दोस्तो, आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर। आज हम आपके लिए लेकर आये हैं एक ऐसा फल जिसमें पानी की मात्रा सबसे ज्यादा होती है परन्तु यह तरबूज या खरबूज नहीं है। बाहर से भी हरा (कोई प्रजाति ब्राउनिश या पीला भी होता है), काटने पर अंदर से भी हरा निकलता है। इसमें कोई गुठली नहीं होती, इसके बीज बहुत नरम होते हैं इसलिये बीज सहित ही खाया जाता है। स्वाद में फीका पर बहुत हल्की सी मिठास लिये लेकिन नमक लगाकर खाओगे तो ये मिठास भी चली जाएगी। दोस्तो हम बात कर रहे हैं खीरा की जो स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, शारीरिक सौंदर्य के लिए भी लाभदायक है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “खीरा खाने के फायदे और नुकसान”। खीरा के बिना तो सलाद की कल्पना भी नहीं की जा सकती। देसी हैल्थ क्लब आज आपको खीरा के विषय में जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि खीरा खाने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं। तो सबसे पहले जानते हैं खीरा के बारे में कि खीरा क्या होता है।
खीरा क्या होता है? – What is Cucumber?
दोस्तो, बहुत ही सरल शब्दों में कहा जाये तो खीरा मुख्य रूप से सलाद बनाने में काम आने वाला फल है। शरीर को हाइड्रेट करने का एक बेहतरीन विकल्प है खीरा। इसे पोषक तत्वों, विटामिन्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावर हाउस कहा जाता है। मूलतः दक्षिण एशिया में उगाए जाने वाला फल है परन्तु अब विश्व के अनेक देशों में इसकी खेती की जाती है। खीरा; तरबूज, खरबूज, ककड़ी, कद्दू , लौकी, तोरई आदि के परिवार का हिस्सा है।
फसल संबंधी जानकारी – Crop Information
इसे ज़ायद फसल कहा जाता है अर्थात् भारत की दो मुख्य फसलों रबी और खरीफ़ के बीच में उगाई जाने वाली फसल। ऐसी फसलों में बहुत तेज धूप, गर्मी और शुष्क हवायें सहन करने की सहन शक्ति होती हैं। खीरा की, पेड़ों पर चढ़ने वाली और जमीन पर फैलने वाली लता (बेल) (Creeper) होती हैं। रंग-रूप और आकार के आधार पर खीरा की कई प्रजातियां होती हैं। जिनमें एक खीरा अफ्रीका मूल का भी है जिसे बालम खीरा के नाम से जाना जाता है। जो गुणों में और दिखने में भी खीरा जैसा ही होता है। हमारे देश भारत में खीरा की पैदावार बहुत ज्यादा होती है। उत्तर भारत में नदियों के किनारे खीरा की खेती की जाती है। इसे मार्च-अप्रैल में बोया जाता है।
खीरा के गुण – Properties of Cucumber
1. खीरा में 95 प्रतिशत पानी होता है।
2. खीरा की तासीर ठंडी होती है, परन्तु इसे हर मौसम में खाया जा सकता है।
3. खीरा को विटामिन्स, मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावर हाउस कहा जाता है।
4. यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है।
5. इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा बहुत कम होती है।
6. इसका उपयोग शारीरिक स्वास्थ के अतिरिक्त शारीरिक सौंदर्य को बढ़ाने के लिये भी किया जाता है।
7. खीरा के पोषक तत्व (मात्रा प्रति 100 ग्राम) :-
पानी 96.73 ग्राम
ऊर्जा 10 kcal
प्रोटीन 0.59 ग्राम
फैट 0.16 ग्राम
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कार्बोहाइड्रेट 2.16 ग्राम
फाइबर 0.7 ग्राम
शुगर 1.38 ग्राम
कैल्शियम 14 मिलीग्राम
आयरन 0.22 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 12 मिलीग्राम
फास्फोरस 21 मिलीग्राम
पोटैशियम 136 मिलीग्राम
सोडियम 2 मिलीग्राम
जिंक 0.71 मिलीग्राम
कॉपर 0.071 मिलीग्राम
सेलेनियम 0.1 माइक्रोग्राम
फोलेट 14 माइक्रोग्राम
थियामिन 0.031 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन 0.025 मिलीग्राम
नियासिन 0.037 मिलीग्राम
कोलीन 5.7 मिलीग्राम
विटामिन-बी6 0.051 मिलीग्राम
विटामिन-सी 3.2 मिलीग्राम
विटामिन-ए (RAE) 4 माइक्रोग्राम
बीटा कैरोटीन 31 माइक्रोग्राम
विटामिन-ए IU, 72 IU
विटामिन-ई 0.03 मिलीग्राम
विटामिन-के 7.2 माइक्रोग्राम
फैटी एसिड टोटल
सैचुरेटेड 0.078 ग्राम
फैटी एसिड टोटल
