दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, आज हम आपको एक ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बतायेंगे जिसका उपयोग विश्व के सभी देशों के रसोई में खाना बनाने में किया जाता है। इसे काटो तो यह खुद नहीं रोती बल्कि काटने वाले को रुलाती है यानी काटने वाले की आंखों में आंसू आ जाते हैं और भारत की राजनीति में यह कई बार सबसे बड़ा मुद्दा बनी है। जी हां हम बात कर रहे हैं “प्याज“ की। दोस्तो, इसके बिना खाने का स्वाद अधूरा है। इसे आप कच्चा पक्का जैसे मर्जी खा सकते हैं। अपने औषधीय गुणों के कारण कई बीमारियों के उपचार में काम आती है। प्याज खाने के यह स्वास्थ के लिये बहुत फायदे होते हैं। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “प्याज खाने के फायदे”।
देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको प्याज के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि प्याज खाने क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि प्याज क्या है और इसकी खेती कहां होती है। फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।
प्याज क्या है? – What is Onion?
प्याज कंद के रूप में एक वनस्पति है जो मूलतः मसाले की श्रेणी में आती है। कच्ची कंद को जिसे हरी प्याज कहा जाता है, एक सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। प्याज को सात हजार वर्ष से भी अधिक समय से उगाया जाता रहा है। यह “ऐमारलीडेसी” (Amarylidaceae) परिवार की सदस्य है। इसका वानस्पतिक नाम एलियस सेपा (Aelius cepa) है और इसे अंग्रेजी में इसे अनियन (Onion) कहा जाता है।
पूरे विश्व में इसकी मांग है रहती है। जहां तक इसके पौधे की बात है तो वैज्ञानिक इसे तना मानते हैं, जो भूमि के अंदर रहता है और पौधे को ठीक से बढ़ने में मदद करता है। भूमि के ऊपर जो लंबे-लंबे हरे रंग के कई हिस्से दिखाई देते हैं उनको “आल” यानी प्याज के डंठल होते हैं जो खोखले होते हैं। जब ये डंठल सूखने लगते हैं तो यह समझा जाता है कि प्याज की फसल तैयार है। मगर इनके सूखने से पहले ही यदि प्याज को डंठल सहित निकाल लिया जाता है तो इसे “आल वाली प्याज” कहा जाता है और इसे सब्जी के रूप में बाजार में बिक्री के लिये भेज दिया जाता है।
प्याज की खेती कहां होती है? – Where is Onion Cultivated?
1. प्याज के उत्पादन में विश्व में चीन प्रथम स्थान पर है और भारत दूसरे स्थान पर।
2. प्याज की खेती चीन, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र, ईरान, टर्की, पाकिस्तान, ब्राज़ील, रूस और कोरिया में की जाती है।
3. भारत में सबसे अधिक महाराष्ट्र में प्याज की खेती की जाती है। महाराष्ट्र के अतिरिक्त प्याज की खेती उड़ीसा, कर्नाटक, तमिलनाडू, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल मध्यप्रदेश राज्यों में की जाती है।
4. भारत से नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश तथा अन्य देशों को प्याज का निर्यात किया जाता है।
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प्याज के प्रकार – Types of Onions
प्याज मुख्यतः निम्नलिखित दो प्रकार की होती है –
1. सफेद प्याज (White Onion)- यह बाहर से दिखने में सफेद या हल्के भूरे रंग की होती है तथा अन्य प्याज की तुलना में इसका स्वाद थोड़ा मीठा होता है।
2. लाल प्याज (Red Onion)- यह बाहर से मैजेंटा रंग की होती है और खाने में हल्की सी मिठास लिये होती है मगर चरपराहट और तीक्ष्णता लिये होती है।
प्याज वर्जित क्यों है और कौन इसका उपयोग नहीं करते? – Why is Onion Prohibited and Who Doesn’t Use it?
