स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, कभी-कभी ऐसा होता है कि अचानक शरीर का कोई अंग फड़कने लगता है जैसे कंधा, या बाजू या कोई उंगली या हाथ या पैर अथवा सुन्नता महसूस होने लगती है। ऐसे संकेत आने वाली किसी गंभीर समस्या के लक्षण हो सकते हैं। ये किसी नस के बंद होने की ओर इशारा कर सकते हैं जिसके कारण चलना-फिरना, उठना बैठना तक मुश्किल हो सकता है। नस के बंद होने का अर्थ स्पष्ट है कि नसों में रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो रहा है। यह भी स्पष्ट है कि जिस अंग की नस में रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो रहा है वह ठीक से काम करना बंद कर देगा। आखिर नसों को खोलने का उपाय क्या है? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “नसें खोलने के घरेलू उपाय”।
देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको नसों के बारे में जानकारी देगा यह भी बताएगा कि बंद नसों को खोलने के घरेलू उपाय क्या हैं? तो, सबसे पहले जानते हैं कि नसें क्या हैं और नसों का बंद होना क्या होता है? फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।
नसें क्या हैं? – What are Veins?
दोस्तो, शरीर के अंदर नसें वे लचीली वाहिकाएं होती हैं जो शरीर के प्रत्येक अंग में रक्त की सप्लाई करती हैं। वस्तुतः ये रक्त संचार प्रणाली का माध्यम हैं। इन्हीं नसों में ही रक्त बहता हुआ हृदय से लेकर मस्तिष्क तक जाता है। हृदय से रक्त पंप होकर नसों के माध्यम से आर्टरी और कैपिलरीज तक पहुंचता है और फिर नसों के द्वारा ही रक्त शरीर के अन्य अंगों तक जाता है।
नसों का आकार तीन तरह का होता है, बड़ी नसें, मध्यम नसें और छोटी नसें। छोटी नसों को वेन्यूल्स कहा जाता है। मनुष्य के शरीर में 1036 नसें होती है। यदि सभी नसों को एक साथ जोड़ दिया जाए तो इनकी कुल लंबाई एक लाख किलोमीटर बनेगी।
नसों का बंद होना क्या होता है? – What is Occlusion of Veins?
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि नसें रक्त संचार प्रणाली का माध्यम हैं। इन्हीं में से होकर रक्त गुजरता है। जब नसें संकुचित (सिकुड़ना) हो जायें या इनके अंदर प्लॉक जम जाये तो रक्त संचार में बाधा आती है और रक्त समुचित रूप से प्रवाहित नहीं है पाता।
नसों में आई इस प्रकार की रुकावट, जो रक्त प्रवाह को बाधित कर दे, नसों का बंद होना या नस दबना कहलाता है। आंकड़े बताते हैं कि भारत में 40 से 60 प्रतिशत युवा नस ब्लॉकेज की समस्या से पीड़ित हैं। नसें ब्लॉक होने की समस्या महिलाओं में गर्भावस्था के बाद शुरू होती है जो कि 20 प्रतिशत महिलाओं में यह समस्या है।
ये भी पढ़े- नस पर नस चढ़ने के उपाय
नसें बंद होने के कारण – Cause of Clogged Veins
नसें बंद होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं –
1. कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से नसों में प्लॉक का जम जाना नसें बंद होने का मुख्य कारण है। प्लॉक के जम जाने से नसें संकुचित हो जाती है।
2. हाई ब्लड प्रेशर।
3. अधिक वसा युक्त भोजन करना।
4. मोटापा।
5. डायबिटीज।
6. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर।
7. नसों में चोट लगना।
8. मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाना।
9. किसी दवा का साइड इफेक्ट होना।
10. विटामिन-बी1 या बी12 की कमी होना।
11. हार्ट अटैक पड़ना या कोई संक्रमण होना।
12. धूम्रपान।
13. शराब का अत्याधिक सेवन।
14. ड्रग्स का सेवन।
नसें बंद होने के लक्षण – Symptoms of Clogged Veins
नस दबने या बंद होने पर निम्नलिखित लक्षण प्रकट हो सकते हैं –
1. शरीर के किसी हिस्से का सुन्न हो जाना। इसका संवेदनशील ना होना।
2. किसी एक पैर में दर्द होना विशेषकर पिंडली या जांघ में अंदर की तरफ।
3. हाथ या पैर में सूजन आ जाना।
4. किसी एक अंग का फड़कना।
5. शरीर में दर्द होना।
6. सांस फूलना।
7. शरीर के एक ओर कमजोरी महसूस होना।
8. छाती में दर्द।
9. मस्तिष्क स्वास्थ में परिवर्तन।
ये भी पढ़े- बोन कैंसर क्या है?
