Advertisements

बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है? – What is Botox Treatment in Hindi

बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, हर किसी को सुन्दर दिखने की चाहत होती है, विशेषकर महिलाओं को और वह भी 40 वर्ष की उम्र के बाद। बढ़ती उम्र के साथ-साथ त्वचा और मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। चेहरे पर फाइन लाइन्स तथा झुर्रियां दिखाई देने की शुरुआत हो जाती है। बढ़ती उम्र के ऐसे लक्षणों को रोकने के लिए एक चिकित्सीय प्रक्रिया की जाती है जिसे बोटॉक्स ट्रीटमेंट कहा जाता है। बोटॉक्स ट्रीटमेंट ब्यूटिफिकेशन के लिये की जाने वाली नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में चेहरे के जिस झुर्रियों वाले स्थान पर बॉटुलिनम इंजेक्शन के डोज दिए जाते हैं जिससे मांसपेशियों की सिकुड़न कम हो जाती हो और मांसपेशियों को आराम मिलता है। परिणाम स्वरूप झुर्रियां कम हो जाती हैं।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट केवल यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि अनेक रोगों के उपचार में इस इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है जैसे कि सर्वाइकल डिस्टोनिया (गर्दन की मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन), ऊपर के अंगों (कोहनी, कलाई, उंगलियां) या निचले अंगों (टखनों, पैर की उंगलियों) में मांसपेशियों की ऐंठन, हथेली में, बगल में अधिक पसीना आना, लंबे समय से माइग्रेन की गंभीर समस्या, अधिक पेशाब आने की समस्या आदि। हम आपको बता दें कि प्रतिवर्ष 6 मिलियन से भी अधिक बोटॉक्स उपचार किए जाते हैं। आखिर यह बोटॉक्स ट्रीटमेंट है क्या? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा इसके क्या फायदे होते हैं और क्या साइड इफेक्ट? तो, सबसे पहले जानते हैं कि बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है और यह किस उद्देश्य के लिए किया जाता है। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

Advertisements

बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है? – What is Botox Treatment?

बोटॉक्स (Botox), आज के समय में सबसे लोकप्रिय, बहुत अच्छा, नॉन-सर्जिकल उपचार है जिसका उपयोग अनेक समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से इसका उपयोग फाइन लाइन्स और झुर्रियों को हटाकर त्वचा को युवा बनाए रखने के लिए किया जाता है। बोटॉक्स, वस्तुतः एक प्रोटीन होता है जो क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम (clostridium botulinum) से मिलता भी है। 

इसी लिए इसे क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम भी कहा जाता है। यह प्राकृतिक स्रोतों में उपस्थित होता है जैसे झीलों, जंगलों, मिट्टी, मछली और स्तनधारियों के आंतों में। जीवाणु कोशिकाओं की संख्या बढ़ने पर बैक्टीरिया, बोटुलिनम विष का उत्पादन करना आरम्भ कर देते हैं, जो कि घातक न्यूरोटॉक्सिन है। बोटॉक्स के सेवन से फूड पॉइजनिंग हो जाती है लेकिन यदि इसको इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है तो यह शरीर में विष फैलता है जिससे तंत्रिका (Nerves) और मांसपेशियों के बीच एक सीमा बन जाती है। 

इस इंजेक्शन में ऐसे रसायनिक गुण होते हैं जो नसों में किसी भी प्रकार के ब्लॉकेज़ को खोलने में सक्षम होते हैं। बोटॉक्स ट्रीटमेंट की लोकप्रियता इसी से सिद्ध होती है कि इसकी मांग हमारे देश भारत के अतिरिक्त अमेरिका और इंग्लैंड में भी बढ़ती जा रही है। 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं बोटॉक्स ट्रीटमेंट को कराने की इच्छुक होती हैं।

Advertisements

ये भी पढ़े- हार्मोनल डिसऑर्डर क्या है?

बोटॉक्स ट्रीटमेंट किस उद्देश्य के लिये किया जाता है? – For what Purpose is Botox Treatment Done?

