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सौंफ खाने के फायदे – Benefits of Fennel in Hindi

हैलो प्रिय मित्रगण स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का टॉपिक है सौंफ। नाम सुनते ही मुंह सुगंधित हो जाता है और मन प्रसन्न। ये है ही ऐसी कि हर कोई इसको बड़े प्रेम से अपनाता है। दोस्तो, आज के लेख में हम आपको बतायेंगे  सौंफ खाने के फायदे और नुकसान के बारे में, और गुणों के बारे में। तो सबसे पहले जानते हैं कि सौंफ क्या है?

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सौंफ के फायदे
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सौंफ क्या है?- What is fennel?

प्राकृतिक सुगंध समेटे सौंफ एक ऐसी वनस्पति है जो फूल पौधे प्रजातियों में से है और गाजर परिवार से संबंधित है। जीरे की तरह दीखने वाली सौंफ के दाने हरे और भूरे रंग के होते हैं। यह मसाले के रूप में, विशेषकर अचार डालने के लिये, भरवां सब्जी बनाने, मुंह को सुगंधित रखने और औषधी के रूप में प्रयोग में आती है। इसके फूल पीले रंग के बहुत ही आकर्षक होते हैं और पत्तियां पंखदार होती हैं। सौंफ के बीजों का तेल भी निकाला जाता है। सौंफ की खेती मुख्य रूप से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और आँध्रप्रदेश में की जाती है।

सौंफ के गुण – Quality of Fennel

सौंफ की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी में इसका मांग और खपत बढ़ जाती है। सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो हमारे स्वास्थ के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। सौंफ में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन-सी के अतिरिक्त विटामिन-ए और बी6 भी होते हैं। इसमें कैल्शियम, सोडियम, फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम जैसे तत्व भी पाये जाते हैं। 

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दोस्तो, अब आपको बताते हैं सौंफ के सेवन करने से क्या फायदे होते हैं। 

सौंफ खाने के फायदे – Benefits of Fennel 

1. स्वस्थ पाचन तन्त्र के लिए (Digestive System)- स्वस्थ पेट का आधार स्वस्थ पाचन तन्त्र होता है। सौंफ स्वस्थ पाचन तन्त्र के लिये बहुत उत्तम है।  एक चम्मच सौंफ के सेवन से आपका पाचन तन्त्र दुरुस्त रहेगा। कब्ज, पेट फूलना, पेट में गैस बनना, आंत में ऐंठन आदि समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। इसके एंटीस्पास्मोडिक, कार्मिनेटिव जैसे गुण पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सौंफ कब्ज को दूर करने में सहायता करती है।

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2. आंखों की रोशनी के लिए (Eyesight)-  आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिये विटामिन-ए और विटामिन-सी जरूरी होते हैं। सौंंफ में ये दोनों विटामिन पाये जाते हैं। एक चम्मच सौंफ और आधा चम्मच मिश्री का पाउडर बनाकर रात को दूध में मिला कर पीने से आंखों की रोशनी में इजाफा होता है। साथ ही आंखों से जुड़ी समस्याओं के खतरे भी कम होंगे।  

3. मुंह/सांसों की दुर्गंध दूर करे (Bad Breath)- मुंह की और सांसों की दुर्गंध का बहुत अच्छा विकल्प है सौंफ। सौंफ चबाने से मुंह में ज्यादा लार बनने लगती है जो बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होती है। सौंफ के रोगाणुरोधी (Antimicrobial) गुण ऐसे रोगाणु से लड़ते हैं जो सांस में बदबू पैदा करते हैं। बस आपको भोजन के बाद थोड़ी सी सौंफ चबा-चबा कर खानी है।

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4. हड्डियों के लिए (Bones)- हड्डियों को मजबूत बनाने में कैल्शियम की आवश्यकता होती है। सौंफ में लगभग 115mg कैल्शियम मौजूद होता है। इसके अतिरिक्त सौंफ में मैग्नीशियम, फास्फोरस और विटामिन-के, भी मौजूद होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। निश्चित रूप से सौंफ का सेवन आपकी हड्डियों को मजबूत बनायेगा। 