नसें खोलने के घरेलू उपाय – Home Remedies to Open Veins
और अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित घरेलू उपाय जिनके द्वारा बंद नसों के खुलने में मदद मिलती है –
1. घरेलू चूर्ण (Household Powder)- निम्नलिखित सामग्री से आप घर पर ही चूर्ण बना सकते हैं जो बंद नसों को खोल देगा –
(i) दालचीनी – एक ग्राम
(ii) काली मिर्च (साबुत) – दस ग्राम
(iii) मगज – दस ग्राम
(iv) मिश्री – दस ग्राम
(v) तेज पत्ता – दस ग्राम
(vi) टूटा हुआ अखरोट – दस ग्राम
(vii) अलसी – दस ग्राम
उपरोक्त सामग्री लेकर पीस लें। इस चूर्ण के दस बराबर भाग करके दस पुड़िया बना लें। प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक पुड़िया चूर्ण पानी के साथ सेवन करें। फिर कुछ ना खाएं, पीएं। दो, तीन घंटे बाद चाय, पानी, नाश्ता आदि ले सकते हैं।
2. लहसुन और दूध (Garlic and Milk)- लहसुन की तीन, चार कलियां, एक गिलास दूध में उबालकर खाएं। दूध भी पी लें। भोजन में भी लहसुन का उपयोग करें। इससे सारी बंद नसें खुल जाएंगी। जोड़ों का दर्द, तथा अन्य प्रकार का चोट आदि का दर्द भी खत्म हो जाएगा और सूजन भी नहीं रहेगी। लहसुन के तेल से नसों की मालिश भी कर सकते हैं।
3. अदरक (Ginger)- भोजन में लहसुन के साथ-साथ अदरक का भी सेवन करें। अदरक में सैलिसाइलेट एसिड उपस्थित होता है जिससे रक्त पतला करने वाली दवाएं बनाई जाती हैं। अदरक नसों की अंदर से सफाई करती है। भोजन के अतिरिक्त अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर, पीसकर एक गिलास पानी में उबालकर, छानकर पीएं। दिन में दो बार पी सकते हैं। इससे बंद नसें खुल जाएंगी।
4. हल्दी (Turmeric)- हल्दी को प्रकृति का वरदान समझिए। यह प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो चोट को ठीक करने और सूजन को खत्म करने का काम करती है। इसमें कुरकुमिन (Curcumin) पाया जाता है जो रक्त को पतला करने का काम करता है। यह बंद नसों को खोलकर अंदर से मजबूती देता है। भोजन में हल्दी के सेवन के अतिरिक्त रोजाना रात को दूध में हल्दी उबालकर और शहद मिलाकर पीएं।
5. बादाम (Almond)- रोजाना बादाम खाने से भी बंद नसें खुल जाती हैं। रात को 5-10 बादाम पानी में डाल दें। सुबह इनका छिलका उतार कर खाली पेट गर्म दूध में मिलाकर पीएं। इससे बंद नसें खुल जाएंगी। इससे कब्ज की समस्या और पेट दर्द जैसी बीमारियां भी खत्म हो जाएंगी। इसके अतिरिक्त कुछ अखरोट की गिरियां तथा किशमिश का भी सेवन कर सकते हैं।
6. अनार (Pomegranate)- अनार एक ऐसा फल है जिसके सेवन से शरीर में रक्त की कमी पूरी हो जाती है। यह बंद नसों को भी खोलने का काम करता है। बंद नसों की समस्या से राहत पाने के लिए प्रतिदिन दो, तीन अनार खाएं या एक गिलास अनार का जूस पीएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा।
ये भी पढ़े- अनार का जूस पीने के फायदे