दोस्तो, जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि बोटॉक्स ट्रीटमेंट आमतौर पर फाइन लाइन्स और झुर्रियों को हटाकर त्वचा को युवा बनाए रखने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं बोटॉक्स ट्रीटमेंट के जरिये, होंठों और गालों को भी एक अच्छा शेप दिया जा सकता है। इनके अतिरिक्त निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है –

1. आंखों का तिरछापन, आंख फड़कना, आंख के आसपास की मांसपेशियों की सिकुड़न आदि से छुटकारा पाने के लिए। 

2. हथेलियों और बगल में अधिक पसीना आने की गंभीर समस्या से राहत पाने के लिए।

3. सामान्य तापमान होने पर भी बहुत अधिक पसीना आने को हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है। इस स्थिति से राहत पाने के लिए बोटॉक्स ट्रीटमेंट का उपयोग किया जा सकता है।

4. लंबे समय से चला आ रहा माइग्रेन अथवा एक महीने में 15 दिनों से अधिक और प्रत्येक 4 घंटे या उससे अधिक समय तक रहना, का बॉटुलिनम इंजेक्शन द्वारा सिरदर्द की आवृत्ति को कम किया जा सकता है।

5. सर्वाइकल डिस्टोनिया अर्थात् गर्दन की मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन, सिकुड़न के परिणाम स्वरूप सिर मुड़ जाना जैसी असहज स्थिति से उबरने के लिए बॉटुलिनम इंजेक्शन द्वारा उपचार किया जा सकता है।

6. शरीर के ऊपरी अंगों जैसे कोहनी, कलाई, उंगलियां अथवा निचले अंगों जैसे टखनों, पैर की उंगलियों की मांसपेशियों की ऐंठन और आंत्र विकारों (बॉवेल डिसऑर्डर्स) के उपचार के लिए इस ट्रीटमेंट का उपयोग किया जाता है।

7. मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसे तंत्रिका विकारों के परिणाम स्वरूप मूत्र का अधिक आना या मूत्र असंयम यानि मूत्र का रिसाव जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिये इस विधि का उपयोग किया जाता है।

8. रीढ़ की हड्डी की चोट के उपचार के लिए इस बोटॉक्स ट्रीटमेंट का उपयोग किया जाता है।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट किसे नहीं लेना चाहिए? – Who Should not Have Botox Treatment?

निम्नलिखित मामलों में बोटॉक्स ट्रीटमेंट की सलाह नहीं दी जाती है –

  • 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को।
  • गर्भवती महिला को।
  • स्तनपान कराने वाली माता को।
  • ऐसे व्यक्ति जिनको गाय दूध प्रोटीन से एलर्जी है।
  • न्यूरोलॉजिकल डिस्ऑर्डर वाले व्यक्ति को।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट से पहले की तैयारी – Preparation Before Botox Treatment

बोटॉक्स ट्रीटमेंट लेने से पहले क्या करना चाहिये, इस बारे में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें –

यदि आप किसी भी प्रकार की दवा ले रहे हैं, देसी दवा सहित, या कोई सप्लीमेंट तो इस बारे में डॉक्टर को अवश्य बताएं।

  • यदि कोई, किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो इस बारे में भी डॉक्टर को बताएं।
  • पहले की मेडिकल हिस्ट्री और सर्जरी यदि कोई हुई है तो, डॉक्टर को बताएं।
  • यदि पिछले चार महीनों में कोई बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन लगा है तो डॉक्टर को बताएं।
  • बोटॉक्स ट्रीटमेंट से कम से कम एक सप्ताह पहले शराब पीना बंद कर दें।
  • यदि रक्त पतला करने वाली दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर को बताएं। वह इनको बंद करने की सलाह दे सकते हैं क्यों कि ये रक्तस्राव और चोट लगने का कारण बन सकती हैं।
  • बोटॉक्स ट्रीटमेंट से पहले डॉक्टर सारा मेकअप हटाने और उपचार क्षेत्र को साफ करने का को कह सकते हैं।

ये भी पढ़े- इओसिनोफिलिया क्या है?

बोटॉक्स ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है? – How is Botox Treatment Done?

