दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, हमारे शरीर की कार्य प्रणाली और गतिविधियां ऊर्जा पर आधारित हैं और यह ऊर्जा मिलती है भोजन के द्वारा। जैसा भोजन करेंगे उसी प्रकार के तत्व हमारे शरीर में जायेंगे और वैसी ही ऊर्जा मिलेगी। यदि हम उच्च कोटि के खनिज और विटामिन्स् युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करेंगे तो हमारा शरीर स्वस्थ और निरोग रहेगा। यदि शरीर में किसी भी खनिज या विटामिन की कमी होती है तो इसका असर शरीर के फंक्शन पर पड़ता है। आज हम ऐसे ही एक खनिज की बात करेंगे जिसकी कमी का सीधा असर लाल रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन पर पड़ता है। हीमोग्लोबिन पर असर पड़ने का मतलब है शरीर के प्रत्येक अंग की कार्य प्रणाली पर असर पड़ना क्योंकि हीमोग्लोबिन सारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में लाल रक्त कोशिकाओं की मदद के लिये जिम्मेदार होता है। इस खनिज की कमी से शरीर में खून की भी कमी हो जाती है। हम बात कर रहे हैं आयरन की। यदि शरीर में आयरन की कमी हो जाये तो इसकी पूर्ति करने के क्या उपाय हैं। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “आयरन की कमी पूरी करने के घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको आयरन के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इसकी कमी को पूरा करने के क्या उपाय हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि आयरन क्या है और आयरन की कमी क्या है। इसके बाद फिर बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।
आयरन क्या है? – What is Iron?
आयरन पोषक तत्वों की श्रेणी में आने वाला एक खनिज है जो शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। यह हमें भोजन से प्राप्त होता है। शरीर भोजन से आयरन का अवशोषण करता है। इसके बिना हमारे शरीर के अनेक क्रिया कलाप अवरुद्ध हो सकते हैं। आयरन हीमोग्लोबिन का महत्वपूर्ण घटक और आधार स्तम्भ है। इसी के द्वारा हीमोग्लोबिन का निर्माण होता है। मेटाबोलिज्म, मांसपेशियों की गतिविधियां, मस्तिष्क का कार्य संचालन, रोग प्रतिरक्षा प्रणाली, अनिद्रा और शरीर के तापमान को कंट्रोल करने के लिये अति आवश्यक तत्व है। आयरन की कमी की वजह से ही शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसे एनीमिया रोग कहा जाता है। एनीमिया पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “एनीमिया को दूर करने के घरेलू उपाय” पढ़ें।
आयरन की कमी क्या है? – What is Iron Deficiency?
शरीर में पर्याप्त मात्रा में आयरन ना रहने की स्थिति को आयरन की कमी कहते हैं। इसकी कमी होने के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में गिरावट आती है जिससे शरीर में खून की कमी हो जाती है। आयरन की कमी से होने वाली खून की कमी की इस स्थिति को एनीमिया का एक प्रकार माना जाता है। जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है तो हीमोग्लोबिन का निर्माण भी रुक जाता है। हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो सारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में लाल रक्त कोशिकाओं की मदद करता है। जिससे सारे शरीर की गतिविधियां होती हैं।
शरीर में आयरन का काम – Function of Iron in the Body
दोस्तो, अब तक यह स्पष्ट हो जाता है कि आयरन के बिना हीमोग्लोबिन का निर्माण नहीं हो सकता। यही हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में प्रोटीन को सारे शरीर में ले जाने में सक्रिय भूमिका निभाता है। शरीर में हिमोग्लोबिन की संख्या कम होने पर शरीर की मांसपेशियों और ऊतकों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती जिससे शरीर में खून की कमी अर्थात् एनीमिया रोग की समस्या हो जाती है। जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलेगा तो शरीर की कार्य प्रणाली ठप्प हो जायेगी। इसके अतिरिक्त आयरन शरीर के तापमान को कंट्रोल करता है। मेटाबोलिज्म, मांसपेशियों की गतिविधियां, मस्तिष्क का कार्य संचालन, रोग प्रतिरक्षा प्रणाली आदि में आयरन की सक्रिय भूमिका होती है।
