दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, हमारे शरीर की कार्य प्रणाली ऐसी है कि जब तक इसको भोजन में हर चीज एकदम उचित मात्रा में मिलती रहेगी, इसकी कार्य प्रणाली में संतुलन बना रहेगा। कोई भी चीज कम ज्यादा हुई तो उसका प्रभाव शरीर पर पड़ने लगता है। और हम अस्वस्थ हो जाते हैं। आज के लेख में हम एक ऐसे चीज का जिक्र करेंगे जिसके शरीर में बढ़ जाने से समस्या होने लगती है। यह चीज बढ़ती है उच्च प्रोटीन युक्त भोजन से। जी हां, हम बात कर रहे हैं यूरिक एसिड की। भोजन से प्राप्त प्रोटीन, पाचन प्रक्रिया के दौरान टूटने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। आखिर इसे कम कैसे किया जाये, इससे कैसे राहत पाई जाये। दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “यूरिक एसिड का घरेलू उपाय”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको यूरिक एसिड के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इससे राहत पाने के देसी उपाय क्या हैं। तो सबसे पहले जानते हैं कि यूरिक एसिड क्या है।
यूरिक एसिड क्या है? – What is Uric Acid?
कार्बन, हाईड्रोजन, आक्सीजन और नाईट्रोजन तत्वों से बने हऐ एक कार्बनिक यौगिक को यूरिक एसिड कहा जाता है। यह यौगिक हमारे शरीर को प्रोटीन के द्वारा अमीनो एसिड के रुप में प्राप्त करता है। प्रोटीन से मिलने वाले अमीनो एसिड के चार प्रकार होते हैं – उदासीन (Neutral), अम्लिय (Acidic), क्षारीय (Alkaline) और विषमचक्रीय (Heterocyclic)। यह यानी यूरिक एसिड हमारे शरीर में आयनों (Ions) और लवण (Salt) के रूप में यूरेट; और एसिड यूरेट जैसे अमोनियम, के रूप में शरीर में मौजूद होता है। पाचन प्रक्रिया के समय प्रोटीन के टूटने पर शरीर में यूरिक एसिड बनता है। शरीर में प्यूरीन (Purine) नामक पदार्थ के टूटने पर भी यूरिक एसिड बनता है। प्यूरीन, मिठाई, मटर, पालक, मशरूम, सूखे सेम, भैंस का मांस गुर्दे, दिमाग, मांस का अर्क, हिलसा, छोटी समुद्री मछली, पका हुआ आलू, मसूर की दाल, काली दाल, बीयर आदि में पाया जाता है।
यूरिक एसिड का स्तर कैसे बढ़ता है? – How do Uric Acid Levels Rise?
यह तो हमने जान लिया कि प्रोटीन और प्यूरीन यूरिक एसिड के कारक हैं अर्थात् इनके टूटने से यूरिक एसिड बनता है। अब जानते हैं कि इसका स्तर कैसे बढ़ता है। दोस्तो, शरीर में यूरिक एसिड हमेशा रहता है। किडनी का काम फिल्टर करने का होता है। यह यूरिक एसिड को फिल्टर कर देती है जिससे यह मल-मूत्र के जरिये बाहर निकल जाता है। लेकिन जब किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती तो अधिकांश यूरिक एसिड रक्त में घुल जाता है और रक्त में इसका स्तर बढ़ जाता है। फिर हड्डियों के बीच में इकट्ठा होने से दर्द उत्पन्न करता है। असमान्य रूप से बढ़े हुऐ यूरिक एसिड के उच्च स्तर को हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहा जाता है। यूरिक एसिड उस समय और भी खतरनाक हो जाता है जब शरीर में क्रिस्टल्स के रूप में जमा होने लगता है। इससे गाउट (Gout) नाम का रोग होने की संभावना रहती है जिसमें जोड़ों में दर्द रहने लगता है।
यूरिक एसिड कितना होना चाहिए? – How Much Should Be Uric Acid?
