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दही खाने के फायदे और नुकसान – Benefits and Side Effects of eating curd in Hindi

दही खाने के फायदे और नुकसान

दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, जब भी प्रोटीन की बात चलती है तो जेहन में डेयरी प्रोडक्ट्स घूमते हैं क्यों कि दूध, पनीर, छाछ और दही, तो समझिये कि ये प्रोटीन के पर्यायवाची हैं, विशेषकर दही। आज हम दही के विषय में ही बात करेंगे क्योंकि दही में दूध से अधिक प्रोटीन होते हैं। दही को एक संपूर्ण आहार माना जाता है, इसके बिना भोजन अधूरा है। इसके गुणों को देखते हुऐ इसे सुपरफूड कहा गया है। यह स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभकारी होती है और मन को शांत रखती है। आखिर इसमें ऐसा है क्या जो हमें फायदा पहुंचाती है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “दही खाने के फायदे और नुकसान”। देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको दही के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि खाने के क्या फायदे होते हैं और साथ ही कुछ नुकसान भी बतायेगा।  तो, सबसे पहले जानते हैं कि दही क्या है, यह कैसे बनती है और इसका भंडारण कैसे करें। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

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दही खाने के फायदे और नुकसान
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दही क्या है? – What is Curd

दही एक डेयरी उत्पाद है जो दूध को जमा कर बनाया जाता है। इसका निर्माण दूध के जीवाणु किण्वन (Bacterial fermentation) द्वारा किया जाता है। लैक्टोज का किण्वन लैक्टिक अम्ल (Acid) बनाता है, जो दुग्ध प्रोटीन से प्रतिक्रिया स्वरूप इसे दही में परिवर्तित कर देता है। यह इसे विशेष बनावट और विशेष खट्टा स्वाद भी प्रदान करता है। दही में लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) नामक बैक्टीरिया होते हैं, जो पॉजिटिव लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होते हैं। ये सड़ते हुए पौधों और दूध से बने पदार्थों में पाये जाते हैं। 

इनको अच्छा बैक्टीरिया कहा जाता है। ये अच्छे वाले बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे पेट, जननांग और यूरिनरी में मौजूद होते हैं। ये हमें बीमार नहीं बनाते। दही ना केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि यह अनेक स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त दही त्वचा और बालों के स्वास्थ के लिये भी फायदेमंद होती है। दही में मौजूद कई विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं। पोषक तत्वों के कारण दही को सुपर फूड कहा जाता है। दही का उपयोग लगभग 4500 वर्षों से किया जा रहा है और पूरे विश्व में इसका सेवन किया जाता है। भारतीय परम्परा के अनुसार किसी शुभ कार्य के लिये निकलने से पहले दही शक्कर खाकर निकलना शुभ माना जाता है। यह परम्परा आज भी कायम है। 

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दही कैसे बनती है? – How is Curd Made?

दही बनाने के लिये सबसे पहले शुद्ध दूध की जरूरत होती है यदि भैंस का दूध हो तो ज्यादा अच्छा है। दूध में पानी मिलाने की जरूरत नहीं होती। अब दूध को 10 मिनट के लिये उबालें, फिर इसे थोड़ा ठंडा होने दें लेकिन बिल्कुल ठंडा नहीं होना चाहिये, हल्का सा गुनगुना रहे। अब इसमें जामन (दही या दही का पानी) मिलाकर छोड़ दें। गर्मी में 6 से 8 घंटे में दही बन जायेगी। सर्दियों में 10 से 12 घंटे लग जाते हैं। दही बन जाने के बाद इसे फ्रिज़ में रख दें ताकि यह सेट हो जाये। दरअसल, बिना गर्म किये हुए दूध में पहले से ही लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। दही बनाने के लिये जब दूध गर्म करके, थोड़ा ठंडा करके जामन मिलाया है तब ये बैक्टीरिया दूध में पाये जाने वाले लैक्टोज (lactose) को लैक्टिक एसिड (Lactic Acid) में बदल देते हैं। 

दही का भंडारण – Storage of Curd

दही को फ्रिज़ में 5°सेलसियस से कम तापमान पर स्टोर करके रखा जा सकता है। जब जरूरत हुई तब जरूरत के अनुसार निकाल लें बाकी को फ्रिज़ में रहने दें। घर की बनी दही को आप दो हफ्ते तक फ्रिज़ में स्टोर करके रख सकते हैं। दो हफ्ते के बाद, दही बहुत खट्टी हो जाती है जो खाने लायक नहीं रहती। बाजार में मिलने वाले दही के पाउच, डिब्बियों पर भी इस्तेमाल करने की अंतिम तारीख लिखी होती है। इसके बाद यह भी खाने लायक नहीं रहती।

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दही के गुण – Properties of Curd

1. दही का तासीर ठंडी होती है।

2. दही का स्वाद खट्टा और क्रीमी होता है।

3. दही में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, राइबोफ्लेविन, विटामिन-बी6 और बी12 जैसे पोषक तत्व होते हैं। 

4. दही के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – 

पानी                              89 प्रतिशत

एनर्जी                            60 kcal

प्रोटीन                     3.5 ग्रा.