बोटॉक्स ट्रीटमेंट कराने वाले व्यक्ति को कोई दर्द या कष्ट ना हो, इसलिये ट्रीटमेंट लिए जाने वाले स्थान को सुन्न करना आवश्यक होता है। तत्पश्चात ही डॉक्टर बोटुलिनम  इंजेक्शन के जरिये इस प्रक्रिया को अंजाम देते हैं। बोटुलिनम इंजेक्शन का असर होने में 24-72 घंटे लग जाते हैं। 

दुर्लभ परिस्थितियों में इसका पूर्ण प्रभाव में 5 दिन तक का समय लग सकता है। बोटॉक्स ट्रीटमेंट का असर तीन से बारह महीने तक रहता है, यह ट्रीटमेंट की स्थिति पर निर्भर करता है। ट्रीटमेंट लिए जाने वाले स्थान को सुन्न करने के लिये निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती हैं –

1. सबसे पहले ट्रीटमेंट लिए जाने वाले स्थान को अल्कोहल या एक एंटीसेप्टिक जैसे कि बीटाडीन से साफ़ किया जाता है।

2. डॉक्टर इंजेक्शन द्वारा त्वचा को सुन्न कर सकते हैं।

3. कोल्ड स्प्रे। बेहद ठंडी हवा का एक विस्फोट लगभग 10 सेकंड के लिए त्वचा पर रहता है। स्तब्ध हो जाने की स्थिति केवल कुछ सेकंड तक रहती है।

4. ट्रीटमेंट से लगभग 60 से 90 मिनट पहले त्वचा पर एक प्रिस्क्रिप्शन क्रीम का उपयोग किया जा सकता है।

5. अतिसक्रिय मूत्राशय के उपचार के लिए लोकल एनेस्थीसिया दिया जा सकता है।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद की देखभाल – Post Botox Treatment Care

  • उपचार प्रक्रिया पूरी होने के बाद व्यक्ति को तीन से चार घंटे तक सीधा रहने का निर्देश दिया जाता है।
  • बोटॉक्स ट्रीटमेंट के तुरंत बाद व्यक्ति अधिकतर दैनिक कार्यों/गतिविधियों को कर सकता है।
  • बोटुलिनम इंजेक्शन का असर सामान्यतः एक, दो दिन बाद देखा जा सकता है।
  • प्रक्रिया के बाद कुछ लालिमा या सूजन दिखाई दे सकती है जो कुछ दिनों में अपने आप खत्म हो जाती हैं।
  • प्रक्रिया के 24 घंटे बाद तक प्रभावित उपचार क्षेत्र को रगड़ने या दबाने के लिए मना किया जाता है। ऐसा करने से न डालें विष को आसपास के क्षेत्रों में नहीं फैल पाता।
  • प्रक्रिया के बाद 24 घंटे तक शारीरिक परिश्रम करने से मना किया जाता है। 

बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद क्या नहीं करना चाहिए? – What not to do After Botox Treatment?

  • बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद निम्नलिखित गतिविधियों से बचना चाहिए :-
  • धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए।
  • ऐसे स्थानों पर ना जाएं जहां का तापमान बहुत अधिक या बहुत कम हो।
  • शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • धूम्रपान या तंबाकू का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • नशीले पदार्थों, ड्रग्स आदि के सेवन से बचना चाहिए।
  • बोटॉक्स ट्रीटमेंट वाले स्थान दबाना या रगड़ना नहीं चाहिए।
  • ऐसे सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग ना करें जिनको लगाकर त्वचा पर हल्की-फुल्की सी भी मालिश करनी पड़ती हो जैसे कि क्रीम या अन्य कोई द्रव।
  • व्यायाम को कुछ दिनों के लिए रोक दें। शारीरिक कड़े परिश्रम से बचें।

ये भी पढ़े- शराब पीने के फायदे और नुकसान

बोटॉक्स ट्रीटमेंट पर होने वाला खर्च – Botox Treatment Cost

बोटुलिनम इंजेक्शन काफी मंहगा होता है और ट्रीटमेंट के दौरान कई इंजेक्शन दिये जाने की जरूरत होती है। इस लिए इस पर 2,500 से 60,000 रुपये प्रति सेशन खर्च आ सकता है। कितने सेशन होने हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति किस प्रायोजन के लिए बोटॉक्स ट्रीटमेंट चाहता है।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट के फायदे – Benefits of Botox Treatment

