दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, हम सभी जानते हैं कि मानव के शरीर के कुछ हिस्सों पर बाल प्राकृतिक रूप से जन्म से ही आते हैं जैसे सिर, भौं और पलकें। आयु बढ़ने के साथ-साथ सिर के बाल भी बढ़ने लगते हैं। इन बालों से सिर की, चेहरे की सुन्दरता बनती है। इनकी देखभाल करनी पड़ती है, इनको सजाना-संवारना पड़ता है। स्त्री की सुन्दरता का वर्णन करते हुऐ बालों की उपमा काले मेघ से की जाती रही है। परन्तु किसी कारणवश, पुरुष या स्त्री के बालों का ह्रास होने लगे अर्थात् बाल गिरने लगें तो सिर की और चेहरे की सुन्दरता का कम होना स्वाभाविक है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “बालों को झड़ने से रोकने के उपाय”। देसी हैल्थ क्लब आज आपको बालों को झड़ने से रोकने के उपाय के विषय में विस्तृत जानकारी देगा। सबसे पहले जानते बालों के बारे में और इस बारे में कि बालों का झड़ना क्या होता है?
बाल की संरचना – Hair Structure
दोस्तो, हमें त्वचा पर जो बाल दिखाई देते हैं, इनके तीन भाग होते हैं – बाहर वाले हिस्से को क्यूटिकल (Cuticle), इसके नीचे वाले को वल्कुट (Cortex), वल्कुट के नीचे बीच के भाग को मध्यांश (medulla) कहा जाता है। त्वचा के अंदर बाल के हिस्से को जड़ (Root) कहते हैं। जड़ जिस गड्ढे में रहती है उसे पुटक (Follicle) कहते हैं जिससे बाल निकलते हैं। एक पुटक से एक या अनेक बाल निकल सकते हैं। बाल एक मास में आधा इंच या एक वर्ष में पांच या छह इंच बढ़ जाते हैं।
बालों का झड़ना क्या होता है?- What is Hair Fall
जब हम बालों को कंघे से काढ़ते हैं तो हमें कंघे पर कुछ बाल नजर आते हैं, ये संख्या में 25-30 हो सकते हैं जो सिर से अलग हो चुके होते हैं। धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ने लगती है। यदि बालों के टूटने की संख्या 50 से 100 के बीच प्रतिदिन रहती है तब भी यह सामान्य है परन्तु जब इससे ज्यादा बालों के टूटने की संख्या बढ़ जाये तो इसे “बालों का झड़ना” या गंजापन कहते हैं। यह स्थिति सामान्यतः 30 वर्ष की आयु के बाद आती है। पुरुषों में गंजेपन की समस्या को मेल पैटर्न बॉल्डनेस (Male attern baldness) कहा जाता है। महिलाओं में पूरे सिर के बाल कम हो सकते हैं परन्तु हेयरलाइन पीछे नहीं हटती। इसी कारण कभी उनको पूरी तरह गंजेपन की समस्या नहीं होती। महिलाओं में गंजेपन (Androgenetic Alopecia) को (female pattern baldness) कहा जाता है।
बाल झड़ने के कारण – Causes of Hair Loss
दोस्तो, बाल झड़ने के हो सकते हैं अनेक कारण जिनके लिये कुछ हार्मोन्स भी जिम्मेदार हो सकते हैं और अन्य वजह भी हो सकती हैं। विवरण निम्न प्रकार है –
1. कोर्टिसोल (Cortisol)- जब आप लंबे समय तक तनाव ग्रस्त रहते हैं तब कोर्टिसोल हार्मोन एड्रेनल ग्लैंड द्वारा बनता है। तनाव का कुप्रभाव बालों पर पड़ता है और दो, चार महिने बाद बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने से प्रोटेयोग्लाईकैन्स और ह्यालूरोनन स्किन एल्मेंट्स् लगभग 40% कम हो जाते हैं अर्थात् ये दोनों बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोर्टिसोल बढ़ने पर ये एल्मेंट्स् काम नहीं कर पाते।
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2. डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (Dihydrotestosterone)- यह हार्मोन पुरुषों में गंजेपन का कारण बनता है। जब अधिक मात्रा में बढ़ता है तब सिर और मूछों के बाल अपने आप झड़ने लग जाते हैं।
