दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का टॉपिक है पेट दर्द का देसी इलाज । आज हम आपको बतायेंगे पेट दर्द के लक्षण, कारण और इसे दूर करने के कुछ देसी उपाय। आप हम सब के पेट में कभी ना कभी दर्द अवश्य हुआ होगा। पेट दर्द की परेशानी से हम सब वाकिफ हैं। व्यक्ति न तो सुकून से बैठ पाता है, ना लेट पाता है और न ही कोई काम कर सकता है। और यदि देर रात को पेट में दर्द हो जाये तो रात काटनी भारी पड़ जाती है।
पेट दर्द का देसी इलाज – Home Remedies for Stomach Ache
1. पुदीना के पत्ते को चबाएं या फिर 4 से 5 पत्तियों को एक कप पानी के साथ उबाल कर ठंडा होने दें। पर ज्यादा ठंडा नहीं, गुनगुना पीयें।
2. पुदीना की पत्तियां चाय में डालकर अच्छी तरह उबाल लें और फिर उसे पीएं।
3. पुदीना का रस 10 मि।ग्रा।,शहद 10 मि।ग्रा।, नींबू का रस 2।5 मि।ग्रा। को 20 मि।ग्रा। ताजा पानी में मिलाकर पीने से पेट दर्द से आराम मिलेगा।
4. 5 मि।ली नींबू रस, 5 काली मिर्च चूर्ण और 1 ग्राम सोंठ चूर्ण और 1/2 गिलास गर्म पानी के साथ मिलाकर सुबह या शाम को, 2 दिन पीयें। पेट दर्द और उल्टी में आराम मिलेगा।
5. एक छोटी चम्मच लहसुन का रस और 3 छोटी चम्मच सादा पानी में मिलाकर 1 सप्ताह तक रोज सुबह या शाम खाने के बाद पीयें। पेट दर्द और गैस में आराम मिलेगा।
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6. ठंडे या गरम पानी में नींबू निचोड कर, थोड़ा काला नमक डालकर पीने से भी पेट दर्द कम हो जाता है।
7. दही का सेवन पेट दर्द में बहुत लाभकारी होता है। दही में मौजूद बैक्टीरिया पेट का संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं, जिससे पेट जल्दी ठीक हो जाता है।
8. लूज मोशन में केला सबसे फायदेमंद होता है। दिन में 3 से 4 केला खाने से मोशन में राहत मिल सकती है। इसमें पोटैशियम की मात्रा सबसे अधिक होती है और इसमें मौजूद पेक्टिन पेट को बांधने का काम करता है।
9. काला नमक, सोंठ, हींग, यवक्षार,अजवायन इन सभी को समान भाग में मिलाकर चूर्ण बना लें। 2-2 ग्राम सुबह-शाम नाश्ते और रात के खाने के बाद गुनगुने पानी से लें। पेट की गुड़गुड़ाहट और ऐंठन में आराम मिलेगा।
10. अजवाइन में काला नमक मिलाकर खाने से हाजमा सही रहता है। पेट में कब्ज भी नहीं होगी।
11. अजवाइन 1 या 2 ग्राम, सोंठ 1 ग्राम दोनों को अच्छी तरह से पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाली पेट या नाश्ते के बाद लें। सुबह शाम दो बार ले सकते हैं। यह पेट दर्द को कम करता है और भूख को बढ़ाता है।
12. 3 ग्राम गुड में 3 ग्राम अजवायन कूट कर मिला दें। इसके दो भाग कर ले, सुबह-शाम खिलाने से उल्टियां रुक जायेंगी और पेट का फूलना भी कम हो जायेगा।
13. अजवायन 1/2 छोटी चम्मच, हींग 1/4 चम्मच मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट दर्द, गैस, जी मिचलाना आदि में बहुत जल्दी आराम मिलता है।
14. जीरे को हल्का भुनकर उसे गरम पानी के साथ या ऐसे ही दिन में 2 से 3 बार लें। आराम मिलेगा।
15. भीगी हुई 2 हरड़, काला नमक 1 ग्राम, पिप्पली 1 , अजवायन 1 ग्राम इनको एक साथ अच्छी तरह पीसकर गर्म पानी के साथ सुबह और शाम नाश्ते और रात के खाना खाने के बाद लेने से गैस बननी कम हो जाती है और पेट भी साफ हो जाता है।
16. रोजाना आधा कप एलोवेरा का रस पेट दर्द और जलन में राहत दिलायेगा। एलोवेरा का रस डायरिया, गैस, कब्ज, उलटी परेशानियों में भी फायदेमंद है।
17. हरे धनिया का रस में एक चम्मच शुद्ध घी मिलाकर लेने से पेट की बीमारी दूर होती है।
18. अदरक की चाय या इसका काढ़ा बनाकर पीने से भी पेट दर्द की समस्या में राहत मिलती है।
19. सूखे अदरक को मुंह में रख कर चूसने से भी आराम मिलता है।
20. आंवले का रस पीने से पेट के दर्द से राहत मिलती है।
21. एक चम्मच शुद्ध घी में हींग मिलाकर पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
