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सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय – Home Remedies for Swollen Fingers in Winter in Hindi

सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय

दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, सर्दियों  का मौसम बहुत सुहाना होता है। बाहर घूमने फिरने और मौज मस्ती के लिये, खाने पीने के लिये एकदम परफेक्ट मौसम। कहते हैं सर्दियों में खाया पीया पूरे साल चलता है मतलब इस मौसम में खाया पीया शरीर को लगता है और आपकी तन्दुरुस्ती बनाये रखता है। क्योंकि गर्मियों में, गर्मी और पसीने से बुरा हाल रहता है। जी खराब रहता है। ज्यादा खाया नहीं जाता। बाहर जाने के लिये भी सोचना पड़ता है। लेकिन सर्दियों में ऐसी कोई समस्या नहीं होती। बस अपने को सर्दी से बचाने के लिये अच्छी तरह गर्म कपड़े पहनो और चल पड़ो। खाना भी खूब जी भरके खाओ, कोई समस्या नहीं है। लेकिन सर्दियों में समस्या कुछ और ही प्रकार की होती है जैसे सर्दी लग जाना, जुकाम हो जाना, खांसी आदि जोकि सामान्य बात है। दोस्तो, सर्दियों में कुछ लोगों को एक और समस्या है जिसके चलते काम-काज करना, बाहर आना, जाना मुश्किल हो जाता है। और इस समस्या का नाम है सूजन, हाथ, पैरों की उंगलियों में सूजन आ जाना जिसके चलते दैनिक काम करने में भी बहुत परेशानी होती है। यह एक आम समस्या है जो किसी को भी हो सकती है। अक्सर देखा गया है कि अधिकतर यह समस्या गृहणियों और मजदूरों को होती है। सूजन के साथ हाथ-पैरों की त्वचा फटने लगती है, विशेषकर ऐड़ियां। एड़ियों पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के देसी उपाय” पढ़ें। आखिर इस समस्या का उपाय क्या है? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको सर्दियों में उंगलियों में होने वाली सूजन से राहत पाने के घरेलू उपाय बतायेगा। तो सबसे पहले जानते हैं कि उंगलियों में सूजन की समस्या क्या है और सर्दियों में उंगलियों में सूजन आने के क्या कारण हैं। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

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सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय
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उंगलियों में सूजन की समस्या क्या है? – What is the Problem of Swollen Fingers?

दोस्तो, सर्दी के मौसम में उंगलियों में सूजन और दर्द की समस्या को डॉक्टर शीतदोष यानी चिलब्लेन (Chilblain) कहते हैं। ठंडी हवाओं के संपर्क में आने के कारण हाथ, पैरों और छोटी रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है। इससे हाथ, पैर की उंगलियां, कान का निचला भाग और गाल प्रभावित होते हैं। जिससे हाथ, पैर की उंगलियों में सूजन आ जाती है, कान भी लाल हो जाते हैं,  कान और गालों में भी सूजन दिखाई देती है। बहुत छोटे बच्चों के गाल भी फट जाते हैं। सर्दियों के प्रभाव से उत्पन्न हुई इस स्थिति को  चिल ब्लेन कहा जाता है। 

उंगलियों में सूजन होने के कारण – Swollen Fingers

सर्दियों में हथ, पैर की उंगलियों में सूजन होने के निम्नलिखित कारण होते हैं –

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1. नसों का सिकुड़ना (Narrowing of Nerves)- हमने ऊपर बताया है कि ठंडी हवाओं के कारण शरीर की कुछ छोटी रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर राजकुमार का भी यही मानना है कि ठंड के प्रत्यक्ष संपर्क में आने के कारण शरीर की कुछ नसें सिकुड़ (Swelling in Fingers) जाती हैं। इसका सीधा प्रभाव ब्लड रक्त संचार पर पड़ता है, जिससे हाथों-पैरों की उंगलियां सूज जाती हैं।

2. रक्त प्रवाह में कमी (Decreased Blood Flow)- सर्दियों में शरीर का तापमान कम हो जाता है विशेष रूप से हाथ, पैरों का। ठंड का सबसे ज्यादा प्रभाव इन्हीं पर पड़ता है। तापमान कम होने के कारण रक्त जमने लगता है जिससे रक्त की प्रवाह गति में कमी आती है। परिणामस्वरूप उंगलियों में सूजन और खुजली की समस्या होने लगती है।

3. ब्लड क्लॉट (Blood Clot)- ब्लड क्लॉटिंग यानी रक्त के थक्के बनना उंगलियों में सूजन का मुख्य कारण है। तापमान कम होने पर तो रक्त प्रवाह कम होता ही है परन्तु जब बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है जिसे हाड़ कंपाने वाली सर्दी कहा जाता है, माइनस डिग्री के आसपास या इससे नीचे, तो रक्त के जमने पर थक्के बनने लगते हैं। ऐसी अवस्था में रक्त के धमनियों से गुजरने में रुकावट आती है और हाथ पैरों में पूरा रक्त नहीं जा पाता। इस कारण उंगलियों में सूजन आ जाती है। 