3. एस्ट्रोजन (Estrogen)- एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं के बाल झड़ने के लिये जिम्मेदार होता है। गर्भावस्था के समय और बाद में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ने से महिला और बच्चें के जन्म के बाद बाल झड़ने की समस्या बन जाती है। इसका स्तर बढ़ने से पुरुषों में भी बालों का विकास कम हो जाता है।
4. इंसुलिन (Insulin)- जब अग्न्याशय (Pancreas) किसी कारणवश इंसुलिन नामक हार्मोन का अधिक मात्रा में उत्पादन करने लगता है तब ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। इंसुलिन के बढ़ जाने से मोटापा, उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल आदि की समस्या बनती है। ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने से कोर्टिसोल नामक हार्मोन बढ़ता है जो सीधा जिम्मेदार है बालों के झड़ने का। ऐसा अधिकतर 35 वर्ष से कम आयु वाले व्यक्तियों में होता है।
5. प्रोलैक्टिन (Prolactin)- इस हार्मोन का निर्माण पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland) करती है। प्रोलैक्टिन का स्तर गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान बढ़ जाता है। यह दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने, तरल पदार्थों को नियंत्रित करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने के साथ-साथ चयापचय में सक्रिय भूमिका निभाता है। प्रोलैक्टिन का स्तर उम्र और मासिक धर्म चक्र के समय के आधार पर 2 से 0।025 मिलीग्राम / एमएल तक भिन्न होता है परन्तु 0।2 मिलीग्राम / एमएल से अधिक के स्तर को हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया कहा जाता है। यह एक रोग है जिसके कारण बाल झड़ते हैं इसमें पुरुष गंजापन (एंड्रोजेनिक खालित्य) सम्मलित है। हाइपोथायरायडिज्म के साथ हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया महिलाओं में गंजापन (एंड्रोजेनिक खालित्य) बनता है। कहने का तात्पर्य है कि प्रोलैक्टिन बढ़ने के कारण हाइपोथायरायडिज्म का जन्म होता है।
6. हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया (Hyperprolactinaemia)- यह एक रोग है जो हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया बाल झड़ने और पुरुषों में गंजापन (एंड्रोजेनिक एलोपेसिया) के लिये जिम्मेदार है। इसका जन्म कैसे होता है ये हम आपको ऊपर बता चुके हैं। महिलाओं के एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया यानि गंजेपन के लिये हाइपोथायरायडिज्म के साथ हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया भी जिम्मेदार होता है। 0।4 मिलीग्राम / मिलीलीटर प्रोलैक्टिन हेयर शाफ्ट प्रीमैच्युर केटाजन विकास को बढ़ाता है, जिससे बालों का बढ़ना रुक जाता है और बालों की जड़ें स्किन छोड़ना शुरू कर देती हैं जिसका परिणाम बालों के झड़ने के रूप में आता है।
7. थायरॉयड (Thyroid)- दोस्तो, थायरॉयड ग्रंथि ट्राईआयोडोथायरोनिन (Triiodothyronine – T3) और थायरॉक्सिन (Thyroxine – T4) हार्मोंन्स् का उत्पादन करती है। यह ग्रंथि इन हार्मोंन्स् को संग्रहित (Store) करके शरीर की आवश्यकतानुसार इन्हें शरीर की कोशिकाओं तक भेजती है। इन हार्मोन्स् की कमी का प्रभाव शरीर की प्रत्येक कार्य प्रणाली पर पड़ता है। बालों पर भी इसका असर देखा जा सकता है, बाल झड़ने लगते हैं।
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8. अन्य कारणों में कोई लंबी बीमारी हो सकती है या सर्जरी या गंभीर संक्रमण।
9. मानसिक तनाव
10. दवाईयों के साइड इफेक्ट्स।
11. गर्भावस्था में और डिलीवरी के बाद हार्मोन्स् में परिवर्तन।
12. सेक्स हार्मोन्स् का असंतुलित हो जाना।