मोनोअनसैचुरेटेड 0.01 ग्राम
फैटी एसिड टोटल
पॉलीअनसैचुरेटेड 0.019 ग्राम
खीरा का उपयोग – Use of Cucumber
दोस्तो, खीरा कई रूप में खाया जा सकता है, जो इस प्रकार हैं :-
1.खीरा काट कर, छीलकर या बिना छिले भी ऐसे ही खा सकते हैं।
2. भोजन के साथ सलाद के रूप में।
3. खीरा का रायता बना कर।
4. खीरा का अचार बना।
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5. खीरा को सैंडविच में डाल कर।
6. खीरा का जूस निकाल कर।
7. सांभर बनाते समय खीरा भी डाल सकते हैं।
8. आंखों में जलन या सूजन कम करने के लिये और की काली झाईयां दूर करने के लिये, खीरा के गोल टुकड़े काटकर आंखों पर रखे जाते हैं।
9. खीरा का जूस को या गोल टुकड़ों को चेहरे पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
10. खीरा के पल्प और दही का फेस पैक बनाया जा सकता है।
खीरा खाने के फायदे – Benefits of Eating Cucumber
1. एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर (Rich in Antioxidant Properties)- खीरा एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर के स्वास्थ के लिये बहुत जरूरी होते हैं। बायोकेमिकल्स के दुष्प्रभाव से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर में अतिरिक्त बैक्टीरिया को खत्म कर लाल रक्त कोशिकाओं निर्माण कर उनकी संख्या में वृद्धि करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त करके अनेक बीमारियों जैसे किडनी, लिवर, हृदय रोगों से बचाते हैं। साथ ही एजिंग की समस्या को भी कम करने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने में मदद करते हैं।
2. शरीर को हाइड्रेट रखें (Keep the Body Hydrated) – खीरा खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह शरीर को हाइड्रेट रखता है। शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता क्योंकि इसमें 95% पानी होता है। इस कारण खीर हमें डिहाइड्रेशन से होने वाली बीमारियों से बचाता है। इसकी तासीर ठंडी होने के कारण यह गर्मी में शरीर के तापमान को सामान्य बनाये रखने में मदद करता है। एक छोटा खीरा भी एक गिलास खीरे का एक ठंडे पानी के बराबर प्यास बुझाने में सक्षम होता है। आप खीरा के जूस में नींबू का रस और पुदीना मिलाकर भी पी सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर विटामिन-ए, सी और फोलिक एसिड शरीर के हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
3. मुंह की बदबू दूर करे (Remove Mouth Smell)- खीरा मुंह की लार के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है और बदबू फैलाने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है। यदि आपके मुंह से, सांस से बदबू आ रही है तो खीरा का एक टुकड़ा मुंह में रखकर जीभ से ऊपर वाले तले पर थोड़ी देर तक लगा कर रखें। इससे मुंह में ज्यादा लार बनेगी, फिर खीरे को चबा-चबा कर धीरे-धीरे खायें। यह अन्दर जाकर पेट की गर्मी को शांत करेगा। इसी गर्मी के कारण पेट खराब होता है जो मुंह की बदबू का मुख्य कारण है। इस प्रकार आप खीरा खाने से मुंह की बदबू से छुटकारा पा सकते हैं।
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4. हैंगओवर को दूर करे (Remove Hangover)- कई बार ऐसा होता है कि आपने रात को शराब पी, घर पर या बाहर कहीं पार्टी में। जब सुबह सोकर उठे तो पता चला कि सिर में दर्द है या सिर बहुत भारी भारी सा हो रहा है। ऐसे में खीरा बहुत राहत देगा। इसके सेवन से शराब पीने के पर कम हुऐ पोषक तत्वों की भरपाई हो जायेगी, आपका शरीर हाइड्रेट हो जायेगा और हैंगओवर्स की तीव्रता भी कम हो जायेगी। एक बात और कि जब भी आप शराब पीयें तो रात को सोने से पहले थोड़ा सा छिलका सहित खीरा खायें। सुबह आपके सिर में भारीपन नहीं होगा और ना ही सिर दर्द। आप अपने को एकदम फ्रैश महसूस करेंगे।