शरीर में आयरन की मात्रा – Iron Content in the Body
शरीर के कुल वजन का 0.004 प्रतिशत हिस्सा आयरन होता है और इसकी कुल मात्रा शरीर के वजन के मुताबिक 3 से 5 ग्राम होती है। आयरन का 70 प्रतिशत हिस्सा हीमोग्लोबिन में, 4 प्रतिशत मांसपेशियों के प्रोटीन मायोग्लोबिन में, 25 प्रतिशत भाग लिवर, अस्थि मज्जा, प्लीहा व गुर्दे में भंडारण के रूप में और बाकी 1 प्रतिशत भाग प्लाज्मा के द्रव्य अंश में तथा कोशिकाओं के एंजाइम्स में विद्यमान होता है।
प्रतिदिन आयरन की जरूरत – Daily Iron Requirement
दोस्तो, अब बताते हैं आपको कि प्रतिदिन आयरन कितना लेना चाहिये। विवरण निम्न प्रकार है –
जन्म से 6 महीने तक
पुरुष 0.27 एमजी
महिला 0.27 एमजी
7 से 12 महीने
पुरुष 11 एमजी
महिला 11 एमजी
1 से 3 वर्ष
पुरुष 7 एमजी
महिला 7 एमजी
4 से 8 वर्ष
पुरुष 10 एमजी
महिला 10 एमजी
9 से 13 वर्ष
पुरुष 8 एमजी
महिला 8 एमजी
14 से 18 वर्ष
पुरुष 11 एमजी
महिला 15 एमजी
गर्भवती महिला 27 एमजी
स्तनपान कराने वाली 10 एमजी
महिला।
19 से 50 वर्ष
पुरुष 8 एमजी
महिला 18 एमजी
गर्भवती महिला 27 एमजी
स्तनपान कराने वाली 9 एमजी
महिला
51 तथा इससे अधिक
पुरुष 8 एमजी
महिला 8 एमजी
आयरन की कमी के कारण – Cause of Iron Deficiency
शरीर में आयरन की कमी के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं –
1. गर्भवती महिलाओं को आयरन की कमी होना सामान्य बात हो क्योंकि महिला के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु को भी आयरन चाहिये। इसलिये डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को आयरन के सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
2. महिलाओं को पीरियड्स के समय आयरन की कमी हो जाती है विशेषकर उन महिलाओं को जिनको पीरियड्स में बहुत अधिक ब्लीडिंग होती है।
3. प्रसव के समय आयरन की कमी हो जाती है क्योंकि प्रसव के समय बहुत अधिक रक्तश्राव होता है।
4. चोट लगने या किसी दुर्घटना में अधिक खून बह जाने से आयरन की कमी हो जाती है।
5. किसी सर्जरी में अधिक खून की हानि होने पर आयरन की कमी हो सकती है।
6. सीलिएक रोग जिससे छोटी आंत की परत की क्षति होती है। इस स्थिति में शरीर द्वारा लोहे के अवशोषण की क्षमता कम हो सकती है।
7. गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी, जो कि वजन घटाने की सर्जरी का एक प्रकार है जैसी आंतों की सर्जरी शरीर द्वारा आयरन के अवशोषण को प्रभावित कर सकती है।
8. पेट में अल्सर, हर्निया, या कोलन (बड़ी आंत) में पॉलीप्स (ऊतक की असामान्य वृद्धि), या कोलन का कैंसर आदि के कारण शरीर के अंदर धीरे-धीरे होने वाले रक्तस्राव से आयरन की कमी हो जाती है।
9. एस्पिरिन जैसी कुछ दर्द निवारक दवाओं के कारण पेट में रक्तश्राव की वजह से आयरन की कमी हो सकती है।
10. आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल ना करना या आयरन युक्त भोजन ना करना।
आयरन की कमी के लक्षण – Symptoms of Iron Deficiency
आयरन की कमी के निम्नलिखित लक्षण नज़र आ सकते हैं –
1. शारीरिक कमजोरी।
2. बहुत ज्यादा थकावट रहना।
3. चक्कर आना।
4. सिर में दर्द रहना।
5. नाखून कमजोर हो जाना।
6. हाथ और पैर ठंडे रहना।
7. त्वचा पीली पड़ जाना।
8. सांस फूलना, सांस लेने में दिक्कत होना।
9. जीभ में खराश रहना या सूजन रहना।
10. अंगों में झनझनाहट रहना।
आयरन की कमी के परीक्षण – Iron Deficiency Test