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4. डेक्टलाइटिस (Dactylitis)- किसी भी रोग हो या चोट, हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया देती है जिसके परिणामस्वरूप सूजन बनती है और दर्द भी बनता है। डेक्टलाइटिस इसी प्रकार की एक सूजन है जो अंगुलियों या पैरों के पंजों को प्रभावित करती है। इससे पूरी अंगुलियां सूज जाती हैं। 

5. सिकल सेल (Sickle Cell)- सिकल सेल अनेक रोगों का समूह है जो हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है जिसे लाल रक्त कोशिकाओं का आकार बिगड़ जाता है। यह सिकल या हंसिया (अर्धचन्द्राकार) का हो जाता है। इससे लाल रक्त कोशिकाऐं छोटी-छोटी रक्त धमनियों से होकर गुजर नहीं पातीं और शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पातीं। कई बार सिकल सेल छोटी रक्त  कोशिकाओं में फंस जाती हैं जिससे तेज दर्द, शरीर पर सूजन, इंफेक्शन, स्ट्रोक या एक्यूट चेस्ट सिंड्रोम होने की संभावना रहती है। हीमोग्लोबिन पर विस्तृत जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने के उपाय” पढ़ें। 

6. रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis)- रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी गठिया एक ऐसा रोग है जो सूजन से संबंधित विकार है जो शरीर के जोड़ों में दर्द और सूजन की वजह बनता है। यह ऑटोइम्यून रोग है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त करती है। 

7. गाउट (Gout)- शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाने और मूत्र द्वारा शरीर से बाहर ना निकल पाने से यह रोग होता है। इसकी मात्रा बढ़ जाने से यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने लगते हैं जो शरीर में हड्डियों के जोड़ों में जम जाते हैं। परन्तु यह विशेष तौर पर पैर की उंगलियों को अधिक प्रभावित करता है। इससे दर्द भी होता है और सूजन भी बढ़ जाती है। यूरिक एसिड पर विस्तृत जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के उपाय” पढ़ें

उंगलियों में सूजन होने के लक्षण – Symptoms of Swollen Fingers

दोस्तो, उंगलियों में सूजन होने पर निम्नलिखित लक्षण प्रकट हो सकते हैं –

1. सूजन आने पर उंगलियों का मोटा हो जाना यह प्रमुख लक्षण है। 

2. उंगलियों में कभी हल्का तो कभी तेज दर्द होना। 

3. उंगलियों में चीस लगना जैसे घाव में लगती है।

4. कभी उंगलियों का गर्म होना और जलन महसूस होना। 

5. कभी ठंड से उंगलियों का सुन्न हो जाना।

6. खुजली लगना। 

7. उंगलियों का लाल हो जाना। 

8. कोई भी काम करने में दिक्कत होना।

सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय – Home Remedies for Swollen Fingers in Winter

1. सरसों का तेल (Mustard Oil)- सरसों का तेल, उंगलियों की सूजन से राहत पाने का सबसे लोकप्रिय और प्रचलित उपाय है। सरसों के तेल को गुनगुना गर्म करके उंगलियों में तेल लगाकर अच्छे से मालिश करें। बेहतर होगा यदि धूप में बैठकर मालिश करें, इससे उंगलियों को प्राकृतिक सेक लगेगा। कुछ देर बाद पैरों में जुराब और हाथों में दस्ताने पहन लें। सरसों के तेल में एक चम्मच सेंधा नमक मिलाकर भी गर्म करके लगा सकते हैं। 

2. लौंग का तेल (Clove Oil)- लौंग का तेल एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल, एंटीमाइक्रोबियल, एंटिफंगल और एंटीसेप्टिक जैसे औषधीय गुणों से भरपूर होता है। रात में सोने से पहले इस तेल की मालिश उंगलियों पर करें। इससे सूजन कम होगी और दर्द में भी आराम मिलेगा। लौंग पर विस्तृत जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “लौंग के फायदे और नुकसान” पढ़ें

3. नारियल तेल (Coconut Oil)- नारियल तेल भी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। नारियल तेल में कपूर डाल कर इसकी उंगलियों पर मालिश करें। इससे सूजन के साथ-साथ दर्द भी कम हो जायेगा और त्वचा पर आई लालिमा भी समाप्त हो जायेगी। इससे खुजली और जलन में भी आराम मिलेगा। नारियल पर अधिक जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “नारियल पानी पीने के फायदे” पढ़ें। 

4. एलोवेरा जेल (Aloe vera Gel)- एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। हाथ, पैरों पर ताजा एलोवेरा का जैल लगायें। इससे सूजन में आराम मिलेगा और दर्द भी कम हो जायेगा। एलोवेरा पर अधिक जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल एलोवेरा के फायदे और नुकसान” पढ़ें।  

