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मेल मेनोपॉज क्या है? – What is Male Menopause in Hindi

मेल मेनोपॉज क्या है?

दोस्तो, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर। दोस्तो, परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो आज युवा है वह कभी वृद्ध भी होगा। इस जीवन यात्रा में शरीर में भी परिवर्तन होते रहते हैं जो एनर्जी आज है वह कल नहीं होगी, यही सच्चाई है। आज के आर्टिकल में, हम आपको एक ऐसी ही सच्चाई से परिचित करायेंगे जो आश्चर्यजनक है मगर सत्य है। दोस्तो, आप यह तो जानते हैं युवा अवस्था के ढलान पर महिला का मासिक धर्म स्थाई रूप से बंद हो जाते हैं तो इस स्थिति को रजोनिवृति यानी मेनोपॉज (Menopause) कहा जाता है। यहां से महिला के जीवन का दूसरा चरण आरम्भ होता है। क्या पुरुषों के साथ भी ऐसा होता है?। यह सोचकर ही बहुत अजीब लगा है। जी हां यह विचित्र है, आश्चर्यजनक है परन्तु सत्य है। पुरुषों की भी रजोनिवृति होती है जिसे पुरुष रजोनिवृति यानी मेल मेनोपॉज (Man Menopause) कहा जाता है। आखिर यह है क्या?, दोस्तो, यही है हमारा आज का टॉपिक “मेल मेनोपॉज क्या है?”। देसी हैल्थ क्लब इस लेख के माध्यम से आज आपको मेल मेनोपॉज के बारे में विस्तार से जानकारी देगा और यह भी बतायेगा कि इसका उपचार क्या है। तो सबसे पहले जानते हैं कि मेल मेनोपॉज क्या है?, टेस्टोस्टेरोन क्या है और इसका कार्य क्या है। फिर इसके बाद बाकी बिंदुओं पर जानकारी देंगे।

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मेल मेनोपॉज क्या है?
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मेल मेनोपॉज क्या है? – What is Male Menopause?

दोस्तो, जब महिला के मासिक धर्म स्थाई रूप से बंद हो जाते हैं तो इस स्थिति को मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज होने पर महिला में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन में कमी आती है, ठीक इसी प्रकार 50 वर्ष से अधिक आयु होने पर 60 वर्ष की आयु के बीच पुरुष में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन का स्तर बहुत कम हो जाता है तो इस स्थिति को मेल मेनोपॉज या एंड्रोपॉज कहा जाता है। वैसे तो टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होना 30 वर्ष की आयु के बाद से ही प्राकृतिक रूप से शुरु हो जाता है मगर 50 वर्ष की आयु के बाद इसमें बहुत ज्यादा कमी आती है।

इसके लक्षण सामान्य तौर पर नजर नहीं आते किन्तु कुछ  फिजिकल, सेक्सुल और साइकोलॉजिकल समस्याऐं होती हैं। इनके लक्षणों का जिक्र हम आगे करेंगे। हां, एक महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी पुरुषों को मेल मेनोपॉज नहीं होता, ऐसे पुरुषों के साथ यौन जटिलताऐं (Sexual complications) हो सकती हैं। डॉ. पंकज अग्रवाल (Chief Consultant, Agrawal Homoeopathic Clinic, Delhi and Secretary, The Progressive Homoeopathic Society) मेल मेनोपॉज को बढ़ती उम्र के साथ होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है मानते हैं। डॉ. पंकज अग्रवाल के अनुसार इसमें आमतौर पर व्यक्ति के अंदर कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। यदि अवसाद या कोई अन्य लक्षण नजर आते हैं तो उसे उपचार की जरूरत होती है। अब जानते हैं कि टेस्टोस्टेरोन क्या होता है और यह क्या काम करता है?