1. राजसिक और तामसिक भोजन का भोग देवी-देवताओं को नहीं लगाया जाता। लहसुन की तरह प्याज भी तामसिक खाद्य पदार्थ है। इसीलिये प्याज और लहसुन वर्जित है।
2. व्रत, उपवास, पूजा-पाठ, यज्ञ-हवन, तथा अन्य धार्मिक समारोहों में प्रसाद या भोजन के रूप में प्याज और लहसुन का उपयोग नहीं किया जाता।
3. हिन्दुओं में ब्राह्मण समाज, वैष्णव जन और जैन धर्म को मानने वाले लोग भी प्याज और लहसुन का उपयोग नहीं करते क्योंकि इस समाज के अधिकतर लोग व्रत में रहते हैं तथा धर्म के नियमों का पूरी तरह पालन करते हैं।
4. प्याज स्वास्थ के लिये भले ही कितना भी लाभदायक हो लेकिन धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करते हैं।
प्याज काटने आंखों से आंसू क्यों आते हैं? – Why do Tears Come From the Eyes After Cutting Onions?
दोस्तो, प्याज में लेक्राइमेट्री-फैक्टर सिंथेस (Lachrymetry-Factor Synthesis) नामक एंजाइम होता है। प्याज काटते समय यह एंजाइम रिलीज होता है जो अमीनो एसिड को सल्फेनिक एसिड (sulfenic acid) में परिवर्तित कर देता है। फिर यह सल्फेनिक एसिड ही साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड (sine-propanthyl-s-oxide) रसायन बन जाता है। इस रसायन के हवा के जरिये आंखों के पानी के सम्पर्क में आने से, यह एसिड बन जाता है जिससे आंखों में जलन होने लगती है और आंसू बहने लगते हैं।
प्याज के गुण – Properties of Onions
1. प्याज की तासीर एक विवादास्पद विषय है। कई चिकित्सक और विशेषज्ञ इसकी तासीर को ठंडा मानते हैं जो शरीर को ठंडा रखती है मगर कुछ विशेषज्ञ इसकी तासीर को गर्म मानते हैं। देसी हैल्थ क्लब का मानना है कि तासीर कैसी भी हो, यह स्वास्थ के लिये लाभदायक है इसका सेवन करना चाहिये, उपरोक्त वर्णित विशेष समाज को छोड़कर।
2. प्याज का स्वाद मिठास लिये चरपरा और तीक्षण होता है। गंधक (Sulfur) युक्त यौगिक होने के कारण प्याज में विशेष गंध और तीखापन आता है।
3. गंधक (Sulfur) युक्त यौगिक होने के कारण प्याज में गंध और तीखापन आता है। इसी वजह से प्याज खाने से मुंह से तेज बदबू आती है।
4. प्याज में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटिक, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीहिस्टामाइन, एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक, एंटीमाइक्रोबियल आदि गुण पाये जाते हैं।
5. इनमें विटामिन और कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, पोटेशियम, सेलेनियम और फास्फोरस जैसे खनिज मौजूद होते हैं। यह विटामिन-सी, विटामिन-बी6 और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है।
प्याज के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) – Nutrients of Onion (Amount per 100 grams)
एनर्जी 40 Kcal
पानी 89 प्रतिशत
प्रोटीन 1.10 ग्राम
कुल वसा 0.10 ग्रा.
चीनी 4.2 ग्रा.
कोलेस्ट्रॉल 0 मिली.ग्रा.
डाइटरी फाइबर 1.7 ग्रा.
कार्बोहाइड्रेट 9.34 ग्रा.
सोडियम 4 मिली.ग्रा.
पोटेशियम 146 मिली.ग्रा.
कैल्शियम 23 मिली.ग्रा.
कॉपर 0.039 मिली.ग्रा.
जिंक 0.17 मिली.ग्रा.
आयरन 0.021 मिली.ग्रा.
फास्फोरस 29 मिली.ग्रा.
मैग्नीशियम 10 मिली.ग्रा.
मैंगनीज 0.129 मिली.ग्रा.
कैरोटीन-बीटा 1 माइक्रो.ग्रा.
क्रिप्टोक्सैंथिन-बीटा 0 माइक्रो.ग्रा.
ल्यूटिन-जेक्सैंथिन 4 माइक्रो.ग्रा.
फोलेट 19 माइक्रो.ग्रा.
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नियासिन 0.116 मिली.ग्रा.
पैंटोथेनिक एसिड 0.123 मिली.ग्रा.
पाइरिडोक्सीन 0.120 मिली.ग्रा.
राइबोफ्लेविन 0.027 मिली.ग्रा.
थियामिन 0.046 मिली.ग्रा.