13. भोजन में पोषक तत्वों की कमी विशेषकर, प्रोटीन, जिंक, बायोटीन आदि की कमी।
14. विटामिन-ए की अधिकता।
15. सिर की त्वचा में फंगल इंफेक्शन।
16. रेडियोथेरेपी या केमोथ्रेपी
17. महिलाओं में मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्तस्राव होना।
18. आनुवांशिकता।
बालों को झड़ने से रोकने के देसी उपाय – Ways to Prevent Hair Loss
1. प्याज (Onion)- बालों को झड़ने से रोकने के प्याज रामबाण उपाय है। इसके रस में एलोपेसिया एरेटा होता है जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है साथ ही असमय सफेद हुऐ बालों से भी राहत दिलाता है। प्याज के रस में सल्फर भी होता है जो बालों के रोम छिद्र में ब्लड सर्कुलेशन की स्थिति को सुधारता है, रोम का पुनर्निर्माण करता है, Tissues में मौजूद Collagen के उत्पादन को बढ़ा देता है। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण कीटाणुओं से लड़कर विभिन्न प्रकार के संक्रमण से खोपड़ी की रक्षा करते हैं। प्याज का रस निकालकर बालों और खोपड़ी पर लगाकर मालिश करें। आधा घंटा बाद बालों को ठंडे पानी से धोकर बाद में शैंपू कर लें।
प्याज के रस में लहसुन और अदरक का रस भी मिला सकते हैं। या प्याज के रस में बादाम या जैतून का रस भी मिला सकते हैं।
2. नीम (Azadirachta indica)- नीम में उच्च स्तर के एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो डैन्ड्रफ़, जूं , लीखें आदि को खत्म करते हैं। नीम का तेल भी एंटी-फंगल होता है जो फफूंद के विरुद्ध लड़ता है। नीम के पत्तों को पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा ना रह जाये। आप चाहें तो नीम के पत्तों के साथ बेर (Berry) के पत्तों को भी मिला सकते हैं। फिर, जब ये पानी ठंडा हो जाये तो इस पानी से सिर धोयें। बाद में सिर में नीम का तेल लगायें। नीम के तेल में आप नारियल का तेल भी लगा सकते हैं। हफ्ते में दो बार इसे कीजिये। बाल झड़ने बन्द हो जायेंगे। या नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर, दही में मिलाकर बालों और सिर में लगायें। दोस्तो, ध्यान रखिये कि नीम का पानी आंखों में ना जाये। इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।
3. एलोवेरा (Aloe vera)- एलोवेरा बालों को झड़ने से रोकने में सक्रिय भूमिका निभाता है। यह एल्कलाइन गुण के कारण बालों के पावर ऑफ हाइड्रोजन (Power of Hydrogen – PH) स्तर को संतुलित रखता है और जड़ों में पहुंच कर उन्हें मजबूत करता है। बालों को बनाये रखने के लिए पीएच स्तर 4।5 – 5।5 के बीच रहना चाहिये। पीएच बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने का काम करता है, हेयर क्यूटिकल का मॉश्चराइज बने रहता है जिससे बाल टूटने की समस्या नहीं होती। एलोवेरा के पत्तों को पानी में उबाल लें, फिर इनके ठंडे होने पर पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सिर में लगाकर मालिश करें। थोड़ी देर बाद ठंडे पानी से सिर धोलें। आप एलोवेरा के गूदे को निकाल कर भी इसे सिर पर लगा कर मालिश कर सकते हैं। इससे खोपड़ी की लालिमा, खुजली, सूजन, डैन्ड्रफ आदि से भी राहत मिलेगी, बालों का झड़ना बंद हो जायेगा और बालों की ग्रोथ भी होगी।
