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स्लीप पैरालिसिस क्या होता है? – What is Sleep Paralysis in Hindi

स्लीप पैरालिसिस क्या होता है

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। दोस्तो, आपने पैरालिसिस का नाम तो बहुत सुना होगा और इससे ग्रस्त लोग भी बहुत देखे होंगे परन्तु क्या आपने कभी स्लीप पैरालिसिस के बारे सुना है। जी हां, स्लीप पैरालिसिस जिसे हिन्दी में नींद पक्षाघात कहा जाता है। यह एक ऐसा पक्षाघात है जो रात को सोते समय नींद के दौरान, शरीर पर पड़ता है। मगर घबराइये मत, यह क्षणिक होता है – कुछ सेकेन्ड या कुछ मिनट, बस। 

फिर अपने आप ठीक हो जाता है। दोस्तो, स्लीप पैरालिसिस वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति अर्धनिद्रा अवस्था में होता है यानि ना तो पूरी तरह सोया हुआ और ना ही नींद से जगा हुआ, तभी उसका शरीर जड़वत हो जाता है, वह हिल-डुल नहीं पाता और ना ही किसी को आवाज देकर मदद के लिये बुला पाता है। वह महसूस सब कुछ करता है मगर कोई गतिविधि नहीं कर सकता। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “स्लीप पैरालिसिस क्या होता है?”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको स्लीप पैरालिसिस के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसका उपचार क्या है। तो, सबसे पहले जानते हैं कि स्लीप पैरालिसिस क्या है और स्लीप पैरालिसिस किस स्थिति में होता है। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

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स्लीप पैरालिसिस क्या है? – What is Sleep Paralysis?

दोस्तो, मस्तिष्क और शरीर के बीच असंतुलन होने पर एक ऐसी स्थिति बनती है जिसमें व्यक्ति पूरी तरह ना तो सोया हुआ होता है और ना ही नींद से जगा हुआ और इस दौरान उसका शरीर क्रिया शून्य होता है, यानि शरीर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं  कर पाता। व्यक्ति इस अवस्था में चाहकर भी कोई मूवमेंट नहीं कर पाता क्योंकि उसका शरीर हिलने डुलने में असमर्थ होता है।

 इस स्थिति को मेडिकल भाषा में स्लीप पैरालिसिस (sleep paralysis) यानि नींद पक्षाघात कहा जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति का मस्तिष्क जाग्रत अवस्था में होता है इसलिये वह सभी घटनाओं जो उसके साथ हो रही हैं, को महसूस तो करता है परन्तु शरीर क्रिया शून्य होने के कारण अपने को व्यक्त नहीं कर पाता और ना ही उसका शरीर साथ देता है, केवल उसकी आंखें मूवमेंट कर पाती हैं। ऐसी अवस्था में वह किसी से मदद भी नहीं मांग सकता। कई लोगों के मुंह से आवाज भी नहीं निकलती इसलिये वे बोल भी नहीं पाते हैं।

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 यह स्थिति गंभीर नहीं है, केवल कुछ सेकेन्ड या कुछ मिनट तक ही रहती है, अधिकतर लोग कुछ समय बाद अपने-आप ठीक हो जाते हैं। परन्तु भयावह अवश्य है। हम यह भी बता दें कि इस स्थिति में चोट लगने की संभावना नहीं होती क्योंकि शरीर हिल-डुल नहीं सकता। स्लीप पैरालिसिस की समस्या 25 से 44 वर्ष की आयु के बीच पुरुष और महिला दोनों को हो सकती है। 

स्लीप पैरालिसिस किस स्थिति में होता है? – In what Condition Does Sleep Paralysis Occur?