विटामिन-ए2 2 .U 0%
विटामिन-सी 7.4 मिली.ग्रा.
विटामिन-ई 0.02 मिली.ग्रा.
प्याज के उपयोग – Uses of Onions
प्याज का उपयोग निम्नलिखित रूप में किया जाता है –
1. मसाले के रूप में
2. सब्जी के रूप में
3. आयुर्वेदिक दवाओं में
4. भोजन का स्वादिष्ट बढ़ा ने में
5. सलाद के रूप में
6. पशुओं और मुर्गियों के भोजन के लिये
7. कीटनाशक के रूप में
प्याज कितनी खानी चाहिये? – How much Onion Should be Eaten
1. प्याज खाने की कोई सीमा निर्धारित नहीं है। सामान्य तौर पर सब्जी में एक से दो प्याज डाले जा सकते हैं।
2. सलाद में एक प्याज खाना, बहुत होता है।
प्याज खाने के फायदे – Health Benefits of Eating Onion
दोस्तो, अब बताते हैं आपको प्याज के फायदे जो निम्नलिखित हैं –
1. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाये (Strengthen the Immune System)- प्याज से हमें विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। प्याज में पाये जाने वाले फाइटोकेमिकल्स भी शरीर में विटामिन-सी को बढ़ाते हैं। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने का काम करता है। विटामिन-सी फ्री रेडिकल्स को भी खत्म करता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। प्याज में मौजूद सेलेनियम भी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने का काम करता है।
2. पाचन तंत्र के लिये फायदेमंद (Beneficial to the Digestive System)- प्याज में फाइबर उच्च मात्रा में मौजूद होता है जिसे ओलिगोफ्रुक्टोस कहा जाता है। यह फाइबर कब्ज व गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है। यह पाचन तंत्र में सुधार करता है और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है ताकि आंत अच्छी तरह काम कर सके। फाइबर आंतों को सफाई भी करता है और शरीर से बेकार पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है।
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3. पेट के लिये फायदेमंद (Beneficial for Stomach)- प्याज का सेवन पेट के लिये लाभकारी होता है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है और आंतों की सफाई करता है। इसमें पाये जाने वाला फाइबर प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करते हुए मल को ढीला बनाता है ताकि त्यागने में आसानी रहे। यह पेट में चिपके हुए भोजन को भी बाहर निकालता है। प्याज में मौजूद सैपोनिन पेट के दर्द और ऐंठन से राहत दिलाता है। इसके अतिरिक्त पेट में गैस, एसिडिटी, कब्ज आदि से भी राहत दिलाता है।
4. यौन समस्याओं में फायदेमंद (Beneficial in Sexual Problems)- सेक्स मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे प्रजनन के अतिरिक्त संभोग सुख के चरम आनन्द को प्राप्त करने के लिये करता है। मगर कभी-कभी यौन समस्याओं, जैसे नपुंसकता, कामेच्छा और कामशक्ति की कमी। प्याज इस प्रकार की यौन समस्याओं का निवारण करती है। प्याज या प्याज के रस का सेवन करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में सुधार होता है।
प्रजनन के लिए इसी हार्मोन का संतुलित होना आवश्यक होता है। प्याज के सेवन से नपुंसकता खत्म होती है, कामेच्छा और कामशक्ति बढ़ती है और यह काम-क्रीडा (Sex drive) को भी बढ़ाती है। यौन समस्याओं से राहत पाने के लिये प्याज का सेवन करें और एक बड़ा चम्मच प्याज के रस में एक छोटा चम्मच अदरक का रस मिलाकर दिन में तीन बार पीयें।
5. यूरिन इंफेक्शन में फायदेमंद (Beneficial in Urine Infection)- मूत्र पथ के संक्रमण (Urinary Tract Infection) से होने से मूत्र विसर्जन के समय जलन होना, रुक-रुक कर या कम या ज्यादा, मूत्र आना या कुछ मामलों में बुखार भी हो जाना जैसी समस्याएं बनती हैं। प्याज में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर इन सभी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। ऐसी अवस्था में लगभग 100 ग्राम प्याज को काट कर 500 मि.ली. पानी में तब तक उबालें जब तक कि यह पानी आधा ना रह जाये। फिर इस पानी को थोड़ा ठंडा करके पीयें। यह प्रक्रिया एक हफ्ते तक करें, आराम लग जायेगा।
