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मौसमी का जूस पीने के फायदे – Benefits of Drinking Mosambi Juice in Hindi

मौसमी का जूस पीने के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, मौसमी का जूस एक ऐसा जूस है जो हर मौसम में पसंद किया जाता है। चाहे गर्मी हो या सर्दी इसकी बिक्री खूब होती है। गर्मियों में यह शरीर को शीतलता देता है, प्यास बुझाता है तथा शरीर को हाइड्रेट रखता है। इसकी तासीर ठंडी होने के बावजूद भी सर्दियों में इसे बहुत पसंद किया जाता है क्योंकि इसका स्वाद और तीखी खुश्बू मन को तृप्त कर देते हैं और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। मौसमी का जूस, विटामिन-सी और कैल्शियम का अच्छा स्रोत होने के कारण, पाचन तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिये अत्यंत लाभकारी होता है। इसके अतिरिक्त मौसमी के जूस के स्वास्थ के लिये अनेक फायदे होते हैं। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “मौसमी का जूस पीने के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको मौसमी के बारे में जानकारी देगा और इसका जूस पीने के फायदे भी बताएगा। तो, सबसे पहले जानते हैं कि मौसमी क्या है और इसकी खेती कहां होती है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

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मौसमी का जूस पीने के फायदे
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मौसमी क्या है? – What is Mosambi 

मौसमी, नींबू जाति का एक फल है जो खट्टे फल (Citrus fruit) की श्रेणी में आता है। इसका वानस्पतिक नाम Citrus sinensis (Linn।) है और यह  Rutaceae (रूटेसी) कुल से संबंध रखती है। इसे अंग्रेजी में (Sweet Lime) कहते हैं। मौसमी को मुसम्मी, मौसंबी आदि नामों से भी पुकारा जाता है। उत्तर प्रदेश मे मौसमी को ‘मीठा नींबू’ कहते हैं। मौसंबी का वृक्ष हमेशा हरा रहता है। इसका वृक्ष छः मीटर तक ऊंचा हो जाता है, यह कांटों से युक्त होता है और फैला हुआ होता है। मौसमी का कच्चा फल हरे रंग का होता है जो पकने पर भी ज्यादातर हरे रंग का रहता है परन्तु कुछ सुनहरे या नारंगी हो जाते हैं। 

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मौसमी का पौधा लगाने के बाद इस पर तीसरे साल से फल आने शुरु हो जाते हैं। चौथे साल से एक पेड़ से 20 से 50 किलो तक फल मिल जाते हैं तथा पांचवे साल से व्‍यवसायिक रूप में उत्‍पादन बढ़ने लगता है। मौसमी की तीन किस्में होती हैं – नेवल, जुमैका और माल्टा हैं। नेवल, अमेरिका में उत्तम किस्म मानी जाती है, माल्टा का छिलका और जूस लाल रंग का होता है। मौसमी का रस साबुन, शराब तथा अन्य पेय पदार्थों में भी मौसमी के जूस का उपयोग किया जाता है। 

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मौसमी की खेती कहां होती है? – Where is Mosambi Farming Done?

1. पहले कभी मौसमी की उत्पत्ति को लेकर अटकलें लगाई जाती थीं।  इंडोनेशिया, चीन तथा अन्य कई देशों में इसकी संभावना बताई जाती थी, परन्तु बाद में इसे भारतीय मूल का फल मान लिया गया।

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2. इंडोनेशिया और चीन के अतिरिक्त मौसमी का उत्पादन इजिप्ट, सीरिया, फिलिस्तीन आदि देशों में भी किया जाता है। 

3. भारत में मौसमी की खेती महाराष्ट्र, आंध प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में की जाती है। 

मौसमी का जूस बनाने का तरीका – How to Make Mosambi Juice

सामग्री – 

दो बड़ी मौसमी

स्वादानुसार चीनी (वैकल्पिक)

काला नमक

स्वादानुसार काला नमक

आधा गिलास पानी (वैकल्पिक)

तरीका – 

घर पर मौसमी का जूस निकालना काफी आसान है। बस, मौसमियों को छीलिये और जूसर में डालकर जूस निकाल लीजिये। इसमें अपने स्वादानुसार काला नमक और चीनी मिलाइये और पी लीजिये। यदि जूसर नहीं है तो छिली हुई मौसमियों को टुकड़ों में काटकर बीज निकाल लें और मौसमियों के टुकड़ों को ब्लेंड कर लें। अब इसे छन्नी में डालकर, दबा-दबाकर छान लीजिये। फिर काला नमक और चीनी मिलाकर पी लें। 

