दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। आज हम आपके लिये लेकर आये हैं एक ऐसी सब्जी जिसकी पैदावार बहुत होती है, बिकती भी बहुत है, खाने के फायदे भी बहुत हैं परन्तु इसकी सब्जी को खाना अधिकतर कोई पसंद नहीं करता, बच्चे तो इसे बिल्कुल भी पसंद नहीं करते। हां, इसका यदि रायता बना दिया जाये तो उसे कोई छोड़ता नहीं। रायता सभी को पसंद आता है। इसकी सब्जी बहुत जल्दी बन जाती है, खाने में हल्की और जल्दी पचने वाली होती है। इसका जूस स्वास्थ के लिये बहुत फायदेमंद होता है। हम बात कर रहे हैं लौकी की, जिसे घीया और कद्दू भी कहा जाता है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “लौकी का जूस पीने के फायदे और नुकसान”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको लौकी के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और लौकी का जूस पीने के फायदे भी बतायेगा और साथ ही यह भी बतायेगा कि यदि इसे ज्यादा पी लिया जाये तो इसके क्या नुकसान होते हैं। सबसे पहले जानते हैं लौकी के बारे में कि लौकी क्या होती है।
लौकी क्या होती है? – What is a gourd?
लौकी एक वनस्पति है जो सब्जी की श्रेणी में आती है। लौकी को घीया और कद्दू के नाम से भी जाना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार इसका मूल स्थान दक्षिण अफ्रीका है। इसका पौधा, लता यानी बेल (Creeper) के रूप में जमीन पर फैलता है या मकान आदि पर भी चढ़ जाता है। इसका छिल्का हरे रंग का और गूदा सफेद रंग का होता है। इसकी सामान्यतः दो किस्म होती हैं लम्बी बेलनाकार लौकी और गोल लौकी (गोल लौकी को कहीं-कहीं चकती भी कहा जाता है)।
लौकी की खेती – Gourd Farming
लौकी की खेती विश्व के उष्णकटिबंधीय (Tropical) और उपोष्णकटिबंधीय (Subtropical) क्षेत्रों में की जाती है। सामान्यतः भारत के सभी राज्यों में नदियों के किनारे लौकी को उगाया जाता है। इसे विभिन्न प्रकार की भूमि में उगाया जा सकता है लेकिन जीवांश्म युक्त हल्की दोमट मिट्टी इसके लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। लौकी को गमले में भी बोया जा सकता है। इसकी खेती के लिए गर्म एवं आर्द्र जलवायु होना अति आवश्यक है इसी लिये इसे गर्मी और वर्षा के बीच के समय की जाती है।
लौकी का जूस बनाने की विधि – How to Make Bottle Gourd Juice
लौकी का जूस बनाना बहुत सरल है। लौकी को धोकर, छील कर छोटे-छोटे टुकड़े काट कर या कद्दूकस करके जूसर में डालकर जूस बना सकते हैं। आप जूसर में लौकी के साथ पुदीना भी डाल सकते हैं। जूस बन जाने पर इसमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिला सकते हैं।
ये भी पढ़े- ब्लैक कॉफी के फायदे
लौकी के गुण – Properties of Gourd
1. लौकी का स्वाद में हल्की सी मिठास होती है और इसकी तासीर ठंडी होती है।
2. लौकी में लगभग 96.1% पानी होता है।
3. लौकी के पौष्टिक गुण (प्रति 100 ग्राम)
कुल वसा 0 ग्रा.
प्रोटीन 0.6 ग्रा.
सोडियम 2 मि.ग्रा.
पोटेशियम 87.0 मि.ग्रा.
कैल्शियम 20.2 मि.ग्रा.
मैग्नीशियम 5.0 मि.ग्रा.
कॉपर 0.3 मि.ग्रा.
आयरन 0.7 मि.ग्रा.
फॉस्फोरस 10 मि.ग्रा.
सल्फ़र 10 मि.ग्रा.
फाइबर 1.2 ग्रा.
कुल कार्बोहाइड्रेट 3.7 ग्रा.
विटामिन-बी1, 0.03 मि.ग्रा.
विटामिन-बी5, 0.2 मि.ग्रा.