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टेस्टोस्टेरोन क्या होता है? – What is Testosterone

टेस्टोस्टेरॉन (Testosterone), एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) समूह का एक स्टेरॉयड (Steroid) हार्मोन है। मूलतः टेस्टोस्टेरॉन को सेक्स हार्मोन माना जाता है जो कामेच्छा को जगाकर, यौन क्रियाकलापों को बढ़ा कर सेक्स करने के लिये उकसाता है। यह पुरुष के जननांग के विकास में भी मदद करता है। इसका उत्पादन अंडकोष द्वारा किया जाता है। एक स्वस्थ पुरुष के अंडकोष में प्रतिदिन लगभग 6 मि.ग्रा. तक टेस्टोस्टेरॉन का उत्पादन हो सकता है। अंडकोष पर विस्तृत जानकारी के लिये हमारा पिछला आर्टिकल “अंडकोष में दर्द के उपाय” पढ़ें। दोस्तो, टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का काम केवल सेक्स के लिये प्रेरित करना ही नहीं है अपितु और भी इसके काम होते हैं जिनका जिक्र हम आगे करेंगे। 

टेस्टोस्टेरोन के कार्य – Functions of Testosterone

सेक्स से संबंधित कार्यों के अतिरिक्त इसके और भी कार्य हैं जो निम्न प्रकार हैं –

1. ब्लड सर्कुलेशन और मांसपेशियों का निर्माण।

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2. लाल रक्त कोशिकाओं की पर्याप्त मात्रा बनाए रखने में सकारात्मक भूमिका।

3. हड्डियों के विकास में सहायक।

4. वीर्य के निर्माण में मदद करना।

5. पुरुष जननांग और अंडकोष का विकास।

6. दाढ़ी-मूंछ का विकास।

7. आवाज में परिवर्तन।

8. एकाग्रता (Concentration) और स्मृति बनाये रखने में सक्रिय भूमिका निभाना। 

9. मूड स्विंग में सहायक।

10. मस्तिष्क के कार्य में मदद करना। 

मेल मेनोपॉज के कारण – Cause of Male Menopause

दोस्तो, जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि 30 वर्ष की आयु के बाद प्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आनी शुरू हो जाती है और 50 वर्ष की आयु के बाद इसका स्तर बहुत ही कम हो जाता है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर का घटना, बढ़ना सामान्य प्रक्रिया है जो अधिकांश पुरुषों में 80 वर्ष की आयु तक घटता-बढ़ता रहता है। मगर इसके और भी निम्नलिखित कारण होते हैं जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम देते हैं – 

1. मोटापा (Obesity)- मोटापा इसका मुख्य कारण बन सकता है। ज्यादा वजन वाले लोगों में भी टेस्टोस्टेरोन की जल्दी कमी होने की संभावना बनी रहती है।

2. स्वास्थ्य संबंधी (Health Related)-  एक समय में एक से अधिक बीमारी होने को कोमोरबिडिटी कहा जाता है। ऐसे लोग जिनमें एक समय में एक से अधिक बीमारी हो जायें तो उनमें जल्दी और अधिक टेस्टोस्टेरोन की गिरावट हो जाती है।

3. मेल हाइपोगोनैडिज्म (Male Hypogonadism)- यह एक रोग है जिसके कारण शरीर टेस्टोस्टेरोन को पर्याप्त मात्रा में बनाने में असमर्थ होता है। यह व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। हाइपोगोनैडिज्म यदि भ्रूण के विकास के समय ही प्रभावी हो जाये तो इससे बच्चा किन्नर या अविकसित जननांगों वाला पैदा होता है। 

4. पुराने रोग (Chronic Diseases)- पुरानी बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, एचआईवी, फेफड़े, किडनी से जुड़े रोग, सूजन, गठिया भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करती हैं। 

5. आयु (Age)- आयु, टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट का मुख्य फैक्टर है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि 30 वर्ष की आयु के बाद प्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आनी शुरू हो जाती है तो यह समझिये कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्रतिवर्ष टेस्टोस्टेरोन के स्तर में, औसतन एक प्रतिशत की कमी आती है। 

6. खराब जीवन शैली (Bad Lifestyle)- धूम्रपान, तनाव और खान-पान की खराब आदतें भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी का कारण बन सकते हैं।

मेल मेनोपॉज के लक्षण – Symptoms of Male Menopause 

जैसा कि ऊपर ही बताया गया कि मेल मेनोपॉज के लक्षण सामान्य तौर पर नजर नहीं आते, किन्तु कुछ  फिजिकल, सेक्सुल और साइकोलॉजिकल समस्याऐं होती हैं। इन समस्याओं के निम्नलिखित लक्षण प्रकट हो सकते हैं –

