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ब्लैक टी पीने के फायदे – Benefits of Drinking Black Tea in Hindi

ब्लैक टी पीने के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, चाय एक ऐसा पेय पदार्थ है जो दुनियां में पानी के बाद सबसे अधिक पीया जाता है यानि इसका स्थान दूसरे नंबर पर है। चाय में भी इसका विशेष प्रकार “ब्लैक टी” सबसे अधिक लोकप्रिय है ब्लैक टी यानि दूध और चीनी रहित चाय। इसकी लोकप्रियता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है इस चाय को पूरी दुनियां में लगभग 80 प्रतिशत लोग पीते हैं। यह ऊर्जावान और मन को सुकून देने वाली होती है। यह कोलेस्ट्रॉल, शुगर फ्री, और फैट फ्री होने के कारण वजन कम करने का बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसके औषधीय गुण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभदायक होते हैं। आखिर यह कैसे लाभ पहुंचाती है? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “ब्लैक टी पीने के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको ब्लैक टी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इसे पीने के क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि ब्लैक टी क्या है और इसके कितने प्रकार होते हैं। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

ब्लैक टी क्या है? – What is Black Tea?

दोस्तो, चाय बनाने के लिये पानी, चाय की पत्ती, दूध और चीनी मुख्य सामग्री होती हैं। इनके अतिरिक्त कुछ वैकल्पिक सामग्री भी होती हैं जैसे अदरक, छोटी इलायची, लौंग, अजवाइन आदि। यदि चाय बनाते समय, चाय में दूध और चीनी ना डाली जाए तो जो चाय बनकर तैयार होगी, उसे ही ब्लैक टी कहा जाता है। इसे हिन्दी भाषा में इसे काली चाय कहा जाता है। इसका रंग डार्क ब्राउन होता है, मगर कही, ब्लैक टी ही जाती है।

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यह एकदम शुद्ध ब्लैक टी होती है। इसमें वैकल्पिक सामग्री मिलाना तथा चीनी के स्थान पर शहद का उपयोग करना आपकी इच्छा पर निर्भर करता है। परन्तु मानी ब्लैक टी ही जाएगी। यह ब्लैक टी फर्मेन्टेड और ऑक्सिडाइज्ड होती है तथा सामान्य दूध वाली चाय और ग्रीन टी की तुलना में अधिक लाभकारी होती है। माना जाता है कि लगभग 4000 वर्ष पूर्व चीन में इसे खोजा गया था। तब से आज भी यह सभी देशों में लोकप्रिय है। 

ब्लैक टी के प्रकार – Types of Black Tea

दोस्तो, चीन में सभी तरह की ब्लैक टी के लिये कैमेलिया सिनेन्सिस (Camellia sinensis) नामक के पौधे का उपयोग किया जाता है। लेकिन भारत में ब्लैक टी, के प्रकार बनाने के लिए कैमेलिया एसैमिका (Camellia assamica) नामक पौधे का उपयोग किया जाता है। उत्पादन क्षेत्र के आधार पर ब्लैक टी के प्रकार निम्नलिखित हैं –

1. लैपसैंग सुचोंग (Lapsang Souchong)

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2. फुजियन मिनहोंग (Fujian Minhong)

3. अन्हुई कीमुन (Anhui Keemun)

4. युनान डियनहोंग (Yunnan Dianhong)

5. दार्जलिंग ब्लैक टी (Darjeeling Black Tea)

6. असम ब्लैक टी (Assam Black Tea)

7. सेयलोन ब्लैक टी (Ceylon Black Tea)

8. नीलगिरी ब्लैक टी (Nilgiri Black Tea)

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ब्लैक टी के गुण – Property of Black Tea

1. ब्लैक टी की तासीर गर्म और ऊर्जावान होती है।

2. ब्लैक टी का हल्का कड़वा होता है। 

3. ब्लैक टी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटिक, एंटीओबेसिटी, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल आदि गुण होते हैं। 

4. ब्लैक टी कोलेस्ट्रॉल फ्री, शुगर फ्री, प्रोटीन फ्री, फैट फ्री होती है। 

5. ब्लैक टी में विटामिन-सी, ई और बी2 तथा  मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरनज़िंक, कॉपर जैसे खनिज और पॉलिफिनॉल्स, कैफीन और टैनिन्स होते हैं।

ब्लैक टी के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Black Tea (Quantity per 100 grams)