महिलाओं में यूरिक एसिड का सामान्य स्तर 2.4 से 6.0 mg/dL और पुरुषों में 3.4 से 7.0 mg/dL होना चाहिये। यूरिक एसिड हर व्यक्ति में कम ज्यादा होता रहता है और यह मूत्र के द्वारा निकलता रहता है। यह सामान्य बात है परन्तु जब यह शरीर में रुकने लगे और बाहर ना निकले तो यह असमान्य बात हो जाती है। इसलिये समय-समय पर चैक-अप करा लेना चाहिये।
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यूरिक एसिड बढ़ने के कारण – Cause of Increased Uric Acid
1. उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से जैसे बीफ/मटन या एनिमल ऑर्गन्स जैसे कलेजी, सी-फूड, दाल, चावल, रेड वाइन, गोभी, टमाटर, पालक, मटर, पनीर, भिन्डी, अरबी, राजमा, मशरूम आदि।
2. किडनी या गुर्दे खराब होने के कारण फिल्ट्रेशन (Filtration) की प्रक्रिया में कमी आ जाती है। ऐसी स्थिति में यूरिया, यूरिक एसिड में तब्दील हो जाता है।
3. वजन कम करने के लिये ज्यादा डाइटिंग करने या धार्मिक कारणों से उपवास करने से भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है।
4. शरीर में आयरन की मात्रा अधिक हो जाना।
5. शराब का अधिक सेवन करने से।
6. थायराइड की मात्रा कम या अधिक होना। ऐसे व्यक्तियों का यूरिक एसिड बढ़ जाता है।
7. उच्च रक्तचाप के कारण भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है।
8. डायबिटीज के कारण भी यूरिक एसिड का स्तर जाता है।
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9. मोटापा भी यूरिक एसिड बढ़ने का कारण हो सकता मोटापा भी हो सकता है।
10. असंतुलित आहार भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देता है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण – Symptoms of Increased Uric Acid
1. जोड़ों में दर्द रहना।
2. हाथ, पैरों की उंगलियों का सूज जाना, चुभने वाला असहनीय दर्द होना।
3. पैरों की एड़ियों में दर्द होना।
4. हाथ, पैरों, जोड़ों में दर्द अधिकतर रात के समय होना जिससे नींद नहीं आती।
5. ब्ल्ड शुगर का लेवल बढ़ जाना।
6. बुखार रहना।
7. बहुत ज्यादा प्यास लगना।
8. सर्दी लगना या शरीर में कम्पन होना।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण होने वाले रोग – Diseases Caused By Increased Uric Acid
हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) (यूरिक एसिड के उच्च स्तर का बढ़ जाना) के कारण होने वाले निम्नलिखित संभावित रोग हो सकते हैं –
1. गाउट (Gout) रोग हो सकता है जिसके कारण जोड़ों में दर्द बनता है।
2. गुर्दे की पथरी
3. अपच की समस्या
4. बार-बार पेशाब आना
5. ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाना।
यूरिक एसिड का घरेलू उपाय – Home Remedies for Uric Acid
1. पानी (Water)- पानी सबसे आसान उपाय है अनेकों बीमारियों से राहत पाने का। जहां तक यूरिक एसिड की बात है तो यह समझिये कि आप दिन में भरपूर पानी पीजिये कम से कम दस गिलास। इससे आपको मूत्र भी बनता रहेगा। पानी यूरिक एसिड को पतला करता है और मूत्र विसर्जन के द्वारा फालतू का यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकलता रहेगा। आपका यूरिक एसिड पानी के माध्यम से नियंत्रित रहेगा।
2. नींबू (Lemon)- नींबू भी अनेक बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट, एक गिलास गर्म पानी में आधा या एक नींबू (नींबू के साइज और रस पर निर्भर करता है) निचोड़कर पीयें। इससे आपका पेट साफ रहेगा, गैस, कब्ज आदि की शिकायत भी नहीं होगी, पाचन प्रक्रिया में सुधार होगा, इम्युनिटी बढ़ेगी और सबसे बड़ी बात कि यूरिक एसिड नियन्त्रण में रहेगा। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड का एक सोल्वेंट होता है। यह भोजन में उच्च यूरिक एसिड स्तर को रोकने में मदद करता है।
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3. प्याज (Onion)- प्याज भी अनेकों बीमारियों में अपना प्रभाव छोड़ती है। प्याज में मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, फोलेट, विटामिन-ए, सी और ई भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके अतिरिक्त प्याज एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होती है। प्याज के ये गुण मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। प्याज के गुण सामान्य प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाते हैं और प्यूरीन को कम करते हैं। यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिये कच्चे प्याज का सलाद के रूप में सेवन करें। सुबह खाली पेट प्याज का जूस निकाल कर भी पी सकते हैं।
4. बेरीज़ (Berries)- यूरिक एसिड से राहत पाने का एक और अच्छा विकल्प है बेरीज़। स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लैमटरी गुण होते हैं जो यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने और उनके जोड़ों में जमा होने को रोकते हैं और इसका स्तर कम करने में मदद करते हैं। बेरीज़ में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो खून में यूरिक एसिड को रुकने नहीं देता, इसे बाहर निकालने में मदद करता है।