1. आयरन की कमी की जांच के लिये डॉक्टर सबसे पहले मरीज से कुछ जानकरी लेते हैं जैसे मेडिकल हिस्ट्री, मरीज द्वारा महसूस किये जाने वाले लक्षण, भोजन के विषय में जानकारी, आदतें, यदि को खून बहने की घटना हुई हो तो उसकी जानकारी आदि।
2. ब्लड टेस्ट (Blood Test)- कम्प्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) टेस्ट के जरिये रक्त से संबंधित सभी जानकारी मिल जाती है। जैसे लाल रक्त कोशिकाओं का आकार के बारे में, ये सामान्य है या नहीं। ब्लड टेस्ट से डॉक्टर को निम्न जानकारी मिल जाती है –
(i) खून में आयरन का स्तर – आयरन की कमी होने पर लाल रक्त कोशिकाओं का रंग पीला पड़ जाता है।
(ii) फेरीटिन (Ferritin) का स्तर – फेरीटिन का कम स्तर कम होना आयरन की कमी को दर्शाता है। फेरीटिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो शरीर में आयरन को एकत्र करने के काम में मदद करता है।
3. अंदरूनी रक्तस्राव के लिए टेस्ट (Tests for Internal Bleeding)- शरीर के अंदर रक्तस्त्राव की वजह से आयरन की कमी का पता लगाने के लिये डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट करवा सकते हैं जैसे फिकल अकल्ट टेस्ट (Fecal occult test) यह मल में रक्त की जांच करने के लिये किया जाता है। मल में रक्त आना शरीर के अंदर रक्तस्त्राव की ओर इशारा कर सकता है। एंडोस्कोपी के जरिये पेट की अंदरूनी परतों की जांच की जाती है।
4. टोटल आयरन बाइंडिंग कैपेसिटी (TIBC) – यह टेस्ट ट्रांसफेरिन की मात्रा का पता लगाने के लिए किया जाता है कि यह आयरन की कितनी मात्रा को ले जा रही है। इसे टीआईबीसी टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। ट्रांसफेरिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो आयरन को संचारित (Transmit) करता है।
आयरन की कमी पूरी करने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Iron Deficiency
दोस्तो अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के नाम जिनका सेवन करके आयरन की कमी को पूरा कर सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में आयरन की मात्रा कितने प्रतिशत होती है हमने यह भी बताया है –
1. फलियां (Legumes)- दोस्तो, फलियों में आयरन की प्रचुर मात्रा होती है विशेषकर सोयाबीन और मटर में। फलियों के खाने से शरीर में आयरन की पूर्ति होती रहती है जिससे आयरन की कमी नहीं होती। ये रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को भी बढ़ाने में मदद करती हैं। प्रति 100 ग्राम सोयाबीन में लगभग 15.7 मि.ग्रा., राजमा में 6.69 मि.ग्रा और मटर में 1.54 मि.ग्रा आयरन मौजूद होता है। इनमें फोलेट और विटामिन-सी की भी उच्च मात्रा विद्यमान होती है। सोयाबीन, मटर और राजमा को अलग-अलग बनाकर खाने के अतिरिक्त अन्य सब्जियों के साथ भी मिलाकर खाया सकते हैं।
2. मसूर की दाल(Masoor lentils) – जो लोग मटर, राजमा और सोयाबीन खाना पसंद नहीं करते उनके लिये मसूर की दाल उत्तम विकल्प है। 100 ग्राम मसूर की दाल से 6 मि.ग्रा. आयरन मिल जाता है। मसूर की दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा के अलावा 5.3 मि.ग्रा. विटामिन-सी की मात्रा भी होती है।
3. पालक (Spinach)- हरे पत्तेदार सब्जियों में विटामिन-सी साथ-साथ आयरन की भरपूर मात्रा होती है जैसे पत्ता गोभी, मेथी, सरसों के पत्ते आदि। इनके खाने से शरीर में कभी आयरन की कमी नहीं होती और ना ही खून की होती है। डॉक्टर भी सबसे हरे पत्तेदार सब्जियों को खाने की सलाह देते हैं विशेषकर पालक को। 100 ग्राम पालक में लगभग 4 मि.ग्रा. आयरन मौजूद होता है। पालक आयरन के अतिरिक्त प्रोटीन, कैल्शियम, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस, खनिज और आदि पोषक तत्वों से भरपूर होता है। पालक पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “पालक खाने के फायदे” पढ़ें।