22. सौंफ के सेवन से पेट का दर्द कम होता है और पाचन क्रिया सही रहती है।
पेट दर्द क्या है – What is Stomach Ache
दोस्तो, सबसे पहले समझते हैं कि आखिर ये पेट दर्द है क्या? पेट दर्द, सीने और कमर के बीच के क्षेत्र में होने वाले दर्द को कहते हैं। अर्थात् दर्द, पेट के ऊपर के हिस्से, निचले हिस्से में, दाईं ओर या बाईं ओर कहीं भी हो सकता है। पेट के अंदर और भी अंग होते हैं। लिवर, अपेंडिक्स, पैंक्रियास और आंत। ये सभी छाती और पेल्विस के बीच के क्षेत्र में होते हैं। इन अंगों में से किसी एक को प्रभावित करने वाली स्थिति में पेट दर्द का कारण बन सकती हैं।
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पेट दर्द के लक्षण – Symptoms of Stomach Pain
कारण से पहले पेट दर्द के लक्षण। जी हां, पेट दर्द का सही कारण निर्भर करता है आपके अनुभव के आधार पर। आप क्या अनुभव करते हैं, क्या लक्षण आपको प्रतीत होते हैं। पेट दर्द के कुछ लक्षण निम्न प्रकार हैं :-
1. पेट को छूते समय दर्द होना।
2. रुक-रुक कर पेट में दर्द होना।
3. पेट में गुड़गुड़ाहट।
4. पेट में सुंई चुभोने जैसा दर्द होना।
5. ज्यादा खट्टी डकार आना।
6. पेट फूलना या भारी महसूस होना।
7. उल्टी आना या उल्टी आने जैसा महसूस होना।
8. पेशाब नहीं कर पा रहे हों।
9. पेशाब करते समय कभी-कभी पेट में दर्द होना।
10. ज्यादा गैस बनना।
11. ठीक से सांस नहीं ले पाना।
12. सीने में भी दर्द अनुभव होना।
13. बुखार।
14. पेट में पानी होना।(Loose Motion)
15. शौच में ख़ून आना।
16. शौच काला, चिपचिपा और बदबूदार होना।
पेट दर्द के कारण – Causes of stomachache
आज कल की भागती दौड़ती जिन्दगी इतनी अव्यवस्थित और अनियमित हो गयी है इसका सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। समय अभाव में नाश्ता छोड़कर कार्य स्थल के लिये भागना, या बहुत जल्दी में भोजन करना, या जंक फूड खाना, या देर रात तक जागते हुए काम करना, आदि ऐसे अनेक कारण हो सकते हैं पेट से जुड़ी समस्याओं या दर्द के लिये। सामान्य कारण के अतिरिक्त कुछ विशेष कारण भी हो सकते हैं पेट दर्द के। डालते हैं इन पर नजर –
सामान्य कारण – Common Cause
1. अपच
2. कब्ज
3. भरे पेट पर भी भोजन करना
4. ज्यादा भोजन करना
5. नाश्ता ना करना
6. सही समय पर भोजन ना करना
7. जल्दी जल्दी भोजन करना यानि ठीक से ना चबाना
8. ज्यादा पानी पीने से।
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9. तीखा, ज्यादा मिर्च मसाले वाला, ज्यादा तेल वाला भोजन करना।
10. गंदा पानी पीने से।
11. जंक फूड खाना।
12. तला भुना खाद्य पदार्थ खाना जैसे समौसा, कचौरी आदि।
13. बासी खाना खाने से।
14. सूखा मांस खाने से।
15. अंकुरित दालों का ज्यादा सेवन करने से।
16. महिलाओं में मासिक धर्म के समय ऐंठन।
विशेष कारण – Particular Cause
1. गैस की समस्या
2. फूड पॉइजनिंग
3. फूड अलेर्जी
4. इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (एक विकार जो बड़ी आंत को प्रभावित करता है)
5. अपेंडिसाइटिस
6. गॉल स्टोन (Gallstone)
7. किडनी स्टोन (Kidney stone)
8. हार्निया (Hernia)
9. यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI))
10. क्रोहन रोग (पाचन तंत्र की सूजन)
11. अल्सर या फोड़ा।
12. पेल्विस या पेट और जांध के बीच के भाग की बीमारियों में पेट दर्द हो सकता है।
कुछ सावधानियां–
यदि हम अपनी जीवन में निम्न सावधानियां बरतें तो निश्चित रूप से पेट से जुड़ी समस्याओं को काफी हद दक दूर कर सकते हैं।
1. सुबह-सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीना चाहिये जिससे हमारा पेट अच्छी तरह से साफ हो सके।
2. मल, मूत्र को ज्यादा देर तक नहीं रोकना चाहिए।
3. व्यायाम (Excercise) करने के तुरन्त बाद बहुत ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।
