कमर दर्द (Back pain)की यह समस्या आजकल आम हो गई है। सिर्फ बड़ी उम्र के लोग ही नहीं बल्कि युवा भी कमर दर्द की शिकायत करते रहते हैं। कमर दर्द (Back pain) की मुख्य वजह बेतरतीब जीवनशैली और शारीरिक श्रम न करना है। अधिकतर लोगों को कमर के मध्य या निचले भाग में दर्द महसूस होता है। यह दर्द कमर के दोनों और तथा कूल्हों तक भी फ़ैल सकता है। बढ़ती उम्र के साथ कमर दर्द की समस्या बढ़ती जाती है। तो आइये जानते है इस आर्टिकल में योगा से Back Pain कैसे दूर करें , अगर आप योग करते है , तो आपको कुछ योगासन से काफी हद तक लाभ मिल सकता है। Yoga से Back Pain कैसे दूर करे
कमर दर्द (Back pain) क्यों होता है
कमर दर्द (Back pain) के लिए योगासन करना ही सबसे बेहतरीन तरीका है। दवाईयां केवल कुछ समय के लिए ही असर करती हैं लेकिन Yoga करने से कमर की मांसपेशियाँ जीवन भर ऊर्जावान रहती हैं। Yoga से Back Pain कैसे दूर करे, कमर दर्द से परेशान लोगों को योगा का सहारा लेना चाहिए। कई बार तो ऑपरेशन तक की भी नौबत आ जाती है। काफी लोग दर्द के निवारण के लिए पेन किलर भी खाते हैं परन्तु इन दवाइयों का लगातार सेवन आपके दूसरे अंगों को हानि पहुंचा सकता है। कमर दर्द के कुछ कारण है :-
1. ज्यादा वजन उठाना
2. अत्यधिक मोटा होना
3. गर्भावस्था में पेट का बढ़ना
4. बहुत झुक कर काम करना
5. दिनभर बैठकर काम करना
6. एक ही स्थिति में घंटों बैठे रहना
7. कमर में चोट लगना
8. बुढ़ापे में हड्डियों का कमजोर होना
कमर दर्द (Back pain) के लिए योगासन
कमर दर्द (Back pain) से परेशान लोगों के लिए हम यहाँ आपके लिए उपयोगी योगासन बताने जा रहे हैं। इस सभी योगासन को आपको रोजाना करना है तभी इनके अच्छे परिणाम आपको मिलेंगे।
मकरासन (Makarasan)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में पहला आसन मकरासन है। मकरासन बहुत ही आसान Yoga है। इसे कोई भी व्यक्ति बड़े आराम से कर सकता है| इस आसन को करते समय व्यक्ति की मुद्रा मकर (मगरमच्छ) जैसी हो जाती है इसलिए इसे मकरासन कहा गया है। इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले पेट के बल लेट जायें ,फिर अपनी ठोड़ी को जमीन से लगा दीजिये। उसके बाद हाथ कमर से दूर रखिये। अब हाथ के पंजों को ठोड़ी के नीचे लगाइये। इस आसन से कमर दर्द (Back pain) में बहुत आराम मिलता है। कोई जल्दबाजी ना करें, आराम से थोड़ी देर ऐसे ही रहें। रोजाना इस आसन को करने से विशेष लाभ होगा।
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शलभासन (Shalabhasan)
कमर दर्द के आसनों में दूसरा आसन शलभासन हैं। जिन लोगों को रोजाना या अक्सर ही कमर दर्द (Back pain) परेशान करता हो उन लोगों के लिए यह आसन बहुत लाभकारी है। पहले ही दिन ज्यादा आसन ना करें लेकिन इस आसन को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल जरूर करें। तो आइये जानते है शलभासन करने के कुछ तरीके। सबसे पहले आप पेट के बल चटाई पर पर लेट जायें , फिर हाथों को अपनी कमर के पास रखे। उसके बाद आप सांस अंदर लें और दायां पैर ऊपर उठायें ,फिर आपको पैर 5 से 6 इंच ऊपर उठाना है। सांस लेते रहें और कुछ सेकेण्ड पैर ऊपर ही रखे। अब दायां पैर नीचे ले आएं और बाएं पैर को ऊपर उठाये, कुछ सेकेंड रुकें और अब बायां पैर भी नीचे ले आये। आप अपने हाथों का सहारा ना लें, कुछ देर ऐसे ही रुकें। यह आसन 4 से 5 बार रोजाना करें। इस आसन में व्यक्ति की मुद्रा शलभ यानि कीट के जैसी हो जाती है इसलिए इसे शलभासन कहा जाता है।
कपोतासन (Sponsorship)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में तीसरा आसन कपोतासन है। यह योगसन रीढ़ की हड्डी मजबूत करने और छाती फुलाने के काम आता है। इसे कबूतर मुद्रा भी कहा जाता है। इसके लिए दरी पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को फर्श पर वजन डालते हुए अपने शरीर को ऊपर उठाएं। अपना मुंह सामने की ओर रखें। अब एक पैर को आगे की ओर मोड़ते हुए छाती तक ले आएं। इसी के साथ हाथ भी मोड़ लें। जांघों को फर्श पर और दूसरा पैर सीधा रखें। इसी प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी करें।
बालासन (Balasana)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में चौथा आसन बालासन है। बालासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को आगे की ओर करें और सिर को जितना हो सके नीचे की ओर झुकाएं। अपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखें और हथेलियां जमीन रखें। शुरुआत में 15 से 20 सेकेंड इस आसन का अभ्यास करें, बाद में समय बढ़ा सकते हैं। इससे कूल्हों, जांघों ओर टखनों में खिंचाव आता है और कमर दर्द से भी छुटकारा मिलता है। दर्द या घुटने में चोट लगे होने पर यह आसन ना करें।