4. टमाटर (Tomato)- आयरन की कमी को पूरा करने का एक बेहतरीन श्रोत है। टमाटर को आप सब्जी में डालने के अतिरिक्त सलाद या चटनी के रूप में भी खा सकते हैं। 100 ग्रा. टमाटर में 0.27 मि.ग्रा. आयरन और 13.7 मि.ग्रा. विटामिन-सी मौजूद होता है।
5. चुकंदर (Beetroot)- चुकंदर को खून की कमी पूरा करने के लिये रामबाण उपाय माना जाता है क्योंकि यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाता है। 100 ग्राम कच्चे चुकंदर में 0.8 मि.ग्रा. और पके चुकंदर में 0.79 मि.ग्रा. आयरन की मात्रा होती है। इसको आप किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं जैसे सलाद, जूस के रूप में या ऐसे ही कच्चा खा सकते हैं। एनीमिया के मरीजों के लिये तो यह प्रकृति का वरदान है। इसे सेवन करने से शरीर में कभी खून की कमी नहीं होती। चुकंदर पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “चुकंदर के फायदे और नुकसान” पढ़ें।
6. अनार (Pomegranate)- कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर 100 ग्राम अनार के दानों में 0.3 मि.ग्रा. आयरन मौजूद होता है। डॉक्टर भी एनीमिया रोग में आनार खाने या इसका जूस पीने की सलाह देते हैं। इससे शरीर में आयरन की कमी बहुत जल्दी पूरी हो जायेगी।
7. अमरूद (Guava)- अमरूद के बारे में यह प्रसिद्ध है कि अमरूद जितना पका होगा उतना ही अधिक पौष्टिक और आयरन से भरपूर होगा। इसमें मौजूद विटामिन-सी, रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के काम में मदद करता है और आयरन लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाता है। जिससे आयरन की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। 100 ग्राम अमरूद में 0.26 मि.ग्रा.आयरन मौजूद होता है।
8. शहतूत (Mulberry)- यह बहुत मीठा फल होता है एकदम शहद के समान। शहतूत में एंटी-हीमोलिटिक अर्थात् हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने वाले गुण मौजूद होते हैं। शहतूत में विटामिन-सी, डी, बी6, बी12, ई, के, मैग्नेशियम, कैल्सियम और आयरन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। प्रति 100 ग्राम शहतूत में 1.9 मि.ग्रा. आयरन होता है जो आयरन की कमी को पूरा करके एनीमिया से राहत दिलाता है।
9. आँवला और जामुन (Amla and Jamun)- आँवला और जामुन ये दोनों ही फल विटामिन-सी और आयरन से भरपूर होते हैं जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करके खून की कमी को पूरा करते हैं।100 ग्राम आँवला के जूस में 1.2 मि.ग्रा. आयरन और 100 ग्राम जामुन में 1 से 2 मि.ग्रा. आयरन मौजूद होता है। यदि इन दोनों फलों के जूस को मिक्स करके पीया जाये तो हीमोग्लोबिन की कमी निश्चित रूप से जल्दी ही दूर हो जायेगी।
10. गुड़ (Gud)- गुड़ आयरन की कमी को पूरा करने का उत्तम विकल्प माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी अच्छे स्वास्थ, रक्त की कमी पूरी करने के लिये और हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिये चीनी की अपेक्षा गुड़ खाने की सलाह देते हैं। गुड़ कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, पोटैशियम, सोडियम और आयरन से भरपूर होता है। 100 ग्राम गुड़ में 10 मि.ग्रा. आयरन मिल होता है। गुड़ पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “गुड़ खाने के फायदे” पढ़ें।
11. पीनट बटर (Peanut Butter)- मूंगफली से बनाया हुआ पीनट बटर आयरन का एक अच्छा और स्वादिष्ट विकल्प है। सुबह के नाश्ते में ब्रेड पर पीनट बटर लगाकर खायें या भोजन में किसी अन्य रूप में इसका सेवन करें। 100 ग्राम पीनट बटर से 1.9 मि.ग्रा. आयरन प्राप्त होता है।