विटामिन-सी 6.0 मि.ग्रा.
लौकी के उपयोग – Uses of Gourd
1. लौकी की सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
2. लौकी के कोफ्ते बनाये जा सकते हैं। शादियों में तो आज भी इसके कोफ्ते बनाये जाते हैं।
3. लौकी का रायता लोकप्रिय और प्रचलित है। इसमें पुदीना पीस कर डाल दिया जाये इसका स्वाद और भी अच्छा हो जाता है और खुश्बू मनमोहक होती है।
4. लौकी का सूप बना कर पीया जा सकता है।
5. लौकी के जूस को तो प्रसिद्धि मिल ही चुकी है।
6. लौकी का हलवा बना सकते हैं।
ये भी पढ़े- पसीने की बदबू दूर करने के उपाय
7. लौकी की मिठाई भी बनाई जा सकती है।
8. लौकी की खीर भी बहुत स्वादिष्ट बनती है।
लौकी का जूस पीने के फायदे – Benefits of Bottle Gourd Juice
1. शरीर को हाइड्रेट करें(Hydrate the Body) – लौकी में पानी की मात्रा लगभग 96 प्रतिशत होती है। मौसम के बदलने पर, विशेषकर गर्मियों में या बरसात के मौसम में पेट की बीमारियों जैसे, उल्टी, दस्त, बुखार में शरीर में पानी की अक्सर हो जाया करती है। ऐसे में लौकी का जूस डिहाइड्रेशन की समस्या से राहत दिलाता है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है।
2. वजन कम करे (Lose Weight)- लौकी में फैट नहीं के समान होता है। इसके सेवन से शरीर में फैट बढ़ने का प्रश्न ही नहीं होता। इसमें फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है जो भोजन को पचाने में मदद कर शरीर में एनर्जी बनाये रखता है जिससे जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती। इससे वज़न कम होने में मदद मिलती है। नियमित रूप से सुबह खाली पेट लौकी का जूस से शरीर का फैट कटता है। आप चाहें तो लौकी उबालकर हल्का सा नमक मिलाकर भी खा सकते हैं। एक बात याद रखिये कि वज़न कम करने के लिये केवल लौकी का सेवन ही काफी नहीं है, इसके साथ नियमित रूप से आपको व्यायाम भी करना होगा।
3. पाचन-तंत्र के लिये (Digestive System)- लौकी पाचन-तंत्र की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में उत्तम विकल्प है। लौकी पचने में आसान होती है। बीमारी की स्थिति में डॉक्टर भी लौकी की सब्जी खाने की सलाह देते हैं। लौकी में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है और फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में होता है, इसलिये यह पचने में आसान रहती है। लौकी का जूस नियमित रूप से पीने से पाचन से जुड़ी कोई समस्या आयेगी ही नहीं अपितु यह पाचन प्रक्रिया में सुधार करेगा। इसका अल्कलाइन कंटेंट एसिडिटी की समस्या को दूर करेगा।
ये भी पढ़े- पाचन तंत्र को मजबूत करने के उपाय
4. डायबिटीज को नियंत्रित करे(Control Diabetes)- डायबिटीज के केस में भी लौकी का सेवन फायदेमंद है। इसके लिये खाली पेट लौकी का जूस पीना बेहतर होगा। लौकी की सब्जी भी फायदा पहुंचायेगी। लौकी में एंटीडायबिटीक गुण मौजूद होते हैं जो इंसुलिन को बढ़ाने में मदद करते हैं और रक्त में शुगर के लेवल को नियन्त्रित करते हैं। एक बात पर अवश्य ध्यान दें कि लौकी के जूस की अधिक मात्रा शुगर लेवल को असमान्य रूप से कम कर सकती है।
5. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करे (Control Cholesterol)- विशेषज्ञों के अनुसार लौकी का जूस एक आदर्श पेय है। यह रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स (एक तरह का वसा या लिपिड) और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। लौकी में खुद का कोलेस्ट्रॉल नहीं होता। बल्कि लौकी का जूस शरीर में मौजूद खराब वाले कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करता है और अच्छे वाले कोलेस्ट्रॉल HDL को बढ़ाने में मदद करता है। लौकी को सब्जी के रूप में और जूस के रूप में प्रतिदिन सेवन करना चाहिये।
ये भी पढ़े- कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय
6. हृदय के लिये फायदेमंद (Beneficial for Heart)- हमने जाना कि लौकी डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियन्त्रित करने में सक्षम है। यह वजन को भी कम करने में मदद करती है। इन सभी का बढ़ता हुआ स्तर हृदय के लिये घातक हो सकता है। इन सब के नियन्त्रण में रहने से हृदय सुरक्षित रहता है। लौकी में एंटीहाइपरलिपिडेमिया, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करते हैं। इस बात से डॉक्टर भी सहमत हैं कि सुबह खाली पेट लौकी के जूस का लाभदायक होता है।
7. मूत्र सम्बंधी समस्याओं में फायदेमंद (Urinary Problems)- एक शोध के अनुसार लौकी के सेवन से मूत्र सम्बंधी समस्याओं यानी यूरिनरी डिसऑर्डर को ठीक किया जा सकता है। यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) भी यूरिनरी डिसऑर्डर की समस्या का हिस्सा है। लौकी में विटामिन-ए, विटामिन-बी, विटामिन-सी ,आयरन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में पाए होते हैं। लौकी के एंटीबायोटिक गुण इस यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन के समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। ये शरीर में से सोडियम को कम करने में मदद करते हैं। मूत्र सम्बंधी समस्याओं से राहत पाने के लिये लौकी का जूस नियमित रूप से सेवन करें।
8. तनाव को दूर करे (Relieve Stress)- हम कभी ना कभी तनाव में आ जाते हैं जो मस्तिष्क और शारीरिक स्वास्थ के लिये हानिकारक होता है। लौकी का जूस ऐसे में बहुत काम आता है। ज्यादा नहीं सिर्फ़ आधा कप लौकी के जूस में दो चम्मच शहद मिलाकर सोने से पहले पी लें, लौकी का तेल भी लगायें। इससे तनिव, सिर दर्द और गुस्से से राहत मिलेगी। यह आपके मस्तिष्क को ठंडा रखेगा। इसके ड्यूरेटिक, सेडेटिव और एंटीबिलियस गुण आपको अच्छा महसूस करायेंगे। लौकी के जूस में न्यूरोट्रांस्मिटर कोलीन अधिक मात्रा में होता है जो मस्तिष्क को सही से काम करने में मदद करता है और तनाव, डिप्रेशन जैसी समंस्याओं को कम करने में मदद करता है।
9. खून साफ करे (Clean the Blood)- एक्सपर्ट्स के अनुसार लौकी का जूस रक्त को साफ़ करने का काम करता है। सुबह-शाम आधा कप लौकी के जूस में मिश्री मिलाकर पीने से रक्त साफ होता है। लौकी को उबालकर उसमें बिना नमक मिलाये नियमित रूप से खाने से भी खून साफ होता है और कील, मुंहासे, फुंसियों आदि की समस्या भी नहीं होगी।
10. गर्मी से राहत दिलाए(Relieve the Heat)- लौकी की तासीर ठंडी होती हैं। यह शारीरिक और मस्तिष्क की गर्मी को शांत करती है। लौकी की सब्जी खाने, इसका जूस पीने से शरीर में ताजगी बनी रहती है। लौकी के जूस में हल्का सा नमक और जीरा मिलाकर पी सकते हैं।
11. त्वचा के स्वास्थ्य के लिये (Skin Health)- लौकी त्वचा का विशेष ध्यान रखती है। लौकी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण खराब बैक्टीरिया से त्वचा को नुकसान होने से बचाते हैं। लौकी का जूस नियमित रूप से लेने पर त्वचा में नमी बनी रहती है। त्वचा में नैचुरल ग्लो आता है। लौकी का जूस शरीर से विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालता है। धूप और प्रदूषण के कारण होने वाले कील, मुंहासे, और दाग-धब्बों से राहत मिलती है। सनटैन से बचाव के लिये दिन में 3-4 बार टैनिंग वाली जगह पर लौकी का जूस लगायें, इसके नेचुरल ब्लीचिंग तत्व टैन त्वचा को हल्का कर देंगे। प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक ग्लास लौकी का जूस त्वचा के स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभदायक है।
12. बालों के लिये फायदेमंद (Beneficial for Hair)- लौकी के जूस का नियमित सेवन बालों से जुड़ी समस्याओं से राहत दिला सकता है। लौकी के जूस में आंवला का जूस बराबर मात्रा में मिलाकर बालों में लगाने से डैन्ड्रफ़ से छुटकारा मिल जायेगा। लौकी के जूस में विटामिन-बी होता है जो सिर की त्वचा पर ठंडा रखता है। यह सिर के बालों के प्राकृतिक रंग को खराब होने से बचाता है। बालों के झड़ने जैसी समस्या से भी राहत मिलती है। लौकी के जूस में तिल का तेल मिला कर सिर में लगाने से गंजेपन की समस्या भी खत्म हो सकती है।
ये भी पढ़े- बालों को झड़ने से रोकने के उपाय
लौकी का जूस कितना पी सकते हैं ?– How Much Bottle Gourd Juice Can You Drink?
