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विटामिन-ई ऑयल के फायदे – Benefits of Vitamin-E Oil in Hindi

विटामिन-ई ऑयल के फायदे

स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। हमारा आज का आर्टिकल महिलाओं और उनके सौन्दर्य को समर्पित है। आज का आर्टिकल में हम एक ऐसी वस्तु का जिक्र करेंगे जो पैर के नाखून से सिर के बाल तक की आपको सौन्दर्य यात्रा करायेगा अर्थात् ये इन सब जगह के सौन्दर्य को निखारने के बारे में बतायेगा। जी हैं, इस वस्तु का नाम है विटामिन-ई ऑयल। यह एक बहुमुखी ऑयल है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट माना जाता है। इससे पहले, फिलहाल में हमने विटामिन-ई के बारे में विस्तार से जानकारी दी है जिसमें बताया गया है कि विटामिन-ई क्या है, इसके कार्य, इसके गुण, इसके फायदे आदि। इसके लिये हमारा पिछला आर्टिकल “विटामिन-E के फायदे” पढ़ें। जहां तक बात है विटामिन-ई ऑयल की तो जान लीजिये कि यह सौन्दर्य निखार के अतिरिक्त  कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को शरीर से खत्म करने में मदद करता है और अन्य बीमारियों की रोकथाम भी करता है। चूंकि आज का आर्टिकल नारी सौन्दर्य से जुड़ा है तो हम केवल सौन्दर्य से संबंधित फायदों के बारे में ही बतायेंगे। यही है हमारा आज का टॉपिक “विटामिन-ई ऑयल के फायदे”। 

देसी हैल्थ क्लब इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपको विटामिन-ई ऑयल के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इसके क्या फायदे होते हैं। तो, सबसे पहले जानते हैं कि विटामिन-ई ऑयल क्या है, घर पर विटामिन-ई ऑयल कैसे बनायें और विटामिन-ई कैप्सूल क्या है?  फिर इसके बाद बाकी बिन्दुओं पर जानकारी देंगे।

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विटामिन-ई ऑयल के फायदे
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विटामिन-ई ऑयल क्या है? – What is Vitamin-E Oil?

विटामिन-ई ऑयल, विटामिन-ई स्रोतों से प्राप्त होने वाला ऑयल है। प्राकृतिक स्रोतों में यह हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों, बीजों और नट्स से मिल जाता है। अन्य स्रोतों में मांस, मछली तथा अंडे से विटामिन-ई ऑयल मिल जाता है। मूलतः विटामिन-ई तेल में घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट है। 

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इस एंटीऑक्सीडेंट गुण के अतिरिक्त इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह केवल एक ऑयल ही नहीं अपितु एक चमत्कारिक औषधि है जो त्वचा तथा बालों के स्वास्थ के लिये श्रेष्ठ मानी जाती है। यह ऑयल त्वचा को मॉइस्चराइज कर पोषण देता है और बालों की जड़ों को मजबूत करता है। विटामिन-ई ऑयल कैप्सूल फोर्म में भी आते हैं। ये कैप्सूल कितने कारगर होते हैं इसका जिक्र हम आगे करेंगे। 

घर पर विटामिन-ई ऑयल कैसे बनाएं? – How to Make Vitamin-E oil at Home

घर पर विटामिन-ई ऑयल बनाना अत्यंत सरल है। इसे बनाने के लिये जरूरत पड़ेगी आठ विटामिन-ई कैप्सूल की, नारियल तेल या ऑलिव ऑयल और अरंडी का तेल की। सबसे पहले विटामिन-ई कैप्सूल को तोड़कर किसी बर्तन में इनका तेल निकाल लें, फिर इसमें  छोटे चम्मच आठ चम्मच नारियल का या फिर ऑलिव ऑयल मिला लें और उसके बाद इसमें चार चम्मच अरंडी का तेल अच्छी तरह मिला दें। बस, बन गया विटामिन-ई ऑयल। यह विटामिन-ई कैप्सूल से अधिक फायदा करेगा। 

विटामिन-ई कैप्सूल क्या है? – What is Vitamin-E Capsule?

