दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, प्राकृतिक विधान के अनुसार सृष्टि की रचना का आधार संगम है, नर और मादा का संगम। नर और मादा के संगम को संभोग कहा जाता है। पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं में यह केवल उनकी प्रजाति बढ़ाने का आधार है परन्तु मानव जाति के लिये यह केवल मानव जाति बढ़ाने का ही आधार नहीं है अपितु आनंद का आधार भी है। एक ऐसा आनंद जिसमें चरम सुख मिलता है, एक ऐसा आनंद जो अलौकिक है, परम आनंद का स्वरूप है मानो भक्त ने भगवान को प्राप्त कर लिया हो। ठीक इसी प्रकार के सुख को चरम सुख कहा जाता है जो महिला और पुरुष को संभोग से मिलता है। और यदि यह चरम सुख, संभोग के समय ना मिले तो। तो यह एक समस्या कहलाती है सेक्सुअल डिसऑर्डर की समस्या जिसे अनोर्गास्मिया कहा जाता है आखिर यह समस्या है क्या? दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “अनोर्गास्मिया क्या है?”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको अनोर्गास्मिया के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इससे छुटकारा पाने के क्या उपाय हैं। दोस्तो, अनोर्गास्मिया को समझने से पहले यह समझना होगा कि ऑर्गेज्म क्या होता है?। तो सबसे पहले जानते हैं कि ऑर्गेज्म क्या है और अनोर्गास्मिया क्या है। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।
ऑर्गेज्म क्या है – What is Orgasm
जब स्त्री पुरुष संभोग करते हैं तो हार्मोन श्राव के कारण उनके शरीर में परिवर्तन होता है उनके दिल की धड़कन बढ़ जाती है, दोनों के प्राइवेट पार्ट्स में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, पुरुष के प्राइवेट पार्ट में उत्तेजना बनी रहती है, स्खलन प्रक्रिया बनती है। इसी प्रकार महिला की योनि मार्ग की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, फैलती हैं, उसी समय योनि में रक्त प्रवाह बहुत तेजी से बढ़ने लगता हो और स्खलन प्रक्रिया बनती है। दोनों इस स्थिति का आनंद लेते हैं, फिर संभोग की एक ऐसी अवस्था आती है जब चरम सीमा पर पहुंचकर स्खलित हो जाते हैं। दोनों का शारीरिक और मानसिक तनाव खत्म हो जाता है, मसल्स सिकुड़ जाते हैं और सारा शरीर ढीला पड़ जाता है। और दोनों को परम सुख और परम आनंद का अनुभव होता है। सेक्स के इसी चरम बिंदु को ऑर्गेज्म (Orgasm) कहते हैं। आचार्य ओशो ने इस अवस्था को संभोग से “समाधि” की स्थिति कहा जाता है जिसमें प्राणी संसारिक दुखों को भूल कर परमानंद को प्राप्त करता है।
अनोर्गास्मिया क्या है? – What is Anorgasmia?
