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अंगूर खाने के फायदे – Benefits of Eating Grapes in Hindi

अंगूर खाने के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। दोस्तो, फलों की भी अपनी एक दुनियां है। किसी फल में बीज बहुत बड़े होते हैं तो किसी में बहुत छोटे, किसी में बीज नहीं के बराबर जो दिखाई भी नहीं देते जैसे कि अंगूर और किसी में बिल्कुल नहीं होते जैसे कि केला। इनको खाने का तरीका भी अलग-अलग होता है किसी का छिलका और बीज निकाल कर तो कोई छिलका और बीज सहित जैसे कि अमरूद। एक फल ऐसा है जिसको छिलका सहित खाया जाता है और बीजों का पता ही नहीं चलता।

यह फल है अंगूर। अंगूर एक ऐसा फल है जिसे बिना दांत वाला व्यक्ति भी बड़ी सरलता से खा लेता है। इसे खाने में कोई मेहनत नहीं करनी पड़ती। चाहे छोटा बच्चा हो या वृद्ध सभी इसे आराम से खा लेते हैं। अंगूर मुंह में रखो, हल्का सा दबाव डालो, यह फूट जाता है, फिर मुंह चलाओ और अंगूर का आनन्द लो। इसका मधुर स्वाद सबको भाता है। कई विटामिन और खनिज होने के कारण यह स्वास्थ के लिये बहुत लाभदायक होता है। तन को ठंडक और मन को शांति देता है। आखिर ऐसा क्या है इस अंगूर में। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “अंगूर खाने के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आपको अंगूर के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसके फायदे क्या हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि अंगूर क्या है और इसका का उत्पादन कहां होता है। फिर, इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

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अंगूर क्या है? –  What is a Grape?

दोस्तो, अंगूर एक फल है जो बाजार में लगभग हर मौसम में उपलब्ध होता है। औषधीय गुणों और पोषक तत्वों से समृद्ध इस फल को, फलों की दुनियां में सर्वोत्तम माना गया है। अंगूर को रक्त का शुद्धिकरण करने वाला और रक्त विकारों को दूर करने वाला माना गया है। वस्तुतः अंगूर बहुत छोटे आकार का रसीला और मीठा फल है। इसका पौधा बेल के रूप में आगे बढ़ता है और बेल पर गुच्छों में अंगूर लगते हैं। 

इस फल का आकार गोल या लंबाई में बेलनाकार होता है। अंगूर, हरे, काले, लाल, बैंगनी, पीले, नारंगी, गुलाबी रंग के होते हैं। भारत में सबसे अधिक हरे रंग के अंगूर बिकते हैं। अंगूर ऊर्जा प्रदान करने वाला, शरीर में पानी की कमी दूर करने वाला, बलवर्धक, सौन्दर्यवर्धक और वीर्यवर्धक फल है। जिन मरीजों को ठोस आहार खाने के लिए मना किया होता है उनको अंगूर खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह बहुत आसानी से पच जाता है।

दोस्तो, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व में अंगूर को खाने के लिये कम और शराब बनाने में अधिक उपयोग में लाया जाता है। अंगूर को अंग्रेजी में ग्रेप्स (Grapes) कहा जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम विटिस विनिफेरा (Vitis Vinifera) है।

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अंगूर का उत्पादन – Grape Production

1. अंगूर का उत्पादन भारत सहित 70 से अधिक देशों में होता है। इनमें प्रमुख देश हैं –  चीन, अमेरिका, वियतनाम, मैक्सिको, भारत, टर्की, दक्षिण अफ़्रीका, सूडान, थाईलैण्ड, इज़राइल, ब्राज़ील, अर्जेण्टीना, ताइवान, फ्रांस, ईरान, इराक़, सीरिया, पुर्तगाल, लेबनान, ऑस्ट्रेलिया, उज़्बेकिस्तान, चिली, इटली, न्यूज़ीलैण्ड, लीबिया, बांग्लादेश आदि। 

2. भारत के महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में अंगूर की खेती होती है।

अंगूर के गुण – Properties of Grapes

  • अंगूर की तासीर ठंडी होती है।
  • अंगूर स्वाद मीठा और मनभावन होता है। कोई-कोई अंगूर का दाना खट्टा भी हो सकता है। 
  • अंगूर में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर, एंटी-अर्थराइटिक, कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण होते हैं।
  • अंगूर में विटामिन-ए, बी, सी, ई और विटामिन के तथा पोटेशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, सेलिनियम कॉपर, ज़िंक जैसे पोषक तत्व उपस्थित होते हैं।

अंगूर के पौष्टिक तत्व (प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of grapes (per 100 grams)