12. डार्क चॉकलेट (Dark Chocolate)- चॉकलेट पसंद करने वालों के लिये आयरन की कमी पूरी करने का अच्छा विकल्प है। चॉकलेट निर्माण के लिये कोको का उपयोग किया जाता है और कोको में आयरन की प्रचुर मात्रा होती है। 100 ग्राम डार्क चॉकलेट में 11.9 मि.ग्रा. आयरन होता है। इसके अतिरिक्त डार्क चॉकलेट में विटामिन-बी6, 0.038 मि.ग्रा. और विटामिन-बी12 0.28 माइक्रोग्राम होते हैं। डार्क चॉकलेट के सेवन से हीमोग्लोबिन का स्तर में बढ़ोत्तरी होगी और आयरन की कमी भी पूरी होगी।
13. अंडा और लाल मांस (Egg and Red Meat)- मांसाहारियों के लिये आयरन की कमी पूरी करने के लिये, हीमोग्लोबिन बढ़ाने और रक्त की कमी पूरा करने के लिये अंडा और लाल मांस का सेवन उत्तम विकल्प हैं। 100 अंडे में 1.2 मि.ग्रा. आयरन होता है इसके अतिरिक्त यह विटामिन, मिनरल्स और कैल्शियम से भरपूर होता है। इसे सुबह के नाश्ते में लिया जा सकता है। लाल मांस भी विटामिन-ए और डी, जिंक, आयरन तथा पोटैशियम से भरपूर होता है। आयरन की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि मांस किस पशु का है। यह हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है और इम्युनिटी को भी बूस्ट करता है।
14. काजू (Cashew)- ड्राई फ्रूट्स में काजू आयरन का अच्छा श्रोत है। 100 ग्राम काजू से 6.68 मि.ग्रा.आयरन प्राप्त हो जाता है। काजू में विटामिन-बी, सी, फोलेट, पोटेशियम, मेग्निशियम और फास्फोरस की प्रचुर मात्रा होती है। इसके नियमित खाने से आयरन की कमी पूरी हो जायेगी।
15. अखरोट (Walnut)- काजू के ही तरह अखरोट भी डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन से भरपूर होता है जो शरीर में रक्त निर्माण में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाता है। 100 ग्राम अखरोट से 6.68 मि.ग्रा. आयरन मिल जाता है।
16. पिस्ता (Pistachio)- 100 ग्राम पिस्ता से विटामिन-बी6, 1.7 मि।ग्रा। और आयरन 3.93 मि.ग्रा. मिल जाता है। पिस्ता के खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिल जाता है जिससे शरीर में आयरन की कमी नहीं होती। विटामिन-बी6, ब्लड वैसल्स को ऑक्सीजन ले जाने के काम में मदद करते हैं रक्त संचालन में सुधार करते हैं।
17. किशमिश (Raisin)- किशमिश को खून की कमी को पूरा करने का उत्तम विकल्प माना जाता है। 100 ग्राम किशमिश से 1.88 मि.ग्रा. आयरन मिल जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन बी6 और कॉपर भी अच्छी मात्रा होती है। ये सब लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण कार्य में मदद करते हैं जिससे शरीर में रक्त की कमी नहीं होती। किशमिश फर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “किशमिश के फायदे और नुकसान” पढ़ें।
18. बादाम (Almond)- शरीर में आयरन की कमी पूरी करने के लिये बादाम का सेवन करना चाहिये। 10 ग्राम ड्राई रोस्टेड बादाम खाने से शरीर को 0.5 मि.ग्रा. आयरन मिल जाता है। कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन से भरपूर बादाम रक्त की कमी दूर करता है।
19. खुबानी (Apricot)- खुबानी, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण करने में मदद करती है। यह आयरन के साथ-साथ फोलेट और कॉपर से समृद्ध होती है जो हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में सहायक होते हैं। 100 ग्राम खुबानी खाने 0.39 मि.ग्रा. आयरन मिल जाता है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको आयरन की कमी पूरी करने के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आयरन क्या है, आयरन की कमी क्या है, शरीर में आयरन का काम, लाल रक्त कोशिकाऐं क्या होती हैं, शरीर में आयरन का काम, शरीर में आयरन की मात्रा, प्रतिदिन आयरन की जरूरत, आयरन की कमी के कारण, आयरन की कमी के लक्षण और आयरन की कमी के परीक्षण, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से आयरन की कमी पूरी करने के बहुत सारे घरेलू उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
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