावना को कम करे (Cancer)- एवोकाडो में कैरोटीनॉड्स और मोनोअनसैचुरेटेड फैट होने के कारण यह फल कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। एक शोध में यह पता चला है कि एवोकैटिन-बी नामक तत्व पाया जाता है जो ल्यूकेमिया स्टेम कोशिकाओं (जो कैंसर का कारण बन सकती हैं), से लड़ने का काम कर सकता है। एवोकाडो में मौजूद यह फाइटोकेमिकल्स अकेले ही कैंसर कोशिकाओं के बनने के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स मुख्य रूप से खाने की नली और आंतों के कैंसर में प्रभावी परिणाम दिखा सकते हैं। ग्लूटाथियोन नामक तत्व जो एक एंटीऑक्सिडेंट होता है, कोशिकाओं की मुक्त कणों के खतरनाक प्रभावों से सुरक्षा करता है।
इन सबके बावजूद “Desi Health Club” सलाह देता है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का डॉक्टरी इलाज ही करवाना चाहिये।
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7. लिवर के लिए फायदेमंद (Liver)- एवोकाडो का सेवन करने से लिवर के लिये फायदेमंद होता है। यह लिवर को खराब होने से बचाता है क्योंकि एवोकाडो में मौजूद आर्गेनिक यौगिक हेपेटाइटिस सी के कारण होने वाली हानि से लिवर को सुरक्षित रखने में मददगार होते हैं। एवोकाडो, अधिक लिपिड, बढ़ता हुआ वजन, मुक्त कणों का प्रभाव, और लिवर में सूजन जैसी नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्याओं के खतरों को दूर करने में मदद करता है। इन जोखिम कारकों को नियंत्रित कर यह फल फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
8. किडनी के लिये फायदेमंद (Kidney)- एवोकाडो फल पोटेशियम का अच्छा श्रोत होने के कारण किडनी समस्या में बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि पोटेशियम हृदय गति को सामान्य रखता है। यह कोशिकाओं और अंगों के लिए केमिकल चैनल्स के द्वारा द्रव संतुलन बनाए रखता है। तरल पदार्थ का यह संतुलन किडनी के कार्यों के लिये बहुत महत्वपूर्ण होता है। हमने पहले भी बताया है एवोकाडो एचडीएल (अच्छा वाला) कोलेस्ट्रॉल के एंटीथोजेनिक (antiatherogenic) गुणों को बढ़ाने में मदद करता है कोलेस्ट्रॉल को नियन्त्रित करता है। बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल के कारण मुक्त कण किडनी को हानि पहुंचाने का काम सकते हैं। अतः एवोकाडो के गुण कोलेस्ट्रॉल को नियन्त्रित करते हैं तो स्वतः ही किडनी को प्रभावित करने वाले मुक्त कणों का प्रभाव समाप्त होता रहता है। एक रिसर्च के अनुसार एवोकाडो बीज को उपयोगी माना गया है। एवोकाडो बीज के पाउडर का सप्लीमेंट किडनी की कार्य क्षमता और कुशलता में सुधार करता है।
9. हड्डियों के लिये (Bones)- एवोकाडो फल खनिज पदार्थों और विटामिन्स् की खान है। जिंक, फॉस्फोरस, तांबा, कैल्शियम, सेलेनियम जैसे खनिज पदार्थ हड्डी खनिज घनत्व (density) को बढ़ाते हैं तो वहीं विटामिन-के, हड्डी के स्वास्थ को बनाये रखता है। कच्चे एवोकाडो में पाये जाने वाला बोरॉन नामक मिनरल कैल्शियम के अवशोषण (Absorption) को बढ़ाकर हड्डियों को लाभ पहुंचाता है।
10. आर्थराइटिस में फायदेमंद (Arthritis)- एवोकाडो में जिंक, फॉस्फोरस, तांबा, कैल्शियम, सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ तो होते ही हैं साथ में ल्यूटिन (Lutein) और जेक्सैथिन (Zeaxanthin) जैसे कैरोटीनॉइड होते हैं। ये ऑस्टियोआर्थराइटिस के खतरे को कम करते हैं। एवोकाडो और सोयाबीन के तेल का मिश्रण आर्थराइटिस के दर्द को दूर करता है और सूजन को भी कम करता है। विशेषज्ञों के अनुसार एवोकाडो के बीज में एंटीइंफ्लामेट्री (सूजन को कम करने वाला) गुण होता है जो आर्थराइटिस के दर्द में राहत पहुंचाता है। यह एंटीइंफ्लामेट्री गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को भी खत्म करते हैं।
11. कब्ज में फायदा (Constipation)- एवोकाडो पेट के लिये बहुत ही फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को ठीक करता है पेट को साफ रखता है और कब्ज को खत्म करता है।
12. मस्तिषक को विकसित करे (Develop Brain)- एवोकाडो मस्तिषक को स्वस्थ रखता है और इसमें पाये जाने वाला ल्यूटिन नामक एक विशेष तत्व बुद्धि को विकसित करता है। यह बात बोस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा की गयी एक शोध में मानी गयी है। अतः एवोकाडो का सेवन मस्तिषक स्वास्थ के लिये बहुत फायदेमंद है।