विटामिन-ई कैप्सूल वस्तुतः विटामिन-ई का सप्लीमेंट है जिसे पानी से मुंह के जरिये निगला जाता है। या इनका उपयोग इनको तोड़कर इनका द्रव निकालकर त्वचा और बालों में लगाने के लिये किया जाता है। ये कैप्सूल दो प्रकार के मिलते हैं – एक सामान्य प्रकार के जिनमें विटामिन-ई ऑयल के अतिरिक्त अन्य सामग्री भी शामिल होती हैं। दूसरे प्रकार के 100 प्रतिशत विटामिन-ई ऑयल वाले कैप्सूल होते हैं। इनको Nativie कम्पनी बनाती है और ये बहुत मंहगे होते हैं, 327/- रुपये के 15 कैप्सूल। इनका फार्मूला निम्न प्रकार है –

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फार्मूला –

Each soft gelatin capsule contains :

Vitamin   USP  400.U.

(Equivalent to 268.4 mg of d-alpha

tocopherol derived from natural vegetable oils

विटामिन-ई कैप्सूल की प्रभाव क्षमता – Effectiveness of Vitamin-E Capsules

एक्सपर्ट्स का कहना है कि विटामिन-ई कैप्सूल का उपयोग खाने के लिये कम और त्वचा तथा बालों पर लगाने के लिये अधिक होने लगा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि इन कैप्सूल का लंबे समय तक उपयोग किया जाये तो त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। अतः इनको खाना ही उचित माना गया है क्योंकि ये कैप्सूल को तोड़कर स्किन पर लगाने से यह एब्जॉर्ब नहीं होता है।

कैप्सूल खाने के लिए उपयोग में लाये जाते हैं न कि लगाने के लिए। खाने से ही ये अपना सही प्रभाव छोड़ पायेंगे। क्योंकि इनमें एक विशेष प्रकार का व्हीकल कंटेंट मौजूद होता है जो खाने के बाद अपना प्रभाव दिखाता है। जहां तक 100% विटामिन-ई ऑयल कैप्सूल की बात है तो इनसे नुकसान बहुत ही कम या नहीं के बराबर होता है, इनको सुरक्षित माना जाता है। हालांकि इनको भी खाने ही चाहिये ना कि तोड़कर लगाना। 

विटामिन-ई ऑयल के फायदे – Benefits of Vitamin-E Oil

अब बताते हैं आपको कुछ निम्नलिखित विटामिन-ई ऑयल के फायदे जो सौन्दर्य विकार को दूर कर सुन्दरता को निखारते हैं –

1. होंठों को निखारे (Enhance lips)- चेहरा कितना भी सुन्दर हो परन्तु यदि होंठ काले पड़ रहे हैं या होंठ फट रहे हैं तो समझिये कि चेहरा की सुन्दरता का नाश हो रहा है। फटे होंठों से राहत पाने के लिये, होंठों की रंगत निखारने के लिये विटमिन-ई ऑयल आपकी मदद करेगा। इसके लिये विटमिन-ई ऑयल में एक चम्मच शहद अच्छी तरह मिक्स कर लें। इसे रात को सोने से पहले होंठों पर लगायें। ऐसा दो हफ्ते तक करें। 

होंठों का निखार आप खुद-ब-खुद महसूस करेंगी। या विटमिन-ई ऑयल में थोड़ा सा नींबू का तेल मिलाकर होंठों पर लगायें। इस बात का ध्यान रखें कि इसे लगाकर बाहर धूप में ना निकलें। यहां हम स्पष्ट कर दें कि नींबू का तेल नींबू के छिलके से प्राप्त होता है, इसका रंग पीला या हल्का हरा होता है तथा इस तेल में से ताजा नींबू की तरह ही सुगंध आती है। होंठों पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “सर्दियों में फटे होंठ के घरेलू उपाय” पढ़ें।