  • पानी : 99.7 ग्राम
  • एनर्जी : 1 Kcal
  • कोलेस्ट्रॉल : 0 मिलीग्राम
  • टोटल फैट : 0 ग्राम 
  • शुगर : 0 ग्राम
  • प्रोटीन : 0 ग्राम
  • कैफीन : 20 मिलीग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट : 0.3 ग्राम
  • फास्फोरस : 1 मिलीग्राम
  • आयरन : 0.02 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम : 3 मिलीग्राम
  • सोडियम : 3 मिलीग्राम
  • पोटेशियम : 37 मिलीग्राम
  • ज़िंक : 0.02 मिलीग्राम
  • कॉपर : 0.01 मिलीग्राम
  • राइबोफ्लेविन : 0.014 मिलीग्राम
  • फोलेट (डीएफई) : 5 माइक्रोग्राम
  • फैटी एसिड (सैचुरेटेड) : 0.002 ग्राम
  • फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड) : 0.001 ग्राम
  • फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड) : 0.004 ग्राम

ब्लैक टी बनाने का तरीका – How to Make Black Tea

दोस्तो, ब्लैक टी बनाना बहुत ही सरल है। इसके लिए केवल पानी, चाय की पत्ती या टी बैग की जरूरत पड़ती है। चाय बनाने का तरीका निम्न प्रकार है –

1. लगभग सवा कप पानी और आधा छोटी चम्मच चाय की पत्ती भगोने में डालकर उबालें। जब यह उबल जाए तो इसे छान कर पी लें। 

2. यदि टी बैग से चाय बनानी है पानी उबालकर कप में भर डाल लें और इसमें एक टी बैग डालकर 3-4 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर टी बैग निकाल दें और चाय पी लें। इस विधि में चाय छानने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

3. यदि आप वैकल्पिक सामग्री चाय में डालना चाहते हैं तो इनको भी पानी में डालकर उबाल सकते हैं जैसे कि अदरक, छोटी इलायची, लौंग, अजवाइन, पुदीना की पत्तियां, तुलसी पत्तियां आदि। आप चाहें तो चाय बनने के बाद इसमें नींबू निचोड़ सकते हैं।

4. यदि आप मीठी चाय पीना चाहते हैं तो चाय बनने के बाद इसमें एक छोटी चम्मच शहद मिला सकते हैं। याद रखिए, इस चाय में चीनी ना डालें क्यों कि चीनी डालने से ब्लैक टी के पोषक तत्वों का प्रभाव कम हो सकता है।

ब्लैक टी पीने का सही समय – Right Time to Drink Black Tea

1. ब्लैक टी पीने का सबसे अच्छा समय सुबह का है। सुबह खाली पेट ब्लैक टी पीने के अधिक लाभ मिलते हैं।

2. सुबह का नाश्ता और दोपहर का भोजन करने के लगभग आधा घंटा बाद ब्लैक टी पी सकते हैं।

3. दोपहर की अपेक्षा यदि शाम को ब्लैक टी पी जाये तो बेहतर होगा।

4. रात के समय ब्लैक टी पीने की सलाह नहीं दी जाती है क्यों कि इससे निद्रा तथा पाचन तंत्र प्रभावित होता है।

हमें ब्लैक टी कब नहीं पीनी चाहिए? – When Should We not Drink Black Tea?

1. भोजन करने के तुरन्त बाद ब्लैक टी या अन्य कोई भी चाय नहीं पीनी चाहिए। इससे पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। भोजन और चाय के दरम्यान कम से कम आधा घंटे का अन्तर होना चाहिए। 

2. ब्लैक टी या अन्य कोई भी चाय रात के समय नहीं पीनी चाहिए, इससे निद्रा तथा पाचन दोनों पर बुरा असर पड़ता है। चाय में मौजूद कैफीन नींद में व्यवधान डाल देगा जिससे आपको भरपूर नींद नहीं आएगी।

ब्लैक टी किसे नहीं पीनी चाहिए? – Who Should not Drink Black Tea?