  • पानी : 80.54 ग्राम
  • ऊर्जा : 69 Kcal
  • प्रोटीन : 0.72 ग्राम
  • टोटल लिपिड (फैट) : 0.16 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट : 18.1 ग्राम
  • फाइबर, टोटल डायटरी : 0.9 ग्राम
  • शुगर : 15.48 ग्राम
  • विटामिन-ए, आरऐइ : 3 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-ए, आईयू : 66 आईयू
  • ल्यूटिन-जिआजेंथिन : 72 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-बी6 : 0.086 मिलीग्राम
  • विटामिन-बी9 टोटल : 2 माइक्रोग्राम
  • विटामिन-सी : 3.2 मिलीग्राम
  • विटामिन-ई 
  • (अल्फा टोकोफेरोल) : 0.19 मिलीग्राम
  • विटामिन-के  : 14.6 माइक्रोग्राम
  • कोलिन, टोटल : 5.6 मिलीग्राम
  • आयरन : 0.36 मिलीग्राम
  • फास्फोरस : 20 मिलीग्राम
  • कैल्शियम : 10 मिलीग्राम
  • पोटेशियम : 191 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम : 7 मिलीग्राम
  • मैंग्नीज : 0.071 मिलीग्राम
  • सोडियम : 2 मिलीग्राम
  • सेलेनियम : 0.1 माइक्रोग्राम
  • फ्लोराइड : 7.8 माइक्रोग्राम
  • जिंक : 0.07 मिलीग्राम
  • कॉपर : 0.127 मिलीग्राम
  • फैटी एसिड 
  • टोटल सैचुरेटेड : 0.054  ग्राम
  • फैटी एसिड
  • (टोटल मोनोअनसैचुरेटेड) : 0.007 ग्राम
  • फैटी एसिड
  • (टोटल पोलीअनसैचुरेटेड) : 0.048 ग्राम

अंगूर के उपयोग –  Uses of Grapes

  1. दोस्तो, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अंगूरों का उपयोग खाने में कम और शराब बनाने के लिए अधिक किया जाता है। रेड वाइन और व्हाइट शराब बनाने के लिए लाल और काले अंगूरों का इस्तेमाल किया जाता है। 
  2. अंगूर को ऐसे ही खा सकते हैं।
  3. अंगूर का जूस निकालकर पी सकते हैं।
  4. अंगूर को केक, कस्टर्ड में डाल सकते हैं।
  5. अंगूर को दही में डालकर खाया या जा सकता है।
  6. फ्रूट आइसक्रीम बनाने के लिये अंगूर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  7. सब्जी बनाते समय स्वाद और पौष्टिकता बढ़ाने के लिए सब्जी में अंगूरों को डाला जाता है। 
  8. अंगूरों से किशमिश बनाई जाती है। 
  9. काले और मोटे अंगूरों (जिनमें बीज होते हैं) से मुनक्के बनाए जाते हैं।
  10. अंगूरों के बीजों का तेल निकाला जाता है।
  11. अंगूरों का जैम और जैली बनाई जाती है।
  12. अंगूरों का सिरका भी बनाया जाता है।

अंगूर खाने का सही समय – Right time to Eat Grapes

1. अंगूर कब खाने चाहिएं इस बारे में कोई समय निर्धारित नहीं है परन्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक अंगूर, सुबह और दोपहर के बीच के समय और दोपहर को खाना चाहिए।

2. सुबह खाली पेट अंगूर खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि पेट में गैस बनना, खट्टी डकार, पेट में दर्द, अपच, मितली, उल्टी आदि।

3. रात को अंगूर खाने से पाचन की समस्या, बेचैनी या नींद ना आने की समस्या हो सकती है।

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अंगूर की मात्रा –  Quantity of Grapes

वैसे तो अंगूर खाने की मात्रा निर्धारित नहीं है परन्तु अहतियात के तौर पर व्यस्क व्यक्ति प्रतिदिन एक कप (लगभग 20-25) खा सकता है। गिनती में ज्यादा से ज्यादा 30 अंगूर।

अंगूर खाने के फायदे – Benefits of Eating Grapes 

दोस्तो, अब बताते हैं आपको अंगूर खाने के फायदे जो निम्न प्रकार हैं –

1. इम्युनिटी को मजबूत करे (Strengthen Immunity)- अंगूर खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे इम्युनिटी बढ़ती है, विशेष कर सब्ज़ यानि हरे अंगूर खाने से। अंगूर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी उपस्थित होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हुए शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, मुक्त कणों के प्रभाव से बचाता है और इम्युनिटी मजबूत करने का काम करता है। इसके अतिरिक्त अंगूर में मौजूद फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, ज़िंक, कॉपर जैसे खनिज भी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। 