2. चेहरे के लिये (face)- चेहरे को निखारने के लिये विटमिन-ई ऑयल के साथ एलोवेरा जैल का इस्तेमाल करें। विटमिन-ई ऑयल में ताजा एलोवेरा जैल अच्छे से मिक्स कर लें। यह एक प्रकार से फेस पैक बन जायेगा। इसे चेहरे पर लगाकर थोड़ी देर के लिये छोड़ दें। सूख जाने पर चेहरे को ठंडे पानी से धो लें। या यदि खाली विटमिन-ई ऑयल ही लगाना है तो इसके लिये पहले चेहरे को अच्छी तरह धोकर पोंछ लें, फिर गुनगुने पानी में भीगा हुए, निचुड़ा हुए गर्म तौलिये से चेहरे को 3-5 मिनट तक ढक कर रखें ताकि रोम छिद्र खुल जायें। 

इसके बाद जरा सा विटमिन-ई ऑयल लेकर उंग्लियों से चेहरे की मसाज करें। यदि ड्राई स्किन है तो अगले दिन सुबह चेहरा धो लें, संवेदनशील और ऑयली स्किन है तो 15 मिनट बाद चेहरा धो लें। यहां हम स्पष्ट कर दें कि सिर्फ़ विटमिन-ई ऑयल लगाने से 24 घंटे पहले पैच टैस्ट जरूर कर लें।

3. नाखूनों को निखारे (Polish Nails)- महिलाएं नाखूनों का विशेष तौर पर ध्यान रखती हैं जोकि एक अच्छी बात है। अक्सर नाखून ड्राई हो जाते हैं, ड्राई हो जाने से कट, फट जाते हैं, टूटने भी लगते हैं। ऐसा अधिकतर सर्दियों के मौसम में होता है। नाखूनों में दरार भी पड़ जाती हैं। इन सब समस्याओं से छुटकारा दिलाने में विटमिन-ई ऑयल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र के रूप में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। ऐसी समस्याओं और बेतरतीब नाखूनों की समस्या से राहत पाने के लिये नाखूनों और इनके आसपास के क्षेत्र में थोड़ा सा विटमिन-ई ऑयल लगाकर अच्छे से मालिश करें। कुछ दिनों बाद नाखूनों की ड्राइनेस खत्म हो जायेगी और इनकी रंगत निखर जायेगी। 

4.स्ट्रेच मार्क्स कम करें (Reduce Stretch Marks)- गर्भधारण के 13वें और 21वें सप्ताह के दरम्यान गर्भवती महिला के पेट के नीचे, घुटनों के आसपास, बगल के पास, नितम्बों पर स्ट्रेच मार्क्स बन जाते हैं। यह एक आम समस्या है। 70 से 90 प्रतिशत महिलाएं स्ट्रेच मार्क्स से ग्रस्त हो जाती हैं। कोई कितना भी दावा कर ले परन्तु ये स्ट्रेच मार्क्स कभी खत्म नहीं होते। हां, ये कम जरूर हो जाते हैं।

विटामिन ई ऑयल इन स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है। इसके लिये दिन में दो बार स्ट्रेच मार्क्स पर लगाकर मसाज करें। यह ऑयल त्वचा में प्रवेश कर, त्वचा की दूसरी परत को भेदकर स्‍ट्रेच मार्क्‍स के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। स्ट्रेच मार्क्स पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “स्ट्रेच मार्क्स के देसी उपाय” पढ़ें।