13. मॉर्निंग सिकनेस में फायदेमंद (Morning sickness)- कुछ गर्भवती महिलाओं को प्रातःकाल में बहुत बेचैनी रहती है क्योंकि उनका पेट साफ नहीं हो पाता। उनको बदहजमी, गैस, कब्ज आदि की शिकायत रहती है। इसलिये, सुबह सुबह उनको ऐसा लगता है कि जी मिचला रहा है, अभी उल्टी हो जायेगी और कमजोरी महसूस करती हैं। इसी को मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। एवोकाडो ऐसी स्थिती से निपटने के लिये एकदम उत्तम उपाय है। इसमें पाये जाने वाला विटामिन-बी6 मितली, उल्टी आदि को खत्म करता है। अतः गर्भवती महिलाओं के लिये एवोकाडो का सेवन बहुत ही लाभदायक है।
14. एंटी एजिंग (Anti aging)- एवोकाडो का सेवन बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करता है। त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों को कम करता है। क्योंकि एवोकाडो में यौगिक एक्सथॉफिल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो यही कार्य करते हैं। एवोकाडो के तेल भी झुर्रियों कम करता है और त्वचा में कोलेजन (प्रोटीन) को बढ़ाता है।
15. त्वचा के लिए (Skin)- यह एक तथ्य है कि रुखी और बेजान त्वचा के लिये में विटामिन-ए और विटामिन-ई अमृत समान होते हैं ये ऐसी त्वचा में जान डालकर नया जीवन प्रदान करते हैं। यह बहुत ही अच्छी बात है कि एवोकाडो में ये विटामिन पाये जाते हैं और उससे भी अच्छी बात ये है कि त्वचा एवोकाडो के तेल को जल्दी अपने अंदर ज़ज्ब (सोख) कर लेती है। तो, एवोकाडो तेल की मालिश त्वचा के लिये बहुत फायदेमंद है। यह तेल सनबर्न से भी त्वचा की रक्षा करता है। एवोकाडो में दही और शहद मिलाने पर एक अच्छा फेस-पैक बन जाता है। इस फेस-पैक को चेहरे पर लगाने से झुर्रियां कम हो जाती हैं, चेहरे के दाग धब्बे हट जाते हैं और त्वचा पर चमक आ जाती है।
16 बालों के लिये (Hair)- एवोकाडो बालों के स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद है। इसमें विटामिन-ए, बी-1, बी-2, ई और सी मौजूद होते हैं जो बालों के विकास में सहायक होते हैं। एवोकाडो के सेवन से सिर के बालों का झड़ना बंद हो जाता है, बाल चमकदार और काले रहेंगे। इसलिये एवोकाडो का सेवन बालों के लिये लाभदायक है।
17. मुख के स्वास्थ के लिए (Oral Health)- एवोकाडो में पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं जो मसूड़ों के संक्रमण और दांतों की सड़न को रोकने का काम करते हैं। मसूड़ों के संक्रमण (मैग्नीशियम) से होने वाली सूजन को मैग्नीशियम खत्म करता है।
18. सांसों की बदबू को दूर करे (Bad Breath)- कब्ज, गैस, पेट की खराबी का कुप्रभाव सांसों पर पड़ता है। एवोकाडो में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्लैनोनोइड मुंह में जीवाणुओं को खत्म कर देते हैं, परिणामस्वरूप सांसों की बदबू भी खत्म हो जाती है। तात्पर्य ये है कि एवोकाडो कब्ज, गैस, पेट की खराबी को खत्म कर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है तो सांसों की बदबू बनेगी ही नहीं।
एवोकाडो के नुकसान – Side Effects of Avocado
दोस्तो, इस सुपर फल के इतने सुपर फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी होंगे, तो जानते हैं कि एवोकाडो के ज्यादा खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
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1. ज्यादा खाने से पेट खराब हो सकता है। पेट में जलन हो सकती है।
2. कोलेस्ट्रॉल स्तर कम हो सकता है जिससे शरीर को नुकसान हो सकता है क्योंकि यह बीटा में परिपूर्ण होता है।
3. कईयों को एलर्जी हो सकती है जैसे खुजली, एक्जिमा, लालिमा आदि।
4. फैट की मात्रा अधिक होने के कारण वजन बढ़ सकता है। पहले से ही मोटे व्यक्तियों को इस फल को खाने से बचना चाहिये।
5. लेटेक्स के प्रति संवेदनशील व्यक्तियों को भी एवोकाडो नहीं खाना चाहिये। क्योंकि उनके शरीर में सीरम आईजीई (इम्युनोग्लोबुलिन) एंटीबॉडी का स्तर बढ़ सकता है और एलर्जी हो सकती है।
Conclusion
दोस्तो, आज के लेख में हमने एवोकाडो खाने के फायदे और नुकसान के बारे में बताया। इसके गुण, फायदे के बारे में भी जानकारी दी। दोस्तो, आशा है आपको ये लेख पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों या सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
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