1. एनीमिया (Anemia) से ग्रस्त मरीजों को ब्लैक टी पीने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि आयरन की कमी में वृद्धि हो सकती है जिससे समस्या और बढ़ सकती है। 

2. एंग्जायटी (Anxiety) वाले लोगों को ब्लैक टी को अवॉइड करना चाहिए क्योंकि इस में मौजूद कैफीन और अधिक परेशान कर सकता है।

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3. ब्लीडिंग डिसऑर्डर वाले लोगों को ब्लैक टी से दूर रहना चाहिए क्योंकि इस में मौजूद कैफीन रक्त के थक्के को धीमा कर सकता है। 

4. मिर्गी के मरीज को ब्लैक टी या कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। यह, दौरे के उपचार में ली जाने वाली दवा के प्रभाव को कम कर सकता है। 

5. तनाव, चिंता और डिप्रेशन से पीड़ित मरीजों में ब्लैक टी मौजूद कैफीन, उनकी समस्या को और बढ़ा सकता है। इसलिये इन लोगों को ब्लैक टी का सेवन नहीं करना चाहिए।

6. ब्लैक टी में मौजूद कैफीन बच्चों में अनिद्रा की समस्या को जन्म दे सकता है। इसलिए बच्चों को ब्लैक टी नहीं पीनी चाहिए।

ब्लैक टी कितनी पी सकते हैं? – How Much Black Tea can You Drink?

1. एक्सपर्ट्स के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक दिन में अधिक से अधिक चार कप ब्लैक टी पीना सुरक्षित है। 

2. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एक दिन में तीन कप से अधिक ब्लैक टी नहीं पीना चाहिए। क्योंकि गर्भवती महिला को कैफीन की अधिक मात्रा से गर्भपात की समस्या हो सकती है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं में कैफीन की अधिक मात्रा से शिशु को हानि हो सकती है।

ब्लैक टी पीने के फायदे – Benefits of Drinking Black Tea

दोस्तो, अब आपको ब्लैक टी पीने के फायदे बताते हैं जो निम्न प्रकार हैं –

1. एनर्जी दे (Give Energy)- ब्लैक टी को एनर्जी ड्रिंक कहना ज्यादा बेहतर होगा क्यों कि यह एनर्जी बूस्टर का काम करती है। इसके पीने से तुरन्त ही थकावट खत्म हो जाती है। शरीर में स्फूर्ती का आभास होता है, शरीर में जान आ जाती है। इतना ही नहीं, मस्तिष्क की थकान भी उतर जाती है, काम करने को फिर से नये जोश के साथ तैयार हो जाता है। ब्लैक टी में मौजूद कैफीन, कॉफी या कोला की तुलना  में अधि‍क लाभकारी होता है।

2. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाए (Boost Immune System)- प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए विटामिन-सी एक जरूरी तत्व है। इसके अतिरिक्त ज़िंक, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस आदि खनिज प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। 

ब्लैक टी में विटामिन-सी तथा ये सभी खनिज मौजूद होते हैं जो शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं। ब्लैक टी में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट गुण शरीर को फ्री रेडिकल्‍स के प्रभाव से बचाते हैं और सूजन के विरुद्ध लड़ने में मदद करते हैं। 

3. पाचन तंत्र में मदद करे (Help the Digestive System)- ब्लैक टी पाचन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसमें एक विशेष तत्व मौजूद होता है जिसे कैटेचिन कहते हैं। यह तत्व इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज अर्थात् सूजन की वजह से होने वाली पेट की समस्याओं को कम करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। ब्लैक टी भोजन को पचाने में पाचन तंत्र की सहायता करती है।

4. डायबिटीज को कंट्रोल करे (Control Diabetes)- ब्लैक टी में थियाफ्लेविंस (theaflavins) नामक पॉलीफेनॉल मौजूद होता है जो एंटीडायबिटिक प्रभाव छोड़ता है। इसके परिणाम स्वरूप इंसुलिन की सक्रियता बढ़ जाती है तथा ग्लुकोज का लेवल कम होने लगता है। इससे डायबिटीज के मरीज को राहत मिलती है। ब्लैक टी के सेवन के साथ यदि कोई मरीज दवा ले रहा है तो वह दवा भी लेता रहे, बंद ना करे।

5. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करे (Control Cholesterol)- ब्लैक टी कोलेस्ट्रॉल फ्री होती है। इसका तात्पर्य यह है कि इसके पीने से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता अलबत्ता यह खराब वाले कोलेस्ट्रॉल LDL को कम कर, कोलेस्ट्रॉल लेवल में संतुलन बनाए रखने का काम करती है। संतुलित और कम फैट वाले भोजन करने के पश्चात कुछ अंतराल के बाद ब्लैक टी पीने का अधिक फायदा होगा। 