5. वजन कम करे (Lose Weight)- सौंफ वजन कम करने का बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसमें मौजूद फाइबर वजन को कम करने में सहायता करता है क्योंकि फाइबर के कारण पेट भरा भरा सा रहता है और हम बिना भूख या असमय खाने से बच जाते हैं। हमारे शरीर में ज्यादा कैलोरी भी नहीं जाती। सौंफ फैट को शरीर पर जमने नहीं देती। एक या दो चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में रातभर के लिए भिगो दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पायें। आप सौंफ की चाय भी पी सकते हैं। चाय बनाने के लिये एक चम्मच सौंफ पानी में उबाल लें। पर ज्यादा नहीं वरना सौंफ के पोषक तत्व खत्म हो जायेंगे। फिर दस मिनट के लिये ढक कर रख दें। दिन में दो या तीन बार पीयें। सौंफ की चाय पीने से बार-बार मूत्र आएगा जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकाल देगा। सौंफ मेटाबॉलिज्म को मजबूत करेगी और अच्छा मेटाबॉलिज्म या चयापचय वजन कम करने में सहायक होता है।

6. हृदय को स्वस्थ रखे (Heart Healthy)- सौंफ में पोटाशियम होता है जो बल्ड प्रेशर को नियन्त्रित करता है और फोलेट को भी कम करने करता है। इसके अतिरिक्त सौंफ में विटामिन-सी भी होता है जो एंटी-ऑक्सिडेंट का कार्य करता है और फ्री-रेडिकल गतिविधि को रोकके हृदय रोग को दूर करता है। सौंफ में फाइबर की भरपूर मात्रा में होती है जो कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को नियंत्रित करता है। इस तरह सौंफ का सेवन आपके हृदय को स्वस्थ रखती है। 

7. तनाव कम करे (Reduce Stress)- मानसिक तनाव के लिये सौंफ का पानी बहुत फायदा करता है। एक चम्मच सौंफ को गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से तनाव दूर हो जायेगा और मस्तिषक भी शांत रहेगा। सौंफ का रस मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाता है। सौंफ एक अच्छे मस्तिष्क बूस्टर के रूप में काम करती है। सौंफ में पोटेशियम होने के कारण यह शरीर में ऊर्जा बनाये रखती है। विद्युत चालन को प्रोत्साहित करती है और स्वस्थ मस्तिष्क की कार्यशीलता को बढ़ाती है। 

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8. श्वास संबंधी समस्याओं के लिए (Breathing Problems)- न्यूट्रिशनल ज्योग्राफी की वेबसाइट के अनुसार फेफड़ों के लिए सौंफ लाभदायक है।  सौंफ ब्रोनिकल मार्ग को साफ करके श्वास क्रिया को ठीक रखती है। सौंफ में  एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कफ, खांसी, सर्दी, फ्लू और साइनस कंजेशन जैसे श्वसन तंत्र में संक्रमण से बचाव करते हैं। सौंफ की चाय इन सबसे में बेहद फायदेमंद होती है। सौंफ में मौजूद पाइथोन्यूट्रिएंट्स अस्थमा में  लिए भी लाभदायक हो सकते हैं। 

9. कैंसर से बचाव (Cancer Prevention)- सौंफ में एनेथोल नाम का एंटी-इंफ्लेमेटरी फायटोनुट्रिएंट पाया जाता है, जो शरीर पर कैंसर विरोधी प्रभाव छोड़ता है। सौंफ कोलोन कैंसर के विकास के खतरे को कम करने में बहुत मदद करती है। यह बृहदान्त्र (large bowel) से कैंसर जनित विषाक्त पदार्थों को हटाती है। यह फायटोनुट्रिएंट ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकती है। सौंफ में मौजूद केर्सटिन और लिमोनिन जैसे अन्य फायटोनुट्रिएंट भी हैं जो एंटी-कार्सिनोजेनिक प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।

10. कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol)- भोजन करने के 30 मिनट बाद एक चम्मच सौंफ खा लीजिये। कोलेस्ट्रॉल नियन्त्रण में रहेगा। सौंफ में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को नियंत्रित करता है। जब कोलेस्ट्रॉल नियन्त्रण में रहेगा तो आपका हृदय भी स्वस्थ रहेगा।

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11. रक्तचाप नियंत्रित करे (Control Blood Pressure)- पोटैशियम खून में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करता है। नाइट्रेट बल्ड प्रेशर को कम करता है। मैग्नीशियम महिलाओं में हाई बल्ड प्रेशर के खतरे को कम कर सकता है। सौंफ में ये सभी तत्व मौजूद होते हैं।

12. स्वस्थ लिवर के लिए (Healthy liver)- सौंफ में सेलेनियम की मौजूदगी पाई जाती है जो लिवर के कार्य करने क्षमता को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक पदार्थों को निकालने में मदद करता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स् लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। अतः सौंफ का सेवन लिवर सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाती है।

13. मधुमेह में मददगार (Diabetes)- सौंफ में पाया जाने वाला तेल ब्लड शूगर के स्तर को कम कर सकता है। यह डायब्टीज के मरीजों के लिये फायदेमंद हो सकता है।

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14. स्तनों में दूध बढ़ाये (Increase Milk in the Breasts)- शिशुओं को स्तनपान कराने वाली के लिए महिलाओं के लिए सौंफ बेहद लाभदायक है। सौंफ में एथनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो फाइटोएस्ट्रोजन (phytoestrogen) है और महिलाओं के स्तनों में दूध बनने की क्षमता को बढ़ा देता है। वैसे अहतियात के तौर पर स्तनपान कराने वाली महिला को सौंफ का सेवन करन से पहले अपने चिकित्सक/विशेषज्ञ से परामर्श ले लेना चाहिये।

15. अनिद्रा दूर करे (Relieve Insomnia)- सौंफ अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाने में भी सहायता कर सकती है। इसमें  मैग्नीशियम पाया जाता है  जिसकी वजह से अच्छी नींद आ सकती है और इसके बारे में कहा जाता है कि यह अच्छी नींद और नींद का समय भी बढ़ सकता है। 

16. मासिक धर्म की समस्याओं के लिये (Period)- महिलाओं को पीरियड के समय पेट दर्द, मरोड़, कमर दर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मासिक धर्म अनियमित भी हो जाता है। ऐसी समस्याओं से निजात दिलाती है सौंफ। जिन महिलाओं का मासिक धर्म नियमित नहीं है उनको पीरियड के दिनों में रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में एक चम्मच सौंफ मिला कर पीना चाहिए। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण पीरियड्स को रेगुलर करने में मदद करेंगे। सौंफ को गुड़ के साथ खाने से भी मासिक चक्र  नियमित हो जायेगा। 

दोस्तो, किसी भी अच्छी वस्तु का अति उपयोग के परिणाम अच्छे नहीं होते। अतः यदि सौंफ का ज्यादा सेवन से ये नुकसान हो सकते हैं –

सौंफ के नुकसान –  Side Effects of Fennel 

1.  सौंफ के ज्यादा सेवन से त्वचा में संवेदनशीलता बढ़ सकती है और धूप में निकलना काफी मुश्किल हो सकता है। सूर्य की किरणों के संपर्क में आने से त्वचा पर रैशेस पड़ सकते हैं। इसे फोटोडर्माटाईटिस विकार कहा जाता है।

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2. स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सौंफ का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक/विशेषज्ञ से परामर्श ले लेना चाहिये। महिला और शिशु के स्वास्थ पर इसका असर पड़ सकता है। 

3. यदि पहले से ही किसी दवा का सेवन कर रहे हैं तो सौंंफ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

4. एलर्जी भी हो सकती है। 

5. छींक, जुकाम, पेट दर्द जैसे एलर्जी के लक्षणों भी हो सकते हैं।  

Conclusion

दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको सौंंफ के विषय में बताया। सौंंफ के गुणों के बारे में बताया। सौंफ खाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी दी।  आशा है आपको ये पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों या सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा।  कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर उत्तरदायी नहीं है।  कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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