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4. आँवला (Amla)- बालों के स्वास्थ के लिये आँवला बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसे बालों के लिये बेहतरीन हेयर टॉनिक की श्रेणी में रखा गया है। इसमें विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होने के अतिरिक्त कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस, पोटाशियम, आयरन, प्रोटीन, विटामिन-ए, विटामिन-ई जैसे तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। विटामिन-सी, Collagen प्रोटीन का उत्पादन जो बालों के विकास में मदद करता है। दो चम्मच आँवला का जूस या पाउडर में दो चम्मच नींबू का मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अच्छी तरह सिर में लगायें। सूख जाने गुनगुने गर्म पानी से सिर धो लें। या 4-5 आँवला नारियल के तेल में तेल काला होने तक उबालें। ठंडा होने पर इस तेल से सिर की अच्छी तरह मालिश करें। आधा घंटा बाद में शैंपू लगाकर सिर धोलें। आपके बाल निश्चित रूप से झड़ने बंद हो जायेंगे।
5. करी पत्ता (Curry leaf)- बालों के स्वास्थ के लिये करी पत्ता एक बेहतरीन टॉनिक की तरह काम करता है। इसमें एमीनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और बालों की ग्रोथ करते हैं। करी पत्ता के इस्तेमाल से बाल काले, घने और चमकदार होते हैं। इसके लिये करी पत्तों को नारियल तेल में तब तक गर्म करें जब तक कि तेल हल्का काला ना हो जाये। इसे छानकर ठंडा होने दें। फिर इस तेल की बालों और खोपड़ी पर लगाकर अच्छे से मालिश करें। एक घंटा बाद शैम्पू कर सिर धो लें और कंडीशनर भी लगा लें। करी पत्ता को पानी में भी उबाल सकते हैं जब तक कि पानी का रंग हल्का हरा ना हो जाये। इसे छानकर, ठंडा करके सिर में लगाकर मालिश करें। या करी पत्तों को दही के साथ पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सिर में लगायें। थोड़ी देर बाद सिर धो लें।
6. मेथी दाना (Fenugreek seeds)- मेथी दाना बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद है। मेथी के बीजों में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड की भरपूर मात्रा होती है जो बालों की जड़ों को मजबूती देकर बालों को झड़ने से रोकते हैं। रात को आधा चम्मच मेथी दाना, एक कप पानी में भिगो दें। अगले दिन इस पानी को सिर में लगायें। कुछ घंटे बाद सिर धो लें। या नारियल के दूध में मेथी के बीज के पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे बालों पर लगायें। आधा घंटा बाद में शैंपू लगाकर सिर धोलें।
7. दही और मेथी दाना (Yogurt and fenugreek seeds)- दोस्तो, मेथी दाने के बारे में हम बता ही चुके हैं। दही प्रोबायोटिक्स से समृद्ध होती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, प्रोबायोटिक्स बालों के ग्रोथ और उनकी मोटाई में मदद कर सकते हैं। डैन्ड्रफ़ जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिये बेहतरीन उपाय है। लैक्टोबैसिलस पैरासेसी (Lactobacillus Paracasei) नामक बैक्टीरिया डैन्ड्रफ़ को खत्म करता है। बाल झड़ने की समस्या से राहत पाने के लिये एक बाउल दही में कुछ मेथी दानों का पाउडर (पीस कर पाउडर बना सकते हैं) का मिक्स करके सिर पर लगाकर हल्के-हल्के मालिश करें। आधा घंटा बाद में शैंपू लगाकर गुनगुने पानी से सिर धोलें।
8. ग्रीन टी (Green Tea)- दोस्तो, ग्रीन टी पीने के काम तो आती ही है, इसके एंटीऑक्सिडेंट्स गुण बालों को झड़ने से रोकने में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (Epigallocatechin-3-galate) नामक एक पॉलीफेनोल बालों के विकास में मदद करता है। दो कप गर्म पानी में दो ग्रीन टी बैग डाल दें। पानी के ठंडा होने पर ग्रीन टी बैग अलग कर दें और इस पानी से सिर और बाल धोयें। यह बाल झड़ने की समस्या में बहुत अच्छा प्रभाव दिखाता है।