1. फिजिकल लक्षण – Physical Symptoms

(i)  ऊर्जा में कमी और कमजोरी।

(ii) मांसपेशियों का कमजोर होना

(iii) पुरुषों में स्तनों का बढ़ना। सूजे हुए या मुलायम ब्रेस्ट महसूस कर सकते हैं।

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(iv) शरीर में फैट बढ़ना

(v)  वजन बढ़ना 

(vi) बालों का झड़ना  

(vii) हड्डियों का कमजोर होना। दुर्लभ मामलों में ऑस्टियोपोरोसिस नामक अस्थि रोग होना।

2. सेक्सुअल लक्षण – Sexual Symptoms

(i)  कामेच्छा, कामशक्ति में कमी।

(ii) प्राइवेट पार्ट में उत्तेजना की कमी।

(iii) नपुंसकता (Erectile Dysfunction)

(iv) बांझपन  (Infertility)

3. मनोवैज्ञानिक लक्षण –  Psychological Symptoms

(i)  अवसाद (Depression), उदासी।

(ii)  तनाव

(iii) अनिद्रा (Insomnia)

(iv) एकाग्रता में कमी।

(v)  स्मरण शक्ति में कमी।

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(vi) आत्मविश्वास में कमी। 

पुरुषों और महिलाओं के मेनोपॉज में समानताऐं – Similarities Between Men and Women Menopause

1. महिलाओं और पुरुषों में मेनोपॉज एक विशेष आयु के बाद होता है अर्थात् युवा अवस्था की समाप्ति होने पर। इसके चलते दोनों में ही सेक्स हार्मोन में कमी हो जाती है। 

2. मेनोपॉज होने पर महिला और पुरुष दोनों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आता है, अवसाद, उदासी और तनाव जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।

3. दोनों में ही कामेच्छा में कमी आती है। सेक्स करने का मन नहीं होता। 

4. दोनों में ही मेनोपॉज के उपचार के लिये हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरपी ही विकल्प होता है। 

पुरुषों और महिलाओं के मेनोपॉज में असमानताऐं – Disparities Between Men and Women in Menopause

1. महिलाओं के मेनोपॉज हर महिला को होता है परन्तु यह जरूरी नहीं कि हर पुरुष को मेनोपॉज हो। हां जिन पुरुषों को मेनोपॉज नहीं होता, उनको सेक्सुअल कंप्लिकेशन हो सकते हैं।

2. महिला के मेनोपॉज का अर्थ है कि वह अब गर्भधारण नहीं कर सकती जबकि, यद्यपि पुरुष की कामेच्छा में की आती है, फिर भी पुरुष मेनोपॉज के बाद पिता बन सकता है। 

मेल मेनोपॉज का निदान (Male Menopause Diagnosis) 

उम्र के ढलान पर पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में काफी कमी आ जाती है। मेनोपॉज के लक्षणों को देखते हुऐ डॉक्टर ब्लड टैस्ट करते हैं। यदि टैस्ट से टेस्टोस्टेरोन स्तर में कमी आती है तो डॉक्टर पिछली मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी लेकर मेल मेनोपॉज को कन्फर्म करने से पहले कुछ और टैस्ट करवाकर अपने को आश्वस्त करते हैं। फिर उपचार के बारे में अपनी सलाह देते हैं। 

मेल मेनोपॉज का उपचार – Male Menopause Treatment

1. दोस्तो, देसी हैल्थ क्लब स्पष्ट करता है कि मेल मेनोपॉज को रोग नहीं है या कोई विकार नहीं है जिसका इलाज किया जाये या कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान किया जाये। यह तो मनुष्य की एक प्राकृतिक अवस्था है जिससे सभी को गुजरना पड़ता है। हां, कुछ मामलों में टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को विकल्प स्वरूप उपचार के लिये अपनाया जाता है जोकि एक विवादास्पद मसला रहा है। इस थेरपी के साइड इफैक्ट होने की संभावना रहती है जैसे हृदय रोग सहित अन्य रोग। यदि कोई प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित है तो उसकी कैंसर कोशिकाऐं और अधिक और तेजी विकसित हो सकती हैं। 

