स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो आयुर्वेदिक गुणों से समृद्ध होते हैं। इनका हर भाग बीमारियों के उपचार में उपयोगी होता है। जड़, छाल, पत्ते, फूल, फल सब उपयोग में आते हैं। इनको हर्ब वनस्पति कहा जाता है। इनमें से कुछ भोजन के लिए भी उपयोग में लाए जाते हैं। ऐसे ही एक हर्ब पौधा है जिसे मोरिंगा कहा जाता है। मूलतः इसकी फलियों को आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। दक्षिण भारत में तो ये फलियां भोजन की आत्मा मानी जाती हैं।
इनको सांबर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि ये फलियां 300 से अधिक बीमारियों के इलाज में काम आती हैं। फलियों के अतिरिक्त मोरिंगा की पत्तियों में सबसे अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसलिए इनको सुखाकर पीसकर पाउडर बनाया जाता है जिसे मोरिंगा पाउडर कहा जाता है। जो औषधीय गुण मोरिंगा की पत्तियों में होते हैं, वही गुण इसके पाउडर में भी आ जाते हैं।
यह मोरिंगा पाउडर औषधीय गुणों से भरपूर तथा पोषक तत्वों से समृद्ध होता है जो कि स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आखिर ऐसा क्या है इस पाउडर में जो स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “मोरिंगा पाउडर के फायदे”। देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको मोरिंगा पाउडर के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बताएगा इसके क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि मोरिंगा क्या है और मोरिंगा पाउडर क्या है? फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।
मोरिंगा क्या है? – What is Moringa
दोस्तो, मोरिंगा एक ऐसी वनस्पति है जिसकी नस-नस में एंटीऑक्सीडेंट गुण भरे पड़े हैं। तात्पर्य यह है कि मोरिंगा के पौधे के तने की छाल में, पत्तियों में, फलियों में एंटीऑक्सीडेंट गुणों की भरमार होती है। इसे जादुई मोरिंगा भी कहा जाता है। सबसे अधिक औषधीय गुण इसकी पत्तियों में होते हैं।
मोरिंगा का पौधा लगभग 10 मीटर तक ऊंचा हो जाता है परन्तु इसको डेढ़-दो मीटर से अधिक ऊंचा नहीं होने दिया जाता ताकि इसकी फलियां तोड़ने में आसानी रहे। इसलिए इसकी प्रतिवर्ष कटाई करनी पड़ती है। औषधीय गुणों के कारण मोरिंगा के पत्ते, फूल, फलियां, छाल, जड़ सभी का उपयोग किया जाता है परन्तु भोजन में इसकी लंबी-लंबी हरी फलियां इस्तेमाल की जाती लाए हैं।
सबसे अधिक दक्षिण भारत में मोरिंगा की फलियों का उपयोग सांबर बनाने के लिए किया जाता है। प्रोटीन, विटामिन और अनेक खनिजों से समृद्ध मोरिंगा की फलियों को विश्व में “सुपर फूड” का दर्जा दिया गया है। मोरिन्गासाए परिवार से संबंध रखने वाले मोरिंगा का वानस्पतिक नाम और मोरिंगा ओलिफेरा” (Moringa oleifera) है और इसे अंग्रेजी में ड्रम स्टिक (Drum stick) कहते हैं।
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मोरिंगा पाउडर क्या है? – What is Moringa Powder?