5. ब्लैक चेरी (Black Cherry)- ब्लैक चेरी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें इंथोसियानिन नामक तत्व भी मौजूद होता है जो यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने का काम करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण गठिया के दर्द को कम करते हैं और किडनी की समस्या से भी राहत दिलाते हैं। आप ब्लैक चेरी को ऐसे ही खा सकते हैं या इसका जूस पी सकते हैं।
6. सेब (Apple)- सेब में मैलिक एसिड की भरपूर मात्रा होती है जो रक्त में यूरिक एसिड को रुकने नहीं देता और इसके प्रभाव को समाप्त करता है। जिनको यूरिक एसिड की समस्या है वे लोग रोजाना सेब का सेवन करें। यूरिक एसिड कम करने के लिये सेब बहुत फायदेमंद है।
7. सेब का सिरका (Apple Vinegar)- सेब की ही तरह सेब का सिरका भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद करता है। यह खून के पीएच स्तर को बढ़ाता है और यूरिक एसिड को कम करने का काम करता है। सेब के सिरका के एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण शरीर में क्षारीय एसिड (Alkaline acid) संतुलन को बनाये रखने का काम करते हैं।
9. केला (Banana)- केले में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण क्षारीय एसिड (Alkaline acid) संतुलन को बनाये रखने में मदद करते हैं। केला विटामिन-सी और फाईबर से भरपूर होता है। ये सब शरीर में फालतू के यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं। आप रोजाना दो, तीन केले खा सकते हैं।
10. गाजर, खीरा या ककड़ी (Carrot, Cucumber)- गाजर एंटी-ऑक्सिडेंट गुणों से समृद्ध होता है और फाइबर भी प्रचुर मात्रा मौजूद होता है। ये सब एंजाइम के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं और शरीर से फालतू का यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकालते हैं। इसी प्रकार खीरा या ककड़ी भी एंटी-ऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होते हैं और इनमें फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में होता है। खीरा, ककड़ी रक्त से यूरिक एसिड निकालने के लिये बेहतर विकल्प हैं।
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11. विटामिन-सी युक्त फल (Vitamin C Rich Fruits)- यूरिक एसिड का स्तर कम करने के लिये अपने आहार में विटामिन-सी युक्त फलों को सम्मलित करें। विटामिन-सी स्वयं एंटी-ऑक्सिडेंट का काम करते हैं। बहुत कम समय में यूरिक एसिड के स्तर में सुधार होगा। विटामिन-सी वाले फलों में संतरा, सेब, पपीता, आंवला, टमाटर, अंगूर, नारंगी, अनानास, नींबू , बेर, कीवी आदि ले सकते हैं।
12. बथुआ (Bathua)- एक सप्ताह तक बथुआ के पत्तों का जूस निकालकर सुबह-सुबह खाली पेट पीयें। यूरिक एसिड कम हो जायेगा। ध्यान रखें कि जूस पीने के बाद दो घंटे तक कुछ ना खायें। एक सप्ताह बाद जांच करा लें।
13. व्यायाम और योगासन (Exercise and Yoga)- यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिये व्यायाम और योगासन का भी सहारा ले सकते हैं। व्यायाम से मोटापा कम होगा। सुबह की सैर (सामान्य चाल से थोड़ा तेज चलें) भी यूरिक एसिड का स्तर कम करने में मदद करेगी। योगासन में आप वृक्षासन, उष्ट्रासन और कपोतासन कर सकते हैं।
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यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए – What to Eat With Uric Acid
यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा तर हरी सब्जियां, फल, डेरी प्रोडक्टस, और अंडा, चेरी, पेय पदार्थ जैसे -कॉफ़ी,चाय, ग्रीन टी, ब्लैक कॉफ़, और साबुत अनाज में ,ओट्स,दलिया, ब्राउन राइस और जौ खाएं, तथा मक्का खाने चाहिए। सभी प्रकार के सूख मेवे भी खा सकते है।
यूरिक एसिड में कौन सी दाल खानी चाहिए? – Which Pulses Should Be Eaten in the Case of Uric Acid?
यूरिक एसिड के मरीजों को डॉकटर्स ज्यादा तर मूंग की दाल खाने को कहते है। क्युकी यह शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करता है। मूंग की दाल हमारे लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी साबित माना जाता है।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको यूरिक एसिड का घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से आपको विस्तारपूर्वक बताया कि यूरिक एसिड क्या है, यूरिक एसिड का स्तर कैसे बढ़ता है, यूरिक एसिड कितना होना चाहिये, इसके बढ़ने के कारण होते हैं, इसके क्या लक्षण होते हैं, यूरिक एसिड बढ़ने के कारण क्या-क्या रोग हो सकते हैं और यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के देसी उपाय क्या हैं। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
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Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।
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