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6. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे (Control Blood Pressure)- ब्लैक टी हाई ब्लड प्रेशर को कम कर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। इसके लिए दिन में दो, तीन कप ब्लैक टी पीयी जा सकती है। ब्लैक टी ब्लड को गाढ़ा नहीं होने देती। निम्न स्तर पर ब्लड के गाढ़ेपन की समस्या को सिस्टोलिक ब्लड विस्कोसिटी कहा जाता है। यह सीधे तौर पर हाई ब्लड प्रेशर से संबंधित है। ब्लैक टी, ब्लड को पतला कर इस समस्या से राहत दिलाती है। 

7. वजन को कंट्रोल करे (Control Weight)- ब्लैक टी में पाये जाने वाले पॉलीफेनॉल, एंटीओबेसिटी यानि मोटापा कम करने वाला, प्रभाव छोड़ते हैं। इससे वजन कंट्रोल में रहता है। दूसरी बात यह कि फैट के कारण मोटापा बढ़ता है मगर ब्लैक टी में फैट नहीं होता, इसलिये इसके पीने से मोटापा नहीं बढ़ता और वजन को कंट्रोल में रहता है। 

8. तनाव दूर करे (Relieve Stress)- हमने ऊपर बताया है कि ब्लैक टी पीने से मस्तिष्क की थकान भी उतर जाती है। इसका तात्पर्य यह है कि यह मस्तिष्क को सतर्क रखने में मदद करती है, उसको एनर्जी प्रदान करती है जिससे मस्तिष्क स्वास्थ रहता है। यह चिंता, तनाव, डिप्रेशन आदि को कम करने में मदद करती है।

9. हृदय को स्वस्थ रखे (Keep Heart Healthy)- हृदय से संबंधित रोगों का जोखिम तब बढ़ जाता है जब वजन ज्यादा हो, ब्लड प्रेशर हाई रहता हो, कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ हो, डायबिटीज की समस्या हो या तनाव रहता हो। ब्लैक टी इन सभी समस्याओं से राहत दिलाती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आर्टरीज में प्लॉक जम जाने से ब्लड सर्कुलेशन अवरुद्ध हो जाता है। 

ब्लड गाढ़ा हो जाने से भी आर्टरीज में ब्लड सुचारु रूप से प्रवाहित नहीं हो पाता है। ब्लैक टी इस सभी समस्याओं को दूर करती है। विवरण हम ऊपर देख ही चुके हैं। यह रक्त को गाढ़ा नहीं होने देती, रक्त को पतला रखती है। इस प्रकार हृदय सब तरफ से सुरक्षित रहता है और स्वस्थ रहता है। अतः ब्लैक टी पीना हृदय को सुरक्षित रखने के लिये लाभदायक है।

10. अस्थमा में फायदेमंद (Beneficial in Asthma)- अस्थमा की समस्या में गर्म और तरल पदार्थ बहुत राहत देते हैं। ब्लैक टी भी अस्थमा से राहत दिलाती है। इसकी तासीर भी गर्म होती है। यह वायुमार्ग को चौड़ा करती है जिससे मरीज ठीक से और आसानी से सांस ले पाता है। वस्तुतः ब्लैक टी में थियोफिलीन (Theophylline) नामक एक विशेष रसायन होता है जो अस्थमा के उपचार में मदद करता है। 

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11. डायरिया में फायदेमंद (Beneficial in Diarrhea)- डायरिया दस्त का बिगड़ा हुआ रूप है जिसमें व्यक्ति का मल गाढ़ा ना रह कर पानी की तरह पतला हो जाता है और बार-बार उसे टॉयलट जाना पड़ता है। साथ ही उल्टियां भी लग जाती हैं।

ऐसे में जरूरत होती है मल को बांधने की यानि गाढ़ा करने की। इस काम में ब्लैक टी मदद करती है। दवाओं के अतिरिक्त ब्लैक टी का सेवन इस समस्या से जल्दी दिला देती है।

12. मुंह के स्वास्थ्य के लिए (Oral Health)- ब्लैक टी में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो सूक्ष्म जीवाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं। इन सूक्ष्म जीवाणुओं के कारण ही दांतों की सड़न, पायरिया, मसूड़ों में खून आना जैसी समस्याऐं होती हैं। इस कारण मुंह से बदबू आने लगती है। ब्लैक टी में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण इन समस्याओं को दूर कर मुंह को स्वस्थ और सुरक्षित बनाए रखने में मदद करते हैं।