शुगर                              4.7 ग्रा.

कार्बोहाइड्रेट                4.7 ग्रा.

कैल्शियम                      121 मि.ग्रा.

मेंग्नीजियम                    11 मि.ग्रा.

मेंग्नीज                           0.009 मि.ग्रा.

पोटेशियम                       141 मि.ग्रा.

सोडियम                         364 मि.ग्रा.

ज़िंक                              0.52 मि.ग्रा.

आयरन                           0.2 मि.ली.

कोलेस्ट्रॉल                       17  मि.ग्रा.

फोलिक एसिड                12.5 ग्रा.

फैट                                3.3 ग्रा.

सेचुरेटिड फैट                   2.1 ग्रा.

सिंगल अन्सेचुरेटिड फैट     0.9 ग्रा.  

विटामिन-बी1                   0.023 मि.ग्रा.

बी-2                             0.278 मि.ग्रा.

बी-3                       0.208 मि.ग्रा.

बी-5                               0.331 मि.ग्रा.

बी-6                               0.063 मि.ग्रा.

बी-12                            0.75 माइक्रो ग्रा.

फोलेट                            5 माइक्रो ग्रा.

विटामिन-सी                    1 मि.ली.

विटामिन-ए                      102 यूनिट

विटामिन-डी                     20 ग्रा.

क्या सर्दियों में दही खानी चाहिये? – Should We Eat Curd in Winter?

दोस्तो, सर्दियों में दही खानी चाहिये या नहीं खानी चाहिये, इस मुद्दे पर अलग-अलग मत हैं। हम बता रहे हैं कुछ एक्सपर्ट्स की राय जो निम्न प्रकार है –

1. आयुर्वेद एक्सपर्ट-  आशुतोष गौतम के अनुसार सर्दियों में दही खाने से शरीर में कफ का स्राव बढ़ता है जिससे पूरे शरीर का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। दही की तासीर ठंडी होने के कारण यह सर्दियों में शरीर में कफ का निर्माण अधिक मात्रा में करती है इससे उन लोगों को समस्या हो सकती है जो पहले से ही श्वसन संक्रमण, अस्थमा, सर्दी और जुकाम से ग्रस्त होते हैं।

2. हेल्थ एक्सपर्ट-  शिल्पा अरोड़ा का कहना है कि दही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला उत्तम आहार है। शिल्पा के अनुसार सर्दियों में शाम को 5 बजे के बाद दही नहीं खाना चाहिये। क्योंकि इस समर दही खाने से कफ बढ़ता है जो अस्थमा और एलर्जी का कारण बन सकती है। बैंग्लोर की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ।अंजू सूद का मानना है कि सर्दियों में दही खाने से कोई परेशानी नहीं होती यह पूरी तरह से दुरुस्त होती है। इसमें विटामिन-सी मौजूद होता है जो सर्दी और खांसी के लिये फायदेमंद होती है।

3. निष्कर्षत-  देसी हैल्थ क्लब का मानना है दही की तासीर ठंडी होने के कारण सर्दियों में प्रतिदिन दही का सेवन अवॉइड करना चाहिये, हां कभी-कभी खाई जा सकती है। 

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दही खाने का सही समय – Right time to Eat Curd

1. दही खाने का सबसे सही समय सुबह का होता है। सुबह के नाश्ते में दही खाना अधिक लाभदायक होता है। दही में चीनी मिलाकर खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती। पेट की समस्या में दही की लस्सी सुबह के नाश्ते में लें। 

2. दोपहर के भोजन के साथ भी दही का सेवन किया जा सकता है। 

3. दही खाने का सबसे निकृष्ट (खराब) समय रात का होता है। 

दही कितनी खानी चाहिये? – How Much Curd Should be Eaten

एक व्यस्क व्यक्ति को एक दिन में 200 से 300 ग्राम तक ही दही का सेवन करना उचित है। 

रात को दही क्यों नहीं खानी चाहिये ? – Why Should We not Eat Curd at Night

हमने ऊपर भी बताया है कि दही खाने का सबसे खराब समय रात का होता है क्योंकि यह पचने में भारी होती है। इसे रात में पचाना मुश्किल होता है, इसे पचाने के लिये अतिरिक्त एनर्जी बर्न करनी पड़ती है। रात को दही के सेवन से पेट से संबंधित कई समस्याऐं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार रात को दही खाने से फूड पॉइजनिंग भी हो सकती है। 

दही के साथ क्या नहीं खाना चाहिए? – What Should not be Eaten with Curd?