5. नींबू (Lemon)- नींबू का रस रामबाण औषधि की तरह काम करता है। यह एंटीकैंसर, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है। नींबू का रस निकालकर हाथ, पैरों की उंगलियों पर लगायें इससे सूजन कम हो जायेगी और आपको आराम मिलेगा। एलोवेरा पर अधिक जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “निम्बू पानी के फायदे और नुकसान” पढ़ें।  

6. हल्दी और शहद (Turmeric and Honey)- हल्दी केवल मसाला ही नहीं अपितु आयुर्वेदिक औषधी भी है। यह एंटीसेप्टिक है, इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल आदि गुण होते हैं। शहद भी एंटीबैक्टीरियल है। कच्ची हल्दी पीसकर इसमें शहद मिलाकर उंगलियों पर लगायें। इससे सूजन, दर्द, खुजली में आराम मिलेगा।

7. हल्दी और ऑलिव ऑयल (Turmeric and Olive Oil)- ऑलिव ऑयल में आधी चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर उंगलियों पर लगायें। इससे सूजन, खुलजी, दर्द और जलन से की समस्या से छुटकारा मिलगा।

8. प्याज (Onion)- हल्दी की ही तरह प्याज भी औषधीय गुणों का खजाना है। इसमें एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। प्याज का रस निकाल कर उंगलियों पर लगायें। सूजन और दर्द में बहुत जल्दी आराम लग जायेगा। 

9. मटर (Pea)-  मटर में अनगिनत आयुर्वेदिक गुण मौजूद होते हैं। इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं। मटर को पानी में अच्छी तरह उबाल कर थोड़ा ठंडा कर लें। पानी गुनगुना रहना चाहिये। इस मटर के गुनगुने पानी से हाथ, पैर धोयें। दिन में दो, तीन बार मटर के गुनगुने पानी से हाथ, पैर धोयें। इससे सूजन में आराम लगेगा।

10. गेंदे के फूल (Marigold Flowers)- गेंदे के फूलों के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टीक है जो त्वचा के उपचार में तेजी से मदद करता है। गेंदे के कुछ फूलों को पानी में डालकर इसमें एक चम्मच नमक मिला दें। अपने पैरों को इस पानी में रखें और हाथों को भी धोयें।  इन फूलों को हाथों पर रगड़ें। कुछ देर बाद पैरों को निकाल लें। इसे दिन में दो बार करें। जल्दी ही सूजन में आराम लग जायेगा।

11. काली मिर्च (Black Pepper)- काली मिर्च में भी एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सरसों के तेल में आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर लेप तैयार कर लें। इस लेप को हाथ, पैरों की उंगलियों पर लगायें। इससे सूजन कम हो जायेगी, खुजली और दर्द से भी राहत मिल जायेगी।

12. शलजम (Turnip)- एक शोध के मुताबिक शलजम प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक का काम करती है। इसमें अनेक औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं। शलजम को पीसकर पेस्ट तैयार करके गर्म कर लें। थोड़ा ठंडा करके गुनगुना सा, हाथ, पैरों पर लगायें। इससे सूजन, दर्द आदि सब खत्म हो जायेंगे।

13. दही (Curd)- दही में मौजूद विटामिन-सी और एंटीफंगल गुण इंफेक्शन को कम करते हैं। प्रतिदिन दही का सेवन करें और त्वचा पर भी लगायें। इससे सूजन, खुजली, दर्द और त्वचा की लालिमा इन से छुटकारा मिल जायेगा। दही त्वचा विकार के उपचार में अत्यंत प्रभावकारी होती है। 

14. नमक और पानी (Salt and Water)- यह सबसे सरल और हर समय उपलब्ध होने वाला उपाय है। प्रतिदिन दो बार एक बाल्टी गुनगुने पानी में एक या दो चम्मच सादा नमक या सेंधा नमक मिलाकर पैरों को रख लें। हाथों को भी इसमें भिगोते रहें। नमक इंफेक्शन को खत्म करेगा और सूजन को भी। खुजली और दर्द से भी राहत मिलेगी। 

15. हाथ, पैरों को ढक कर रखें (Cover Hands and Feet)- ठंडी हवाओं से बचाने के लिये हाथ, पैरों को ढक कर रखें। रोजाना कम से कम दो बार गुनगुने पानी और नमक से सिंकाई करें और सरसों का तेल या वैसलीन आदि लगायें और हाथों में गर्म दस्ताने और पैरों में जुराब पहनें ताकि उंगलियों में सूजन ना हो, दर्द ना हो और इनका रंग लाल या नीला ना पड़े।

Conclusion – 

दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको सर्दियों में उंगलियों में सूजन के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उंगलियों में सूजन की समस्या क्या है, उंगलियों में सूजन होने के कारण और उंगलियों में सूजन होने के लक्षण, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से सर्दियों में उंगलियों में सूजन से छुटकारा पाने के बहुत सारे घरेलू उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और  सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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