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि मोरिंगा के पौधे के तने की छाल में, पत्तियों में, फलियों में एंटीऑक्सीडेंट गुणों की भरमार होती है। सबसे अधिक औषधीय गुण इसकी पत्तियों में होते हैं। इसीलिए मोरिंगा की पत्तियों का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है, इनका अर्क निकालने के लिए और इनका पाउडर बनाने के लिए। हम बात करेंगे मोरिंगा पाउडर की, तो समझिए कि इसके पाउडर को खाना बहुत आसान होता है – मुंह में एक चम्मच पाउडर डालकर थोड़ा सा पानी पी लिया या इसे पानी में घोलकर पी लिया।
मोरिंगा की पत्तियों को कम तापमान में और छाया में सुखाया जाता है। पत्तियों के अच्छी तरह सूख जाने पर इनको पीसकर छाना जाता है। इस पिसी हुई सामग्री को ही “मोरिंगा पाउडर” कहा जाता है। इसका रंग हरा होता है और स्वाद ग्रीन टी जैसा। इसमें से मोरिंगा की खुश्बू आती है। मोरिंगा पाउडर में पालक से भी ज्यादा आयरन होता है। यह औषधीय गुणों से सम्पन्न और विटामिनों और पोषक तत्वों से भरपूर स्वास्थ के लिए अत्यंत लाभदायक होता है।
मोरिंगा की खेती – Moringa Cultivation
- भारत को मोरिंगा का उत्पत्ति स्थान माना जाता है और मोरिंगा उत्पादन में भारत का विश्व में प्रथम स्थान है।
- फिलीपिंस, श्रीलंका, मलेशिया, मैक्सिको, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मोरिंगा की खेती होती है।
- भारत के आंध्र प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों में मोरिंगा की खेती होती है।
मोरिंगा पाउडर के गुण – Properties of Moringa Powder
- मोरिंगा पाउडर की तासीर गर्म होती है।
- मोरिंगा पाउडर का स्वाद ग्रीन टी की तरह होता है।
- मोरिंगा पाउडर प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है।
- मोरिंगा पाउडर में विटामिन-ए, बी, सी और विटामिन-ई तथा फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, ज़िंक आदि पोषक तत्व होते हैं।
- माना जाता है कि मोरिंगा में 18 प्रकार के अमीनो-एसिड, 36 एंटीइंफ्लेमेटरी यौगिक तथा 46 प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
- मोरिंगा पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीओबेसिटी, एंटीडायबिटिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, आदि गुण उपस्थित होते हैं।
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मोरिंगा पत्तियों के पोषक तत्व (प्रति 100 ग्राम सूखी हुई पत्तियां) – Nutrients of Moringa leaves (per 100 grams dried leaves)
- कैलोरी : 92 Kcal
- प्रोटीन : 6.70 ग्राम
- फैट : 1.70 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट : 12.5 ग्राम
- फाइबर : 0.90 मिलीग्राम
- आयरन : 0.85 ग्राम
- कैल्शियम : 440 मिलीग्राम
- पोटेशियम : 259 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम : 42 मिलीग्राम
- फास्फोरस : 70 मिलीग्राम
- कॉपर : 0.07 मिलीग्राम
- ज़िंक : 0.16 मिलीग्राम
- विटामिन-ए : 6.78 मिलीग्राम
- विटामिन-बी1 : 0.06 मिलीग्राम
- विटामिन-बी2 : 0.05 मिलीग्राम
- विटामिन-बी3 :0.8 मिलीग्राम
- विटामिन-सी : 220 मिलीग्राम
मोरिंगा पाउडर बनाने की विधि – How to make Moringa Powder
दोस्तो, घर पर मोरिंगा पाउडर बनाना बहुत ही सरल है। आप घर पर निम्न प्रकार से मोरिंगा का पाउडर बना सकते हैं –
- मोरिंगा की पत्तियां लेकर इनको पानी से अच्छी तरह धो लें ताकि इनकी धूल मिट्टी निकल जाये।
- इन पत्तियों का पानी सूखने पर इनको एक साफ कपड़े में रखकर सूखने के लिए फैला दें।
- इनको कम तापमान वाले स्थान पर और छाया में सूखने के लिए डाल दें।
- इनके ऊपर बारीक सूती कपड़ा (मलमल का हो तो ज्यादा अच्छा है) डाल दें ताकि पत्तियों पर धूल मिट्टी ना लगे।
- कुछ दिनों में ये अच्छी तरह सूख जाएंगी।
- पूरी तरह सूख जाने के बाद, इन पत्तियों को मिक्सी में डालकर पीस लें। इस पाउडर को बारीक सूती कपड़े में छान लें।
- बस, बन गया मोरिंगा पाउडर।
मोरिंगा पाउडर का उपयोग – Uses of Moringa Powder
मोरिंगा पाउडर का उपयोग निम्न प्रकार से किया जा सकता है –
- एक छोटा चम्मच मोरिंगा पाउडर पानी के साथ सेवन कर सकते हैं।
- इसे चाय या सूप में भी डाल सकते हैं।