दोस्तो, दही के साथ निम्नलिखित विरोधाभासी खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिये –

1. गर्म पदार्थ तथा बहुत गर्म भोजन

2. खरबूज, तरबूज, आम

3. खीर

4. खीरा

5. दूध

6. पनीर

7. प्याज

8. ताड़ का फल

9. मांस, मछली

10. उड़द की दाल

किन लोगों को दही नहीं खाना चाहिए? – Who Should not Eat Curd?

निम्नलिखित व्यक्तियों को स्वास्थ की दृष्टि से दही खाना अवॉइड करना चाहिये –

1. अर्थराइटिस की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति।

2. अस्थमा के मरीज

3. लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले व्यक्ति यानी ऐसे लोग जिनको दूध दही नहीं पचता।

4. एसिडिटी की समस्या वाले लोग। ये रात को तो दही बिल्कुल भी ना खायें। 

5. सर्दी, जुकाम की समस्या वाले लोग। 

दही खाने के फायदे – Benefits of Eating Curd

और अब, दही खाने के फायदे जो निम्नलिखित  हैं –

1. प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनाये Strengthen the Immune System)- दही में विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा होती है जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हुऐ प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनाने में मदद करता है। दही में प्रोबियोटिक होते हैं जो दवाओं सामग्री को सूजन को कम करने के लिये जाने जाते हैं। ये  वायरल संक्रमण से लेकर आँतों से संबंधित समस्याओं के निवारण में मददगार होते हैं। दही में मैग्नीशियम, सेलेनियम और जिंक की भी पर्याप्त मात्रा होती है जो प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनाये रखने में मदद करते हैं।

2. पाचन तंत्र को सुधारे (Improve Digestive System)- दही में पाये जाने वाले लैक्टोज पाचन शक्ति को बढ़ा कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर है, अपच की शिकायत रहती है उनको दही का सेवस नियमित रूप से करना चाहिये। दही के प्रोबायोटिक अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं।  विटामिन-बी12 और लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया  आंत बैक्टीरिया के विकास में भी मदद कर, पाचन को सुधारने का काम करते हैं। विशेषकर दोपहर के भोजन को पचाने में मददगार होते हैं। 

3. कब्ज से राहत(Constipation Relief)- यदि किसी को कब्ज की शिकायत रहती है तो नियमित रूप से दही का सेवन इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है। दही के प्रोबायोटिक पाचन तंत्र में सुधार कर पेट के स्वास्थ में भी सुधार करते हैं। ये अच्छे बैक्टीरिया के काम को भी बेहतर बनाने में मदद करते हैं और ये ही बैक्टीरिया शॉर्ट-चेन फैटी एसिड और लैक्टिक एसिड का निर्माण करते हैं जो मल त्याग गतिविधि (Bowel movement) में सुधार करते हैं और कब्ज से राहत दिलाते हैं।

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4. एसिडिटी से राहत (Acidity Relief)- जिन लोगों को एसिडिटी रहती है विशेषकर दोपहर का भोजन करने के पश्चात, उन लोगों के लिये दही एक बेहतरीन विकल्प है। दही एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो एसिडिटी के विरुद्ध लड़ता है। भोजन के साथ दही खाने से शरीर में एसिडिक पीएच प्रभावहीन हो जाता है जिससे पेट में एसिड उत्पन्न होने की प्रक्रिया रुक जाती है या बहुत कम मात्रा में एसिड का निर्माण होता है।

5. पेट को ठंडा रखें (Keep Stomach Cool)- अम्लता (Acidity), गैस, कब्ज आदि की वजह से पेट में गर्मी बढ़ जाती है, पेट में जलन रहती है और पेट सख्त रहता है। इन सभी समस्याओं से राहत पाने के लिये प्रतिदिन सुबह के समय दही-चीनी खाये। इससे पेट की जलन खत्म हो जायेगी, पेट ठंडा रहेगा, एसिडिटी की भी समस्या नहीं रहेगी और पेट नरम रहेगा। आयुर्वेद के अनुसार दही-चीनी से पित्त दोष कम होता है और इससे आप सारे दिन ऊर्जावान रहते हैं। 