2. शरीर को ऊर्जा और बल प्रदान करे (Provide Energy and Strength to the Body)- बीमार व्यक्ति को थकावट और कमजोरी ज्यादा महसूस होती है, उनको ऊर्जा की जरूरत होती है। या अधिक शारीरिक श्रम करने वाले लोगों जैसे किसान, मजदूर, एथलीट्स, अन्य खिलाड़ी आदि को भी ऊर्जा की जरूरत होती है।

ऐसे में अंगूर उनकी इस जरूरत को पूरा करता है। अंगूर खाने से तुरन्त उनको ऊर्जा मिलती है और शरीर को बल भी मिलता है। विशेषकर पहलवान लोगों के लिये अंगूर बल का एक उत्तम स्रोत है। अंगूर में उपस्थित प्रोटीन और कार्ब्स शरीर को बलवान बनाते हैं।  

3. शरीर को हाइड्रेट रखे (Keep the Body Hydrated)- डायरिया होने पर ऐसा महसूस होता है जैसे शरीर की जान निकल गई हो। इसकी वजह है शरीर में पानी की कमी होना। गर्मी के मौसम में भी शरीर में पानी की कमी होना स्वाभाविक है। बीमार होने पर भी शरीर में पानी की कमी हो जाती है।

ऐसी स्थितियों में अंगूर अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। अंगूर में पानी की प्रचुरता होती है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाती है और शरीर हाइड्रेट रहता है। गर्मियों में यह प्यास को नियंत्रित करता है।

4. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखे (Keep the Digestive System Healthy)- पाचन के लिए फाइबर का होना बहुत जरूरी है। इसके अभाव में पाचन तंत्र में समस्या आती है। यह भोजन को रसादार बनाता है जिससे यह बहुत जल्दी और आसानी से पच जाता है। इसके लिए पाचन तंत्र को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। फाइबर मल को भी नरम करता है जिससे मल त्याग आसानी से हो जाता है। 

ऐसा होने से कब्ज नहीं बनती और पेट की संभावित बीमारियां भी नहीं होतीं। अंगूर खाने का यह भी एक बड़ा फायदा है कि पाचन तंत्र ठीक रहता है और कब्ज व अन्य पेट की बीमारियां नहीं होतीं। अंगूर में फाइबर अच्छी मात्रा में उपस्थित होता है।

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5. ब्लड शुगर को कंट्रोल करे (Control Blood Sugar)- अंगूर में रेस्वेराट्रॉल, क्वेरसेटिन और कैटेचिन जैसे महत्वपूर्ण यौगिक मौजूद होते हैं। ये गुण एंटीडायबिटिक के रूप में काम करते हुए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करते हुए ब्लड शुगर लेवल सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं। ये ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक्स और क्रैश को रोकने का काम करते हैं। डायबिटीज के मरीज अंगूर खा सकते हैं मगर कम मात्रा में, मगर अंगूर का जूस नहीं। उनको अन्य फलों के जूस को भी अवॉइड करना चाहिए।

6. ब्लड प्रेशर को कम करे (Reduce Blood Pressure)- अंगूर में पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा में होती है जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। कई अध्ययन यह भी बताते हैं कि अंगूर में हाइपोटेंसिव प्रभाव होता पाया गया है। इसलिए जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो में रहता है उनको अंगूर बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए अन्यथा यह ब्लड प्रेशर को और कम करके समस्या बढ़ा सकता है। 

7. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करे (Control Cholesterol)- यदि शरीर में खराब वाला कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ जाए तो हृदय के लिए खतरनाक साबित हो जाता है इसके चलते रक्त वाहिनियों में प्लॉक जम जाता है जिससे रक्त के सुचारु रूप से प्रवाह में रुकावट आती है। फलस्वरूप हार्ट अटैक आने का जोखिम बढ़ जाता है।

अंगूर में उपस्थित पॉलीफेनोल्स में हायपोलिपिडेमिक पाया जाता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल LDL के स्तर को कम करता है और अच्छे वाले कोलेस्ट्रॉल HDL के स्तर में बढ़ोत्तरी करता है। अतः अंगूर खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।

8. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद (Beneficial for Heart Health)- हम अब तक यह जान पाए हैं कि अंगूर खाने से डायबिटीज में फायदा होता है, इससे ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। इस प्रकार हृदय को इनके जोखिमों से सुरक्षा मिल जाती है। अंगूर में उपस्थित पॉलीफेनोल्स में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं और मुक्त कणों से बचाते हैं। अंगूर में मौजूद रेसवेरेट्रॉल कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण हृदय को हृदय रोगों की संभावना से बचाते हैं। 