9. शिकाकाई (Shikakai)- बालों के स्वास्थ के लिये शिकाकाई का उपयोग बरसों से किया जाता रहा है। शिकाकाई एक हर्बल जड़ी-बूटी होती है जिसका इस्तेमाल हर्बल साबुन, शैम्पू बनाने में किया जाता है। ये उत्पादन बाजार में भी उपलब्ध हैं। शिकाकाई के इस्तेमाल से बालों का झड़ना रुक जाता है। इसके लिये, एक-एक चम्मच शिकाकाई, एलोवेरा, हिना और आँवला पाउडर पानी में डालकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सिर और बालों में लगाकर आधा घंटा बाद में शैंपू लगाकर गुनगुने पानी से सिर धोलें।
10. अंडा (Egg)- अंडे में प्रोटीन और मिनरल के साथ आयोडिन, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, सल्फर आदि होते हैं जो बालों के स्वास्थ के लिये अत्यंत लाभदायक हैं। ये बालों की जड़ों को मजबूत कर झड़ने से बचाने में मदद करते हैं। अंडे के सफेद भाग को बादाम तेल में मिलाकर बालों में लगायें। आधा घंटा बाद में शैंपू लगाकर सिर धोलें। अंडे के सफेद भाग में ऑलिव ऑयल या शहद या दही मिक्स करके भी लगा सकते हैं।
11. नारियल तेल (Coconut Oil)- नारियल तेल एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है और बालों के स्वास्थ के लिये बेहद लाभदायक। रात को सोते समय नारियल तेल से मालिश करें। अगले दिन सिर धो लें। यह बालों के प्रोटीन को बनाये रखता है जिससे बालों के झड़ने में कमी लाता है। बेहतर परिणाम के लिये इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। वैसे मालिश के लिये आप कोई भी प्राकृतिक तेल जैसे ऑलिव ऑयल, सरसों का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मसाज करने से रक्त संचार बेहतर होता है और रोम छिद्र सक्रिय रहेंगे। बालों की जड़ें मजबूत बनती हैं और बालों का टूटना बंद हो जाता है।
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12. परवल (Pointed gourd)- परवल बालों को झड़ने से रोकने में अच्छा प्रभाव दिखाते हैं। क़ड़वे परवल के पत्तों को पीसकर रस निकाल लें। इस रस को बालों और सिर पर लगाकर मालिश करें। धीरे-धीरे बालों का टूटना बंद हो जायेगा।
बालों को झड़ने से रोकने के लिए क्या खाएं? – What to Eat to Prevent Hair Fall
दोस्तो, बालों के स्वास्थ के लिये हमारा भोजन ऐसा होना चाहिये जो पोषक तत्वों से भरपूर हो और जिसे संपूर्ण स्वास्थ वर्धक कहा जा सके। मिनरल्स्, विटामिन्स, प्रोटीन, वसा, आयरन, ओमेगा 3 और 6, जिंक आदि की कमी ना हो। निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में सम्मलित करें। –
शाकाहार (Vegetarianism)- पालक, जलकुंभी, गोभी, मेथी, भिंडी, मटर या काले चने, सेम, शिमला मिर्च, कद्दू, अखरोट, बादाम, नट्स, अनाज, दूध, दही, पनीर, शकरकंद, गाजर, ,केला, संतरा, अंगूर, नींबू , जामुन, आलू बुखारा, ओट्स।
मांसाहार (Non-Veg)- मछली, अंडे, चिकन, लालमांस, झींगा, समुद्री भोजन।
क्या नहीं खाना चाहिए – What not to eat
1. विटामिन-ए की अधिकता वाले खाद्य पदार्थ, जैसे चुकंदर, शलजम, टमाटर, ब्रोकली, धनिया, आम, तरबूत, पपीता, चीकू, सरसों, राजमा, आदि।
2. कोल्ड् ड्रिंक्स, या अन्य मीठे पेय पदार्थ।
3. जंक फूड।
4. चाय व कॉफी का अधिक सेवन।
Conclusion
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको बालों को झड़ने से रोकने के उपाय के विषय में विस्तृत जानकारी दी। बाल की संरचना के बारे में बताया, बालों का झड़ना क्या होता है, झड़ने के क्या कारण होते हैं, इनको झड़ने से रोकने के देसी उपाय, बालों के स्वास्थ के लिये क्या खाना चाहिये क्या नहीं खाना चाहिये इस बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer- यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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