6. वजन कम करे (Lose Weight)- यदि कोई अपना वजन कम करना चाहता है तो उसके लिये दही एक अच्छा है। यह कोलेस्ट्रॉल मुक्त है और इसमें फैट भी बहुत कम होता है। दही में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है जो कोर्टिसोल को कम करता है और वजन कम करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। दही के सेवन से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता और जिससे रक्त संचार सही बना रहता है। इससे फैट नहीं जमता। दही खाने के उपरांत पेट भरा-भरा सा रहता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इससे आपका वजन नियंत्रण में रहता है।

7. हृदय के लिये फायदेमंद (Beneficial for Heart)- दही कोलेस्ट्रॉल मुक्त होती है, इसलिये दही खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल LDL नहीं बढ़ता जिससे धमनियों में प्लाक नहीं जमता। दही उच्च रक्तचाप को भी कम करती है। रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। जिससे कोई मानसिक तनाव भी नहीं होता। बढ़ता हुआ LDL कोलेस्ट्रॉल, बढ़ता हुआ रक्तचाप, तनाव और  बढ़ता हुआ वजन हृदय रोगों का कारक होते हैं। दही के सेवन से ये सभी नियंत्रण में रहते हैं। इस तरह कुल मिलाकर दही के सेवन से हृदय सुरक्षित रहता है। दही खाने से हृदय की धड़कन भी सामान्य रहती है। 

8. तनाव और चिंता दूर करे ((Stress and Anxiety))- दही के शीतल गुण के कारण आप तनाव और चिंता से मुक्त रहते हैं। दही के गुण मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं, बिगड़े हुऐ मूड में दही की लस्सी बहुत काम आती है, एकदम मूड फ्रैश हो जाता है। कई बार काम के प्रेशर के कारण या अन्य वजह से व्यक्ति अपने को तनाव और चिंता ग्रस्त महसूस करता है। ऐसे में दही-चीनी के सेवन से उसे राहत मिलती है, इसके खट्टे मीठे स्वाद से उसमें एक नई शक्ति का संचार होता है, उसके दिमाग की नसें खुल जाती हैं और वह फिर से काम करने के लिये अपने को सक्षम पाता है। उसके चिंता, तनाव सब खत्म हो जाते हैं। 

9. शरीर को हाइड्रेट रखे (Keep Body Hydrated)- दही में 89 प्रतिशत पानी होता है। इसी विशेषता के कारण गर्मियों में यह शरीर को लंबे समय तक हाइड्रेट रखती है। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करके शरीर के तापमान को सामान्य बनाये रखने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाती है। दही-चीनी खाने से आपको लंबे समय तक प्यास भी नहीं लगती। इसीलिये व्रत के दिनों में दही-चीनी खाने की सलाह दी जाती है ताकि प्यास पर भी नियंत्रण रहे, शरीर में पानी की कमी भी ना हो और तापमान भी सामान्य बना रहे।

10. दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिये(For Health of Teeth and Bones) – दांतों और हड्डियों की मजबूती के लिये, इनके अच्छे स्वास्थ के लिये कैल्शियम, विटामिन-डी, प्रोटीन, पोटेशियम और फास्फोरस महत्वपूर्ण और आवश्यक तत्व होते हैं। दही में इनकी पर्याप्त मात्रा होती है। दही विटामिन-डी का तो खजाना है। दही के सेवन से ये सभी तत्व हड्डियों के घनत्व (Density) को मजबूत बनाते हैं जिससे बढ़ती उम्र में ओस्टियोपोरोसिस नामक अस्थि रोग होने की संभावना नहीं रहती। दिन में दो, तीन बार दही खाने से हड्डियां द्रव्यमान और ताकतवर बनी रहती हैं। 

11. मुंह के छाले दूर करे (Get Rid of Mouth Ulcers)- गर्मियों में अक्सर मुंह में छाले हो जाते हैं जिनमें खाना खाते बहुत तकलीफ़ होती है।  इनको दूर करने के लिये डॉक्टर अक्सर विटामिन-बी की गोलियां खाने को देते हैं। दही में विटामिन-बी समूह की पर्याप्त मात्रा होती है जो इस समस्या से राहत दिलाते हैं। भोजन, दही के साथ करें इससे तकलीफ़ कम होगी और आपका पेट भी भर जायेगा और शहद को दही में मिलाकर छाले पर लगाऐं। इससे आपको निश्चित रूप से आराम लग जायेगा।

