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सोडियम टेस्ट क्या है? – What is a Sodium Test in Hindi

सोडियम टेस्ट क्या है

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में। दोस्तो, इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। ये ऊतकों, नसों और मांसपेशियों में कोशिकाओं की परस्पर कार्य प्रणाली में मदद करते हैं। ये तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य को नियंत्रित करने, शरीर को हाइड्रेट रखने, रक्त-अम्लता, दबाव आदि को संतुलित रखते हैं। इलेक्ट्रोलाइट्स कई होते हैं जिनमें आपसी तालमेल होना आवश्यक है। किसी एक की भी कमी या अधिकता से पूरी कार्य प्रणाली प्रभावित हो जाती है। ऐसा ही एक इलेक्ट्रोलाइट है सोडियम जो रक्त और मूत्र दोनों में होता है। रक्त और मूत्र में सोडियम की कमी या अधिकता से शरीर अस्वस्थ रहने लगता है। शरीर में सोडियम का स्तर क्या है, इसका पता टेस्ट के जरिए चलता है जिसे सोडियम टेस्ट कहा जाता है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “सोडियम टेस्ट क्या है?”। 

देसी हैल्थ क्लब आज आपको सोडियम टेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा कि इस टेस्ट के क्या परिणाम आते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि सोडियम क्या है और सोडियम टेस्ट क्या है। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे। 

सोडियम क्या है? – What is a Sodium

दोस्तो, सोडियम (Sodium) एक इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर की आवश्यक आवश्यकता है। यह पोटेशियम, क्लोराइड तथा बाइकार्बोनेट (कुल CO2) जैसे अन्य इलेक्ट्रोलाइट के साथ मिलकर काम करता है। मानव शरीर को प्रतिदिन लगभग 2।3 ग्राम सोडियम की आवश्यकता होती है जिसका अधिकांश भाग भोजन में नमक (सोडियम क्लोराइड) से प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त सोडियम के अन्य स्रोत भी हैं जैसे कि डेयरी उत्पाद, फल और सब्जियां। 

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यह एक ऐसा खनिज है जिसका उपयोग शरीर की प्रत्येक कोशिका, नसों और मांसपेशियों की कार्य प्रणाली के लिये किया जाता है। यह शरीर के सभी द्रवों तथा अन्य इलेक्ट्रोलाइट में संतुलन बनाए रखने का काम करता है। मांसपेशियों के संकुचन को उत्तेजित करने और सोडियम रक्त तथा ऊतक कोशिकाओं में संतुलन बनाये रखने का महत्वपूर्ण कार्य करता है। सोडियम, नैट्रियम (Natrium) या Na+ के नाम से भी जाना जाता है। 

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सोडियम टेस्ट क्या है? – What is a Sodium Test?

शरीर में रक्त में और मूत्र में व्याप्त सोडियम के स्तर के बारे में जानकारी लेने के लिये जो टेस्ट किया जाता है उसे सोडियम टेस्ट कहा जाता है। इस टेस्ट को Na के नाम से भी जाना जाता है। कई बार ऐसा होता है कि जिसमें रक्त में सोडियम का स्तर कम हो जाता है। 

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इस स्थिति को मेडिकल भाषा में हाइपोनेट्रेमिया (Hyponatremia) कहते हैं जिसके कारण उल्टी, दस्त, मांसपेशियों में कमजोरी, थकान, बेचैनी, दर्द, ऐंठन आदि होने लगते हैं। सोडियम की कमी के गंभीर मामले में व्यक्ति कोमा में जा सकता है। इसके उलट एक और स्थिति बनती है कि या तो नमक का सेवन अधिक लिया जा रहा हो या किडनी खराब होने के कारण अतिरिक्त सोडियम को बाहर नहीं निकाल पा रही हो, तो रक्त में सोडियम का स्तर बढ़ने लगता है। 

रक्त में सोडियम की अधिकता को हाइपरनेट्रेमिया (Hypernatremia) कहा जाता है। इस स्थिति में मांसपेशियों में कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, सांस लेने में परेशानी, नसों और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं बनती हैं।

सोडियम टेस्ट क्यों किया जाता है?- Why is the Sodium Test Done?

दोस्तो, यह तो ऊपर से काफी स्पष्ट हो चुका है कि रक्त में और मूत्र में सोडियम के स्तर को जांचने के लिये यह टेस्ट किया जाता है क्यों कि सोडियम कम हो या ज्यादा, दोनों ही स्थितियों में तकलीफ होती है। सोडियम कम हो या ज्यादा होने पर कुछ निम्नलिखित लक्षण प्रकट होते हैं जिनके आधार पर डॉक्टर, सोडियम टेस्ट कराने की सलाह देते हैं – 

(A) सोडियम ब्लड टेस्ट के लिए लक्षण – Symptoms for Sodium Blood Test

  • जी मिचलाना, उल्टी, दस्त
  • दर्द, ऐंठन 
  • थकावट
  • बेचैनी महसूस करना
  • मांसपेशियों में कमजोरी, 
  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • नसों और जोड़ों में दर्द
  • सांस लेने में दिक्कत होना
  • ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थ खाने की इच्छा
  • सब्जी में अतिरिक्त नमक डालकर खाना