9. स्तन कैंसर से बचाव करे (Prevent Breast Cancer)- महिलाओं में स्तन कैंसर होना एक आम समस्या है, यद्यपि इसका और अन्य कैंसर का डॉक्टरी इलाज ही समुचित इलाज होता है परन्तु कुछ खाद्य पदार्थ इनसे बचाव करने में सक्षम होते हैं। अंगूर में एंटीकैंसर गुण उपस्थित होते हैं। ये गुण स्तन कैंसर के अतिरिक्त अन्य कैंसर होने की संभावना को काफी हद तक खत्म कर, इनसे बचाव कर सकते हैं। अतः महिलाओं को स्तन कैंसर से बचाव के लिए अंगूर खाने की सलाह दी जाती है।

10. आंखों की दृष्टि बढ़ाए (Improve Eyesight)- विटामिन-ए को आंखों का विटामिन माना जाता है। यह आंखों के स्वास्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण और आवश्यक होता है। अंगूर खाने से विटामिन-ए की पर्याप्त मिल जाती है। यह आंखों की दृष्टि को बढ़ाता है तथा अन्य नेत्र रोगों की संभावना को भी दूर करता है। आंखों में सूजन का एक कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस भी होता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से ही रेटिनल डिजनरेशन की समस्या बनती है। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स सूजन को तो कम करते ही हैं साथ ही रेटिनल डिजनरेशन की समस्या की संभावना को भी दूर करते हैं।

11. हड्डियों को स्वस्थ रखे (Keep Bones Healthy)-  अंगूर में मौजूद कैल्शियम, पोटेशियम, मैगनीशियम, फास्फोरस, कॉपर और ज़िंक जैसे खनिज तथा विटामिन-बी और सी होते हैं जो अस्थि खनिज घनत्व (Bone Mineral Density – BMD) के स्तर में बढ़ोत्तरी करने का काम करते हैं। अस्थि खनिज घनत्व का स्तर सही रहने पर हड्डियों का स्वास्थ अपने आप ठीक रहता है। इसलिये हड्डियों के स्वास्थ को बनाए रखने के लिए अंगूर खाने चाहिएं। 

12. गठिया में फायदा (Benefit in Arthritis)- अंगूर में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण और रेस्वेराट्रोल्स गुण मौजूद होते हैं। ये गुण अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। सूजन, दर्द, ये गठिया के सामान्य लक्षण होते हैं। इसे रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) कहा जाता है। नियमित रूप से अंगूर खाने से इन लक्षणों से छुटकारा पा सकते हैं।

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अंगूर खाने के नुकसान – Side Effects of Eating Grapes

अंगूर खाने के संभावित नुकसान निम्न प्रकार हैं –

1. अंगूर खाने से कुछ लोगों एलर्जी हो सकती है। त्वचा फर रैशेज पड़ना, सिर में दर्द, उल्टी, मितली, जैसे लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

2. लो ब्लड प्रेशर वाले लोग अंगूर खाने को अवॉइड करें। यदि खाना ही है तो बहुत कम खाएं क्योंकि यह उनके ब्लड प्रेशर को और कम करके समस्या खड़ी कर सकता है। 

3. गर्भवती महिलाएं गर्भ के दौरान डॉक्टर की सलाह पर ही अंगूर का सेवन संतुलित मात्रा में करें। इसमें मौजूद रेस्वेराट्रोल लाभकारी हो सकता है परन्तु यह रेस्वेराट्रोल गर्भस्थ शिशु में अग्नाशय की समस्याओं की वजह बन सकता है। 

4. अंगूर में सैलिसिलिक एसिड होने के नाते इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए क्योंकि यह एसिड पाचन तंत्र में समस्याओं को जन्म दे सकता है। 

6. अंगूर में शुगर और फाइबर की अधिक मात्रा  दस्त लगने की वजह बन सकती हैं। 

7. अधिक शुगर, अधिक फाइबर और कम केलोरी वजन बढ़ने की वजह बन सकते हैं।

8. बहुत छोटे बच्चों को मसल कर खिलाना चाहिए या जूस निकाल कर पिलाएं। साबुत अंगूर भूल कर भी ना दें। यह बच्चे के गले में अटक सकता है। 

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको अंगूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंगूर क्या है, अंगूर का उत्पादन, अंगूर के गुण, अंगूर के पोषक तत्व, अंगूर का उपयोग, अंगूर खाने का सही समय, अंगूर की मात्रा, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से अंगूर खाने के बहुत सारे फायदे बताए और कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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अंगूर खाने के फायदे
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अंगूर खाने के फायदे
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको अंगूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंगूर क्या है, अंगूर का उत्पादन, अंगूर के गुण, अंगूर के पोषक तत्व, अंगूर का उपयोग, अंगूर खाने का सही समय, अंगूर की मात्रा, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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