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12. वजाइनल इंफेक्शन को रोके (Prevent Vaginal Infection)- दही में मौजूद लैक्टोबैक्लिसियस बैक्टीरिया वजाइनल इंफेक्शन को रोकने में सक्षम होता है। हेल्थ एक्सपर्टस के अनुसार दही के सेवन से महिलाओं को वजाइना के यीस्ट बैलेंस को रिस्टोर करने में मदद मिलती है। इसलिये जिन महिलाओं  को बार-बार वजाइनल इंफेक्शन होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है उनको दही का सेवन करना चाहिये। इससे आराम मिलेगा। 

13. त्वचा के लिये फायदेमंद (Beneficial for Skin)- दही स्वास्थ के लिये फायदेमंद होने के साथ-साथ सौंदर्य निखार की अद्भुत सामग्री भी है। गर्मियों में सनबर्न से झुलसी त्वचा को ठीक करने और टैनिग कम करने के लिये दही उत्तम विकल्प है। इससे चेहरे की गन्दगी दूर होती है, कील मुहांसे और दाग धब्बे भी खत्म हो जाते हैं। त्वचा विकार/समस्या से राहत पाने के लिये या त्वचा सौंदर्य के लिये दही के साथ बेसन और नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें और प्रभावित त्वचा पर लगायें। 15 मिनट बाद धो लें। पेस्ट, आप दही के साथ हल्दी या संतरे के छिलकों का पाउडर, गुलाबजल आदि मिलाकर भी बना सकते हैं। पेस्ट को हफ्ते में दो बार लगा सकते हैं।

14. बालों के लिये फायदेमंद (Beneficial for Hair)- दही के फायदे बालों के स्वास्थ के लिये भी देखे जा सकते हैं। डैंड्रफ से राहत पाने के लिये दही से सिर धोने की तो प्राचीन परम्परा रही है। बाल झड़ने की समस्या से भी दही छुटकारा दिलाती है। दही में बेसन और काली मिर्च पाउडर मिलाकर सिर की मालिश करें, इससे बालों का झड़ना बंद हो जायेगा। इसे हफ्ते में दो बार करें। दही में मेंहदी और अंडा मिलाकर सिर की मालिश करने से बाल, मजबूत, लंबे, घने और काले हो जायेंगे। दही नेचुरल कंडीशनर के समान बालों को moisture देता है। 

दही के नुकसान – Side Effects of Curd

वैज्ञानिक दृष्टि से दही खाने के कोई नुकसान नहीं है, परन्तु यदि इसे सही समय पर या सही मात्रा में या सही तरीके से ना खाया जाये तो हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान –

1. लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों को पेट दर्द और दस्त पेट से जुड़ी समस्याऐं हो सकती हैं।

2. गर्म भोजन या गर्म तासीर के खाद्य पदार्थों के साथ दही के सेवन से गले में समस्या और सूजन हो सकती है।

3. जिनको दूध से एलर्जी है उनको दही के सेवन से बचना चाहिये।

4. रात को दही के सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है। 

5. डायबिटीज और मोटापा से ग्रस्त लोगों को बिना चीनी की दही खानी चाहिये अन्यथा इससे शुगर स्तर बढ़ सकता है और मोटे लोगों में फैट बढ़ता है।

6. दही अधिक मात्रा में खाने से यह शरीर को भोजन से मिलने वाले आयरन और जिंक को सोखने से रोक सकती है।  

7. सर्दियों में अधिक समय तक खाने से गले में टांसिल्स की समस्या हो सकती है। मांसपेशियों में दर्द हो सकता है, सूजन आ सकती है। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको दही खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दही क्या है, दही कैसे बनती है, दही का भंडारण, दही के गुण, क्या सर्दियों में दही खानी चाहिये, दही खाने का सही समय, दही कितनी खानी चाहिये, रात को दही क्यों नहीं खानी चाहिये, दही के साथ क्या नहीं खाना चाहिये, किन लोगों को दही नहीं खाना चाहिये, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से दही खाने के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दही खाने के फायदे और नुकसान
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दही खाने के फायदे और नुकसान
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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको दही खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दही क्या है, दही कैसे बनती है, दही का भंडारण, दही के गुण, क्या सर्दियों में दही खानी चाहिये, दही खाने का सही समय, दही कितनी खानी चाहिये, रात को दही क्यों नहीं खानी चाहिये, दही के साथ क्या नहीं खाना चाहिये, किन लोगों को दही नहीं खाना चाहिये, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।
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