मौसमी के गुण – Properties of Mosambi

1. मौसमी की तासीर ठंडी होती है। 

2.  मौसमी का स्वाद हल्का सा खट्टापन लिये मीठा होता है और इसकी तीखी खुशबू मन मोह लेती है। 

3. मौसमी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीट्यूमर, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरलिपिडेमिक, एंटीअल्सर, एंटीअर्थराइटिक आदि गुण मौजूद होते हैं।

4. मौसमी विटामिन-सी, कैल्शियम और पोटेशियम का अच्छा स्रोत है। इनके अतिरिक्त इसमें विटामिन-ए, ई, के, बी कॉम्प्लेक्स तथा कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, फोलेट आदि खनिज मौजूद होते हैं।

मौसमी के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Mosambi (Quantity per 100 grams)

पानी : 88.26 ग्राम

ऊर्जा : 30 Kcal

प्रोटीन : .ग्राम

फैट : 0.2 ग्राम

शुगर : 1.69 ग्राम

फाइबर : 2.8 ग्राम

कार्बोहाइड्रेट: 10.54 ग्राम

कैल्शियम : 33 मिली ग्राम

आयरन : 0.6 मिलीग्राम

मैग्नीशियम : 6 ग्राम

फास्फोरस : 18 ग्राम

पोटेशियम : 102 मिली ग्राम

सोडियम : 2 मिली ग्राम

जिंक : 0.11 मिली ग्राम

कॉपर : 0.0065 मिली ग्राम

विटामिन-ए : 0.002 मिलीग्राम 

विटामिन-बी1 : 0.025 मिलीग्राम 

विटामिन-बी2 : 0.015 मिलीग्राम 

विटामिन-बी3 : 0.042 मिलीग्राम 

विटामिन-बी6 : 0.038 मिलीग्राम 

विटामिन-बी9 : 0.01 मिलीग्राम 

विटामिन-सी : 29.1 मिलीग्राम 

विटामिन-ई : 0.22 मिलीग्राम 

विटामिन-के : 0.0006 मिलीग्राम

फोलेट : 8 माइक्रोग्राम

कोलिन : 5.1 मिलीग्राम

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मौसमी का जूस पीना का सही समय – Right Time to Drink Mosambi Juice

1. मौसमी का जूस का जूस पीने का सही समय दोपहर को भोजन के उपरान्त का माना जाता है। इसे सुबह के नाश्ते के साथ भी लिया जा सकता है। 

2. सुबह चाय या कॉफी पीने के बाद, जूस के लिये कम से कम एक घंटे की प्रतीक्षा करनी चाहिए।

3. मौसमी का जूस सुबह के समय कभी खाली पेट नहीं पीना चाहिये, इसी प्रकार रात को भी मौसमी का जूस नहीं पीना चाहिये क्यों कि इन दोनों ही स्थितियों में एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

मौसमी का जूस कितना पीना चाहिए? – How Much Mosambi Juice Should be Drunk?

यह व्यक्ति की आयु और उसके स्वास्थ पर निर्भर कर सकता है। वैसे एक गिलास मौसमी का जूस काफी होता है। यदि जूस की बजाय मौसमी खानी है तो दो मौसमी से अधिक नहीं खानी चाहिए। इस बारे में डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ की सलाह ली जा सकती है।

मौसमी का जूस पीने के फायदे – Benefits of Drinking Mosambi Juice

दोस्तो, अब बताते हैं आपको मौसमी का जूस पीने के फायदे जो निम्न प्रकार हैं – 

1. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाए (Boost Immune System)- मौसमी का जूस पीने का मुख्य रूप से फायदा यह है कि इससे इम्युनिटी बढ़ती है। जब हमारी इम्युनिटी मजबूत होगी तो संक्रमण से होने वाली बीमारियों से अधिक बचाव होगा और सुरक्षित रहेंगे।

 विटामिन-सी, इम्युनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। यह अपने आप में एक शक्तिशाली एंटीऑक्‍सीडेंट के रूप में कार्य करते हुए शरीर को फ्री रेडिकल्‍स के प्रभाव से बचाता है। इसके अतिरिक्त मौसमी के जूस में मौजूद मैग्नीशियम, फास्फोरस, ज़िंक, कॉपर और आयरन जैसे खनिज भी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं। 