7. पान वाला चूना (Betel Lime)- बंद नसों की समस्या से राहत पाने के लिए पान वाले चूने का भी उपयोग किया जा सकता है। इससे बंद नसें खुल जाएंगी। इसके लिये रोजाना, सुबह खाली पेट, एक गेहूं के दाने के बराबर पान वाला चूना लेकर दही, लस्सी, जूस या सादा पानी के साथ सेवन करें। इस बात का ध्यान रखें कि चूने की मात्रा इससे ज्यादा ना हो।
8. हरसिंगार का पौधा (Harsingar Plant)- हरसिंगार के पौधे के पत्तों को पारिजात भी कहा जाता है। यह अनेक बीमारियों के उपचार में काम आता है। बंद नसों को खोलने के लिए यह एक उत्तम और सरल उपाय है। रोजाना सुबह खाली पेट हरसिंगार के पौधे के पांच, सात पत्तों को पानी में अच्छी तरह उबाल लें। इस पानी को छानकर चाय की तरह पीएं। इससे बंद नसें खुल जाएंगी।
9. गर्म तेल की मालिश (Hot oil Massage)- गर्म तेल की मालिश से भी बहुत फ़र्क पड़ता हे। इससे बंद नसें खुल जाती हैं। ऑलिव ऑयल, नारियल, सरसों या तिल का तेल जो भी मिले, उसे गर्म करके, गुनगुना रहने तक ठंडा करके, प्रभावित क्षेत्र पर लगाकर रोजाना मालिश करें।
10. खानपान (Food and Drink)- बंद नसों को खोलने में खानपान की भी बहुत सक्रिय भूमिका होती है। भोजन में, विटामिन-1, बी6 और बी12, आयरन और कैल्शियम युक्त पदार्थों को शामिल करें।
दूध,पनीर, दही, केला, बींस, हरी सब्जियां, गाजर, चकुंदर, सेब, अनार, ओटमील आदि का सेवन करें। ड्राई फ्रूट्स में अंजीर, अखरोट, बादाम, किशमिश आदि को अपने भोजन में शामिल करें।
11. योग और व्यायाम (Yoga and Exercise)- यदि किसी व्यक्ति की शारीरिक गतिविधि बहुत कम है, या नहीं के बराबर है और वह कई-कई घंटे एक ही जगह बैठा रहता है तो उसकी नसें ब्लॉक होना स्वाभाविक है। इस स्थिति से बचने के लिए और यदि नस ब्लॉक हो चुकी है,
उसे खोलने के लिये रोजाना योग और व्यायाम अवश्य करना चाहिए। भुजंगासन, अधोमुख श्वानासन, त्रिकोणासन, वीरभद्रासन, विपरीत करणी आदि योगासन योग गुरू की देखरेख में करें तथा कम से कम आधा घंटे का व्यायाम भी करें। इससे बल्ड सर्कुलेशन भी ठीक रहेगा।
ये भी पढ़े- अनुलोम विलोम के फायदे
12. धूम्रपान और शराब से दूर रहें(Stay away from Smoking and Alcohol)- यदि आप धूम्रपान करते हैं तो इसे तुरंत बंद कर दें क्योंकि इससे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज़ होने की संभावना रहती है। पेरिफेरल आर्टरी डिजीज़ होने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं पाता।
इसी प्रकार शराब की मात्रा कम करनी चाहिए, इसी प्रकार ड्रग्स को तो बिल्कुल अवॉइड करना चाहिए क्योंकि ये सब नसों में ब्लॉकेज की समस्या उत्पन्न करने के कारक हैं।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको नसें खोलने के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी दी। नसें क्या हैं, नसों का बंद होना क्या होता है, नसें बंद होने के कारण और नसें बंद होने के लक्षण, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से नसें खोलने के बहुत सारे घरेलू उपाय भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
It’s nice article