- स्मूदी में मिला सकते हैं।
- सलाद पर छिड़का जा सकता है।
- मोरिंगा पाउडर की चाय बना सकते हैं।
- मोरिंगा पाउडर से कैप्सूल या टेब्लेट खा सकते हैं।
मोरिंगा पाउडर की मात्रा – Amount of Moringa Powder
व्यस्क व्यक्ति एक दिन में एक छोटा चम्मच (6 ग्राम) मोरिंगा पाउडर ले सकता है, अधिक से अधिक दो छोटे चम्मच (12 ग्राम)। इससे अधिक ना लें।
मोरिंगा पाउडर के फायदे – Benefits of Moringa Powder
दोस्तो, अब बताते हैं आपको मोरिंगा पाउडर सेवन करने के फायदे जो निम्नलिखित हैं –
1. तुरंत ऊर्जा दे (Instant Energy)- मोरिंगा पाउडर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके खाने के तुरंत बाद शरीर में ऊर्जा का संचार होने लगाता है। इसमें उपस्थित मैग्नीशियम और आयरन की उच्च मात्रा, थकावट और कमजोरी को दूर करने का काम करती है। इसे आप दिनचर्या का एक हिस्सा मानकर प्रतिदिन एक चम्मच मोरिंगा पाउडर पानी के साथ खाएं। आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी।
2. इम्युनिटी बढ़ाए (Increase Immunity)- जितनी इम्युनिटी मजबूत होगी उससे उतनी ही दूर बीमारियां रहेंगी। यह एक ऐसा सत्य है जिसे कोरोना काल में महसूस किया गया है और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जोर दिया गया। इम्युनिटी सिस्टम मौसमी बीमारियों जैसे फ्लू, जुकाम, सर्दी, खांसी, बुखार आदि तथा संक्रमण, वायरस से होने वाली बीमारियों से लड़कर हमारी रक्षा करता है।
मोरिंगा पाउडर में मौजूद विटामिन-सी, एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हुए इम्युनिटी बढ़ाने का काम करता है। इसके अतिरिक्त मोरिंगा में मौजूद फास्फोरस, ज़िंक, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम जैसे खनिज भी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
3. शरीर को डिटॉक्सिफाई करे (Detoxify the Body)- मोरिंगा पाउडर में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो शरीर में उपस्थित विषाक्त पदार्थों (Toxins) को बाहर निकलने का काम करते हुए शरीर का शुद्धीकरण करते हैं। इस पाउडर में कौयगुलांट (coagulant) गुण भी मौजूद होते हैं जो संक्रमण का कारण बनने वाले जीवाणुओं (Bacteria) और रोगाणुओं को खत्म करते हैं ताकि बीमारियों से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त इस पाउडर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को मुक्त कणों से मुक्ति दिलाते हैं। इस प्रकार मोरिंगा पाउडर का सेवन करने से शरीर की आंतरिक सफाई हो जाती है।
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4. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखे (Keep the Digestive System Healthy)- मोरिंगा पाउडर में फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है जो भोजन को रसादार बनाने का काम करती है। भोजन रसादार द्रव में परिवर्तित होने पर, पाचन तंत्र को इसे पचाने में ना तो ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और ना ही इसमें ज्यादा समय लगता है। इस प्रकार पाचन तंत्र का स्वास्थ सही बना रहता है। मोरिंगा पाउडर के सेवन से कब्ज की शिकायत भी दूर हो जाती है क्यों कि फाइबर मल को नरम बना देता है जिससे इसे त्यागने में कठिनाई नहीं होती।
इससे पेट प्राकृतिक रूप से साफ हो जाता है। मोरिंगा पाउडर के सेवन से पेट में दर्द होना, पेट में गैस बनना, आंतों में सूजन जैसी समस्याएं भी नहीं होतीं। इस पाउडर में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो वायरस और संक्रमण से होने वाले रोगों से बचाव करते हैं। मोरिंगा पाउडर को चाय में मिलाकर भी पीया जा सकता है।
5. डायबिटीज़ को कंट्रोल करे (Control Diabetes)- मोरिंगा पौधे की फलियों, पत्तियों और छाल में एंटीडायबिटिक गुण उपस्थित होते हैं जो इंसुलिन के स्तर और संवेदनशीलता में वृद्धि करते हैं इससे ग्लुकोज़ की मात्रा कम बनती है इस प्रकार ग्लुकोज़ लेवल कंट्रोल में रहता है। मोरिंगा पाउडर में उपस्थित प्रोटीन, अमीनो एसिड, बीटा केरोटीन तथा अनेक फीनॉलिक डायबिटीज़ के रोगियों को राहत प्रदान करते हैं। डायबिटीज़ के मरीज मोरिंगा पाउडर को अपने दैनिक आहार में सम्मलित कर सकते हैं अथवा विकल्प के तौर पर मोरिंगा के कैप्सूल भी ले सकते हैं।
6. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करे (Control Cholesterol)- कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता हुआ स्तर हृदय के लिए घातक होता है। नियमित तौर पर मोरिंगा पाउडर लेने का यह भी फायदा होता है कि इससे कोलेस्ट्रॉल स्तर में संतुलन बना रहता है। मोरिंगा पाउडर के सेवन से खराब वाला कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होने लगता है और यह रक्त के थक्कों के गठन को भी कम करने में मदद करता है। यह अच्छे वाले कोलेस्ट्रॉल HDL के स्तर में बढ़ोतरी करता है। इस प्रकार यह पाउडर खराब और अच्छे वाले कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करते हुए इनके बीच एक उचित संतुलन बनाए रखता है।
7. हाई ब्लड प्रेशर को कम करे (Reduce High Blood Pressure)- मोरिंगा पाउडर में पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है जो कि हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। पोटेशियम वैसोप्रेसिन हार्मोन को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह हार्मोन रक्त वाहिकाओं के कार्य को प्रभावित करता है।
इसलिए, हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को नियमित रूप से मोरिंगा पाउडर का सेवन करना चाहिए। इससे उनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा। लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को मोरिंगा पाउडर के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है क्यों कि यह उनके ब्लड प्रेशर को और कम करके समस्या पैदा कर सकता है।
8. हड्डियों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Bones)- मोरिंगा पाउडर में कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, ज़िंक, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर जैसे खनिज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं जो अस्थि खनिज घनत्व (Bone Mineral Density) के स्तर को बढ़ाने का काम करते हैं। अस्थि खनिज घनत्व का स्तर ठीक रहने पर हड्डियों को मजबूती मिलती है। मोरिंगा पाउडर में एंटीऑस्टियोपोरोटिक गुण भी उपस्थित होते हैं। हड्डियां मजबूत रहने पर ऑस्टियोपोरोसिस तथा अन्य हड्डियों से संबंधित रोग नहीं होते।
9. लिवर को स्वस्थ रखे (Healthy Liver)- लिवर, असंतुलित आहार तथा खराब जीवन की वजह से खराब होता है। मोरिंगा में पाए जाने वाले क्वारसेटिन नामक फ्लैवनॉल, हेपाटोप्रोटेक्टिव के रूप में काम करते हुए लिवर को किसी भी रोग से बचाने और किसी भी प्रकार की हानि से बचाने में मदद करते हैं। लिवर की रक्षा के लिये आप मोरिंगा को किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं, पाउडर के रूप में भी।
10. सूजन कम करे (Reduce Swelling)- यद्यपि हल्दी को सूजन खत्म करने का सबसे उत्तम घटक माना जाता है परन्तु मोरिंगा पाउडर में भी एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो शरीर पर सूजन को खत्म करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हैं विशेषकर जोड़ों के दर्द को खत्म करने में।
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11. अनिद्रा में लाभकारी (Beneficial in Insomnia)- नींद ना आने की समस्या या नींद पूरी ना होने की समस्या से मोरिंगा पाउडर आपको राहत दिला सकता है। मोरिंगा पाउडर में उपस्थित अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन (tryptophan) न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन (serotonin and melatonin) हार्मोन के उत्पादन में वृद्धि करता है और निद्रा चक्र को नियंत्रित करते है। इस प्रकार आपको इस समस्या से राहत मिलती है। मोरिंगा पाउडर आपको अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन को भी उत्तेजित करने का काम करता है।
12. गर्भावस्था में लाभकारी (Beneficial During Pregnancy)- गर्भावस्था में महिला को मोरिंगा पाउडर लेना चाहिए या नहीं, इस बारे में मत अलग-अलग हो सकते हैं परन्तु इसमें कोई दो राय नहीं कि गर्भवती महिला को अतिरिक्त पोषक तत्वों और विटामिन की जरूरत होती है। मोरिंगा पाउडर में आयरन, कैल्शियम, कैरोटीन, फॉस्फोरस, ज़िंक व कई विटामिन होते हैं जो गर्भवती महिला महिला की इन जरूरतों को पूरा करता है।