5. वजन कम करे (Lose Weight)- खीरा मोटापे की समस्या को भी खत्म करने में मदद कर सकता है। इसमें कैलोरी बहुत कम यानी 100 ग्राम खीरे में सिर्फ 15, होती है। अधिक पानी और कम कैलोरी वाले भोजन को आदर्श आहार माना जाता है। खीरा में भी पानी बहुत अधिक होता है जिसके खाने पर पेट भर जाता है और जल्दी से भूख नहीं लगती और ना ही फिर कुछ खाने की इच्छा होती है। खीरा का यही गुण वजन कम करने में सहायक हो सकता है।
6. पाचन तंत्र को सुधारें (Improve Digestive System)- खीरा में मौजूद इरेप्सिन (erepsin) एंजाइम शरीर में प्रोटीन का पाचन एवं अवशोषण (absorption) बेहतर तरीके से करता है। खीरा का पानी और फाइबर पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं। रोज खाली पेट खीरा खाने से या खीरा का जूस पीने से पेट संबंधी विकार जैसे गैस, कब्ज, पेट में जलन, सूजन, यहां तक कि अल्सर से भी राहत मिलती है। इससे पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या भी ठीक हो जाती है।
7. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे (Control Blood Pressure)- खीरा में पाये जाने वाले पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर हाई और लो दोनों ही ब्लड प्रेशर के लिये अच्छे माने जाते हैं। ये दोनों ही प्रकार के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सामान्य स्तर बनाये रखते हैं। खीरा प्राकृतिक मूत्रवर्धक है जो धमनियों में दबाव को कम करने में मदद करता है। ब्लड प्रेशर को सही बनाए रखने के लिये खीरा में गाजर, चुकंदर और नींबू का जूस मिलाकर दिन में दो, तीन बार पी सकते हैं।
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8. डायबिटीज को नियंत्रित करे (Control Diabetes)- डायबिटीज के मरीज भी निश्चिंत होकर शुगर लेवल के बारे में बिना सोचे खीरा का सेवन कर सकते हैं। खीरा को ग्लाइसेमिक सूचि (Glycemic index) में शून्य (Zero) की रेटिंग में शामिल किया हुआ है। यह अग्न्याशय (Pancreas) को उत्तेजित कर इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाता है और कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध बताती है कि खीरा में एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर को नियन्त्रित करने में और डाइबिटीज की जटिलताओं से बचाने में मदद करते हैं।
9. हृदय स्वास्थ्य के लिये (For Heart Health)- जैसा कि हमने ऊपर बताया कि पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और इसके एंटीडायबिटिक गुण ब्लड शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज की जटिलताओं से बचाव करने में मदद करते हैं। ये दोनों ही हृदय के खतरे का कारक होते हैं। जब ये नियन्त्रण में रहेंगे तो हृदय अपने आप सुरक्षित हो जायेगा। खीरा में लिग्निन (lignin) नामक तत्व होता है जो सूजन कम करने करता है। खीरा के सेवन से इम्युनिटी भी बढ़ती है। खीरा में पाये जाने वाले मिनरल्स् और एंटीऑक्सीडेंट हृदय से जुड़ी सभी समस्याओं की संभावना को रोकने में मदद करते हैं।
10. कैंसर से बचाव (Cancer Prevention)- वर्ष 2013 के एक शोध पत्र में खीरा को प्रभावी कैंसर विरोधी फल बताया गया है। खीरा में क्यूकरबिटासिन्स नाम एक तत्व पाया जाता है जिससे खीरा में कड़वाहट आती है और इस तत्व को एंटी-कैंसर की उपयोगिता के लिए जाना जाता है। 2013 के शोध पत्र के अनुसार “क्यूकरबिटासिन्स – कैंसर थेरेपी के लिए एक आशाजनक लक्ष्य” में पाया गया कि क्यूकरबिटासिन्स मानव के कैंसर कोशिकाओं में ट्यूमर के विकास को रोकने और कैंसर से लड़ने में मदद करता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की ओर से प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार खीरा के रस में बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जिनमें एंटी कैंसर गुण भी होते हैं। ये गुण कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। खीरा में cucurbitacins, fisetin, lutein और caffeic एसिड जैसे पदार्थ भी पाये जाते हैं जो शरीर में हो रही कैंसर गतिविधियों की रोकथाम करते हैं और ये प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने में सक्षम होते हैं।