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6. डायबिटीज को कंट्रोल करे (Control Diabetes)- प्याज में क्रोमियम नामक रसायनिक तत्व पाया जाता है जो कि अधिकतर सब्जियों में नहीं होता, बल्ड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह मांसपेशियों और कोशिकाओं को धीरे-धीरे ग्लूकोज भेजता है और बल्ड शुगर लेवल को बनाये रखने में मदद करता है। बल्ड शुगर लेवल को बनाये रखने के लिये विशेषज्ञ कच्ची प्याज खाने या प्याज का रस पीने की सलाह देते हैं।
प्याज टाइप 1 और टाइप 2 दोनों ही प्रकार के डायबिटीज के मरीजों के लिये फायदेमंद होती है। प्याज के रस के डिटॉक्सिफाइंग तत्व शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। प्याज का रस इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। डायबिटीज का सामान्य स्तर बनाये रखने के लिये रोजाना सुबह खाली पेट दो कटी हुई प्याज, एक चम्मच नींबू का रस, चुटकी भर नमक और एक कप पानी को मिक्सी में पीसकर पीयें।
7. एनीमिया को दूर करे (Cure Anemia)- खून की कमी यानी एनीमिया को दूर करने में प्याज के लाभ देखे जा सकते हैं। यह समस्या अधिकतर महिलाओं में पाई जाती है। फोलेट जोकि एक फाइटोकेमिकल है, जो आयरन को अवशोषित करने में सक्षम होता है। प्याज में पर्याप्त मात्रा में आयरन और फोलेट होता है। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। एनीमिया से राहत पाने के लिये गुड़ और पानी के साथ प्याज का सेवन करें। गुड़ से भी आयरन की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है।
8. श्वसन प्रणाली के लिये फायदेमंद (Beneficial to the Respiratory System)- प्याज के फायदे श्वसन प्रणाली से जुड़ी समस्याओं के निवारण में भी होते हैं। श्वास नली से जुड़ी समस्या, अस्थमा, एलर्जी, सीने में बलगम, सूजन आदि से छुटकारा पाने के लिये प्याज खायें। गले में खराब और खांसी से राहत पाने के लिये प्याज का रस और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर पीयें।
9. कान दर्द में आराम (Ear Pain Relief)- प्याज का रस कान के दर्द में आराम दिलाने में सक्षम होता है। प्याज को गर्म करके उसका रस निकाल लें। रुई की मदद से इस रस की कुछ बूंदें कान में डालें। कान के दर्द और कान में हो रही सनसनाहट में आराम लग जायेगा।
10. कीट पतंगों के काटने पर फायदा करे (Benefit from Insect Bites)- कई बार कीट पतंग काट लेते हैं। इनमें कुछ जहरीले होते हैं जिनके जहर से दर्द के साथ सूजन भी बढ़ जाती है जैसे मधुमक्खी, ततैया और बिच्छू आदि। इनके काटने पर प्याज का रस या प्याज का पेस्ट प्रभावित स्थान पर लगायें। इससे दर्द, जलन और सूजन कम हो जायेगी। बिच्छू के काटने पर प्याज के पेस्ट के साथ बुझा हुआ चूना भी लगायें, जहर का असर फौरन खत्म हो जायेगा।
11. हड्डियां मजबूत बनें (Get Stronger Bones)- बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस नामक अस्थि रोग होने का जोखिम रहता है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसा रोग है जिसमें हल्की सी भी चोट लगने पर हड्डियां टूट जाती हैं। प्याज में कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, कॉपर, ज़िंक जैसे और कई विटामिन काफी मात्रा में मिल जाते हैं।
ये हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। प्याज में प्रभावशाली क्वेरसेटिन मौजूद होता है जो ऑस्टियोअर्थराइटिस और रुमेटाइड अर्थराइटिस में सूजन का कारण बनने वाले ल्यूकोट्रिएन, प्रोस्टाग्लैंडिंस और हिस्टामाइन के प्रभाव को खत्म कर सकता है। प्याज खाने से जोड़ों के दर्द में भी आराम आता है।