अधोमुख श्वानासन (Head Downhill)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में पांचवा आसन अधोमुख श्वानासन है। इस योगासन को रोजाना करने से Back pain से छुटकारा मिलने के साथ-साथ आपके शरीर का बैलेंस भी बेहतर होगा और मजबूती भी बढ़ेगी। आसन करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं फिर अपने हाथों को जमीन पर रखें। अब हाथों पैरों को V आकार में फैला कर शरीर को ऊपर उठाएं। इस आसन को करते हुए रीढ़ की हड्डी को एक दम सीधी रखें। हर दिन कम से कम 1 मिनट के लिए इस आसन को करें। गर्भवती महिलाएं या पीठ में चोट लगे होने पर यह आसन ना करें।
मर्कटासन (Mercutasan)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में छठा मर्कटासन है। इसमें आपको ज़मीन पर सीधे कमर के बल लेट जाना है फिर धीरे से दोनों पैरों को घुटने से मोड़ कर एड़ियों को जितना हो सके नितम्बों के पास लाना है। ध्यान रखें आपके दोनों घुटने और दोनों पंजे मिले हों। धीरे से दोनों हाथों को साइड में फैला लें, हवाई जहाज़ की तरह। फिर धीरे-धीरे दोनों पैरों को किसी एक दिशा में गिराएं एक-दूसरे के ऊपर सांस भरते हुए। ध्यान रखें जब आप पैरों को किसी एक तरफ़ गिराएंगे आपकी गर्दन आपको अपने पैरों के विपरीत दिशा में घुमानी है| इसके लगातार अभ्यास करने से आपकी रीढ़ में सबसे ज़्यादा ट्विस्टिंग होती है, जिसकी वज़ह से मांसपेशियों में खिंचाव-तनाव और विश्राम महसूस होता है और कमर दर्द में बहुत ही आसानी से आराम मिलता है ।
कंधरासन (Kandhrasan)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में सातवां आसन कंधरासन है इसमें आप सीधे लेट जाएंगे। दोनों पैरों को सामान्य स्थिति में करेंगे। उसके बाद धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए एड़ियों को नितम्बों के पास लाएंगे। हाथ जांघ के पास रहेंगे। उसके बाद बिल्कुल आरामदायक स्थिति में सांस भरते हुए कमर को ऊपर उठाएंगे और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आएंगे। इस क्रिया को आपको कम से कम 5 से 10 बार दोहराना है। लगातार इस क्रिया के अभ्यास से आपकी कमर की मांसपेशियां और हड्डियां सामान्य स्थिति में आ जाती हैं जिनकी वज़ह से दर्द स्वतः ठीक हो जाता है। ये सभी आसन बिल्कुल साधारण हैं। इनमें कोई जटिलता नहीं है। गर्भवती महिला, बुज़ुर्ग और बच्चे सभी लोग इन आसनों का अभ्यास प्रतिदिन कर सकते हैं।
भुजंगासन (Bhujangasana)
कमर दर्द (Back pain) के आसनों में आठवां आसन भुजंगासन है। इसको करने के लिए आप सबसे पहले सीधा ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएंगे। फिर धीरे से दोनों हाथों को छाती के बराबर में समानांतर गैप के साथ रखेंगे। ध्यान रखें आपकी हथेली बिल्कुल छाती के बराबर में होनी चाहिए। आपके पैर मिले हुए होने चाहिए। फिर आप अपनी कमर को नाभि तक के हिस्से को धीरे-धीरे सांस भरते हुए ऊपर उठाएंगे। कमर में होने वाले खिंचाव को महसूस करेंगे और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए नीचे आएंगे। सांस भरते हुए आपको आसन की पूर्ण स्थिति में जाना है, फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आना है। यह आसन 4 से 5 बार रोजाना करें।
conclusion
Yoga से Back Pain कैसे दूर करे ये सभी आसन कमर दर्द (Back pain) करने में काफी लाभदायक हैं। कई और आसन भी हैं परन्तु ये जो आसन हमने बताये हैं ये सबसे विशेष आसन हैं। आसन करते समय अपने शरीर के साथ जबरदस्ती ना करें और जो आसन आप आसानी से कर सकें वही आसन अपनाएं कोई जरुरी नहीं है की जो हमने बताया है वही करना ही है आप कर पायें तभी करें वरना छोड़ दें।
हमने सभी आसनों के बारे में अच्छे तरीके से समझाने की कोशिश की है ताकि आपको किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
The information provided will certainly beneficiary to the patients. The best part of this blog is fixing pics as per various “Aasan”, perfectly. The pics have decorated the entire blog. Hindi main bole toh “सोने पे सुहागा”. Thank you Dear Blogger.
Nicely explained.
Picture very helpful to do yogasan
Hope will benefit to all