स्लीप पैरालिसिस की समस्या निम्नलिखित स्थितियों में हो सकती है –

1. जब व्यक्ति सोने के लिए बिस्तर पर जाता है तो नींद के आरम्भ में ही यह समस्या हो सकती है यानि नींद आनी शुरु हुई और तभी स्लीप पैरालिसिस का अटैक पड़ गया।

2. जब व्यक्ति खूब गहरी नींद में सो रहा हो और अचानक से उसकी आंख खुल जाए तो घबराहट में कुछ ना समझ पाने से स्लीप पैरालिसिस का शिकार हो सकता है। 

3. जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा काम करते हुए थक जाता है और उसे नींद की झपकी आने लगती है तो इस अवस्था में उसे स्लीप पैरालिसिस की समस्या हो सकती है।

स्लीप पैरालिसिस के कारण – Causes of Sleep Paralysis

स्लीप पैरालिसिस के निम्नलिखित कारण है होते हैं –

1. रात को देर से सोना जिस वजह से ना तो व्यक्ति पर्याप्त नींद ले पाता है और ना ही उसकी नींद पूरी हो पाती है।

2. नार्कोलेप्सी की समस्या। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति दिन में अधिक सोता है या उसे सारे दिन नींद सताती रहती है।

3. रात को सोते समय टांग में ऐंठन और दर्द रहना।

4. सोने के समय में परिवर्तन होना।

5. शराब व धूम्रपान का सेवन करना।

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6. पीठ के बल सोना।

7. तनाव, डिप्रेशन या बाइपोलर डिसऑर्डर की स्थिति।

8. एडीएचडी के लिए ली जाने वाली तथा अन्य रोगों में ली जाने दवाओं की प्रतिक्रिया।

9. शराब और धूम्रपान का अधिक सेवन।

10. ड्रग्स लेना। विशेषकर कोकीन लेने वाले व्यक्तियों को स्लीप पैरालिसिस होने का जोखिम ज्यादा रहता है।

स्लीप पैरालिसिस के लक्षण – Symptoms of Sleep Paralysis

स्लीप पैरालिसिस के निम्नलिखित लक्षण प्रकट होते हैं –

1. व्यक्ति नींद में रहते हुए भी होश में रहता है।

2. वह अपने साथ होने वाली घटनाओं या परिस्थिति को अनुभव करता है।

3. शरीर गतिहीन और क्रिया शून्य हो जाता है। वह चाह कर भी हिल डुल नहीं सकता।

4. बोल पाने में सक्षम नहीं होता। यद्यपि कुछ लोगों से गले से घर्राहट की आवाज आ सकती है या कुछ सामान्य आवाजें हो सकती हैं जो भयंकर नहीं होतीं।

5. सांस लेने में दिक्कत होना

6. सपने देखना

7. डर लगना, चेहरे पर डर के भाव स्पष्ट देखे जा सकते हैं

8. डर के कारण पसीना से तर-बतर हो जाना

9. सीने में दबाव महसूस करना।

10. मतिभ्रम की स्थिति होना

11. सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द होना

12. शरीर में सनसनी महसूस होना।

स्लीप पैरालिसिस का निदान – Diagnosis of Sleep Paralysis

दोस्तो, हम यहां स्पष्ट कर दें कि स्लीप पैरालिसिस के निदान के लिये कोई टेस्ट नहीं उपलब्ध नहीं है। इसलिए इसका परीक्षण नहीं किया जाता। हां, यदि निम्नलिखित स्थितियों/लक्षणों में डॉक्टर से संपर्क किया जा सकता है –

1. प्रतिदिन या दो, तीन दिन के अंतराल पर स्लीप पैरालिसिस की शिकायत होना।

2. तनाव, डिप्रेशन या चिंता की स्थिति में।

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3. नींद में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर।

4. अचानक से नींद महसूस करना।

5. दिन में बहुत अधिक सोना या दिन में ही आंखों में नींद छाई रहना।

स्लीप पैरालिसिस से बचाव के उपाय – Ways to prevent sleep paralysis

दोस्तो, हम बता रहे हैं आपको कुछ निम्नलिखित उपाय जिनको अपनाकर स्लीप पैरालिसिस की स्थिति से बच सकते हैं।

1. सबसे पहले तो आप यह सुनिश्चित करें कि आपको जल्दी सोना है ताकि जल्दी नींद आ जाए और आप अच्छी नींद ले सकें।