जब कोई व्यक्ति कामेच्छा, कामक्षमता और पर्याप्त कामोत्तेजना के बावजूद भी संभोग के ऑर्गेज्म यानी चरम सुख और परम आनंद को प्राप्त नहीं कर पाता तो सेक्सुअल डिस्ऑर्डर के इस रूप को अनोर्गास्मिया (Anorgasmia) कहा जाता है। यह डिस्ऑर्डर महिलाओं में ही अधिक होता है। यह विकार दुर्लभ स्थितियों में यह पुरुषों में भी होता है। फोर्टिस हॉस्पिटल की डॉ. सुषमा तोमर का मानना है कि “हर महिला के लिए ऑर्गेज्म अलग-अलग तरह का हो सकता है। लेकिन कई बार सारी कोशिशों के बाद भी महिलाएं अपने चरम पर नहीं पहुंच पाती। ये अनोर्गास्मिया नाम की बीमारी की वजह से हो सकता है”। कहने का तात्पर्य यह है कि जब किसी महिला में कामेच्छा भी है और उसमें संभोग के समय भरपूर कामोत्तेजना भी रहती है, अपने पार्टनर का भरपूर साथ देती है, उसे अच्छा भी लगता है लेकिन वह चरम आनंद को महसूस नहीं कर पाती। यही स्थिति अनोर्गास्मिया कहलाती है। महिलाओं में कामेच्छा की कमी के बारे में विस्तार से जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “महिलाओं में कामेच्छा की कमी को दूर करने के देसी उपाय” पढ़ें
अनोर्गास्मिया के प्रकार – Types of Anorgasmia
दोस्तो, अनोर्गास्मिया के मुख्य रूप से दो ही प्रकार होते हैं – प्राइमरी अनोर्गास्मिया और सेकेंडरी अनोर्गास्मिया। परन्तु विशेषज्ञ इसके कुछ और भी प्रकार बताते हैं। हम सभी का विवरण दे रहे हैं जो निम्न प्रकार हैं –
1. प्राइमरी अनोर्गास्मिया (Primary Anorgasmia)- प्राइमरी अनोर्गास्मिया ने कभी भी संभोग के समय पर्याप्त उत्तेजना के बाद भी, संभोग के चरम सुख को महसूस नहीं किया होता है। उसे संभोग सुख का पता ही नहीं होता है कि यह क्या होता है।
2. सेकेंडरी अनोर्गास्मिया (Secondary Anorgasmia)- यदि पहले व्यक्ति को संभोग सुख प्राप्त होता था उसे चरम सुख मिलता था यानी उसे पहले ऑर्गेज्म प्राप्त होता था मगर मेडिकल या अन्य कारणों से अब ऑर्गेज्म प्राप्त नहीं होता तो इस स्थिति को सेकेंडरी अनोर्गास्मिया कहते हैं। यानी व्यक्ति पहले अपने पार्टनर के साथ जब भी संभोग करता है या हस्तमैथुन करता है तो उसे वह चरम सुख नहीं मिलता जो पहले मिलता था।
3. सिचुएशन अनोर्गास्मिया (Situation Anorgasmia)- यह ऐसी परिस्थिति होती है जिसमें हर किसी पार्टनर के साथ ऑर्गेज्म प्राप्त नहीं होता। यह अनोर्गास्मिया का सबसे सामान्य प्रकार है। व्यक्ति केवल एक विशेष पार्टनर के साथ या संभोग के विशेष रूप में जैसे ओरल सेक्स द्वारा या हस्तमैथुन करके या समलिंगी के साथ सेक्स करके ही ऑर्गेज्म प्राप्त करता है। व्यक्ति हर किसी के साथ सेक्स करना या दूसरे के अनुसार सेक्स करना पसंद नहीं करता।
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4. जनरल अनोर्गास्मिया (General Anorgasmia)- यह ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में, चाह कर भी किसी भी पार्टनर के साथ, किसी भी प्रकार से सेक्स करके या हस्तमैथुन करके चरम सुख को प्राप्त नहीं करता।
अनोर्गास्मिया के कारण – Cause of Anorgasmia
दोस्तो, अनोर्गास्मिया के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे मनोवैज्ञानिक कारण, शारीरिक, भावनात्मक, मेडिकल कंडीशन, दवाऐं आदि। विवरण निम्न प्रकार है –
1. एंजायटी
2. डिप्रेशन, तनाव
3. बाइपोलर डिसऑर्डर
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4. यौन शोषण कोई इतिहास रहा हो
5. रजोनिवृति
6. पारिवारिक समस्याऐं/कलह/झगड़े