5. एड़ियों को सुन्दर बनाये (Make Ankles Beautiful)- एड़ियों की सुन्दरता अपने आप में माइने रखती है। सर्दियों में एड़ियों का फटना एक आम बात है परन्तु इसका कुप्रभाव विशेष महत्व रखता है। फटी एड़ियां समाज में बेज्जती करवा देती हैं और फिर खुद को भी शर्म आती है। एड़ियां फटी ना भी हों मगर काली पड़ रहीं हैं (अक्सर पाजेब से एड़ियां काली पड़ जाती हैं), या धूल, मिट्टी, प्रदूषण आदि के कारण एड़ियां मलीन हो गई हैं तो इसे नारी सौन्दर्य का ह्रास होता है। ऐसे में जरूरत है इनको साफ करने की, फटी हुई एड़ियों को ठीक करने की। इसके लिये विटमिन-ई ऑयल आपकी मदद करेगा, साथ में  पैट्रोलियम जैली (वैसलीन) की भी जरूरत पड़ेगी। 

विटमिन-ई ऑयल में एक छोटी चम्मच पैट्रोलियम जैली मिक्स करके रात को सोने से पहले एड़ियों पर लगायें। या विटामिन ई के कैप्सूल तोड़कर इसके द्रव को एड़ियों पर लगाकर, थोड़ा सा शिया बटर लगायें और जुराब पहन लें। कुछ सप्ताह बाद फटी एड़ियां ठीक हो जायेंगी और ये निखर जायेंगी, इन पर रंगत आ जायेगी। फटी एड़ियों पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “फटी एड़ियों से छुटकारा पाने का देसी इलाज” पढ़ें। 

6. कोहनियों का कालापन दूर करे (Remove Dark Elbows)- हम नहाते तो रोजाना हैं परन्तु क्या कभी आपका ध्यान कोहनियों पर गया है? ये अधिकतर काली मिलेंगी क्योंकि हम इनकी कद्र नहीं करते और त्वचा काली पड़ती चली जाती है। इनका कालापन दूर करने के लिये विटामिन ई ऑयल आपकी मदद करेगा। इसके लिये विटामिन ई ऑयल में कुछ बूंदें नींबू के रस की और थोड़ा सा शिया बटर मिलाकर पेस्ट बना लें। अब अपनी कोहनियों को नींबू से अच्छी तरह रगड़ कर, इस पेस्ट को लगा कर छोड़ दें। इसके सूखने पर कोहनियों को धो लें। कुछ हफ्ते बाद कोहनियों का कालापन दूर हो जायेगा और ये निखर उठेंगी। 

7. डार्क सर्कल हटाए (Remove Dark Circles)- बहुत अधिक तनाव होने, नींद का पूरी ना होना, हार्मोन्स में बदलाव, आयरन की कमी, धूप में अधिक समय तक रहना, शरीर में पानी की कमी होने पर ब्लड सर्कुलेशन बाधित होने पर, आदि ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से आंखों के नीचे काले घेरे बन जाते हैं जिन्हें डार्क सर्किल कहा जाता है। आंखों के नीचे बनने वाले ये डार्क सर्किल चेहरे की सुन्दरता का नाश कर देते हैं। इनको हटाने के लिये विटमिन-ई ऑयल के साथ बादाम तेल का उपयोग करना होगा। विटमिन-ई ऑयल में बादाम तेल मिलाकर आंखों के नीचे डार्क सर्किल पर रोजाना लगायें। कुछ दिनों बाद ये धीरे-धीरे कम होते चले जायेंगे और अन्ततः ये बिल्कुल खत्म हो जायेंगे। डार्क सर्किल पर विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “Dark Circles हटाने के घरेलू उपाय” पढ़ें। 

8. डार्क स्पॉट्स हटाये (Remove Dark Spots)- त्वचा के एक हिस्से का रंग अन्य  हिस्सों की तुलना में अधिक गहरा या काला हो जाता है।  इसमें त्वचा पर धब्बे  या काले गड्ढे जैसे हो जाते हैं। डार्क स्पॉट्स की इस अवस्था को हाइपरपिग्मेंटेशन (hyperpigmentation) स्थिति कहा जाता है। यह स्थिति ज्यादातर धूप के संपर्क में आने की वजह से बनती है। डार्क स्पॉट्स बनने के लिये सूरज की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणें, लिवर से जुड़ी समस्याएं, वृद्धावस्था आदि कारक भी जिम्मेदार होते हैं।