2. पीठ के बल लेटकर सोना अवॉइड करें। पीठ के बल सोने से जीभ पीछे की ओर स्थिर रहती है जो सामान्य रूप से सांस लेने में रुकावट पैदा करती है। इससे गला भी सूख जाता है। इसलिए करवट लेकर सोएं।

3. कोशिश करें कि आप आठ घंटे की नींद लें। इससे आपकी नींद पूरी हो जाएगी। परिणाम स्वरूप आपको दिन में नींद नहीं सताएगी और ना ही नींद की झपकी आएगी।

4. सोने से पहले पैर अवश्य धोएं। सर्दियों में इसके लिए गर्म पानी का उपयोग करें। मुंह और हाथ भी धो लें। इससे आप तरो-ताजा महसूस करेंगे। तनाव, डिप्रेशन, चिंता से भी मन हट जाएगा। नींद जल्दी आएगी तथा सपने भी नहीं आएंगे।

5. सुनिश्चित करें कि आप सुबह सूर्य निकलने से पहले उठ जाएं। नित्यकर्म से निवृत होकर बाहर घूमने चले जाएं ताकि आपको शुद्ध ऑक्सीजन मिले। इससे फेफड़े भी मजबूत होंगे और मस्तिष्क भी शांत रहेगा।

6. ध्यान, प्राणायाम, व्यायाम और योग को अपनाएं। इससे आप में सारा दिन स्फूर्ति बनी रहेगी, अनेक रोग दूर होंगे, मन शांत रहेगा। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ बना रहेगा तथा नींद में भी सुधार होगा।

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7. धूम्रपान बिल्कुल भी ना करें। यदि करते हैं तो इसे तुरंत छोड़ें। तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन ना करें।

8. शराब का बहुत कम सेवन करें।

9. ड्रग्स व नशीले पदार्थों का कदापि उपयोग ना करें।

स्लीप पैरालिसिस का उपचार – Treatment of Sleep Paralysis

दोस्तो, अधिकतर मामलों में स्लीप पैरालिसिस के उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती क्योंकि यह स्थिति क्षणिक होती है जो बहुत ही कम समय में यह अपने-आप ठीक हो जाती है। फिर भी गंभीर मामलों में या व्यक्ति अधिक परेशानी महसूस कर रहा है तो इसके उपचार के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है –

1. गंभीर मामलों, जैसे कि नार्कोलेप्सी, में नार्कोलेप्सी का उपचार किया जाता है।

2. नींद की समस्याओं के लक्षणों को ध्यान में रखकर, नींद को विनियमित (regulate) करने के लिए एंटीडिप्रेसेंट्स या अन्य दवाईयां दी जा सकती हैं। नींद के मामले में डिप्रेशन की तुलना में इन दवाओं की कम मात्रा दी जाती है जिसका कोर्स पूरा करना होता है।

3. डॉक्टर स्लीप पैरालिसिस से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दे सकते हैं जो हमने ऊपर बताए हैं।

4. यदि कोई व्यक्ति किसी सदमे या दुर्घटना का शिकार हो गया है और इस कारण उसे स्लीप पैरालिसिस की समस्या से जूझना पढ़ रहा है तो काउंसलिंग थैरेपी दी जा सकती है।

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको स्लीप पैरालिसिस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। स्लीप पैरालिसिस क्या होता है?, स्लीप पैरालिसिस किस स्थिति में होता है?, स्लीप पैरालिसिस के कारण, स्लीप पैरालिसिस के लक्षण, स्लीप पैरालिसिस का निदान और स्लीप पैरालिसिस से बचाव के उपाय, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से स्लीप पैरालिसिस के उपचार के बारे में भी बताया। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको स्लीप पैरालिसिस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। स्लीप पैरालिसिस क्या होता है?, स्लीप पैरालिसिस किस स्थिति में होता है?, स्लीप पैरालिसिस के कारण, स्लीप पैरालिसिस के लक्षण, स्लीप पैरालिसिस का निदान और स्लीप पैरालिसिस से बचाव के उपाय, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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