2. पाचन तंत्र में सुधार करे (Improve Digestive System)- मौसमी का जूस पीने का एक बड़ा फायदा यह है कि इससे पाचन तंत्र में सुधार होता है। मौसमी का जूस फाइबर का अच्छा स्रोत है यह फाइबर भोजन को रसदार बनाता है जिससे कि यह जल्दी पच जाए। इसके अतिरिक्त मौसमी के जूस से आने वाली खुशबू लार ग्रंथियों को उत्तेजित करती है जिससे लार निकलने लगती है। यह लार भोजन को पचाने में मदद करती है। इस प्रकार मौसमी का जूस पाचन तंत्र में सुधार करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। 

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3. कब्ज से राहत दिलाए (Relieve Constipation)- कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए मौसमी का जूस बहुत अच्छा विकल्प है। इसमें मौजूद एसिड, आंत से विषाक्त पदार्थों को निकालता है जिससे कब्ज से राहत मिलती है। मौसमी के जूस में मौजूद फ्लैवोनोइड और पोटेशियम, पेट की समस्याओं जैसे पेट दर्द, गैस, दस्त आदि से आराम दिलाते हैं। इसमें पाए जाने वाला फाइबर, मल को ढीला करता है जिससे त्यागने में दिक्कत ना हो।

4. वजन कम करने में सहायक (Weight Loss Aid)- जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उनके लिये मौसमी का जूस एक अच्छा विकल्प है। क्योंकि इसमें फैट और कैलोरी बहुत कम होते हैं। बस जरूरत है सही एक्सरसाइज की जिसे करने के लिये एक्सपर्ट्स आपकी मदद कर सकते हैं। सही एक्सरसाइज करने के बाद एक गिलास मौसमी के जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर पीयें। इससे बहुत लंबे समय तक भूख नहीं लगेगी और शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी।

5. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें (Control Cholesterol)- कॉलेस्ट्रोल के स्तर में वृद्धि होना हृदय के लिये हानिकारक होता है। यह शरीर की रक्त कोशिकाओं में रक्त के प्रवाह को बाधित कर देता है। इसलिये इसके स्तर को सामान्य बनाए रखना बहुत जरूरी है। नियमित रूप से मौसमी का जूस पीने से कॉलेस्ट्रोल का स्तर नियंत्रण में रहता है क्योंकि इसमें एंटीहाइपरलिपिडेमिक अर्थात् उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाला प्रभाव मौजूद होता है। 

6. डायबिटीज में फायदेमंद (Beneficial in Diabetes)- यद्यपि सामान्य तौर पर डायबिटीज के मरीजों को मौसमी का जूस ना पीने की सलाह दी जाती है। परन्तु यदि दो छोटी चम्मच मौसमी के जूस में चार छोटी चम्मच आंवला का जूस और एक छोटी चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पीया जाये तो इससे शुगर लेवल नियन्त्रण में रहेगा। यदि मिश्रित जूस ना लेना चाहें तो विकल्प स्वरूप मौसमी के छिलकों को सुखाकर बारीक पीसकर, एक छोटी चम्मच इस पाउडर को पानी के साथ सुबह, शाम लें। 

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7. कैंसर से बचाव (Cancer Prevention)- यद्यपि कैंसर का डॉक्टरी इलाज ही उचित माध्यम होता है परन्तु कुछ प्राकृतिक संपदाएं इससे बचाव करने में सहायक होती हैं। मौसमी भी इन्हीं प्राकृतिक संपदाओं में से एक है। मौसमी के जूस में मौजूद एंटीकैंसर गुण कैंसर की संभावना को काफी हद तक कम करने में मददगार होते हैं। नियमित रूप से मौसमी का जूस पीने से ब्रेस्ट कैंसर, लिवर कैंसर और पेट का ट्यूमर होने की संभावना कम हो जाती है। 

8. पेप्टिक अल्सर से बचाव (Peptic Ulcer Prevention)- मौसमी में मौजूद एंटीअल्सर गुण पेप्टिक अल्सर से बचाव करने में सक्षम होते हैं। मौसमी के जूस में पाए जाने वाला एसिड, क्षारीय प्रतिक्रिया करके गैस्ट्रिक एसिडिटी को कम करता है जिससे पेप्टिक अल्सर के लक्षणों में कमी आती है। इसके लिये मौसमी के जूस में नींबू का जूस मिलाकर पीना चाहिए। यद्यपि यह पेप्टिक अल्सर का इलाज नहीं है परन्तु पेप्टिक अल्सर के लक्षणों से राहत जरूर मिल जाएगी। 