अब बताते हैं आपको बोटॉक्स ट्रीटमेंट के फायदे जो निम्न प्रकार हैं –

1. मुख्य फायदा तो यही है कि बढ़ती उम्र में फाइन लाइन्स और झुर्रियों को रोक कर, चेहरे को जवां, सुन्दर और आकर्षक बनाया जा सकता है क्यों कि यह इंजेक्शन शरीर में उन कोशिकाओं के विकास को रोक देता है जो झुर्रियों का कारण होती हैं।

2. बोटॉक्स ट्रीटमेंट के द्वारा डिप्रेशन से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए बोटुलिनम  इंजेक्शन भौं (Eyebrows) में लगाया जाता है।

3. मूत्र रिसाव की समस्या से राहत मिलती है।

4. माइग्रेन के दर्द में फायदा।

5. गर्दन की ऐंठन और दर्द से राहत।

6. आंखों के टेढ़ेपन से राहत, आंखों की मांसपेशियों की समस्या से राहत।

7. बार-बार पलक झपकाने की समस्या से राहत।

8. रीढ़ की हड्डी की चोट और दर्द से छुटकारा।

9. पसीने की समस्या (Hyperhidrosis) से राहत।

10. स्केलेरोसिस जैसे नर्व डिस्ऑर्डर से राहत।

11. मांसपेशियों और आंत्र विकार से राहत।

12. हाथ, पैर की उंगलियों की सुन्दरता।

13. कलाई की झुर्रियों से राहत।

14. टखने की समस्या से छुटकारा।

15. मूत्राशय संक्रमण से राहत।

बोटॉक्स ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट – Side Effects of Botox Treatment

दोस्तो, बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद कुछ निम्नलिखित साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। ये साइड इफेक्ट सामान्य प्रकृति के होते हैं और कुछ समय के लिये ही होते हैं बाद में अपने आप या उपचार के माध्यम से ठीक हो जाते हैं –

1. इंजेक्शन वाले स्थान पर त्वचा का लाल हो जाना।

2. इंजेक्शन वाले स्थान के आसपास दर्द होना।

3. इंजेक्शन वाले स्थान के आसपास सूजन।

4. इंजेक्शन वाले स्थान से रक्तस्राव होना।

5. इंफ्लुएंजा सिंड्रोम की संभावना।

6. श्वसन प्रणाली में इंफेक्शन।

7. सांस लेने में दिक्कत, दम घुटना।

8. मांसपेशियों में दर्द।

9. आस-पास की मांसपेशियों का कमजोर हो जाना।

10. आंखों में सूखापन।

11. आंखों में जलन।

12. सिर में दर्द।

ये भी पढ़े- कमर दर्द के घरेलू उपाय

13. माथे पर एलर्जी।

14. गले में खराश, खांसी।

15. कभी-कभी बुखार होना।

16. मुंह सूखना, अधिक प्यास लगना।

17. अधिक भूख लगना।

18. थकावट और कमजोरी महसूस करना।

Conclusion –

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?, बोटॉक्स ट्रीटमेंट किस उद्देश्य के लिये किया जाता है, बोटॉक्स ट्रीटमेंट किसे नहीं लेना चाहिए, बोटॉक्स ट्रीटमेंट से पहले की तैयारी, बोटॉक्स ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है, बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद की देखभाल, बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद क्या नहीं करना चाहिए और बोटॉक्स ट्रीटमेंट पर होने वाला खर्च, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बहुत सारे फायदे बताये और बहुत सारे साइड इफेक्ट भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

Summary
Advertisements
बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?
Advertisements
Article Name
बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?
Description
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बोटॉक्स ट्रीटमेंट क्या है?, बोटॉक्स ट्रीटमेंट किस उद्देश्य के लिये किया जाता है, बोटॉक्स ट्रीटमेंट किसे नहीं लेना चाहिए, बोटॉक्स ट्रीटमेंट से पहले की तैयारी, बोटॉक्स ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है, बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद की देखभाल, बोटॉक्स ट्रीटमेंट के बाद क्या नहीं करना चाहिए और बोटॉक्स ट्रीटमेंट पर होने वाला खर्च, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
Author
Publisher Name
Desi Heslth Club
Publisher Logo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page