12. मुंह का स्वास्थ के लिये (Oral Health)- यद्यपि प्याज को कच्चा खाने से मुंह में बदबू आती है मगर यह भी सच है प्याज खाना मुंह के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। प्याज में थायोसल्फ्रेट्स और थियोसल्फोनेट्स नामक दो सल्फर यौगिक मौजूद होते हैं मुंह के कैंसर को पनपने से रोकते हैं और साथ ही दांतों को सड़ाने के लिये जिम्मेदार बैक्टीरिया को भी खत्म करते हैं। प्याज में पाये जाने वाला विटामिन-सी भी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में दांतों की रक्षा करता है।
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13. हृदय को स्वस्थ रखे (Keep Heart Healthy)- प्याज कोलेस्ट्रॉल फ्री होती है यह अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल नहीं बनाती अलबत्ता खराब कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल HDL को बढ़ाने में मदद करती है। प्याज में फैट भी बहुत कम यानी नहीं के बराबर होता है, इसलिये यह अतिरिक्त फैट नहीं छोड़ती जिससे वजन नहीं बढ़ता और ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करती है। ये सभी हृदय रोग के कारक होते हैं जिनका कुप्रभाव हृदय पर नहीं पड़ता।
प्याज एक प्राकृतिक तौर पर थिनर के रूप में काम करती है जिससे रक्त पतला रहता है और रक्त के थक्के नहीं बनते। रक्त के थक्के आर्टरीज़ और नसों में जम जाने से रक्त संचार और रक्त प्रवाह में रुकावट आती है। प्याज ऐसी सभी संभावनाओं को खत्म करती है और हृदय को सुरक्षित रखती है।
14. त्वचा के लिये फायदेमंद (Beneficial for Skin)- त्वचा स्वास्थ के लिये विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई आवश्यक होते हैं। ये मुक्त कणों को खत्म कर त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया की गति को धीमा करते हैं, अर्थात् चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइन्स को रोकते हैं परिणामस्वरूप आप समय से पहले बूढ़े नजर नहीं आते।
प्याज के सेवन से त्वचा में कसावट बनी रहती है। प्याज, एंटीसेप्टिक के रूप में काम करके त्वचा को बैक्टीरिया से बचाने का काम करती है। ऑलिव ऑयल या शहद में प्याज का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से कील-मुंहासे जैसी समस्या से भी राहत पाई जा सकती है।
15. बालों के स्वास्थ्य के लिए (Hair Health)- प्याज का रस बालों के स्वास्थ के लिए भी लाभकारी है। बालों की समस्याओं जैसे बालों का झड़ना, टूटना, डैंड्रफ आदि से राहत पाने के लिये प्याज के रस को बालों में लगाकर, उंगलियों से अच्छी तरह मालिश करें। थोड़ी देर में बालों को धो लें। प्याज का उपयोग करने से प्राकृतिक रंग बना रहेगा।
प्याज खाने के नुकसान – Side Effects of Eating Onions
प्याज के अधिक सेवन से हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान –
1. प्याज, ब्लड शुगर लेवल को बहुत कम कर सकती है, इसलिये, डायबिटीज के मरीजों को सावधानी से प्याज का सेवन करना चाहिये।
2. प्याज के अधिक सेवन से सिस्टोलिक (ऊपर वाली संख्या) व डायस्टोलिक (नीचे वाली संख्या) ब्लड प्रेशर लेवल कम हो सकता है। इसलिए, ब्लड प्रेशर की दवा लेने वाले व्यक्तियों को डॉक्टर की सलाह पर प्याज का सेवन करना चाहिये।
3. प्याज के अधिक सेवन से पेट में गैस, जलन, उल्टी, मतली आदि की समस्या हो सकती है।
4. गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर प्याज का सेवन करना चाहिये क्योंकि इसके सेवन से सीने में जलन की समस्या हो सकती है।
5. यदि प्याज का उपयोग त्वचा के लिये करना है तो पहले पर पैच टेस्ट कर लें अन्यथा त्वचा पर रैशेज़ पड़ सकते हैं और जलन भी हो सकती है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने प्याज खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्याज क्या है, प्याज की खेती कहां होती है, प्याज वर्जित क्यों है और कौन इसका उपयोग, प्याज काटने आंखों से आंसू क्यों आते हैं, प्याज के गुण, प्याज के पोषक तत्व, प्याज के उपयोग और प्याज कितनी खानी चाहिये, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से प्याज के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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