प्रेग्नेंसी के दौरान भी त्वचा पर डार्क स्पॉट्स बन सकते हैं या पैच आ सकते हैं। इसको मेलस्मा (melasma) के नाम से जाना जाता है। त्वचा पर होने वाले इन डार्क स्पॉट्स को हटाने के लिये विटामिन-ई ऑयल या कैप्सूल को तोड़कर इसके द्रव में ऑलिव ऑयल मिलाकर रोजाना डार्क स्पॉट्स पर लगाएं। ये धीरे-धीरे कम होकर खत्म हो जायेंगे। 

9. मुंहासों के निशान हटाये (Remove Acne Scars)- मुंहासों की एक वजह होती है वसा ग्रन्थियों से निकलने वाले स्राव में रुकावट आ जाना। कील, मुंहासों को हाइपरपिग्मेंटेशन की श्रेणी में रखा जाता है। कील, मुंहासों ठीक तो हो जाते हैं मगर पीछे अपने निशान यादों के रूप में छोड़ जाते हैं और सुन्दर चेहरे को कुरूपता का शाप देकर चले जाते हैं। कहते हैं यादें कभी पीछा नहीं छोड़तीं परन्तु विटामिन-ई ऑयल एक ऐसा रामबाण उपाय है जो कील, मुंहासों या अन्य किसी कारणवश जैसे जलने से त्वचा पर पड़े निशान रूपी यादों से मुक्ति दिला देगा।

इसके लिये विटामिन-ई ऑयल की कुछ बूंदों को चेहरे पर लगाकर रोजाना गोलाकार गति में मालिश करें। कुछ हफ्ते बाद त्वचा से ऐसे सभी निशान कम होकर खत्म हो जायेंगे। मुंहासों पर अधिक जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “मुंहासों से छुटकारा पाने के देसी उपाय” पढ़ें।

10. त्वचा को डिहाइड्रेट रखे (Keep Skin Dehydrated)- याद रखिये त्वचा का शुष्क होना यानि त्वचा में सूखापन होना त्वचा विकार का बहुत बड़ा लक्षण है। अक्सर आपने नोटिस किया होगा कि बांह पर (कोहनी से नीचे ) या टांग पर (घुटने से नीचे) नाखून से या किसी डंडी वगैरा से कुछ लिखते हैं तो एकदम त्वचा पर सफेद रंग में साफ़ और स्पष्ट लिखा हुआ दिखाई देने लगता है यही त्वचा के सूखेपन का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ऐसा इसलिये होता है क्योंकि हमारी त्वचा में नमी की कमी है।

इस कमी को दूर करने का सशक्त उपाय है विटामिन-ई ऑयल। विटामिन-ई ऑयल में थोड़ा सा ऑलिव ऑयल मिलाकर रात को सोने से पहले त्वचा की रोजाना मसाज करें। इससे खोई हुई नमी वापस मिल जायेगी और त्वचा डिहाइड्रेट रहेगी। त्वचा में नमी बनी रहेगी, त्वचा कोमल और मुलायम रहेगी और त्वचा में निखार आयेगा। 

11. एंटी एजिंग के लिए फायदेमंद (Beneficial for Anti-Aging)-  विटामिन-ई ऑयल त्वचा की लगभग सभी प्रकार की समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर सिद्ध होता है। यह कोलेजन, फाइबर का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है। इसके मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा का ढीलापन खत्म करके त्वचा में कसावट लाता है। इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। 

यह, रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाव करके एंटीएजिंग के रूप में काम करते हुए उम्र के बढ़ते प्रभाव की गति को कम करके झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करता है। परिणामतः आप अपनी वास्तविक उम्र से कम दिखाई देती हैं। आप हफ्ते में तीन दिन तो विटामिन-ई ऑयल से चेहरे की मसाज तो कर ही सकती हैं। कर के देखिये, निश्चित रूप से फायदा होगा।