13. त्वचा के लिए लाभकारी (Beneficial for Skin)- ब्लैक टी त्वचा के लिए भी लाभकारी होती है। इसके नियमित सेवन से दाग-धब्बे, झुर्रियां, फाइन लाइन्स आदि कम हो जाते हैं। इसके नियमित सेवन से त्वचा में नमी बनी रहती है। त्वचा कोमल और मुलायम रहती है। चेहरे पर निखार आता है। ब्लैक टी में मौजूद विटामिन-बी2, सी और ई तथा पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक आदि खनिज इस काम में मदद करते हैं। 

14.  बालों के लिए फायदा (Benefits for Hair)- ब्लैक टी के फायदे बालों के स्वास्थ के लिए भी देखे जा सकते हैं। ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स बालों के विकास में सहायक होते हैं। ब्लैक टी के नियमित रूप से पीने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। 

ब्लैक टी पीने के अतिरिक्त इसके ठंडा होने पर इससे बालों की मसाज कर सकते हैं और एक घंटे के बाद साफ पानी से बाल धोकर बाद में शैम्पू कर लें। 

ब्लैक टी पीने के नुकसान – Side Effects of Drinking Black Tea 

दोस्तो, अब बताते हैं आपको ब्लैक टी पीने के नुकसान के बारे में जो निम्नलिखित हैं –

1. भोजन के साथ ब्लैक टी पीने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें मौजूद टैनिन, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों के अवशोषण को कम कर देता है।  

2. ब्लैक टी में मौजूद कैफीन, बड़े और बच्चों में अनिद्रा की समस्या को जन्म दे सकता है। 

3. ब्लैक टी के अधिक सेवन से दांतों की ऊपरी सुरक्षात्मक परत एनेमल (Enamel) की क्षति होती है। इस कारण दांतों में संवेदनशीलता बढ़ जाती है और दांत कमजोर होने लगते हैं।

4. पेट में अम्लता के कारणों में, ब्लैक टी एक कारण माना जाता है। तात्पर्य यह है कि ब्लैक टी के अधिक सेवन से पेट में अम्लता बढ़ जाती है। 

5. ब्लैक टी में उपस्थित कैफीन, किडनी के लिए मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है। अधिक मात्रा में ब्लैक टी के सेवन से मूत्र में पोटेशियम और सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है जिससे जल्दी-जल्दी मूत्र बनने लगता है जिसके विसर्जन के लिये आपको जाना होगा। जल्दी-जल्दी मूत्र विसर्जन से शरीर से कैल्शियम भी बाहर निकल जाता है। 

6. यद्यपि डायबिटीज में ब्लैक टी फायदा करती है परन्तु इसका अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल को बहुत कम कर सकता है जिससे समस्या और बढ़ जाएगी। 

7. ब्लैक टी के अधिक सेवन से पेट फूलने और भूख न लगने की समस्या बन सकती है।

8. दोपहर को भोजन के बाद तथा रात को खाने के बाद ब्लैक टी के सेवन से पाचन की समस्या तथा नींद ना आने की समस्या होना स्वाभाविक है। इसलिए, इन दोनों समय ब्लैक टी को अवॉइड करना चाहिए।

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको ब्लैक टी पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ब्लैक टी क्या है?, ब्लैक टी के प्रकार, ब्लैक टी के गुण, ब्लैक टी के पोषक तत्व, ब्लैक टी बनाने का तरीका, ब्लैक टी पीने का सही समय, ब्लैक टी कब नहीं पीनी चाहिए, ब्लैक टी किनको नहीं पीनी चाहिए और ब्लैक टी कितनी पी सकते हैं, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से ब्लैक टी पीने के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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ब्लैक टी पीने के फायदे
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको ब्लैक टी पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ब्लैक टी क्या है?, ब्लैक टी के प्रकार, ब्लैक टी के गुण, ब्लैक टी के पोषक तत्व, ब्लैक टी बनाने का तरीका, ब्लैक टी पीने का सही समय, ब्लैक टी कब नहीं पीनी चाहिए, ब्लैक टी किनको नहीं पीनी चाहिए और ब्लैक टी कितनी पी सकते हैं, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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