2. अन्य उपचार के लिये डॉक्टर लक्षणों के आधार पर सलाह दे सकते हैं जैसे ज़िंक, कैल्शियम, विटामिन-डी, ओमेगा-3, युक्त भोजन करना, डेयरी उत्पाद लेना आदि। डिप्रेशन की स्थिति में एंटीडिप्रेसेंट थेरिपी की सलाह दी जा सकती है।

मेल मेनोपॉज की स्थिति को बेहतर बनाने के उपाय – Measures to Improve the Condition of Male Menopause

दोस्तो, मेल मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिससे सभी पुरुषों को गुजरना होता है इसलिये इस अवस्था को गुजारना चाहिये। जीवन शैली में थोड़ा बदलाव करें और स्वास्थ का और खानपान का ध्यान करके इस दौर को बेहतर और खुशहाल बना सकते हैं। इसके लिये निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं –

1. प्रतिदिन सुबह की सैर करें।

2. प्रतिदिन ध्यान, प्राणायाम, योग और व्यायाम करें।

3. कोई भी शारीरिक या मानसिक समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

4. उदासी, अवसाद और तनाव की स्थिति में भी डॉक्टर से संपर्क करें।

5. अपने को किसी ना किसी काम में बिजी रखें।

6. शारीरिक गतिविधियां जारी रखें। एक जगह जम कर ना बैठें।

7. दोस्तों के संपर्क में रहें, उनसे खुलकर बात करें।

8. शराब का सेवन कम करें।

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9. धूम्रपान बिल्कुल ना करें। करते हैं तो तुरंत छोड़ें। तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन ना करें।

10. ड्रग्स व अन्य प्रकार के नशे से दूर रहें।

11. खानपान में बदलाव करें। जंक फूड का सेवन ना करें।

12. भोजन में नमक और चीनी की मात्रा कम कर दें। 

13. बहुत ज्यादा मीठे या नमकीन, कैफीन और खराब वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।

14. विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों जैसे डेयरी उत्पाद, सोया आदि को अपने भोजन में शामिल करें।

15. ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थों जैसे नट्स, सैल्मन, सार्डिन, चिया सीड्स, आदि का सेवन करें।

16. जिंक युक्त खाद्य पदार्थों जैसे मशरूम, पालक, ब्रोकली आदि को भोजन में वरीयता दें। 

17. पर्याप्त नींद लें। 

Conclusion – 

दोस्तो, आज के लेख में हमने आपको मेल मेनोपॉज के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मेल मेनोपॉज क्या है?, टेस्टोस्टेरोन क्या होता है, टेस्टोस्टेरोन के कार्य, मेल मेनोपॉज के कारण, मेल मेनोपॉज के लक्षण, पुरुषों और महिलाओं के मेनोपॉज में समानताऐं, पुरुषों और महिलाओं के मेनोपॉज में असमानताऐं, मेल मेनोपॉज का निदान और मेल मेनोपॉज का उपचार, इन सब के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। देसी हैल्थ क्लब ने इस लेख के माध्यम से मेल मेनोपॉज की स्थिति को बेहतर बनाने के बहुत सारे उपाय भी बताये। आशा है आपको ये लेख अवश्य पसन्द आयेगा। 

दोस्तो, इस लेख से संबंधित यदि आपके मन में कोई शंका है, कोई प्रश्न है तो लेख के अंत में, Comment box में, comment करके अवश्य बताइये ताकि हम आपकी शंका का समाधान कर सकें और आपके प्रश्न का उत्तर दे सकें। और यह भी बताइये कि यह लेख आपको कैसा लगा। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों और  सगे – सम्बन्धियों के साथ भी शेयर कीजिये ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। दोस्तो, आप अपनी टिप्पणियां (Comments), सुझाव, राय कृपया अवश्य भेजिये ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके। और हम आपके लिए ऐसे ही Health-Related Topic लाते रहें। धन्यवाद।

Disclaimer – यह लेख केवल जानकारी मात्र है। किसी भी प्रकार की हानि के लिये ब्लॉगर/लेखक उत्तरदायी नहीं है। कृपया डॉक्टर/विशेषज्ञ से सलाह ले लें।

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