केवल एक गिलास लौकी का जूस पीना उचित है। जुकाम या नजला की समस्या वाले लोगों को सर्दी के मौसम में लौकी का जूस पीने की सलाह नहीं दी जाती।
लौकी का जूस पीने का समय – Bottle Gourd Juice Drink Time
1. लौकी का जूस सुबह खाली पेट पी सकते हैं, या…
2. खाना खाने से एक घंटा पहले या खाना खाने के एक घंटा बाद लौकी का जूस पी सकते हैं।
याद रखिये आप लौकी का जूस चाहे सुबह खाली पेट पीयें, चाहे खाना खाने से एक घंटा पहले या खाने के बाद, केवल एक ही गिलास जूस पीना है।
कुछ सावधानी – Some Caution
1. लौकी का जूस बनाने से पहले लौकी को थोड़ा सा खाकर चैक कर लें। यदि लौकी कड़वी है तो उसका जूस ना बनायें यह हानिकारक होता है। इससे आपको डिहाइड्रेशन, जी मचलाना, गैस आदि पेट से जुड़ी समस्याऐं हो सकती हैं।
2. लौकी का जूस बनाते समय कोई और सब्जी इसमें मिक्स ना करें।
3. लौकी का जूस घर पर ही बनायें, बाहर बाजार का जूस अवॉइड करें।
लौकी के जूस के नुकसान – Side Effects of Bottle Gourd
1. लौकी का जूस पहली बार पीने से कब्ज, उल्टी, दस्त या बैक्टिरियल इंफेक्शन की समस्या हो सकती है।
2. डायबिटिक केस में, ज्यादा मात्रा में जूस पीने से शुगर लेवल अचानक बहुत कम कर सकता है जिससे आप बेहोश हो सकते हैं।
ये भी पढ़े- डायबिटीज के घरेलू उपाय
3. हाथ-पैरों में सूजन, भूख ना लगना, चेहरे पर दाने होना खुजली आदि समस्या हो सकती हैं।
4. कड़वा जूस नुकसान ही करेगा इसलिये पहले चख कर देख लें। पेट से जुड़ी समस्याऐं हो सकती हैं।
5. विशेषकर गर्भवती महिलाओं को लौकी का कड़वा जूस कभी नहीं पीना चाहिये इससे गर्भपात होने की संभावना रहती है।
6. हाई ब्लड प्रेशर के केस में इसका ज्यादा करने से शरीर में पोटेशियम का लेवल बढ़ जाने से ब्लड प्रेशर असामान्य रूप से कम हो सकता है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको लौकी का जूस पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही लौकी की खेती के बारे में बताया, इसका जूस कैसे बनता है, लौकी के गुण क्या होते हैं, लौकी को किस प्रकार उपयोग कर सकते हैं इन सबके बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से लौकी का जूस पीने के फायदे बताये, कितना पी सकते हैं यह बताया, किस समय पीना चाहिये और लौकी का जूस ज्यादा पीने के क्या नुकसान हो सकते हैं ये सब बताये, साथ ही कुछ सावधानियां भी बताईं। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
Perfect information
very nice article you explained everything in the post.