11. हड्डियों के स्वास्थ्य के लिये (Bone Health)- खीरा में वह सब कुछ होता है जिनसे हड्डियों को मजबूती मिलती है और वे स्वस्थ रहती हैं। खीरा में एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) और कैफीक एसिड (caffeic acid) पाये जाते हैं जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें सिलिका (silica) भी होता है, यह सिलिकॉन और ऑक्सीजन के योग से बना खनिज होता है जो संयोजी ऊतक (Connective Tissue) को बनने में मदद करता है और कमजोर हड्डियों को मजबूती देता है। खीरा में प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-के, विटामिन-बी1, विटामिन-बी2, विटामिन-बी 6, विटामिन-बी 5, फोलिक एसिड और कैल्शियम मौजूद होते हैं जो हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं। विटामिन-के फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने में मददगार होता है।
12. आंखों के लिये (Eyes)- खीरा में मौजूद एस्कॉर्बिक एसिड और कुछ एंजाइम आंखों की सूजन कम करने में मदद करते हैं। खीरा का हाइड्रेटिंग गुण आंख और उसकी आसपास की त्वचा को मॉइस्चराइज करने का काम करता है। खीरा के गोल कटे हुऐ टुकड़े बंद आंखों पर कूलिंग प्रभाव छोड़ते हैं। विटामिन-के, आंखों के नीचे काले घेरे और झुर्रियों को खत्म करने में मदद करता है। खीरा में पाये जाने वाला लिग्नांस (Lignans) कंपाउंड आंखों के आसपास की सूजन को कम करता है। खीरा के कुछ गोल टुकड़े काट कर फ्रिज में रख दें ताकि ये ठंडे हो जायें। बाद में इनको निकाल कर एक-एक टुकड़ा आंखें बंद करके दोनों आंखों पर रखे दें। 10-15 मिनट के बाद इनको हटा दें और गुनगुने पानी से आंखें धो लें। इसे एक सप्ताह तक प्रतिदिन दो, तीन बार करें।
13. त्वचा के लिये (Skin)- सूरज की तेज धूप से झुलसी त्वचा (Sunburn) के उपचार में खीरा रामबाण उपाय है। खीरा को ब्लेंड कर त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा को शीतलता प्रदान करेगा। जब यह सूख जाये तब इसे हटाकर ठंडे पानी से धो लें। प्रतिदिन यह क्रिया दोहराएं, कुछ ही दिनों में आराम लग जायेगा। खीरा में पाये जाने वाले मैग्नीशियम, पोटेशियम और सिलिकॉन त्वचा से धूप की कालिमा को खत्म करने के साथ-साथ त्वचा में निखार लाते हैं। खीरा में मौजूद एंटी-एक्ने गुण मुंहासों की समस्या से राहत पाने में मददगार हो सकते हैं। विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण खीरा का उपयोग एक्जिमा, सोरायसिस और मुहांसों के लिए कई क्रीम उत्पादन में मुख्य सामग्री के रूप में किया जाता है।
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14. सेल्युलाईट को कम करें (Reduce Cellulite)- महिलाओं के कूल्हों और जांघों पर जमे हुऐ फैट को सेल्युलाईट कहा जाता है जो इन्हें मोटा कर देता है। खीरा इस फैट को काटता है और त्वचा के नीचे से अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकाल कर त्वचा में कसावट लाता है, जिससे सेल्युलाईट कम दिखने लगता है। इसके लिये कॉफी के साथ पेस्ट बनाकर लगाना होगा। आधा कप कॉफी में खीरा का जूस और एक चम्मच कच्चा शहद मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को शरीर के प्रभावित जगह पर लगाकर सूती, हो सके तो मलमल के कपड़ा लपेट दें। आधा घंटा बाद कपड़ा हटा कर, पेस्ट को भी छुटा दें। इसे हफ्ते में दो बार करें और खीरा भी खायें।
खीरा खाने का सही समय – The Right Time to Eat Cucumber
1. सुबह, दोपहर और रात तीनों खीरा खाया जा सकता है, भोजन के साथ सलाद के रूप में या भोजन के बाद।
2. परन्तु रात के समय खीरा खाने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा अधिक होने के कारण मूत्र अधिक बनता है। मूत्र विसर्जन के लिये बार-बार जाना पड़ेगा जिससे कैल्शियम भी मूत्र के द्वारा निकल जायेगा।
3. गर्भवती महिला के लिये तो मूत्र विसर्जन के लिये बार-बार जाना संभव नहीं रहेगा और उसे असहज भी रहेगा।
4. इसलिये रात के समय खीरा खाना अवॉइड करें।
खीरा कितना खाना चाहिए? – How Much Should I Eat Cucumbers?