देसी हैल्थ क्लब का मानना है कि गर्भवती महिला, मोरिंगा की छाल को छोड़कर मोरिंगा की अन्य सामग्री को ग्रहण कर सकती है। विशेषकर मोरिंगा को किसी और रूप में सेवन कर सकती है, विशेषकर मोरिंगा की पत्तियों के अर्क और पाउडर की। हां, इतना हम जरूर कहेंगे कि मोरिंगा की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन कम ही करना चाहिए तथा मोरिंगा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
13. त्वचा के लिये फायदेमंद (Beneficial for Skin) – त्वचा स्वास्थ के लिए मोरिंगा पाउडर के फायदे निम्न प्रकार हैं –
(i) एंटी-एजिंग – दोस्तो, मोरिंगा पाउडर में एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो झुर्रियों और फाइनलाइन्स को कम करने में मदद करते हैं। इससे व्यक्ति समय से पहले बूढ़ा दिखाई ना देकर एक चुस्त-दुरुस्त और वास्तविक आयु से दस वर्ष कम नजर आता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। आप इसके लिये एक चम्मच मोरिंगा पाउडर रोजाना ले सकते हैं और इसका फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगा सकते हैं। फेस पैक के बारे में जानकारी हम आगे देंगे।
(ii) चेहरा निखारे – चेहरे की रौनक बढ़ाने और झुर्रियों कै कम करने लिए मोरिंगा पाउडर का फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाएं। फेस पैक बनाने के लिए मुल्तानी मिट्टी पाउडर या चंदन पाउडर में मोरिंगा पाउडर मिलाकर फेस पैक बना लें। आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा हल्दी पाउडर भी डाल सकते हैं। इस फेस पैक को चेहरे पर लगाकर छोड़ दें। सूखने पर चेहरा पानी से धो लें। चेहरे पर निखार आ जाएगा और दमक उठेगा। इसे आप हफ्ते में तीन या चार दिन कर सकते हैं।
14. बालों के लिए फायदेमंद (Beneficial for Hair)- मोरिंगा पाउडर जैसे त्वचा के लिए लाभकारी है वैसे ही यह बालों के लिए भी फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से बालों को विटामिन-ए की अच्छी मात्रा मिल जाती है जो बालों के विकास और रखरखाव में सहायता करता है। विटामिन-ए के अतिरिक्त बालों को आवश्यक पोषक तत्व भी मिल जाते हैं। इसमें उपस्थित ज़िंक और सिलिका भी रोम छिद्रों को बंद होने से रोकते हैं। ये बालों के लिए सीबम का निर्माण करते हैं। मोरिंगा पाउडर के नियमित सेवन से बालों की जड़ें मजबूत हो जाएंगी और बालों का झड़ना बंद हो जाएगा।
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मोरिंगा पाउडर के नुकसान – Disadvantages of Moringa Powder
मोरिंगा पाउडर के हो सकते हैं निम्नलिखित नुकसान –
- मोरिंगा पाउडर की तासीर गर्म होने के नाते इसके अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस, दर्द, दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- डाइबिटीज के रोगियों को इसका सेवन कम करना चाहिए, अधिक सेवन से ग्लूकोज़ लेवल और कम हो सकता है।
- लो ब्लड प्रेशर वाले लोग यदि इससे दूरी बनाकर रखें तो बेहतर होगा क्यों कि यह ब्लड प्रेशर लेवल को और कम करके मुसीबत खड़ी कर सकता है।
- विशेष दवाएं लेने वाले लोग डॉक्टर से पूछ कर ही मोरिंगा पाउडर का सेवन करें।
- गर्भवती महिलाएं भी मोरिंगा पाउडर लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें।
Conclusion –
दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको मोरिंगा पाउडर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मोरिंगा क्या है?, मोरिंगा पाउडर क्या है, मोरिंगा की खेती, मोरिंगा पाउडर के गुण, मोरिंगा पाउडर के पोषक तत्व, मोरिंगा पाउडर बनाने की विधि, मोरिंगा पाउडर के उपयोग और मोरिंगा पाउडर की मात्रा, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से मोरिंगा पाउडर के बहुत सारे फायदे बताए और कुछ नुकसान भी बताए। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा।
दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।
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