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(B) यूरिन सोडियम टेस्ट के लिए लक्षण – Symptoms for Urine Sodium Test

  • किडनी की कार्य प्रणाली की जानकारी लेने के लिए।
  • किडनी को हुई क्षति की जानकारी लेने के लिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्ति में नमक के स्तर की जानकारी लेने के लिए कि वह कितना नमक रोजाना खा रहा है।
  • उल्टी और दस्त से पीड़ित व्यक्ति में सोडियम के स्तर की जानकारी लेने के लिए।
  • सोडियम के स्तर के लिए किए जा रहे उपचार की प्रभावशीलता की जानकारी लेने के लिए।

सोडियम टेस्ट की तैयारी –  Preparation for Sodium Test 

सोडियम टेस्ट के लिए कोई विशेष तैयारी की जरूरत नहीं पड़ती। यदि आप कोई भी दवा ले रहे हैं तो इस बारे में पहले से ही डॉक्टर को बता दें क्यों कि कुछ दवाएं टेस्ट के परिणाम पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। डॉक्टर कुछ दवाओं को बंद करने के लिये कह सकते हैं जैसे कि एंटीडिप्रेशन, एंटीबायोटिक्स, एंटीहाइपरटेंसिव, एंटीइंफ्लेमेटरी, डाइयुरेटिक्स, नॉनस्टेरोडिअल आदि। हर्ब्स, विटामिन सप्लीमेंट्स के बारे में भी डॉक्टर को जानकारी दें। यदि यूरिन सोडियम टेस्ट होना है तो इसके लिए पहले से ही पर्याप्त मात्रा में आनी पीकर यूरिन सैंपल देने के लिए जाएं।

सोडियम टेस्ट के लिए सैंपल – Sample for Sodium Test

यदि ब्लड सोडियम टेस्ट होना है तो बांह की नस में सुई लगाकर सिरिन्ज में ब्लड का सैंपल लेकर इसे जांच के लिए लैब भेज दिया जाता है। यूरिन सोडियम टेस्ट के लिए कंटेनर में यूरिन का सैंपल दिया जाता है। यूरिन सैंपल देने के लिये कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है और बीच का यूरिन कंटेनर में भरा जाता है यानि कि शुरुआत के और अंत के यूरिन को छोड़कर। 

यूरिन के इस बीच वाले भाग को “मिडस्ट्रीम” यूरिन कैच कहते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारा पिछला आर्टिकल “यूरिन कल्चर टेस्ट क्या है” पढ़ें। 

सोडियम टेस्ट के परिणाम – Sodium Test Results

यद्यपि सोडियम टेस्ट के परिणाम आयु, लिंग, टेस्ट के तरीकों, व्यक्ति की स्वास्थ्य से जुड़ी पिछली हिस्ट्री तथा कुछ अन्य कारकों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। फिर भी इसके सामान्य और असामान्य परिणाम का विवरण निम्न प्रकार है – 

(A) सामान्य परिणाम – General Results

(i) रक्त में सोडियम : रक्त में सोडियम की सामान्य रेंज 136 से 145 millimoles per Litre (mmol/L) के बीच मानी जाती है। हम यहां बता दें कि अक्सर रसायनों को मापने के लिए वैज्ञानिक इकाई मोल (mole) का उपयोग किया जाता है।

(ii) यूरिन में सोडियम – एक बार के यूरिन मूत्र के सैंपल में सोडियम की सामान्य रेंज का 20 milliequivalent per Litre (mEq/L) है। milliequivalent द्रव मापने की इकाई है। 

(B) असामान्य परिणाम (Abnormal Results)- यदि रक्त में सोडियम सांद्रता 136 mmol/L से कम है तो इसे हाइपोनेट्रेमिया (Hyponatremia) कहा जाता है। यदि 136 mmol/L से अधिक है तो उच्च रक्त नमक स्तर को हाइपरनेट्रेमिया (Hypernatremia) कहा जाता है। जहां तक यूरिन में सोडियम के असामान्य परिणाम की बात है तो यह इस पर निर्भर करता है कि व्यक्ति कितना तरल पदार्थ और सोडियम या नमक ले रहा है। इसकी नॉर्मल रेंज का 20 milliequivalent per Litre (mEq/L) है।

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको सोडियम टेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सोडियम क्या है, सोडियम टेस्ट क्या है, सोडियम टेस्ट क्यों किया जाता है, सोडियम टेस्ट की तैयारी और सोडियम टेस्ट के लिए सैंपल, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से सोडियम टेस्ट के परिणाम के बारे में भी बताया। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको सोडियम टेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सोडियम क्या है, सोडियम टेस्ट क्या है, सोडियम टेस्ट क्यों किया जाता है, सोडियम टेस्ट की तैयारी और सोडियम टेस्ट के लिए सैंपल, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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