9. पीलिया में फायदा (Benefit in Jaundice)- शरीर में बिलीरुबिन बढ़ जाने से पीलिया रोग होता है। इसमें त्वचा और आंखों का रंग पीला होने लगता है। यदि इसका उपचार ना किया जाये तो यह लिवर को क्षति पहुंचाने लगता है। पीलिया के उपचार के लिए मौसमी का जूस रामबाण उपाय माना जाता है। पीलिया होने पर नियमित रूप से मौसमी का जूस पीना चाहिए। 

10. आंखों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Eyes)- मौसमी का जूस पीने से विटामिन-ए की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है जो कि आंखों के स्वास्थ के लिए जरूरी होता है। यह एंटीऑक्‍सीडेंट के रूप में कार्य करते हुए आंखों की दृष्टि को बढ़ाने में मदद करता है। मौसमी के जूस में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण आंखों को कंजक्टिवाइटिस जैसे संक्रमण से बचाता है और मांसपेशियों को भी क्षति से बचाता है।

मौसमी का जूस पीने से उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन (age-related macular degeneration) के जोखिम, जैसे धीरे-धीरे दृष्टि का कमजोर होना, मोतियाबिंद आदि, से बचाव किया जा सकता है। जूस पीने के अतिरिक्त सादा पानी में मौसमी के जूस की कुछ बूंदें मिलाकर आंखों को धोइये। इससे फायदा होगा। 

11. मूत्र संबंधी रोग में फायदेमंद (Beneficial in Urinary Diseases)- मूत्राशय और मूत्रमार्ग में सूजन, लालिमा तथा जलन की स्थिति को सिस्टाइटिस रोग कहा जाता है। यह बैक्टीरियल इंफैक्शन के कारण होता है इसे मूत्र पथ के संक्रमण (urinary tract infection) कहा जाता है। इसके उपचार के लिये मौसमी के जूस को एक अच्छा उपाय माना जाता है। इसमें पाए जाने वाला पोटेशियम, गुर्दे और मूत्राशय की डिटॉक्सिफ़िकेशन प्रक्रिया में सुधार करता है और मूत्र पथ को अन्य संक्रमण से बचाता है।  इसके लिये मौसमी के जूस को उबालकर ठंडा होने दें। ठंडा होने पर एक घंटे के दरम्यान इसे पी लें। 

12. स्कर्वी के उपचार में फायदेमंद (Beneficial in the Treatment of Scurvy)- स्कर्वी, विटामिन-सी (एस्कॉर्बिक एसिड) की शरीर में गंभीर रूप से कमी से होने वाला रोग है जिसमें अक्सर सर्दी, फ्लू, होंठों का फटना, मसूड़ों में सूजन, आसान रक्तस्राव, कमजोरी, थकान, बालों में बदलाव, हाथ और पैरों में दर्द, आदि लक्षण प्रकट होते हैं। इन सब समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मौसमी का जूस पीएं। मसूड़ों की समस्या में मौसमी के जूस में थोड़ा-सा पानी और काला नमक मिलाकर मसूड़ों पर लगाएं, इससे राहत मिलेगी। 

13. होठों के स्वास्थ्य के लिए (Lip Health)- सर्दियों में अक्सर होंठ फट जाते हैं या काले पड़ जाते हैं। यह एक आम समस्या है जिससे कष्ट तो होता ही है, सुन्दरता भी खराब होती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिये मौसमी का जूस एक अच्छा विकल्प है। इसके लिए प्रतिदिन तीन, चार बार होठों पर मौसमी का जूस लगाएं। आराम लग जाएगा।

14. गर्भवती महिलाओं के लिये (Pregnant Women)- गर्भावस्था में महिला को मौसमी का जूस पीने से कैल्शियम, फोलेट, आयरन, पोटेशियम, मैग्‍नीशियम आदि पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल जाते हैं। इससे उसके शरीर में एनर्जी बनी रहती है। ये सभी तत्व गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए भी जरूरी होते हैं। गर्भस्थ शिशु की हड्डियों के विकास और मजबूती के लिये कैल्शियम जरूरी होता है।

 इसके साथ ही यह सलाह भी दी जाती है कि गर्भवती महिलाओं को मौसमी के जूस का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए क्योंकि शरीर में विटामिन-सी की मात्रा अधिक होने से जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, सिर में दर्द, चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