1. इस विषय पर कोई वैज्ञानिक/आहार विशेषज्ञ का दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, परन्तु इतना तय है कि बहुत ज्यादा खाने से पेट में दर्द जरूर हो जायेगा और डकार भी परेशान करेंगी।
2. छोटे या मध्यम आकार का खीरा एक ही बहुत है। बड़ा खीरा आधे से ज्यादा ना लें।
3. खीरे का जूस एक गिलास काफी है। इससे ज्यादा नुकसान कर सकता है।
देसी हेल्थ क्लब की सलाह – Desi Health Club’s Advice
दोस्तो, देसी हैल्थ क्लब आपके अच्छे स्वास्थ की कामना करते हुऐ निम्नलिखित सलाह देता है।
1. खीरा को सबसे पहले अच्छी तरह धो लें, फिर उसके मुख से काट कर, नमक लगाकर कटे हुऐ छोटे टुकड़े से खीरा के मुख पर अच्छी तरह रगड़िये ताकि इसका सारा विषैला पदार्थ निकल जाये।
2. खीरा छील कर छोटा सा टुकड़ा काट कर खाकर चैक कर लें। कोई-कोई खीरा पूरा कड़वा होता है। उसे फैंक दें। कड़वा खीरा खाने से विषाक्तता की समस्या हो सकती है।
3. खीरा खाने के बाद पानी ना पियें। खीरा खाने के बाद पानी पीने से इसके पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इससे शरीर का पी।एच। (Power of Hydrogen) लेवल गड़बड़ा जाता है और पाचन क्रिया बाधित होती है। भोजन को पचाने के लिये पी।एच।लेवल सही होना बहुत जरूरी होता है।
खीरा ज्यादा खाने के नुकसान – Side Effects Overeating Cucumber
दोस्तो, बहुत अधिक मात्रा में खीरा खाने के हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान –
1. पेट में दर्द, पेट फूलना, गैस, डकार आदि की समस्या हो सकती है।
2. खीरा में ड्यूरेटिक (मूत्रवर्धक) प्रभाव होने से बार-बार मूत्र विसर्जन के लिये जाना पड़ता है जिससे कैल्शियम की कमी हो सकती है।
3. गर्भवती महिलाओं के लिये बार-बार मूत्र विसर्जन के लिये जाना, असहज स्थिति में ला सकता है और उनको चिड़चिड़ापन हो सकता है।
4. जो रैगवीड एलर्जी ( Ragweed – रैगवीड पौधों से होने वाली एलर्जी) के शिकार हैं, वे खीरा को अवॉइड करें। उनको खीरा के सेवन से एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं जिनमें मुंह और गले में खुजली और सूजन शामिल है।
5. साइनसाइटिस (Sinusitis) या पुराना सांस रोग से पीड़ित हैं, तो खीरा खाने को अवॉइड करना चाहिये। क्योंकि खीरा की तासीर ठंडी होती है। यह निश्चित रूप से इस समस्या को बढ़ा सकता है। साइनसाइटिस को वायुविवरशोथ के नाम से भी जाना जाता है। यह सर्दी या एलर्जी से शुरू होता है, सिर दर्द, चेहरे का दर्द, नाक बहना, नाक बंद हो जाना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
6. कड़वे खीरे का सेवन ना करें, इसमें पाये जाने वाला कुकुर बिटेसिन (Cucurbitacins) नामक कंपाउंड विषाक्तता का कारण बन सकता है।
Conclusion
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको खीरा खाने के फायदे के बारे में विस्तृत जानकारी दी। खीरा क्या होता है, इसकी फसल की जानकारी के बारे में, विस्तार पूर्वक बताया। खीरा के क्या गुण होते हैं कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और खीरा का उपयोग कैसे कर सकते हैं, इन सबके बारे में भी विस्तार से बताया। इस लेख के माध्यम से खीरा खाने के फायदे बताये और खाने का सही समय, खाने की मात्रा, देसी हैल्थ क्लब की सलाह और खीरा ज्यादा खाने के नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, हमारा आज का यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में कृपया अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health- Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर या लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
Nice Article