7. पार्टनर के साथ झगड़े, खराब संबंध, परस्पर तनाव, प्रेम की जगह नफरत हावी हो जाना।
8. पार्टनर द्वारा यौन संबंध को वरीरता ना देना, समय ना निकालना
9. विश्वासघात।
10. अप्राकृतिक तथा कष्टकारी संभोग
11. लंबे समय तक बीमार रहना, ट्रामा, स्पाइन में चोट, डायबिटीज, नपुंसकता, शीघ्रपतन की समस्या आदि।
12. गंभीर रोग जैसे मल्टीपल स्केलेरोसिस और पार्किंसंस रोग।
13. महिलाओं में गर्भाशय की सर्जरी, हिस्टेरेक्टॉमी या कैंसर सर्जरी, पुरुषों में प्रोस्टेट की सर्जरी आदि।
14. शराब का बहुत अधिक मात्रा में सेवन करना, ड्रग्स लेना।
15. धूम्रपान करना।
16. दवाओं का प्रभाव जैसे ब्लड प्रेशर की दवाऐं, एंटीसाइकोटिक्स, एंटीहिस्टामाइन और एंटीड्रिप्रेसेंट्स दवाऐं आदि।
अनोर्गास्मिया के लक्षण – Symptoms of Anorgasmia
दोस्तो, अनोर्गास्मिया का केवल एक ही मुख्य लक्षण है कि भरपूर कामोत्तेजना, कामेच्छा होने के बावजूद भी किसी भी परिस्थिति में संभोग करने या हस्तमैथुन करने के दौरान चरम सुख ऑर्गेज्म को प्राप्त ना कर पाना।
अनोर्गास्मिया का उपचार – Treatment of Anorgasmia
यदि किसी महिला को लगता है कि वह संभोग के दौरान वह चरम सुख को प्राप्त नहीं कर पा रही है तो उसे तुरन्त स्त्री रोग विशेषज्ञ और मनोचिकित्सक से मिलना चाहिये। पुरुषों को भी यदि सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म नहीं मिलता है तो वे भी मनोचिकित्सक मिलें। आपके लक्षणों को जानकर, मन की उलझन और समस्या को समझकर, किसी बीमारी/सर्जरी या दवाईयों की स्थिति को परखकर, गायनाकोलोजिस्ट/मनोचिकित्सक काउन्सिलिंग और दवाओं के माध्यम से अनोर्गास्मिया का उपचार करेंगे।
अनोर्गास्मिया के उपाय – Remedies for Anorgasmia
दोस्तो, कुछ निम्नलिखित उपायों को अपनाकर अनोर्गास्मिया की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है –
1. यदि पार्टनर के साथ कुछ अनबन रहती है तो दोनों ही समझदारी से काम लें, अपने बीच की गलतफहमियों को दूर करें।
2. पारिवारिक समस्याओं की जड़ तक जाकर समझने का प्रयास करें और सुलझाने का प्रयत्न करें।
3. कोई शारीरिक या मानसिक कष्ट है तो डॉक्टर से उपचार करायें।
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4. कोई यौन रोग है तो विशेषज्ञ से इलाज करायें।
5. भगशेफ (clitoris) को गर्म करने व उत्तेजना बढ़ाने के उपाय अपनायें। इसके लिये ज़ेस्ट्रा जैसे उत्तेजना वाले तेल अपना सकते हैं। इसकी मदद से संभोग और हस्तमैथुन के समय आसानी से ऑर्गेज्म प्राप्त कर सकते हैं। क्लिटोरल वैक्यूम नामक उपकरण या वाइब्रेटर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. यह समझने की कोशिश करें कि सेक्स के दौरान आपके पार्टनर को क्या कुछ अच्छा लगता है उसे अपनायें। जैसे किस प्रकार का स्पर्श, किसिंग और कहां। कामक्रीड़ा में अधिक समय रहें । ऐसी छोटी-छोटी बातें अनोर्गास्मिया जैसी समस्या को दूर करने में मदद करेंगी।
Conclusion –
दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको अनोर्गास्मिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ऑर्गेज्म क्या है, अनोर्गास्मिया क्या है?, अनोर्गास्मिया के प्रकार, अनोर्गास्मिया के क्या कारण होते हैं, इसके क्या लक्षण होते हैं और अनोर्गास्मिया का उपचार, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से अनोर्गास्मिया से छुटकारा पाने के उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा।
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