15. त्वचा के लिए (Skin)- मौसमी का जूस नियमित पीने से त्वचा हाइड्रेट रहती है, इसका रूखापन खत्म होता है, त्वचा कोमल और मुलायम रहती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं। दाग-धब्बे, झाइयां, कील-मुंहासे आदि का प्रभाव कम होने लगता है। रात को सोने से पहले चेहरे पर मौसमी का जूस लगाकर सोएं और सुबह उठकर चेहरा धो लें, इससे चेहरे पर प्राकृतिक दमक आ जाएगी। 

16. बालों के लिए (Hair)- मौसमी का जूस बालों के स्वास्थ के लिये भी लाभदायक होता है। मौसमी का जूस पीने से शरीर को विटामिन-सी मिलता है जो शरीर में आयरन का अवशोषण करता है। इससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। आयरन की कमी से बालों के झड़ने की समस्या से राहत मिल जाएगी।

इसके अतिरिक्त मौसमी के जूस से कॉपर भी मिल जाता है जो मेलेनिन पिग्मेंट के निर्माण में मददगार होता है। शैम्पू और कंडीशनर के बाद, मौसमी के जूस से बालों को धोने पर, बालों में बची हुई गंदगी भी बाहर निकल जाती है जिससे बाल चमकदार, रेशमी और मुलायम हो जाते हैं।  कुल मिलाकर मौसमी का जूस बालों के लिये एक उत्तम टॉनिक है।

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मौसमी का जूस पीने के नुकसान – Side Effects of Drinking  Mosambi Juice

मौसमी का जूस पीने से हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान – 

1. सुबह खाली पेट और रात को मौसमी का जूस पीने से एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

2. यदि एसिडिटी और कब्ज की समस्या पहले से ही है तो सुबह खाली पेट और रात को मौसमी का जूस भूलकर भी नहीं पीना चाहिये। सिट्रस (citrus) फलों के साथ यही समस्या होती है क्यों कि पेट के एसिड का फूड, पाइप में वापस आने से समस्या बढ़ जाती है। 

3. सिट्रस एसिड से एलर्जी वालों को मौसमी के जूस से बचना चाहिए। इससे एलर्जी हो सकती है। 

4. सामान्य रूप से भी यदि किसी को मौसमी का जूस पीने से एलर्जी होती है तो उसे डॉक्टर से तुरन्त सम्पर्क करना चाहिये तथा भविष्य में मौसमी के जूस को अवॉइड करना चाहिए। 

5. जिनके दांत संवेदनशील हैं उनको मौसमी सहित अन्य सिट्रस फलों जूस पीने और फलों को खाने को अवॉइड करना चाहिए क्योंकि इससे दांतों में सेंसिटिविटी हो सकती है।

6. मौसमी का जूस अधिक मात्रा में पीने से शरीर में विटामिन-सी की मात्रा भी अधिक हो जाती है। इस वजह से जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, सिर में दर्द, चक्कर आना जैसी समस्या बन सकती है।

7. चेहरे पर मौसमी का जूस या नींबू का जूस लगाकर बाहर नहीं निकलना चाहिये। ऐसा करने से सूरज की हानिकारक यूवी किरणें त्वचा को क्षति पहुंचा सकती हैं। 

8. गर्भावती महिलाओं को मौसमी का जूस कम मात्रा में लेने से विटामिन-सी की अधिकता के कारण वही समस्याएं हो सकती हैं जो हमने ऊपर बताई हैं।

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको मौसमी का जूस पीने के फायदे  के बारे में जानकारी दी। मौसमी क्या है?, मौसमी की खेती कहां होती है?, मौसमी का जूस बनाने का तरीका, मौसमी के जूस के गुण, मौसमी के जूस के पोषक तत्व, मौसमी का जूस पीना का सही समय और मौसमी का जूस कितना पीना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से मौसमी का जूस पीने के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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हाथ में पसीना आने के उपाय
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको मौसमी का जूस पीने के फायदे के बारे में जानकारी दी। मौसमी क्या है?, मौसमी की खेती कहां होती है?, मौसमी का जूस बनाने का तरीका, मौसमी के जूस के गुण, मौसमी के जूस के पोषक तत्व, मौसमी का जूस पीना का सही समय और मौसमी का जूस कितना पीना चाहिए, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया है।
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