4. रात में ज्यादा देर तक जगना नहीं चाहिए क्योंकि इससे पेट में गैस बनती है। पेट खराब भी हो सकता है।
5. वजन पर कंट्रोल करने के लिए खानपान पर ध्यान दें।
6. दिनभर में तीन बार खाने के बजाय थोड़ा-थोड़ा छह बार खायें।
7. एक बार में बहुत पानी भी न पीयें।
8. खाना खाने के बाद तुरंत बिस्तर पर न जायें, थोड़ा टहल लेना चाहिये।
9. तली, भुनी, तीखी, या बहुत ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाद्य पदार्थ ना खायें या बहुत कम मात्रा में खायें।
10. बेहतर होगा कि चाट, पकौड़ी, समौसे, कचौड़ी आदि से परहेज करें।
11. जंक फूड से परहेज करें।
12. खाने में नियमित रूप से अदरक, लहसुन, प्याज, काली मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी व सौंफ का उपयोग करें।
13. खाने में हरी सब्जियों व अन्य फाइबर युक्त चीजों की मात्रा बढ़ाएं।
14. रात को खाना हल्का जैसे घीया, तोरई, टिण्डे, परवल खाना चाहिए क्योंकि यह सब्जियां हल्के गुण वाली, आसानी से पचने वाली होती हैं। और पेट में गैस नहीं बनातीं।
15. चाय, कॉफी कम पीनी चाहियें।
16. खाना आराम से, तसल्ली में, अच्छे से चबा चबा कर खाना चाहिये।
17. खाना खाते समय बोलना नहीं चाहिये। मुंह खुला होगा तो खाने के साथ हवा भी अंदर जायेगी जोकि पेट में गैस बनायेगी। जिससे पेट में दर्द हो सकता है।
18. रोजाना आपके खाने में 35 प्रतिशत हाई फाइबर होलग्रेन ब्रेड, दालें, बिना पालिश के चावल होना जरूरी है। इसके बाद 40 प्रतिशत मात्रा ताजे फल व सब्जी रखें। 15 प्रतिशत तेल की मात्रा, अंडे और मांस (अंडे और मांस मांसाहारी के लिये) की होनी चाहिये। नानवेज हमेशा ताजा ही लें। आखिरी 10 प्रतिशत में दुग्ध उत्पाद जैसे दही,छाछ, पनीर आदि होना चाहिये।
पेट दर्द होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं –
क्या खाएं – What should we eat
1. पेट दर्द में अधिक से अधिक पेय पदार्थ पीयें।
2. छाछ में भूनी हुई अजवायन का पाउडर 1/2 छोटी चम्मच मिलाकर ले सकते हैं।
3. नारियल पानी पीयें।
4. हरबल चाय पीयें।
5. अनार का जूस।
6. यदि पेट दर्द की वजह से उल्टी भी हो रही है तो कुछ देर तक कुछ नहीं खाना चाहिये (6 घण्टे) और बाद में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में चावल का पानी, मूंग की दाल का पानी देना चाहिये।
7. हल्का भोजन जैसे मूंग की दाल, दलिया, पपीता आदि।
8. खिचड़ी (चावल में मूंग की दाल ज्यादा)।
9. सादा चावल खाना चाहियें।
10. केला खायें।
11. एप्पल सॉस खायें।
12 .ओट्स् मील खा सकते हैं।
13 . उबला आलू खायें।
14. व्हाइट ब्रेड टोस्ट खा सकते हैं।
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क्या ना खाएं – What not to eat
1. खट्टी चीजें जैसे अचार, नींबू नहीं खाना चाहिये।
2. ठोस आहार जैसे गेहूं की रोटी, अरहर की दाल, पालक की सब्जी, बेसन के बने समान , खीरा, ककड़ी, आदि नहीं खाना चाहिये।
3. चाय, कॉफी, दूध का नहीं पीना चाहिये।
4. सोडा वाले पेय ना पीयें।
5. तले भुने खाद्य पदार्थों को ना खायें।
6. मिर्च मसालेदार भोजन ना करें।
7. कच्चे फल और सब्जियां न खायें।
8. अधिक एसिड वाले फल और सब्जियों को न खायें।
9. रिफाइंड शुगर न खायें।
10. शराब ना पीयें।
11. धूम्रपान ना करें।
12. गुटखा, खैनी, तम्बाकू आदि का सेवन ना करें।
Conclusion
दोस्तो, आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको पेट दर्द का देसी इलाज के बारे में बताया। पेट में दर्द होने कारण, दर्द से बचाव, के बारे में जानकारी दी। आशा है आपको यह लेख अवश्य पसन्द आयेगा। कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer- किसी भी रोग/समस्या के लिये कृपया डॉक्टर/आहार विशेषज्ञ से सलाह लें। यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर उत्तरदायी नहीं है।
So nice