विटामिन-ई ऑयल के नुकसान – Side Effects of Vitamin-E Oil 

विटामिन-ई ऑयल से नुकसान होने की संभावना बहुत ही कम होती है क्योंकि इसे मुंह से नहीं लिया जाता। नुकसान इसके सप्लीमेंट अर्थात् विटामिन-ई कैप्सूल के सेवन करने से होती है क्योंकि ये मुंह के जरिये निगले जाते हैं। तो, डालते हैं विटामिन-ई कैप्सूल से होने वाले नुकसानों पर जो निम्न प्रकार हैं – 

1. जो लोग खून पतला करने वाली दवाई ले रहे हैं या अन्य कोई दवाएं ले रहे हैं उनको विटामिन-ई के सप्‍लीमेंट नुकसान पहुंचा सकते हैं। वैसे 100% विटामिन-ई ऑयल वाले कैप्सूल को सुरक्षित माना जाता है। फिर भी वे डॉक्‍टर की सलाह पर ही विटामिन-ई के सप्‍लीमेंट का सेवन करें। 

2. विटामिन-ई कैप्सूल्स को फेस पैक के रूप में दिन में केवल दो बार लगा सकते हैं। इससे ज्यादा उपयोग करने पर इसके कुप्रभाव हो सकते हैं। वैसे केवल एक बार रात को सोने से पहले लगाना सुरक्षित रहता है।

3. विटामिन-ई सप्‍लीमेंट की हाई डोज लेने से इसके साइड इफैक्ट्स हो सकते हैं। जिन लोगों को हृदय से जुड़ी समस्याएं हैं या डायबिटीज से पीड़ित हैं उनको 400 आईयू से अधिक इसका सेवन नहीं करना चाहिये। 

4. एक शोध बताती है कि विटामिन-ई ऑयल के अधिक सेवन से मृत्यु की संभावना बन सकती है या  अन्य गंभीर दुष्प्रभावों की भी संभावना हो सकती है।

5. एक शोध बताती है कि विटामिन-ई, रोजाना 300-800 आईयू से अधिक लेने से रक्तस्रावी समस्या बन सकती है यानि  (Hemorrhagic stroke) नामक एक गंभीर स्ट्रोक होने की संभावना हो सकती है। यह रक्तस्राव की समस्या सीधे तौर पर ब्रेन हेमरेज से जुड़ी हुई है। ब्रेन हेमरेज होने का जोखिम 22% तक बढ़ सकता है। ब्रेन हेमरेज पर अधिक जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “ब्रेन हेमरेज क्या है?” पढ़ें। 

6. कुछ शोध यह भी बताती हैं कि मल्टीविटामिन के साथ-साथ विटामिन-ई सप्लीमेंट का सेवन करने से कुछ पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के विकास का खतरा पैदा हो सकता है।  

7. विटामिन-ई सप्लीमेंट की हाई डोज लेने से जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन, थकावट, कमजोरी, सिरदर्द की समस्या हो सकती है। 

8. विटामिन-ई सप्लीमेंट से कई लोगों को एलर्जी हो सकती है जैसे त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको विटामिन-ई ऑयल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विटामिन-ई ऑयल क्या है, घर पर विटामिन-ई ऑयल कैसे बनायें, विटामिन-ई कैप्सूल क्या है और विटामिन-ई कैप्सूल की प्रभाव क्षमता, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस आर्टिकल के माध्यम से विटामिन-ई ऑयल के बहुत सारे फायदे बताये और कुछ नुकसान भी बताये। आशा है आपको ये आर्टिकल अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो आर्टिकल के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह आर्टिकल केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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दोस्तो, आज के आर्टिकल में हमने आपको विटामिन-ई ऑयल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विटामिन-ई ऑयल क्या है, घर पर विटामिन-ई ऑयल कैसे बनायें, विटामिन-ई कैप्सूल क्या है और विटामिन-ई कैप्सूल की प्रभाव क्षमता, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया है।
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